Tuesday 19 July 2022

आजमगढ़ फोर्स के साथ सड़क पर उतरे डीआईजी और एसपी अपने-अपने क्षेत्रों के लिए बीट व चौकी के सिपाही होंगे जिम्मेदार-एसपी अतिक्रमण को लेकर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली व चौकी प्रभारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश


 आजमगढ़ फोर्स के साथ सड़क पर उतरे डीआईजी और एसपी


अपने-अपने क्षेत्रों के लिए बीट व चौकी के सिपाही होंगे जिम्मेदार-एसपी


अतिक्रमण को लेकर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली व चौकी प्रभारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुलिस उप महानिरीक्षक आजमगढ़ परिक्षेत्र आजमगढ़ अखिलेश कुमार व पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनुराग आर्य द्वारा शासन के निर्देशों के क्रम में थाना कोतवाली क्षेत्र के पहाड़पुर चौकी से मुरली टाकीज से सदर अस्पताल से बलरामपुर चौकी से हाफीजपुर चौराहा तक पैदल गस्त की गयी है। 



इस पैदल गस्त में डीआईजी आजमगढ़ के नेतृत्व में अपर पुलिस अधीक्षक यातायात सुधीर जायसवाल, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली तथा यातायात व कोतवाली के पुलिस बल शामिल रहें। प्रभारी निरीक्षक कोतवाली व चौकी प्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।



पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ऐसे एरिया जहां अतिक्रमण है, उनके विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत करते हुए अतिक्रमण हटवाना है, उसके साथ-साथ प्रमुख चौराहे पर जहां आवागमन होता है, सीसीटीवी कैमरा लगवाने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों के लिए बीट व चौकी के सिपाही जिम्मेदार है, सड़क पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण न हों कोई भी व्यक्ति यातायात बाधित न कर सकें। महिलाओं की सुरक्षा के सम्बन्ध में भी निर्देशित किया गया है।

हरियाणा मेवात अवैध खनन रोकने पहुंचे डीएसपी को डंपर से कुचला, मौके पर हुई मौत


 हरियाणा मेवात अवैध खनन रोकने पहुंचे डीएसपी को डंपर से कुचला, मौके पर हुई मौत




हरियाणा के मेवात में डीएसपी को डंपर से कुचलने का मामला सामने आया है। डीएसपी सुरेंद्र सिंह अवैध खनन को रोकने के लिए पहुंचे थे, लेकिन माफिया के लोगों ने उन पर ट्रक चढ़ा दिया। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई है। 



जानकारी के मुताबिक नूह पुलिस ने बताया कि सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को अवैध खनन के बारे में जानकारी मिली थी और वह जांच के लिए मौके पर पहुंचे थे। इसी दौरान अवैध खनन में शामिल एक ट्रक उन पर चढ़ा दिया गया। आरोपी को पकड़ने के लिए तलाश जारी है।



डीएसपी सुरेंद्र सिंह कुछ ही वक्त बाद रिटायर होने वाले थे। फिलहाल हत्यारों की तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस घटना में एक और ट्रक के शामिल होने का संदेह है। फिलहाल मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है और आसपास के इलाकों में ड्राइवर की तलाश की जा रही है। ट्रकों के पास खनन कर निकाले गए पत्थरों को ढोने की कोई अथॉरिटी नहीं थी। कहा जा रहा है कि डीएसपी ने जब ट्रक को रोकने का प्रयास किया तो ड्राइवर ने आगे बढ़ाते हुए उसे उनके ऊपर ही चढ़ा दिया। एक ट्वीट में हरियाणा पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि हत्यारों को जल्दी ही पकड़ा जााएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी।

देहरादून आईएएस रामबिलास यादव के ट्रस्ट को मिला करोड़ों का दान विजिलेंस की जांच में चौंकाने वाले खुलासे


 देहरादून आईएएस रामबिलास यादव के ट्रस्ट को मिला करोड़ों का दान



विजिलेंस की जांच में चौंकाने वाले खुलासे



देहरादून आय से अधिक संपत्ति मामले में जेल में बंद पूर्व आईएएस अफसर रामबिलास यादव के ट्रस्ट को करोड़ों की संपत्तियां दान में मिलीं। विजिलेंस की अब तक की जांच में यह बात सामने आई है। गाजीपुर और लखनऊ सहित कई शहरों में उनकी संपत्तियों की जांच में दान का खुलासा होने के बाद विजिलेंस की टीमें उनको मिले दान और दानदाताओं की विस्तार से जांच में जुट गई हैं।



जानकारी के मुताबिक सीओ-विजिलेंस अनुषा बडोला के अनुसार, विजिलेंस की कई टीमें पूर्व आईएएस अफसर की संपत्तियों की नाप-जोख और मूल्यांकन के लिए विभिन्न शहरों में जुटी हुई हैं। इस बीच, गाजीपुर में जांच के दौरान पता चला कि रामबिलास ने स्वर्गीय रामकरण दादा मेमोरियल नाम से जो ट्रस्ट बनाया, उसके पास करोड़ों की संपत्तियां हैं।



ट्रस्ट को ये संपत्तियां लोगों ने दान में दी हैं। लिहाजा, विजिलेंस टीमों ने अपनी जांच में इन संपत्तियों को भी जोड़ दिया है। दूसरी ओर, विजिलेंस की पूछताछ में रामबिलास खुद यह बात कह चुके हैं कि संपत्तियां कहां से आईं, यह उन्हें भी नहीं पता। इनमें उनकी बेटी के खाते में जमा कराए गए 15 लाख रुपये भी शामिल हैं। शुरुआती जांच में सामने आया कि रामबिलास के एनजीओ को जमीनें दान में मिलीं। अब इसकी विस्तार से जांच की जा रही है। पत्नी का एनजीओ भी जांच के दायरे में  रामबिलास की पत्नी कुसुम भी महिला चेतना समिति नाम से लखनऊ में एनजीओ चलाती हैं। इसके तहत महिला उत्थान सहित कई काम किए जाते हैं। इसके अलावा वे एक स्कूल में मैनेजर भी हैं। यह स्कूल भी रामबिलास का बताया जाता है। विजिलेंस कुसुम के एनजीओ की भी जांच में जुट गई है।

अलर्ट : आज पृथ्वी से टकरा सकता है सोलर तूफान जीपीएस नैविगेशन, मोबाइल फोन सिग्नल और सैटलाइट सिग्नल में भी पैदा हो सकती रुकावट ब्लैकआउट और हवाई यातायात बाधित होने की आशंका


 अलर्ट : आज पृथ्वी से टकरा सकता है सोलर तूफान



जीपीएस नैविगेशन, मोबाइल फोन सिग्नल और सैटलाइट सिग्नल में भी पैदा हो सकती रुकावट



ब्लैकआउट और हवाई यातायात बाधित होने की आशंका



नई दिल्ली/वाशिंगटन। सूर्य से निकलकर एक विशाल सौर ज्वाला (solar flare) धरती को ओर बढ़ रही है! इस भयानक सौर ज्वाला के जल्द ही पृथ्वी से टकराने की आशंका है। इससे एक शक्तिशाली सौर तूफान उत्पन्न हो सकता है, जो यहां रेडियो ब्लैकआउट का कारण बनने के लिए काफी है। इसकी वजह से जीपीएस नैविगेशन, मोबाइल फोन सिग्नल और सैटलाइट सिग्नल में भी रुकावट पैदा हो सकती है।



जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय समुद्री और वायुमंडलीय प्रशासन (एनओएए) ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है। यह सोलर फ्लेयर 14 जुलाई को सूर्य की सतह से फूटा था और पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। इस महीने की शुरुआत में भी एक भू-चुंबकीय तूफान पृथ्वी से टकराया था जिससे कनाडा के ऊपर चमकीला अरोरा (तेज रोशनी का पुंज) बन गया था।

अंतरिक्ष मौसम विशेषज्ञ डॉ. तमिथा स्कोव ने सूर्य से निकलने वाली इस सौर ज्वाला के बारे में ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया पोस्ट की है। तमिथा स्कोव ने ट्विटर पोस्ट में कहा, "नया क्षेत्र 3058 एम 2.9-फ्लेयर फायर करता है! यह अब एक्स-फैक्टर के साथ सूर्य पर चौथा क्षेत्र है। एनओएए ने एक्स-फ्लेयर होने वाले जोखिम को 10 फीसदी बताया है, लेकिन यह जल्द ही बढ़ सकता है।"



एक्स-क्लास फ्लेयर का क्या मतलब है?



सोलर फ्लेयर्स के लिए एक्स-फैक्टर सबसे तीव्र फ्लेयर्स में से एक को दर्शाता है और संख्या के साथ-साथ सौर ज्वाला की तीव्रता का प्रतीक इसकी ताकत को दर्शाता है। सौर ज्वालाओं को उनकी तीव्रता के आधार पर चार वर्गों - ए, बी, सी, एम और एक्स में वर्गीकृत किया गया है। इसमें सबसे शक्तिशाली सोलर फ्लेयर एक्स-क्लासिफाइड सोलर फ्लेयर होगा, जबकि एम दूसरा सबसे शक्तिशाली सोलर फ्लेयर है। उन्होंने सूर्य की ज्वालाओं की पृथ्वी से सीधी टक्कर की भविष्यवाणी की है।

पृथ्वी पर सोलर फ्लेयर्स का प्रभाव डॉ. स्कोव ने आगे कहा कि "अधिक रेडियो ब्लैकआउट से पृथ्वी पर दिन में रेडियो संचालन को प्रभावित करने की संभावना है।


 जीपीएस उपयोगकर्ता सुबह और शाम के समय सतर्क रहें।” इसका मतलब है कि सौर तूफान से पृथ्वी पर जीपीएस नेविगेशन सिस्टम के ब्लैकआउट होने की उम्मीद है। यह छोटे विमानों के साथ-साथ बड़े जहाजों की यात्रा को भी बाधित करने में सक्षम है।रेडियो ब्लैकआउट की संभावना-

हाल में सौर सतह पर एक विशाल सनस्पॉट और फिलामेंट्स ने खगोलविदों को भी पृथ्वी की ओर आ रहे फ्लेयर्स के बारे में चिंतित कर दिया था जिससे पृथ्वी के कुछ क्षेत्रों में ब्लैकआउट हो सकता है। 



इस बीच नासा के वैज्ञानिकों ने बताया कि सूर्य से बड़े पैमाने पर भड़की सौर ज्वाला दुनिया के कई हिस्सों में रेडियो ब्लैकआउट पैदा कर सकती है।



सोलर फ्लेयर्स क्या हैं?



नासा के मुताबिक, "सोलर फ्लेयर्स सनस्पॉट से जुड़ी चुंबकीय ऊर्जा के रिलीज होने से आने वाले विकिरण का एक तीव्र विस्फोट है। सोलर फ्लेयर्स हमारे सौर मंडल की सबसे बड़ी विस्फोटक घटनाएं हैं। इसे सूर्य पर उज्ज्वल क्षेत्रों के रूप में देखा जाता है और वे मिनटों से घंटों तक रह सकते हैं।

सोलर फ्लेयर को कोरोनल मास इंजेक्शन (सीएमई) के रूप में भी जाना जाता है। सौर मंडल में ये फ्लेयर्स अबतक के सबसे शक्तिशाली विस्फोट माने जाते हैं, इनमें अरबों हाइड्रोजन बमों की तुलना में ऊर्जा रिलीज होती है। ये फ्लेयर्स मध्यम, मजबूत और तेज रोशनी वाले हो सकते हैं।



नासा ने 19 जुलाई की सुबह (भारतीय समयानुसार) इस प्रभाव के चरम पर होने की संभावना जताई है। इससे जीपीएस और रेडियो तरंगों में व्यवधान हो सकता है। इस साल मार्च में पृथ्वी अलग-अलग भू-चुंबकीय तूफानों की चपेट में आ गई थी। हालांकि भू-चुंबकीय तूफानों से कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन तभी से आशंका थी कि भविष्य में और अधिक शक्तिशाली तूफान आ सकते हैं।