Friday 13 May 2022

आजमगढ़ मेहनगर पुलिस मुठभेड़ में जनसेवा केन्द्र संचालक से लूट के आरोपी के पैर में लगी गोली,

आजमगढ़ मेहनगर पुलिस मुठभेड़ में जनसेवा केन्द्र संचालक से लूट के आरोपी के पैर में लगी गोली, 



उत्तर प्रदेश आज़मगढ़ पुलिस मुठभेड़ में जनसेवा केंद्र संचालक से लूट का आरोपी दो बदमाशों के पैर में गोली लगने से घायल हो गये हैं। पुलिस ने उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। 



जानकारी के अनुसार वाहन चेकिंग के दौरान मेंहनगर थाना क्षेत्र के जियासड़ मेंहनगर मार्ग स्थित हटवा गांव के समीप एक बाइक पर दो सवार युवक शेखुपुर की तरफ से मेहनगर आ रहे थे। पुलिस व थाना प्रभारी बसंत लाल यादव द्वारा उन्हें रुकने का इशारा किया गया, पुलिस को देखते ही आरोपी फायर कर भागने लगे।



पुलिस के जवाबी फायर में दोनों आरोपी के पैर में गोली लगी जिसके बाद पुलिस ने उन्हें पकड़ कर पूछताछ के साथ ही घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा। 



इस दौरान दोनों ने अपना नाम विवेक सिंह पुत्र राज नारायण सिंह निवासी ग्राम गंजोर थाना मेहनगर व दूसरे ने अपना नाम  पुनीत सिंह पुत्र रणविजय सिंह निवासी ग्राम सरपतहा ज़िला जौनपुर बताया हैं।



 पूछताछ में दोनों ने 29 अप्रैल को थाना क्षेत्र के दामा में जनसेवा केंद्र संचालक जितेश सिंह के साथ लूट की बात स्वीकार किया है।

 

मिर्जापुर बर्खास्त हुई फर्जी शिक्षिका प्रियंका लंदन वाली प्रियंका के नाम पर कर रही थी नौकरी


 मिर्जापुर बर्खास्त हुई फर्जी शिक्षिका प्रियंका


लंदन वाली प्रियंका के नाम पर कर रही थी नौकरी




उत्तर प्रदेश मिर्जापुर लंदन में रहने वाली प्रियंका के नाम पर मिर्जापुर जिले में नौकरी कर रही शिक्षिका प्रियंका को अपर शिक्षा निदेशक राजकीय डॉ अंजना गोयल ने शुक्रवार को बर्खास्त कर दिया।




 शिक्षिका मिर्जापुर जिले के पहाड़ी विकासखंड के भरपुरा स्थित राजकीय विद्यालय में तैनात थी। फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी करने वाली कन्नौज निवासी शिक्षिका के फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हाल ही में गुमनाम शिकायती पत्र से हुआ था। 



कन्नौज जिला निवासी प्रियंका ने लंदन में रहने वाली प्रियंका के दस्तावेजों पर राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापक की नौकरी हासिल की थी। 



साथ ही लगभग पांच वर्ष तक उसने नौकरी की और 40 लाख रुपये से ज्यादा वेतन के रूप में ले चुकी।



एक गुमनाम पत्र से हुए इस खुलासे के बाद जांच हुई। संयुक्त शिक्षा निदेशक डॉक्टर कामता राम पाल और जांच टीम की आख्या पर कार्रवाई करते हुए अपर शिक्षा निदेशक राजकीय डॉ अंजना गोयल ने पहाड़ी विकासखंड के भरपुरा स्थित राजकीय विद्यालय में नौकरी कर रही प्रियंका की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। 



फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी करने वाली शिक्षिका के फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ गुमनाम शिकायती पत्र ने कर दिया। बताया जाता है यह गुमनाम पत्र कन्नौज जिले के ही किसी जानकार द्वारा ही भेजा गया था। गुमनाम पत्र मिलते ही शिक्षिका के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई थी।




तीन सदस्यीय टीम ने शिक्षिका के अभिलेखों की जांच की। साल 2002 के कार्यकाल के दौरान कन्नौज जिले में बीएसए रहे कामताराम पाल फिलाहल विंध्याचल मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) के पद पर तैनात हैं। अप्रैल माह में जेडी कामताराम पाल के दफ्तर में एक गुमनाम शिकायती पत्र डाक के जरिये पहुंचा। इसमें लिखा गया था कि लंदन में रहने वाली प्रियंका के फर्जी दस्तावेज लगाकर कन्नौज जिले की एक अन्य प्रियंका नाम की लड़की फर्जी तरीके से नौकरी कर रही है।




 गुमनाम पत्र मिलने के बाद सहायक अध्यापिका की सेवा पुस्तिका में दर्ज पते पर जेडी दफ्तर की ओर से एक सत्यापन पत्र डाक के जरिये भेजा गया।

सत्यापन पत्र डाक के जरिये लंदन में रह रही प्रियंका प्रजापति के पिता डॉ. मनोज कुमार के घर पहुंचा। तब जाकर फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ। डॉ. मनोज कुमार की बेटी प्रियंका कई वर्षों से लंदन में रह रही है। मनोज कुमार ने कन्नौज एसपी को प्रार्थना पत्र देकर पूरे मामले की जानकारी दी और फर्जी दस्तावेजों के जांच कराने की मांग की। 



फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी करने की पुष्टि होने पर नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया।

आजमगढ़ प्रधान जी हवालात में, सड़क पर उतरी जनता


 आजमगढ़ प्रधान जी हवालात में, सड़क पर उतरी जनता




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ दो पक्षों की रजामंदी के बाद तोड़ी जा रही दिवाल के बारे में किसी तीसरे व्यक्ति की सूचना पर शहर कोतवाल मौके पर पहुंच गए। बिना वजह जाने इस कार्य को अनैतिक मानते हुए वह ग्राम प्रधान को जिम्मेदार मानते हुए प्रधान को कोतवाली लाकर हवालात में डाल दिए।



 इसकी भनक लगते ही प्रधान समर्थकों में उबाल आ गया और जनता सड़क पर उतर गई।



 मामला जिले के पल्हनी ब्लाक के अजमतपुर कोड़र गांव का बताया गया है। शुक्रवार को प्रधान संघ को घटना की जानकारी हुई और प्रधान संघ के नेतृत्व में प्रधान समर्थक सड़क पर उतर गए।



 पीड़ित पक्ष इस मामले में पुलिस अधीक्षक से मिला और शहर कोतवाल के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। पुलिस अधीक्षक से मिल कर प्रधान संघ ने आरोप लगाया कि फर्जी शिकायत के आधार पर प्रधान को जबरन कोतवाली में लाकर में बंद कर दिया गया। 



काफी प्रयास के बाद सात घंटे बाद उन्हें छोड़ा गया। आरोप है कि इससे पहले भी इस तरह की कार्रवाई पुलिस द्वारा प्रधान के साथ की गई थी।



 पीड़ित प्रधान सुनील कुमार मौर्य ने बताया कि गांव में एक व्यक्ति के यहां शादी पड़ी थी रास्ते के लिए एक अन्य व्यक्ति की भूमि पर बनी दीवार दो पक्षों की सहमति से तोड़ा जा रहा था। इसमें प्रधान और रास्ते की मांग करने वाले के साथ ही भूमि मालिक की आपसी सहमति से दिवार तोड़ी जा रही थी। 



एक अन्य तीसरे व्यक्ति की शिकायत पर पुलिस ने आनन-फानन प्रधान के साथ अभद्रता करते हुए एकतरफा कार्रवाई कर दी।

आजमगढ़ दो बाइक की टक्कर में तीन की मौत, एक गंभीर फूलपुर क्षेत्र के पलिया बाजार के पास हुआ हादसा


 आजमगढ़ दो बाइक की टक्कर में तीन की मौत, एक गंभीर



फूलपुर क्षेत्र के पलिया बाजार के पास हुआ हादसा



आजमगढ़ लखनऊ-बलिया राजमार्ग पर फूलपुर कोतवाली अंतर्गत पलिया बाजार के समीप शुक्रवार को दिन में दो मोटरसाइकिलों की आमने-सामने हुई टक्कर में तीन युवकों की मौत हो गई। 


जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। तीनों शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। घायल का उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है।




जानकारी के अनुसार फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के ऊफरी ग्राम निवासी 22 वर्षीय मनोज उर्फ मोनू राजमन तथा 23 वर्षीय अजय उर्फ बनारसी पुत्र रामलौटन यादव दोनों शुक्रवार को दिन में किसी कार्यवश बाइक से शाहगंज की ओर जा रहे थे।



 बाइक सवार दोनों युवक क्षेत्र के पलिया बाजार स्थित मंदिर के समीप पहुंचे की तभी विपरीत दिशा से आ रही दूसरी बाइक से सीधी टक्कर हो गई।



 इस दुर्घटना में दोनों बाइक सवार गंभीर रूप से जख्मी हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उफरी निवासी मनोज उर्फ मोनू एवं अजय उर्फ बनारसी को मृत घोषित कर दिया। 



गंभीर रूप से घायल स्थानीय गोबरहां ग्राम निवासी गौरव यादव (24) पुत्र अनिल यादव एवं कृष्ण कुमार (25) पुत्र पलकधारी की हालत गंभीर देख उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया।



 मरणासन्न हालत में रहे गौरव यादव को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसने भी दम तोड़ दिया। 



वहीं घायल कृष्ण कुमार को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे की सूचना पाकर मृतकों के परिजन भी मौके पर पहुंच गए, जहां दोनों के शव देखते ही मौके पर चीख-पुकार मच गई। दुखद बात यह की हादसे में मृत मनोज उर्फ मोनू की बीते 22 अप्रैल को शादी हुई थी और हादसे से एक दिन पूर्व गुरुवार को उसकी पत्नी ससुराल से विदा होकर मायके गई थी। 



इस घटना से तीनों मृतकों के परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

आजमगढ़ सरायमीर 60 वर्षीय राजगीर का पेड़ से लटकता मिला शव


 आजमगढ़ सरायमीर 60 वर्षीय राजगीर का पेड़ से लटकता मिला शव



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सरायमीर थाना क्षेत्र के कोरौली ईदगाह के पास शुक्रवार की सुबह 60 वर्षीय राजगीर का पेड़ से लटक शव मिलने से सनसनी फैल गई।



जानकारी के अनुसार  कटघर गांव निवासी मुन्नीलाल पुत्र तपसी गुरुवार की शाम नशे की हालत में घर पहुंचा। पत्नी से किसी बात को लेकर विवाद हो गया।




 परिजनों ने बताया कि रात करीब 8 बजे वह घर से निकल गया। घर से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर कोरौली गांव की ईदगाह के पास शुक्रवार की सुबह पेड़ से लटकता हुआ शव मिला। घटना की जानकारी मिलते ही  परिवार में कोहराम मच गया।



 घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मुन्नीलाल के  तीन पुत्र व तीन पुत्री है। घटना के बाद से परिवार के लोग रो-रोकर बेहाल है।

आजमगढ़ हेलीकॉप्टर हादसे में जनपद का लाल शहीद


 आजमगढ़ हेलीकॉप्टर हादसे में जनपद का लाल शहीद




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ गुरुवार की देर रात हेलीकॉप्टर क्रैश होने पर दो कैप्टन गंभीर रूप से घायल हो गए। रेस्क्यू टीम द्वारा दोनों घायलों को गंभीर हालत में निजी अस्पताल भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।



गुरुवार की देर रात रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर सरकारी हेलिकॉप्टर अगस्ता वैस्टलैंड हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे में दो पायलट गंभीर रूप से घायल हो गए। रेस्क्यू टीम ने किसी तरह मलबे से बाहर निकाला। उन्हें तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया, गंभीर रूप से घायल हो चुके दोनों कैप्टन को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। 


हादसे में मरने वालों में कैप्टन पंडा उड़ीसा के रहने वाले हैं। दूसरे आजमगढ़ जिले के रहने वाले कैप्टन अजय प्रकाश श्रीवास्तव हैं।


बेटे की एयर क्रैश में मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में मातम छा गया। घर के लोग, करीबी, रिश्तेदार सभी यह जानने की कोशिश में लगे रहे कि यह हादसा कैसे हुआ। कैप्टन अजय प्रकाश श्रीवास्तव विगत कई वर्षों से दिल्ली में रहते थे। 




मगर आजमगढ़ से उनका जुड़ाव लगातार बना रहा। हादसे की खबर ने सभी को झकझोर कर रख दिया। कैप्टन अजय प्रकाश को उड़ान का अच्छा अनुभव था। यही कारण है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की फ्लाइट भी कैप्टन अजय प्रकाश उड़ाते थे।



 कैप्टन अजय प्रकाश को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है।