Thursday 14 March 2024

आजमगढ़ बरदह दहेज के लिए पत्नी को पति ने पीटा मुकदमा दर्ज, पुलिस की कार्रवाई से परिजन नाराज


 आजमगढ़ बरदह दहेज के लिए पत्नी को पति ने पीटा मुकदमा दर्ज, 


पुलिस की कार्रवाई से परिजन नाराज


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बरदह थाना क्षेत्र के तिरहुतिपुर गांव में शादी के 21 वर्ष बाद दहेज के लिए पति द्वारा पत्नी को मारने पीटने का मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के अनुसार जौनपुर जनपद के खेतासराय थाना क्षेत्र के पोरई खुर्द गांव निवासी रमेश बिंद पुत्र पन्ना लाल बिंद की बहन सरिता की शादी 21 वर्ष पूर्व 2003 में बरदह थाना क्षेत्र के तिरहुतिपुर गांव में शिवप्रसाद उर्फ गुड्डू पुत्र कुबेर के साथ हुई है। सरिता ने बताया कि बीते 8 मार्च 2024 को पति शिवप्रसाद द्वारा दहेज में मोटर साइकिल के लिए मुझे लोहे के सरिया से मारा पीटा गया जिससे मेरे सर में काफी चोटे आई और मैं बेहोश हो गयी। पति द्वारा मारते समय बेटे ने किसी तरीके से भाई रमेश बिंद को सूचना दिया तो उसने पहुंचकर मेरी जान बचाई पुलिस द्वारा मेरे पति को थाने में बैठाया गया।


 मेरे भाई रमेश बिंद की तहरीर पर दिनांक 09 मार्च 2024 को मुकदमा अपराध संख्या 74/2024 दर्ज हुआ किंतु रात में उसे छोड़ दिया गया वही सरिता ने बताया कि मेरे ननद और नंदोई के कहने पर ही वह हमेशा मारते पीटते हैं। मैं 21 वर्षों से उनकी प्रताड़ना को झेलती चली आ रही हूं। मेरे पास दो बच्चे हैं एक की उम्र 14 वर्ष और एक 7 वर्ष का है सरिता ने उच्चाधिकारियो से न्याय की मांग किया है। सरिता की हालात में आज भी सुधार नहीं है पूरी तरह से डरी सहमी हुई है  कहीं भविष्य में कोई अप्रिय घटना ना घट जाय।



आजमगढ़ दीदारगंज से प्रवीण यादव की रिपोर्ट

आजमगढ़ मेंहनगर पत्नी के वियोग में युवक ने कुंए में कूदकर दी जान 2 भाईयों में था छोटा, परिजनों का रो-रोकर हुआ बुरा हाल


 आजमगढ़ मेंहनगर पत्नी के वियोग में युवक ने कुंए में कूदकर दी जान


2 भाईयों में था छोटा, परिजनों का रो-रोकर हुआ बुरा हाल



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मेंहनगर थाना क्षेत्र के बसिला गांव निवासी युवक ने बीती शाम कुंए मे कूदकर अपनी जान दे दी। ग्रामीणो द्वारा शाम को शव को कुंए से निकालने का काफी प्रयास किया गया लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई। आज सुबह जब रस्सी में कांटा लगाकर कुंए में डाला गया तो शव को बाहर निकाला जा सका। बताया जा रहा है कि युवक शराब पीने का आदी था जिसके चलते उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गयी। पत्नी के वियोग में ही घटना को अंजाम देना बताया जा रहा है।


 जानकारी के अनुसार मुकेश चौरसिया उम्र 30 वर्ष पुत्र स्व0 विश्वनाथ चौरसिया ग्राम बसिला ने बुधवार की शाम लगभग 5 बजे पड़ोसी गांव खुटवा चक खुटवा के उत्तरी सिवान स्थित देइया नामक भीटे के समीप कुएं में छलांग लगा दी। कुएं के थोड़ी ही दूरी पर गांव की महिलाएं घास काट रही थी कुंए में आवाज सुनकर महिलाएं भूत-भूत कहते हुए गाँव की तरफ भाग गई। महिलाओं ने गांव में लोगों को इस बारे में जानकारी दी। महिलाओं की बातों पर अमल करते हुए ग्रामीण कुएं के पास पहुँचे। कुएं के पास चप्पल देख कुएं में गिरने की आशंका जताते हुए ग्रामीणों के अलावा मृतक के गांव के भी लोग रात करीब 11 बजे तक बांस के सहारे कुएं से शव निकालने का प्रयास किये लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई।


 आज दिनांक 14 मार्च 2024 दिन गुरुवार की सुबह मृतक के गांव बसिला व खुटवा चक खुटवा के लोगों ने रस्सी के सहारे कांटा घुमाया तो कांटा मृतक के पैंट में फंस गया और शव को बाहर निकाला गया। ग्रामीणो ने मृतक की मुकेश चौरसिया के रूप में पहचान की। बता दें कि मृतक दो भाइयों में छोटा था। बड़ा भाई रोजी रोटी के लिए महाराष्ट्र प्रांत में रहता है। मृतक की शादी 5 वर्ष पूर्व हुई थी, शराब का आदी होने के चलते पत्नी भी छोड़कर चली गयी थी जिसके वियोग में अत्यधिक शराब का सेवन करने लगा था।


 स्थानीय लोगों के अनुसार पत्नी के वियोग के चलते ही उसने कुंए में कूदकर अपनी जान दे दी। घटना की सूचना मेंहनगर पुलिस को दी गयी। घटना के बावत भांजा आकाश चौरसिया पुत्र विनोद चौरसिया ने थाने में तहरीर दी। थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

आजमगढ़ मुबारकपुर सीवान में मिली महिला की लाश सीओ सिटी सहित पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची


 आजमगढ़ मुबारकपुर सीवान में मिली महिला की लाश


सीओ सिटी सहित पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची



 उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद के मुबारकपुर थाना क्षेत्र के बसौधा गांव के राजस्व गांव सराय फिरोज की सीवान में एक महिला का शव मिलने के बाद सनसनी मच गयी। शव मिलने की खबर गांव में आग की तरह फैल गयी। सूचना पर सीओ सिटी गौरव शर्मा सहित स्थानीय पुलिस फोर्स मौके पर पहुच गयी। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। ग्रामीणों ने महिला की हत्या किये जाने की आशंका व्यक्त की है।


 जानकारी के अनुसार इन्द्रमती 64 वर्ष पत्नी रामअवध यादव निवासी ग्राम बसौधा एक दिन पूर्व बुधवार की सुबह करीब 10 बजे दही बेचने के लिए मुबारकपुर नगर में गयी हुई थी लेकिन वह घर नहीं लौटी। परिजनों द्वारा उसकी काफी खोजबीन की गयी लेकिन उसका कुछ अता-पता नहीं चल सका। आज दिनांक 14 मार्च 2024 दिन गुरूवार को घर से लगभग एक किमी दूर सीवान में गेहूं के खेत में उसका शव पड़ा हुआ मिला। शव के बगल में दही बेचने का बर्तन भी पड़ा हुआ था। शव मिलने की सूचना पर सीओ सिटी गौरव शर्मा व स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुच गयी।


 मृतका के शरीर से उसके पहने हुए आभूषण कनफूल, नथुनी, गले का मंगलसूत्र और पायल गायब थे। ग्रामीणों ने लूट के बाद हत्या किये जाने की आशंका व्यक्त की है। इस सम्बन्ध में मुबारकपुर थाना प्रभारी निहार नंदन कुमार ने बताया कि मृतका के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं है। घटना की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का पता चल पायेगा।

कानपुर जांच में फंसे सहारा ग्रुप के 15 अधिकारी 850 लोगों के हड़पे थे 50 करोड़, ऐसे हुआ था खेल


 कानपुर जांच में फंसे सहारा ग्रुप के 15 अधिकारी


850 लोगों के हड़पे थे 50 करोड़, ऐसे हुआ था खेल



उत्तर प्रदेश कानपुर में लोगों की गाढ़ी कमाई हड़पने के आरोप में दिवंगत सुब्रत राय सहारा की सहारा ग्रुप की कंपनियों के 15 बड़े अधिकारियों की गर्दन फंस गई है। शासन के निर्देश पर कानपुर के काकादेव थाने में दर्ज केस की जांच कर रही आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को आरोपी अधिकारियों के खिलाफ 850 से अधिक लोगों के करीब 50 करोड़ रुपये हड़पने के पुख्ता सबूत मिले हैं। जांच कर रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी, जहां हर पहलू पर मंथन के बाद एजेंसी को आगे की कार्रवाई के निर्देश मिल गए हैं। इन साक्ष्यों के आधार पर अब जांच एजेंसी आरोपियों की गिरफ्तारी कर चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में जुट गई है।


मिली जानकारी के अनुसार बता दें मंधना के रहने वाले अधिवक्ता आशुतोष शर्मा, छोटे लाल पांडेय, सर्वजीत सिंह, संजय कुमार गुप्ता व विनोद त्रिपाठी ने अन्य निवेशकों के साथ मिलकर काकादेव थाने में सहारा ग्रुप की सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी, स्टार मल्टीपर्पज कोऑपरेटिव सोसाइटी, सहारायन यूनिवर्सल मल्टीपर्पज सोसाइटी, सहारा क्यू शॉप प्रोडक्ट्स रेंज और हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के अधिकारियों के खिलाफ पैसे हड़पने का आरोप लगाया था।


 पीड़ितों का कहना था कि आरोपियों ने एकराय होकर किस्तों में पैसा लेकर निर्धारित समय में कई गुना कर वापस देने का झांसा दिया था। तय अवधि के बाद भी पैसे न लौटाने की वजह से उनके लिए परिजनों के इलाज, बिजली बिल, किराया, राशन व बच्चों की पढ़ाई जैसे रोजमर्रा के काम में भी मुश्किल आ रही है। पीड़ितों की तहरीर पर कोर्ट के आदेश पर तीन साल पहले काकादेव थाने में केस दर्ज किया गया था। चूंकि मामला बड़ी कंपनी और सैकड़ों लोगों से हुई वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़ा था, इसलिए शासन ने इसकी जांच विशेषज्ञ एजेंसी के तौर पर ईओडब्ल्यू को दे दी। इस दौरान कानपुर के अलावा लखनऊ व दिल्ली और मध्यप्रदेश तक से शासन को मिली शिकायतों को भी इसी केस की जांच में शामिल कर दिया गया। तीन साल तक हर पहलू पर जांच करने के बाद जांच एजेंसी ने अपनी विवेचना की रिपोर्ट शासन को भेज दी। शासन में भी कई स्तर पर जांच की समीक्षा के बाद अगली कार्रवाई की मंजूरी दे दी गई है। कंपनी ने पहले लोगों से पांच सौ से लेकर पांच हजार रुपये प्रति महीने के हिसाब से सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी की एक स्कीम में निवेश कराया। इसमें आरडी, एफडी के तौर पर रकम जमा कराई गई और सभी को हर महीने की रसीद भी दी गई।


 स्कीम की मियाद पूरी होने पर दो से चार गुना तक पैसे लौटाने की बात कही गई थी। करोड़ों रुपये कमाने के बाद आनाकानी शुरू कर दी लेकिन जब समय आया, तो कंपनी ने बिना लोगों को बताए सहारा क्रेडिट से पैसे क्यू शॉप नाम की दूसरी कंपनी की स्कीम में डाल दिए। उस स्कीम की अवधि पूरी हुई, तो फिर तीसरी और चौथी स्कीम में पैसा घुमाया गया और आम लोगों के पैसे से कंपनी ने करोड़ों रुपये कमाने के बाद लौटाने के समय आनाकानी शुरू कर दी। मामले के मुख्य शिकायतकर्ता व अधिवक्ता आशुतोष कुमार शर्मा ने बताया कि गरीब से लेकर सामान्य और उच्च वर्ग के लोगों ने अपनी गाढ़ी कमाई कंपनी में लगाई थी। लोगों ने समय से स्कीम के अनुसार अपनी किस्तें भरीं लेकिन कंपनी ने पूरी रकम हड़प ली। जब तक कंपनी से पूरे पैसे ब्याज सहित नहीं मिलते हैं तब तक उनके खिलाफ न्याय की जंग जारी रहेगी। 


जिन अधिकारियों के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं, उनमें सहारा क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के चेयरमैन एके श्रीवास्तव, एमडी करुणेश अवस्थी, क्षेत्रीय प्रमुख वीके वर्मा, एनके सेंगर, जोनल मैनेजर तारिक हुसैन, शाखा प्रबंधक एचएस बाजपेई और क्षेत्रीय प्रबंधक मनोज तिवारी प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। साक्ष्य मिलने के बाद अब इन सभी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

आजमगढ़ सरायमीर अवैध कब्जों पर चला प्रशासन का बुलडोजर दो गांवों में राजस्व टीम द्वारा की गई कार्रवाई से मचा हड़कंप


 आजमगढ़ सरायमीर अवैध कब्जों पर चला प्रशासन का बुलडोजर


दो गांवों में राजस्व टीम द्वारा की गई कार्रवाई से मचा हड़कंप


आजमगढ़ न्यायालय के आदेश के क्रम में राजस्व विभाग की टीम ने बुधवार को पुरन्दरपुर गांव में भीटे पर अवैध रूप से किए गए कब्जे को बुलडोजर से गिरवाया। साथ ही रंगडीह में भी भीटे पर हुए अवैध कब्जे को भी हटवा दिया। एहतियातन बड़ी संख्या में फोर्स भी रही। मौके पर तमाशबीनों की भीड़ जुटी रही।


 सरायमीर थाना क्षेत्र के पुरन्दरपुर गांव निवासी शिकायकर्ता सुरेन्द्र राय ने तहसील मार्टीनगंज सम्पूर्ण समाधान दिवस पर शिकायती पत्रक देकर भीटा पर न्यायालय द्वारा पारित आदेश के अनुपालन में गुणवक्तापूर्ण निरस्तारण कराए जाने की मांग की थी। वहीं सरायमीर थाना क्षेत्र के रंगडीह गांव निवासी शिकायतकर्ता सुनील आदि ने तहसील मार्टीनगंज में ही शिकायती प्रार्थना पत्र देकर ग्राम रंगडीह में भीटा पर हुए अवैध कब्जा को हटाने की मांग की थी। 


इस बाबत तहसीलदार मार्टीनगंज राजू कुमार द्वारा गठित राजस्व टीम ने राजस्व निरीक्षक विजयप्रकाश सिंह के नेतृत्व में पुरंदरपुर के क्षेत्रीय लेखपाल अजय कुमार गुप्ता, रंगडीह के क्षेत्रीय लेखपाल महेंद्र कुमार सहित राजस्व टीम ने पुलिस बल के साथ न्यायालय के आदेश का पालन कराया।