Tuesday 28 June 2022

आजमगढ़ गम्भीरपुर प्रेमी युगल ने थाने में रचाई शादी आज होने वाली थी युवती की शादी, रात में ही घर छोड़कर हो गये थे फरार

आजमगढ़ गम्भीरपुर प्रेमी युगल ने थाने में रचाई शादी


आज होने वाली थी युवती की शादी, रात में ही घर छोड़कर हो गये थे फरार




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ गंभीरपुर थाना क्षेत्र के हूंसेपुर गांव के रहने वाले दो प्रेमी युगल ने गंभीरपुर थाने में एक दूसरे को वरमाला पहनाकर शादी कर ली। मौके पर उपस्थित परिजनों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया।



बता दें कि हूंसेपुर गांव निवासी विशाल कुमार पुत्र रामजतन गांव की ही लड़की मंजू पुत्री दशरथ से काफी दिनों से लुकाछिपी प्रेम करता था। मंजू की 28 जून को शादी होने वाली थी। बीती रात में ही दोनों प्रेमी युगल घर छोड़कर भाग गए। दोनों के भागने की जानकारी परिजनों को मिलने पर रात भर हर संभावित ठिकानों पर खोजबीन किया गया। काफी खोजबीन के बाद सुबह दोनों प्रेमी युगल मिल गए। 




दोनों परिवारों व गांव के संभ्रांत लोगों के बीच दोनों की शादी करने का प्रस्ताव रखा गया। दोनों परिवारों के बीच सहमति न बनते देख किसी ने फोन के जरिए पुलिस को सूचना दे दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों परिवारों व प्रेमी युगल को थाने लाई। काफी देर तक दोनों में नोकझोंक होती रही। संभ्रांत लोगों के समझाने बुझाने पर दोनों के परिजन शादी करने पर राजी हो गए। 



थाने में ही प्रेमी युगल ने एक दूसरे के गले में वरमाला डाला व सिंदूर दान किया। दोनों के परिजनों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया और मिठाइयां बांटी गई। इस मौके पर गांव के दर्जनों लोग महिला पुरुष उपस्थित रहे।

 

आजमगढ़ जीते तो ठीक, हार गए तो जमाली ने हरा दिया बसपा नेता ने सपा पर बोला जबरदस्त हमला कहा सपा ने पगड़ी को पैरों तले रौंदा मुसलमानों ने याद दिला दी औकात


 आजमगढ़ जीते तो ठीक, हार गए तो जमाली ने हरा दिया



बसपा नेता ने सपा पर बोला जबरदस्त हमला



कहा सपा ने पगड़ी को पैरों तले रौंदा मुसलमानों ने याद दिला दी औकात




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद में 2 दिन पूर्व संपन्न हुए लोकसभा उपचुनाव की मतगणना के बाद भी सियासी बयानबाजी का क्रम जारी है। एक तरफ जीत के बाद जहां बीजेपी के दिनेश लाल यादव निरहुआ लखनऊ के लिए निकल गए तो दूसरे नंबर पर रहे समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव भी कल शाम को लखनऊ चले गए।



 वहीं बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी रहे शाह आलम गुड्डू जमाली ने आज आजमगढ़ शहर स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता कर कहा कि वह तो यहीं के रहने वाले हैं यही पैदा हुए यही कब्र में दफन होंगे। उन्होंने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को निशाने पर लेते हुए कहा कि मुसलमान को यह लोग अपनी जागीर समझते हैं, लेकिन मुसलमानों ने इस बार इनको इनकी औकात बता दी है। उन्होंने कहा कि देश की राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी बहुजन समाज पार्टी को यह लोग बी टीम बताते हैं, इनको शर्म नहीं आती। बसपा को उपचुनाव में 2 लाख 70 हजार वोट मिले। उन्होंने अखिलेश यादव को निशाने पर लेते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले बसपा से कुछ दूरी के चलते अपने घर पर बैठे थे सपा द्वारा उनको लखनऊ बुलाया गया और उनकी पगड़ी को जूते तले रौंदा गया। जिसको आजमगढ़ का मुस्लमान बर्दाश्त नहीं कर पाया।




सपा के मुस्लिम नेताओं को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि सपा में जो मुसलमान नेता है वह अपनी गैरत बेचकर रहते हैं। मैं गैरत बेचकर नहीं रह सकता मरना पसंद है। उन्होंने सपा के मुस्लिम विधायकों पर भी निशाना साधा कहा कि वह अपने बूथ को चेक कर ले कितने वोट मिले थे।



 कहा कि एक एक बूथ पर जहां मुस्लिम आबादी है 700 से 800 वोट बसपा को मिले तो सौ से डेढ़ सौ वोट ही सपा को मिले। इससे उनको अपनी औकात पता चल गई है।



उन्होंने कहा कि 2024 में मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे, जीत हासिल कर समाजवादी पार्टी के जो भी प्रत्याशी होंगे उनको वापस लौटाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि जो सैफई और इटावा से आकर यहां आजमगढ़ में अपनी जागीर बनाए हैं उनको सबक सिखाना जरूरी है। सपा नेताओं द्वारा बार-बार मुसलमानों को भ्रमित होने के बयान पर उन्होंने कहा कि मुसलमान उनकी जागीर नहीं है कि हमेशा उन्हीं को वोट करेगा।



 आखिर यादव मतदाता ने बसपा को क्यों नहीं वोट किया। हारने पर सपा नेताओं द्वारा तमाम आरोप पर उन्होंने कहा कि इतना बड़ा चुनाव है। 19 या 20 ह्यूमन एरर हो सकता है लेकिन कहीं कोई धांधली की बात नहीं है। इनकी रोने की हमेशा आदत रही है। अगर जीत जाते तो कुछ नहीं बोलते। हार गए तो ईवीएम ने हरा दिया, जमाली ने हरा दिया। जिस तरीके से उन्होंने पगड़ी को रौंदा तो एक जमाली नहीं सौ जमाली यहां पैदा होंगे। जमाली यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि अखिलेश को मालूम था कि धर्मेंद्र हारेंगे क्योंकि वह पहले डिंपल को लड़ाना चाहते थे लेकिन जब सामने गुड्डू जमाली को प्रत्याशी के रूप में देखे तो धर्मेंद्र को लड़ने भेज दिया।

जेल में बंद युवक बन गया दरोगा


  जेल में बंद युवक बन गया दरोगा




लखनऊ यह खबर दरोगा भर्ती प्रक्रिया पर कई सवाल खड़े करती है। प्रदेश में उप निरीक्षक के पदों पर हुई भर्ती में एक ऐसे अभ्यर्थी का भी चयन कर लिया गया, जिसने न सिर्फ पूरी परीक्षा सॉल्वर के जरिए पास की, बल्कि इसी मामले में वह जेल में बंद है। मामला जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने मामले की जांच के आदेश दे दिए। साथ ही चयनित आरोपी का नाम सूची से हटा दिया है।




जानकारी के अनुसार भर्ती बोर्ड ने वर्ष 2021 में उप निरीक्षक के 9534 पदों पर भर्ती निकाली थी। इसमें अनुसूचित जाति के बलिया के अर्जुन प्रसाद ने भी आवेदन किया था। अर्जुन ने कानपुर के राहुल से चयन के लिए सात लाख रुपये में सौदा किया। राहुल ने अर्जुन के स्थान पर परीक्षा दिलाने के लिए बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले शिशुपाल नाम के सॉल्वर को लगाया।




शिशुपाल की फोटो लगाकर अर्जुन की डिटेल के साथ फर्जी दस्तावेज तैयार किया गया। परीक्षा 16 नवंबर 2021 को कास्मो फाउंडेशन जानकीपुरम एक्सटेंशन, लखनऊ में थी। यहां सॉल्वर शिशुपाल ने अर्जुन बनकर परीक्षा दी। परीक्षा में वह पास भी हो गया। अभिलेखों के सत्यापन के लिए अर्जुन को पांच मई को पुलिस लाइन प्रयागराज बुलाया गया। यहां भी शिशुपाल ने अर्जुन बनकर दस्तावेज चेक कराए और किसी को शक तक नहीं हुआ।

अब बारी थी शारीरिक परीक्षा यानी दौड़ की। इसके लिए अर्जुन को 19 मई को 37वीं वाहिनी पीएसी कानपुर में बुलाया गया। यहां भी अर्जुन की जगह शिशुपाल पहुंचा और उसने यह परीक्षा भी पास कर ली।



 यानी शिशुपाल हर जगह अर्जुन बनकर भर्ती बोर्ड से लेकर परीक्षा कराने वाली एजेंसी और एसटीएफ की तमाम नाकेबंदी को तोड़कर परीक्षाओं में शामिल होता रहा और पास भी होता चला गया।




एक मुखबिर ने दौड़ के अगले दिन यानी 20 मई को इस फर्जीवाड़े के बारे में बता दिया। एसटीएफ ने जाल बिछाकर उसी दिन अर्जुन व शिशुपाल को कानपुर के बाबूपुरवा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। 12 जून को जब भर्ती बोर्ड ने अंतिम चयन सूची जारी की तो उसमें पुलिस उप निरीक्षक के पद पर एसटी कोटे से अर्जुन का भी नाम शामिल था। जब प्रशिक्षण के लिए अर्जुन को बुलाया गया तो पता चला कि वह इसी भर्ती के फर्जीवाड़े में कानपुर जेल में बंद है।

आजमगढ़ से निर्वाचित भाजपा सांसद निरहुआ ने सीएम योगी से की मुलाकात भेंट की श्रीराम की प्रतिमा।


 आजमगढ़ से निर्वाचित भाजपा सांसद निरहुआ ने सीएम योगी से की मुलाकात



भेंट की श्रीराम की प्रतिमा।




लखनऊ आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र में हाल में हुए उपचुनाव में नवनिर्वाचित सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर उनके प्रति आभार जताया। सांसद, भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता एवं गायक दिनेश लाल यादव निरहुआ ने अपने समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात की और उन्हें भगवा अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानित किया तथा श्रीराम की प्रतिमा भेंट की।





 निरहुआ ने ट्वीट किया, माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का आजमगढ़ की देवतुल्य जनता एवं कार्यकर्ताओं की ओर से आभार व्यक्त कर उनका दिव्य आशीर्वाद प्राप्त किया।



 विधानसभा चुनाव में मैनपुरी जिले के करहल विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित होने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजमगढ़ के सांसद पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद रिक्त सीट पर हुए उपचुनाव में निरहुआ ने सपा प्रमुख के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को हराया।




 आजमगढ़ में निरहुआ को 3,12,768 वोट (34.39 फीसदी), 

सपा के धर्मेंद्र को 3,04,089 (33.44 फीसदी) 

और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को 2,66,210 (29.27 फीसदी) वोट मिले।

लखनऊ लड़की की शादी तुड़वाने के लिए शोहदे ने अश्‍लील वीडियो किया वायरल फर्जी हलफनामा भी बनवाया, पांच लाख रुपये न देने पर जान से मारने की धमकी दी


 लखनऊ लड़की की शादी तुड़वाने के लिए शोहदे ने अश्‍लील वीडियो किया वायरल


फर्जी हलफनामा भी बनवाया, पांच लाख रुपये न देने पर जान से मारने की धमकी दी



उत्तर प्रदेश लखनऊ लड़की की शादी तुड़वाने के लिए शोहदे ने अश्लील वीडियो वायरल कर दिया। पीड़िता के साथ शादी का फर्जी हलफनामा भी बनवा लिया। पांच लाख रुपये न देने पर शोहदा पीड़िता और उसके भाई को जान से मारने की धमकी दे रहा है। इंस्पेक्टर गोमतीनगर के मुताबिक मुकदमा दर्ज कर सर्विलांस सेल की मदद से जांच पड़ताल की जा रही है।



पीड़िता के मुताबिक उसकी शादी तय है। वर्ष 2013 में वह चाचा के घर प्रयागराज गई थी। वहां घर पर ट्यूशन पढ़ने आने वाले प्रयागराज के हड़िया इब्राहिमपुर निवासी सुधीर सिंह से जान पहचान हुई थी। बीते करीब एक सप्ताह से सुधीर बदल-बदल कर कई नंबरों से फोन कर उसे धमका रहा है। आरोपित ने उसकी अश्लील फोटो बनाकर वायरल कर दी।




धोखे से दो वर्ष पहले नौकरी के लिए गवाह के रूप में सादे कागज पर उसके दस्तख्त ले लिए थे, जिसपर शादी का हलफनामा बनवा लिया। अब रिश्तेदारों के व्हाट्सएप पर हलफनामा भेजकर मेरे साथ पहले ही शादी होने की बात कह रहा है।



 आरोपित ने दो दिन पहले मैसेज कर फिर धमकाया कि अब वह उसकी होने वाले पति को भी अश्लील वीडियो भेज देगा। अगर वह अपनी समाजिक प्रतिष्ठा और परिवार को बचाना चाहती है तो पांच लाख रुपये भेज दे नहीं तो पीड़िता और उसके भाई को जान से मार देगा।




सुधीर उसकी शादी तुड़वाने के लिए यह सब कर रहा है। गोमतीनगर इंस्पेक्टर दिनेश चन्द्र मिश्रा का कहना है पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

लखनऊ मायावती ने 30 जून को बुलाई बड़ी बैठक मिशन-2024 से पहले BSP में इन नेताओं पर गिर सकती है गाज


 लखनऊ मायावती ने 30 जून को बुलाई बड़ी बैठक


मिशन-2024 से पहले BSP में इन नेताओं पर गिर सकती है गाज



उत्तर प्रदेश लखनऊ आजमगढ़ सीट पर हुए उप चुनाव में बसपा उम्मीदवार के बेहतर प्रदर्शन से मायावती को जमीन मजबूत होती नजर आ रही है। इस बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने 30 जून को राष्ट्रीय और प्रदेश कमेटी की अहम बैठक बुलाई है। 




मायावती विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद लखनऊ में ही रहकर लगातार संगठन विस्तार और इसके कामकाज की समीक्षा कर रही हैं। विधानसभा चुनाव में अपेक्षाकृत काम न करने वालों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है या फिर उन्हें हाशिये पर डाला जा रहा है। बताया जा रहा है कि अभी कुछ और बड़े लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।

इस हिसाब से 30 जून को होने वाली बैठक काफी अहम मानी जा रही है। 



सूत्रों का कहना है कि 30 जून की बैठक में जिम्मेदारों के कामकाज की समीक्षा की जाएगी और राष्ट्रीय और प्रदेश कोआर्डिनेटरों से प्रगति रिपोर्ट ली जाएगी। इसके आधार पर आगे का फैसला किया जाएगा। प्रबुद्ध वर्ग सम्‍मेलन में अहम जिम्मेदारी निभाने वाले नकुल दुबे को गलत रिपोर्ट देने पर पार्टी से बाहर किया जा चुका है।




प्रदेश कोआर्डिनेटरों के साथ मुख्य मंडल प्रभारियों को इसमें बुलाया गया है। मायावती मौजूदा समय कॉडर के नेताओं को अधिक महत्व दे रही हैं। इसके अलावा मुस्लिम समुदाय के नेताओं को अहम जिम्मेदारियां सौंप रही हैं। बैठक में नवंबर में होने वाले निकाय चुनाव और मिशन-2024 की रणनीति पर भी चर्चा होगी।

मऊ मुख्तार अंसारी के वकील के खिलाफ हुई कड़ी कार्रवाई


 मऊ मुख्तार अंसारी के वकील के खिलाफ हुई कड़ी कार्रवाई




उत्तर प्रदेश मऊ माफिया मुख्तार अंसारी के वकील दरोगा सिंह पर बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश ने बड़ी कार्रवाई कर दी है। उनका वकालत करने का रजिस्ट्रेशन सस्पेंड कर दिया गया है।


जानकारी के अनुसार सस्पेंशन की जानकारी जिला जज, जिलाधिकारी के साथ ही मऊ के बार अध्यक्ष और मंत्री को भी भेजी गई है। दरोगा सिंह ने पिछले दिनों खुलेआम न्यायाधीशों को अपशब्द कहे थे। इसका वीडियो तेजी से वायरल हुआ था। वीडियो का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की गई है।




मऊ दौरे पर पहुंचे कैबिनेट मंत्री संजय निषाद से किन्नूपुर के ग्रामीणों ने निजी व कई बिगाहा सरकारी जमीन पर कब्जे की शिकायत की थी। मंत्री के निर्देश पर तीन मई को सदर तहसील के कानूनगो जमीन की नापी करने के लिए मौके पर पहुंचे। इसी दौरान मुख्तार अंसारी के वकील दरोगा सिंह और उनके साथ सुशील नामक व्यक्ति पहुंचा।

मुख्तार के वकील ने टीम को पैमाइश करने से रोक दिया। टीम ने जब अधिकारियों का हवाला दिया और बताया कि उनके निर्देश पर पैमाइश की जा रही है तो वकील ने धमकी भरे लहजे में टीम के साथ ही जजों के लिए भी अपशब्दों का प्रयोग किया। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने इसका वीडियो बना लिया। यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ था। दारोगा सिंह के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा भी दर्ज किया गया था।

न्यायधीशों को अपशब्द कहने को गंभीरता से लेते हुये बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश ने 17 मई 2022 को आपात बैठक बुलाई। न्यायधीशों को अपशब्द कहना अधिवक्ता के लिए शर्मनाक मानने के साथ अधिवक्ता जैसे कार्य में कदाचार माना गया।




इसी को लेकर बार काउंसिल ने अधिवक्ता दरोगा सिंह के पंजीकरण को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इसके साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवाई भी प्रचलित कर दी गई है। कार्रवाई के आदेश की प्रति जिला जज, जिलाधिकारी के साथ ही अध्यक्ष व मंत्री सिविल कोर्ट सेंट्रल बार एसोसिएशन को भी भेज दिया गया है। मामले की जानकारी पत्र के माध्यम से सदस्य सचिव अजय कुमार शुक्ल ने दी।