Thursday 31 March 2022

उत्तर प्रदेश आजमगढ़ लालगंज में मेधावी छात्रों का पुरस्कार वितरण कार्यक्रम समारोह संपन्न हुआ।

 

आजमगढ़ लालगंज में मेधावी छात्रों का पुरस्कार वितरण कार्यक्रम समारोह संपन्न हुआ।



आजमगढ़ लालगंज सरस्वती शिशु एवं विद्या मंदिर हनुमानगढ़ी लालगंज में मेधावी छात्रों का पुरस्कार वितरण कार्यक्रम समारोह संपन्न हुआ।




 जिसके मुख्य अतिथि पूर्व प्रधानाचार्य तथा भाजपा प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के पूर्व क्षेत्रीय संयोजक ओमप्रकाश सिंह थे। 



ओम प्रकाश सिंह ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि छात्र, छात्राओं को महत्वाकांक्षी होना चाहिए। अपना बड़ा लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए।




 जो लोग जीवन में सफल हुए हैं। उन्होंने अपने सामने बड़ा लक्ष्य लेकर काम किया है।दृढ़ संकल्प तथा दृढ़ इच्छाशक्ति ही सफलता की कुंजी है। प्रधानाचार्य अंशदान यादव ने  आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया तथा पुरस्कार पाने वाले छात्र छात्राओं को आशीर्वचन दिया।




 इस अवसर पर सुरेश शुक्ला , राम बिहारी गिरि, उमेश सिंह, संजय जायसवाल, चेयरमैन विजय सोनकर, दिनेश जायसवाल, नंदलाल जायसवाल, प्रधानाचार्य अंशदार यादव, बाबूराम, सच्चिदानंद पाल, विनोद कुमार अनिल राय, उषा यादव, प्रेमशीला नीलम, अंजुम आदि लोग विशेष रूप से उपस्थित रहे।




 अध्यक्षता राम बिहारी गिरी ने किया तथा संचालन अंशदार यादव ने किया‌ । इसी क्रम में सरस्वती शिशु तथा विद्या मंदिर कोटा खुर्द पर मेधावी छात्र पुरस्कार वितरण कार्यक्रम संपन्न हुआ।



 जिसमें सुखदेव सिंह, पूर्व प्रधानाचार्य ओमप्रकाश सिंह, प्रेमनाथ सिंह, प्रधानाचार्य बैजनाथ सिंह, धर्मराज चौहान, मन्ता राम,सुरेन्द्र यादव, अर्चना सिंह, रीता यादव,किरन आदि लोग विशेष रूप से उपस्थित रहे।


लालगंज से प्रशान्त शुक्ला की रिपोर्ट

आजमगढ़ गैंगस्टर कुंटू सिंह सहित 9 को दस साल कारावास की सजा


 आजमगढ़ गैंगस्टर कुंटू सिंह सहित 9 को दस साल कारावास की सजा


50-50 हजार रुपए अर्थदण्ड भी लगाया।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिले के चर्चित गैंगलीडर ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू व गैंग के 9 सदस्यों को गैंगस्टर एक्ट के तहत अदालत ने 10 वर्ष सश्रम कारावास व 50-50 हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई है।



 जुर्माना अदा न करने की स्थिति में एक वर्ष का अतिरिक्त सश्रम कारावास की सजा भुगतनी होगी। आरोपियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट में चल रहे मामले की सुनवाई करते हुए गुरुवार को विद्वान न्यायाधीश रामानंद ने उक्त सजा सुनाई।



 इस प्रकरण को लेकर दीवानी न्यायालय परिसर में काफी गहमागहमी देखने को मिली। फिलहाल गैंग लीडर कुंटू सिंह इन दिनों कासगंज जिला कारागार में निरुद्ध है।



प्रदेश के टॉप टेन अपराधियों की सूची में शामिल जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरा सुलतानपुर निवासी यूपी ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह समेत कुल 11 लोगों के खिलाफ वर्ष 2010 में जिला प्रशासन की संस्तुति पर जीयनपुर कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला पंजीकृत किया गया था।



 अभियोजन पक्ष के वकील संजय द्विवेदी के अनुसार गैंग लीडर ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह पर 75 अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा अन्य आरोपितों का भी आपराधिक इतिहास रहा है। डीएम की तरफ से इन सभी के खिलाफ अवैध तरीके से अर्जित की गई संपत्तियों पर हुई कार्यवाही को भी कोर्ट ने अवलोकन में लिया था। इसके अलावा करीब एक दर्जन साक्ष्यों को परीक्षित कराया गया। लगभग सभी ने आरोपितों के खिलाफ गवाही दी।



 करीब 12 वर्ष पूर्व जीयनपुर कोतवाली में मुकदमा अपराध संख्या 340 / 10 में पुलिस द्वारा गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई थी। जिसमें पुलिस की चार्ज शीट में 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था। जिसमें से अजीत सिंह और गिरधारी लोहार की मौत हो जाने के बाद मुकदमे से 27 अगस्त 2021 को नाम हटा दिया गया था। 



गैंगेस्टर अदालत से सजा पाए आरोपियों में ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह के अलावा बलिकरन यादव उर्फ साधु यादव, मुन्ना सिंह, राजेंद्र यादव, शिवप्रकाश उर्फ प्रकाश यादव, मोहर सिंह, योगेश उर्फ सोनू, रामनारायण सिंह उर्फ रिंकू सिंह तथा शिवेश सिंह शामिल हैं।



 सजा सुनाए जाने के उपरांत अदालत में उपस्थित दोषसिद्ध 8 आरोपियों को पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

लखनऊ जानिए भाजपा में जाने की बात पर क्या बोले शिवपाल


 लखनऊ जानिए भाजपा में जाने की बात पर क्या बोले शिवपाल


लखनऊ सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि अभी उचित समय नहीं। उचित समय का इंतजार कीजिए।



 गुरुवार को लखनऊ में एक निजी स्कूल के वार्षिकोत्सव में गए शिवपाल सिंह यादव ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अभी कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई निर्णय लेंगे तो बताएंगे। उन्होंने कहा कि अभी उचित समय नहीं है। 



उचित समय का इंतजार करिए। इसके बाद शिवपाल अपनी गाड़ी में बैठकर चले गए।

देवरिया रास्ते के विवाद में दबंगों ने मां-बेटी को सरेआम पीटा-जाने क्या है पूरा मामला


 देवरिया रास्ते के विवाद में दबंगों ने मां-बेटी को सरेआम पीटा-जाने क्या है पूरा मामला





उत्तर प्रदेश देवरिया जिले में रास्ते के विवाद में दबंगों ने मां-बेटी को सार्वजनिक रूप से जमकर पीटा। पीड़ितों ने घटना की तहरीर रामपुर कारखाना पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। इस बीच मंगलवार को घटना का वीडियो वायरल हो गया तो पुलिस ने आनन-फानन में चार लोगों का शांति भंग में चालान कर दिया।




जानकारी के अनुसार मामला देवरिया के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के भीखमपुर गांव का है। बताया जा रहा है कि गांव के चईयापार टोला के रहने वाले विरेन्द्र यादव पुत्र केवल यादव के मकान के सामने गाड़ी को अंदर चढ़ाने के लिए मिट्टी से स्लोव बनाया गया है। इधर, पड़ोस के एक व्यक्ति के घर शादी पड़ी तो उनके परिवार के लोगों ने मिट्टी काटकर हटा दी। इस पर दोनों पक्षों में विवाद हुआ। इस पर कुछ दबंगों ने विरेन्द्र यादव के परिवार पर हमला बोल दिया।



हमला करने के लिए वे समूह बनाकर और लाठी-डंडे लेकर आए थे। हमलावरों में कुछ महिलाएं भी थीं। उन्होंने विरेन्द्र यादव ( उम्र 55 वर्ष) को मारना-पीटना शुरू कर दिया। यह देख कर उनका 17 वर्षीय बेटा आदर्श बचाने आया तो हमलावरों ने उसे भी पीटकर घायल कर दिया। घर में काम कर रही विरेन्द्र की 50 वर्षीय पत्नी उर्मिला और 19 वर्षीय बेटी सरोज भी बचाने को दौड़ी। दोनों ने अपने घर के पुरुषों को अंदर कर बंद कर दिया। इससे बौखलाए हमलावरों ने मां-बेटी को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया।

लखनऊ उत्तर प्रदेश 4 आईपीएस अफसरों का हुआ तबादला।


 लखनऊ उत्तर प्रदेश 4 आईपीएस अफसरों का हुआ तबादला।




लखनऊ उत्तर प्रदेश सरकार ने चार आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया।



 जानकारी के अनुसार डीजीपी के जनरल स्टाफ ऑफिसर (जीएसओ) और एडीजी रवि जोसेफ लोक्कू को एडीजी सतर्कता अधिष्ठान लखनऊ, एडीजी पुलिस मुख्यालय नवनीत सिकेरा को एडीजी पीटीएस उन्नाव, एडीजी सतर्कता अधिष्ठान एन. रविंदर को एडीजी/जीएसओ डीजीपी और डीआईजी रूल्स एंड मैन्युअल धर्मेंद्र सिंह को डीआईजी आरटीसी चुनार के पद पर स्थानांतरित किया गया है।

लखनऊ एक्‍शन में योगी सरकार, आवास विकास परिषद के 7 अधिकारी सस्‍पेंड।


 लखनऊ एक्‍शन में योगी सरकार, आवास विकास परिषद के 7 अधिकारी सस्‍पेंड।




लखनऊ उत्तर प्रदेश  योगी सरकार 2.0 लगातार एक्‍शन में है। आवास विकास परिषद की लखनऊ और आगरा योजना में फर्जीवाड़े के दोषी पाए गए सात और अधिकारियों, कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।



 जानकारी के अनुसार आरोपियों की संलिप्तता की जानकारी के बाद आवास आयुक्त अजय चौहान ने तत्काल प्रभाव से ये कार्रवाई की है। निलंबन आदेश के साथ मामले की विस्तृत जांच के भी निर्देश दिए गए हैं।



उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद की अवध विहार, वृंदावन योजना और आम्रपाली योजना के कई भूखंडों में फर्जीवाड़ा मिला था। इसको लेकर आवास आयुक्त अजय चौहान ने पिछले माह परिषद के करीब डेढ़ दर्जन अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इन्हीं तीनों योजनाओं में अब कुछ और मामले सामने आए हैं। आवास आयुक्त अजय चौहान ने इनकी भी जांच कराई थी। छानबीन में अवध विहार, वृंदावन और आम्रपाली योजना का काम देखने वाले पांच और अधिकारी-कर्मचारी दोषी पाए गए हैं।




 आवास आयुक्त अजय चौहान ने कनिष्ठ लेखाधिकारी सुनील सरीन, वरिष्ठ सहायक इंद्रपाल वर्मा, कनिष्ठ सहायक शिव स्वरूप निगम, कनिष्ठ सहायक वशिष्ठ मणि त्रिपाठी, लेखाकार दीवेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। 



आरोपियों ने हरदोई रोड आम्रपाली, रायबरेली रोड स्थित वृंदावन योजना, हिमालय और एवरेस्ट एनक्लेव में बिना पंजीकरण धनराशि जमा किए भू माफिया को प्लॉट और फ्लैट आवंटित किए। फिर उसे 5.87 करोड़ लौटाने में मदद की। इस मामले में पहले ही डेढ़ दर्जन लोगों पर कार्रवाई हो चुकी है।




आगरा में आवास विकास परिषद के संपत्ति प्रबंधक गंगाराम और लेखाकार दीपक राज सिरोही पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप है। इन्होंने बिल्डर को लाभ देने के लिए परिषद को भारी क्षति पहुंचाई।




इन लोगों को पहले ही निलम्बित किया जा चुका है-आवास आयुक्त उप आवास आयुक्त डॉक्टर अनिल कुमार, सहायक आवास आयुक्त हेतम पाल, संपत्ति प्रबंधक केडी शर्मा, एक दूसरे संपत्ति प्रबंधक हरिमोहन को निलंबित कर चुके हैं। लिपिक केएन शुक्ला, रामनरेश भी सस्पेंड हैं। 



दस रिटायर अधिकारियों,कर्मचारियों की पेंशन से रिकवरी होगी। रिटायर संपत्ति प्रबंधक दिलीप शुक्ला, जावेद कदर, अशोक कुमार, प्रदीप श्रीवास्तव, संजीव रायजादा, प्रदीप अग्रवाल, आरके गौड़, ध्रुव शंकर अवस्थी, पीसी जोशी, लेखाधिकारी शैलेंद्र सक्सेना की पेंशन रोकने, घोटाले की रकम की रिकवरी के आदेश हुए हैं। पूर्व में निलंबित हुए अधिकारियों, कर्मचारियों को चार्जशीट दे दी गई है।




अजय चौहान, आवास आयुक्त ने बताया कि फर्जीवाड़े, घोटाले में शामिल कोई भी अफसर-कर्मचारी बच नहीं पाएगा। सात नए अधिकारी, कर्मचारी दोषी पाए गए हैं। सभी पर कार्रवाई कर दी गई है।