बलिया पेपर लीक मामले में 28 दिनों से आजमगढ़ जेल में बंद 3 पत्रकार हुए रिहा, पत्रकारों ने माला पहना कर किया स्वागत, बताया प्रशासनिक उत्पीड़न
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बलिया यूपी बोर्ड पेपर लीक मामले में पिछले 28 दिन से आजमगढ़ जेल में बंद बलिया के तीन पत्रकारों को आज जमानत पर रिहा किया गया।
28 दिन बाद जेल से बाहर आए पत्रकारों का बलिया व आजमगढ़ से पहुंचे पत्रकारों ने माला पहना कर स्वागत किया। जिला मुख्यालय पर प्रमुख समाचार पत्र के संवाददाता अजीत कुमार ओझा, नगरा क्षेत्रीय संवाददाता दिग्विजय सिंह, नगरा के ही मनोज गुप्ता को तमाम संगीत आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कर जेल में बंद कर दिया गया था।
पत्रकारों ने अपने साथ हुए प्रशासनिक व पुलिस उत्पीड़न को बयां किया वही सच को उजागर करने से नाराज प्रशासन पर प्रताड़ना का आरोप लगाया।
उन्होंने बीते दिनों में पत्रकारों के समर्थन में चले आंदोलनों को धन्यवाद दिया और कहा कि इसी का असर था कि प्रशासन को झुकना पड़ा और मुकदमों को वापस लेना पड़ा।
जिसके चलते उनकी रिहाई संभव हो सकी। अजीत कुमार ओझा जिन्होंने प्रशासन को आउट पेपर को व्हाट्सएप पर साझा किया था उन्होंने पहले भी संस्कृत के पेपर में भी पेपर के लीक होने की बात कही लेकिन प्रशासन ने संपन्न करा लिया था।
अंग्रेजी का पेपर भी आउट हुआ और वायरल हो रहा था जिसपर प्रशासन से जब पूछना चाहा तो उल्टे ही फंसा दिया गया। मनोबल को तोड़ने की बहुत कोशिश की गई और लग रहा था मानों बहुत बड़े माफिया पर कार्रवाई कर रहे थे जबकि बिना प्रशासनिक मिली भगत के पेपर आउट होना मुश्किल है।