पीलीभीत सामूहिक दुष्कर्म की आरोपी युवती का हंगामा
थाने में ब्लेड से काटा गला, कहा- फर्जी है केस
उत्तर प्रदेश पीलीभीत सामूहिक दुष्कर्म के मामले में आरोपी छात्रा (23) और उसके पिता की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने कार्रवाई तेज की तो खुद पर दर्ज मुकदमे को फर्जी बताते हुए आरोपी गुरुवार शाम थाने पहुंच गई और न्यायिक कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा कर दिया। पुलिस पर उसके परिवार को फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की कोशिश करने का आरोप लगाया। बाद में उसने ब्लेड निकाल कर गर्दन काट ली। बमुश्किल महिला सिपाहियों की मदद से पुलिस ने युवती पर काबू पाया, उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जानकारी के अनुसार बताते हैं कि मां-बेटी ने जहरीला पदार्थ भी खाया है, क्योंकि मां को परिजनों ने जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया है।
छह मार्च को सुनगढ़ी क्षेत्र की एक युवती ने एडीजी बरेली के यहां जहरीला पदार्थ खाया था। इसके बाद एडीजी के निर्देश पर पीड़िता की मां की ओर से सुनगढ़ी थाने में सामूहिक दुष्कर्म की धाराओं में एक मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिसमें साथी छात्रा, उसके पिता व अन्य आरोपी बनाए गए थे। आरोपी पक्ष का कहना था कि पूर्व में इस शिकायत की जांच सर्किल स्तर के अधिकारी कर चुके हैं। जिसमें उन्हें क्लीनचिट मिली थी। अब दबाव में आकर पुलिस कार्रवाई कर रही है। विवेचना को गति देते हुए पुलिस ने पीड़िता के न्यायालय में बयान कराए। इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी गई।
आरोपियों का कहना है कि उनके एक रिश्तेदार को 48 घंटे पहले बरेली जनपद के बहेड़ी से पुलिस हिरासत में लेकर आई थी। आरोपी पिता-पुत्री पर भी हाजिर होने का दबाव बनाया जा रहा था। इससे आहत होकर गुरुवार को पहले मां-बेटी ने जहरीला पदार्थ खाया। इसके बाद बेटी सुनगढ़ी थाने पहुंच गई। जहां उसने ब्लेड से गर्दन काट ली। गेट पर ही युवती को लहूलुहान हालत में हंगामा करते देख पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए। नवरात्र ड्यूटी पर गए इंस्पेक्टर भी तुरंत थाने पहुंचे।
महिला सिपाहियों की मदद से बमुश्किल युवती को काबू में लिया गया। युवती ने बेगुनाही की बात कहते हुए यह भी कहा कि वह अपनी मां के साथ जहर खाकर थाने आई है। पुलिस ने सरकारी वाहन से युवती को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं परिवार के कुछ सदस्य गंभीर हालत में युवती की मां को भी जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां दोनों का इलाज चल रहा है।
जिला अस्पताल में भर्ती आरोपी युवती की मां का कहना है कि उनके परिवार ने कोई जुर्म नहीं किया है। पुलिस लगातार झूठे मुकदमे में जेल भिजवाने में लगी हुई है। दो दिन पहले उन्होंने अपनी बात बरेली जाकर एडीजी के समक्ष रखी, मगर न्यायिक कार्रवाई होने की बजाय उल्टा उनके परिवार पर ही शिकंजा कसा जाने लगा। उनका कहना है कि दो दिन पहले बरेली जनपद के बहेड़ी क्षेत्र से उनके बड़े दामाद को सुनगढ़ी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उनकी छोटी बेटी और पति को हाजिर कराने का दबाव बना रहे थे। बिना गुनाह के कार्रवाई किए जाने को लेकर यह कदम उठाया।
सुनगढ़ी थाने और बाद में गेट पर लहुलूहान हालत में युवती हंगामा करती रही। वीडियो बनाकर खुद के बेगुनाह होने की बात कहती रही। ऐसे में पुलिस बेबस दिखाई दी, कई बार युवती को काबू करने का प्रयास किया, लेकिन महिला आरक्षी पास में जाने की हिम्मत नहीं जुटा सकीं। यहां एक घंटे तक हंगामा चलता रहा। काफी मशक्कत के बाद युवती पर काबू पाया जा सका।
जिस युवती ने हंगामा किया है वह, उसके पिता समेत अन्य पर सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज है। कोर्ट में बयान कराए जा चुके हैं। गिरफ्तारी को लेकर प्रयास चल रहे थे, युवती ने खुद को घायल कर लिया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, मां भी अस्पताल में भर्ती हुई है। मामले से अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। - राजीव शर्मा, इंस्पेक्टर, सुनगढ़ी