Thursday 13 April 2023

आजमगढ़ मुबारकपुर कर्ज से परेशान ऑटो चालक ने की आत्महत्या परिजनों ने निजी फाइनेंस कंपनी पर लगाया प्रताड़ना का आरोप एक साल पहले फाइनेंस करा कर लिया था ऑटो रिक्शा


 आजमगढ़ मुबारकपुर कर्ज से परेशान ऑटो चालक ने की आत्महत्या


परिजनों ने निजी फाइनेंस कंपनी पर लगाया प्रताड़ना का आरोप


एक साल पहले फाइनेंस करा कर लिया था ऑटो रिक्शा


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिले के मुबारकपुर क्षेत्र के मोहब्बतपुर गांव निवासी मुंशी राजभर (50) ने गुरुवार सुबह फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। वह ऑटो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था और इस पर ऑटो लोन का कर्ज था। परिजनों ने निजी फाइनेंस कंपनी पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। घटना से परिजनों में कोहराम मचा है।


 जहां परिजन एक तरफ खुलेआम फाइनेंस कंपनी के गुर्गों पर प्रताड़ना का सीधा आरोप लगा रहे हैं। मुबारकपुर थाना क्षेत्र के मोहब्बतपुर गांव निवासी मुंशी राजभर (50) ने गुरुवार सुबह घर के कमरे में पंखे के सहारे रस्सी से फंदा लगा कर आत्महत्या कर लिया। घटना के समय परिवार के अन्य लोग गेहूं की कटाई करने खेत पर गए थे। करीब नौ बजे परिजन खेत से लौटे तो नजारा देख सन्न रह गए। परिजनों में चीख पुकार मच गई। सूचना पर मुबारकपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


 मुंशी तीन पुत्र व एक पुत्री के पिता थे। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया है। मुंशी के चचेरे भाई गुड्डू ने बताया कि लगभग एक साल पहले मुंशी ने एक प्राइवेट कंपनी से फाइनेंस करा कर सीएनजी ऑटो लिया था।

आजमगढ़ मेहनगर स्थगन आदेश के बावजूद हो रही पेड़ों की कटाई थाना पुलिस और एसडीएम को अपने प्रभाव में रखने का पीड़ित ने लगाया आरोप


 आजमगढ़ मेहनगर स्थगन आदेश के बावजूद हो रही पेड़ों की कटाई


थाना पुलिस और एसडीएम को अपने प्रभाव में रखने का पीड़ित ने लगाया आरोप


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मेंहनगर तहसील के कूढ़ापार गांव निवासी ने डीएम को पत्रक सौंपकर उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश के बावजूद भीटे के खाते की जमीन पर स्थित पेड़ों की हो रही कटाई को निर्णय आने तक रोकवाने की मांग किया है।


जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में रामायन यादव एडवोकेट पुत्र रामनाथ ने बताया है कि मेंहनगर तहसील के कूढ़ापर मौजा के आराजी संख्या 227 जिसका रकबा 674 एयर जो कि भीटा के नाम से दर्ज है। उक्त जमीन पर गांव के ही एक दबंग की नजर ठीक नहीं थी। जिसे हड़पने के लिए उसने फर्जी तरीके से उक्त भूमि पर वृक्षारोपण करा लिया और अब उसकी कटाई कराया जा रहा है जबकि इसको लेकर 20441/2017 में उच्च न्यायालय में मामला लंबित है और स्थगन आदेश पारित किया गया है। पीड़ित का आरोप है कि दबंग, जालसाज ने थाना पुलिस और एसडीएम मेंहनगर को अपने प्रभाव में लेकर बगैर किसी अनुमति के ही व्यक्तिगत हित में उक्त पेड़ों की खुलेआम कटाई कराई जा रही है। 


पीड़ित रामायन यादव का आरोप है कि मामले को लेकर प्रशासन अनसुना कर रहा है वही वन अधिकारी भी मौन साधे हुए है। जिससे सार्वजनिक सम्पत्ति की क्षति पहुंच रही है। पीड़ित ने डीएम को पत्रक सौंपकर उक्त पेड़ों की कटाई को रोकवाने और कटाई कर रहे दबंगों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते हुए निर्णय आने तक स्थगन आदेश का अनुपालन कराने की मांग किया है।

बस्ती हेड कांस्टेबल का फंदे से लटका मिला शव बेटे की अप्रत्याशित मौत का मां-बाप को लगा गहरा सदमा


 बस्ती हेड कांस्टेबल का फंदे से लटका मिला शव


बेटे की अप्रत्याशित मौत का मां-बाप को लगा गहरा सदमा


बस्ती, गोरखपुर में तैनात 53 वर्षीय हेड कांस्टेबल का फंदे से लटका शव मिलने से सनसनी फैल गई। कोतवाली क्षेत्र के बेलगड़ी गांव में उनका मकान है, जहां पत्नी, बेटे और बेटी के साथ रहते थे। घर के बाहर के कमरे में पंखे से लटका उनका शव मिला। सूचना पाकर एएसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी, सीओ सिटी आलोक प्रसाद, कोतवाल शशांक शेखर राय आदि मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में ले लिया। एएसपी ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या मामला आत्महत्या का लग रहा है। इसकी वजह के बारे में छानबीन की जा रही है।


 जानकारी के मुताबिक बेलगड़ी निवासी राम निहोर शुक्ल पुत्र चंद्र प्रकाश शुक्ल पुलिस विभाग में हेड कांस्टेबल थे। पिता चंद्र प्रकाश शुक्ल के मुताबिक उनकी तैनाती गोरखपुर एएसपी कार्यालय में थी। जहां से गैर हाजिर होने पर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया था। मौजूदा समय में पुलिस लाइंस गोरखपुर से देवीपाटन मेले में ड्यूटी पर भेजे गए थे।


बुधवार रात नौ बजे ड्यूटी से आने के बाद परिवार के साथ खाना खाकर सो गए। रात साढ़े 11 बजे पत्नी किसी काम से कमरे से बाहर निकलीं तो बरामदे में पंखे से उन्हें लटका देख पांव तले जमीन सरक गई। घर में मौजूद बेटे सौरभ शुक्ल ने पुलिस को सूचना दी। एएसपी ने बताया कि घटना की सूचना गोरखपुर पुलिस को भी दे दी गई है। बताया जा रहा है कि रात साढ़े नौ बजे घर आने पर वह कुछ परेशान लग रहे थे। दिल बहलाने के लिए वह काफी देर तक कुत्तों से खेलते रहे। इसके बाद बाहरी कमरे में आईपीएल का मैच देखने लगे। किसी बात पर उनका मूड कुछ उखड़ा हुआ था। 24 वर्षीय बेटे सौरभ को यह कहते हुए पहली मंजिल पर भेज दिए कि उन्हें मैच देखना है। इसके बाद यह घटना हो गई। मृतक राम निहोर शुक्ल के पिता चंद्र प्रकाश शुक्ल भी पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हैं। उनके तीन बेटों में सबसे बड़े राम निहोर शुक्ल थे। दूसरे बेटे राम नाथ शुक्ल गांव के पूर्व प्रधान हैं। सबसे छोटे बेटे प्रदीप शुक्ल पुलिस विभाग में कांस्टेबल हैं। जिनकी तैनाती अयोध्या में है। सभी का परिवार अलग-अलग रहता है। पिता चंद प्रकाश शुक्ल और माता गांव के दक्षिण मकान बनाकर अलग रहते हैं। इस घटना से पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है।


अधेड़ बेटे की अप्रत्याशित मौत का सबसे गहरा सदमा उनके वृद्ध माता-पिता को लगा है। वह दोनो रो-रोकर बेहाल हैं। पिता कहते हैं कि उनके बेटे ने बहुत कायराना कदम उठा लिया। उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था। न जाने ऐसी क्या मजबूरी थी। माता कहती हैं कि ऊपर जाने का समय उनका आया था मगर चला गया बेटा। पिता कहते हैं कि उनका बेटा राम निहोर उन्हें आदर्श मानता था। मगर उसने मेरी सीख नहीं मानी। उसे ऐसे धीरज नहीं खोना था। 53 वर्षीय राम निहोर शुक्ल की मौत के पीछे की वजह को लेकर कई तरह की बातें की जा रही हैं मगर स्पष्ट तौर पर कोई कुछ नहीं बता पा रहा है। पत्नी पूनम शुक्ल और बेटे सौरभ शुक्ल के मुंह से एक शब्द ही नहीं फूट रहे हैं। कुछ पूछने पर बोल नहीं पा रहे हैं। माना जा रहा है कि उन पर काफी दिनों से ड्यूटी का दबाव था।


 गोरखपुर तैनाती के दौरान उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया था। वहां से देवी पाटन मेला ड्यूटी में भेज दिया गया था। जिसके बाद वह काफी तनाव में रहने लगे थे। प्रथम दृष्ट्या माना जा रहा है कि ड्यूटी का दबाव वह नहीं झेल पा रहे थे।

अतीक़ का बेटा असद अहमद ढेर झांसी मे यूपी एसटीएफ ने किया एनकाउंटर एनकाउंटर की खबर सुनते ही कोर्ट में फूट-फूटकर रोया माफिया अतीक अहमद, सीएम योगी जिन्दाबाद के लगे नारे


 अतीक़ का बेटा असद अहमद ढेर 


झांसी मे यूपी एसटीएफ ने किया एनकाउंटर


एनकाउंटर की खबर सुनते ही कोर्ट में फूट-फूटकर रोया माफिया अतीक अहमद, 


सीएम योगी जिन्दाबाद के लगे नारे


लखनऊ बेटे असद के एनकाउंटर की खबर सुनते ही माफिया अतीक अहमद कोर्ट रूम में फूट फूटकर रोने लगा। अतीक खुद को नहीं संभाल पा रहा। अतीक जमीन पर बैठ गया। कोर्ट में योगी आदित्यनाथ जिंदाबाद के नारे लगे। माफिया अतीक को लेकर कोर्ट के बाहर वकीलों का हंगामा जारी है। पुलिस ने दोनों की 14 दिन की रिमांड मांगी है। कोर्ट में पुलिस ने दलील दी कि हत्याकांड में पूछताछ करना जरूरी है।


 मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुनवाई के दौरान कठघरे में खड़े माफिया अतीक अहमद का गला सूख गया। इस वजह से माफिया ने पानी मांगा। कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है। कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। कुछ देर में अदालत अपना फैसला सुनाएगी। 

बताते चलें कि आज उमेश पाल हत्याकांड में फ़रार माफ़िया अतीक़ के बेटे असद और उसके सहयोगी गुलाम को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया। दोनों पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित था। इनका एनकांउटर झांसी में किया गया।


 एसटीएफ का दावा है कि इनके पास से विदेशी हथियार बरामद हुए हैं इस एनकाउंटर के संबंध में यूपी पुलिस ने जानकारी दी कि असद पुत्र अतीक अहमद और गुलाम पुत्र मकसूदन, दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वॉन्टेड थे। इन दोनों आरोपियों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। झांसी में डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व में यूपी एसटीएफ टीम के साथ मुठभेड़ में मारे गए गए. दोनों के पास से विदेशी कई हथियार बरामद किए गए है

वाराणसी बिजली हड़लात में शामिल 51 एसएसओ को किया बर्खास्त उनकी जगह उपकेंद्रों पर हेल्पर में काम कर रहे आईटीआई होल्डरों की हुई नियुक्ति


 वाराणसी बिजली हड़लात में शामिल 51 एसएसओ को किया बर्खास्त


उनकी जगह उपकेंद्रों पर हेल्पर में काम कर रहे आईटीआई होल्डरों की हुई नियुक्ति


वाराणसी विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर 17 से 19 मार्च के बीच हुई हड़ताल में शामिल 51 एसएसओ (सब स्टेशन ऑपरेटर) को बर्खास्त कर दिया गया है। बुधवार को सभी एसएसओ को सेवा समाप्ति की नोटिस थमा दी गई। उनकी जगह उपकेंद्रों पर हेल्पर में काम कर रहे आईटीआई होल्डरों की नियुक्ति की गई है।


टीडीएस कंपनी के सुपरवाइजर कौशल केसरी ने बताया कि कुशल और अकुशल कर्मचारियों को भी बर्खास्त करने की तैयारी चल रही है। डिस्कॉम प्रबंधन का आदेश आने पर कार्रवाई की जाएगी।


हेल्परों को एसएसओ बनाने पर बिजली अधिकारियों ने आपत्ति जताई है कि बिना प्रशिक्षण के हेल्परों को एसएसओ की जिम्मेदारी देने से कार्य प्रभावित होगा। हालांकि, संविदा कर्मी उपलब्ध कराने वाली टीडीएस कंपनी का दावा है कि हेल्परों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।


सांकेतिक हड़ताल के दौरान वेसू की दोनों सर्किल में तैनात 51 एसएसओ उपकेंद्र छोड़कर चले गए थे। इससे बिजली आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित हुई थी। इस पर प्रबंधन ने सभी कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया था। ऊर्जा मंत्री से समझौता वार्ता में कार्रवाई वापस लेने पर सहमति बनी थी। उसके बाद कर्मचारी काम कर रहे थे। लेकिन पावर कारपोरेशन के चेयरमैन ने बर्खास्तगी का आदेश वापस नहीं लिया। उसके आधार पर यह कार्रवाई हुई है।