Wednesday 23 August 2023

आजमगढ़ दीदारगंज चंद्रयान-3 का सफल लैंडिंग, दीदारगंज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय फत्तेपुर में बच्चों ने देखा लाइव प्रसारण


 आजमगढ़ दीदारगंज चंद्रयान-3 का सफल लैंडिंग, दीदारगंज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय फत्तेपुर में बच्चों ने देखा लाइव प्रसारण



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ दीदारगंज क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय फत्तेपुर, सहित अन्य सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों में बुधवार सायं पांच बजे से सवा छ: बजे तक बच्चों तथा शिक्षकों ने टीवी सेट, लैपटॉप, आदि पर ऐतिहासिक सफल चंद्रयान-3 लैंडिंग का लाइव प्रसारण देखकर रोमांचित हुए और भविष्य में कुछ ऐसा ही कर गुजरने की ठानी, तथा देश की तरक्की के लिए तन मन धन से भविष्य में लग जाने की कसमें खाई। 


प्राथमिक विद्यालय फत्तेपुर के प्रधानाध्यापक अखिलेश कुमार सिंह ने विद्यालय में बच्चों को चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग की जानकारी देते हुए इस ऐतिहासिक सफलता पर ISRO के सभी बैज्ञानिकों को बधाई दिया।


इस मौके पर धीरज मिश्र सहायक अध्यापक प्रा वि अरनौला, बिनोद कुमार सहायक अध्यापक, शैलेन्द्र यादव, सुशीला यादव, शशिकांत यादव प्रधान आदि लोग मौजूद थे।


आजमगढ़ दीदारगंज से विवेकानन्द पांडेय की रिपोर्ट।

आजमगढ़ दीदारगंज चंद्रयान-3 का सफल लैंडिंग, ओपीएम ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन में बांटी गई मिठाईयां


 आजमगढ़ दीदारगंज चंद्रयान-3 का सफल लैंडिंग, ओपीएम ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन में बांटी गई मिठाईयां



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ दीदारगंज क्षेत्र के मोलनापुर अहमद बक्स फुलेश स्थित ओमप्रकाश मिश्र पीजी कालेज के सभागार में सायं पांच बजे से सवा छ: बजे तक महाविद्यालय के छात्र छात्राओं तथा शिक्षकों ने टीवी सेट पर ऐतिहासिक सफल चंद्रयान-3 लैंडिंग का लाइव प्रसारण देखकर रोमांचित हुए और भविष्य में कुछ ऐसा ही कर गुजरने की ठानी, तथा देश की तरक्की के लिए तन मन धन से भविष्य में लग जाने की कसमें खाई।


 इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन कृष्णकांत मिश्र ने ISRO के सभी बैज्ञानिकों को इस ऐतिहासिक सफलता के लिए बधाई दी और विद्यालय परिसर में मिष्ठान वितरण किया गया। इस मौके पर प्राचार्य धीरेन्द्र कुमार मिश्र, छोटेलाल चतुर्वेदी, विनीत, अनूप मिश्रा, आर एस एन त्रिपाठी, नीतेश दूबे आदि लोग उपस्थित रहे।


आजमगढ़ दीदारगंज से विवेकानन्द पांडेय की रिपोर्ट

आजमगढ़ श्रेया आत्महत्या मामला, जिला जज ने आरोपियों को भेजा नोटिस 29 अगस्त को पूरे मामले की होगी सुनवाई


 आजमगढ़ श्रेया आत्महत्या मामला, जिला जज ने आरोपियों को भेजा नोटिस


29 अगस्त को पूरे मामले की होगी सुनवाई


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ चिल्ड्रेन गर्ल्स कालेज की छात्रा श्रेया तिवारी आत्महत्या के मामले में श्रेया के पिता ने आरोपियों के रिहाई के विरुद्ध जिला जज की अदालत में निगरानी दाखिल की है। जिला जज संजीव शुक्ला ने निगरानी स्वीकार करके सभी पक्षों को नोटिस जारी की है। जिला जज ने निगरानी कोर्ट नंबर तीन में ट्रांसफर करते हुए सुनवाई की अगली 29 अगस्त तिथि निर्धारित की है। चिल्ड्रेन स्कूल की छात्रा श्रेया तिवारी ने 31 जुलाई को विद्यालय के तीसरी मंजिल से कूद कर के आत्महत्या कर ली थी। 


इस मामले में पुलिस ने विद्यालय के प्रिंसिपल सोनम मिश्रा तथा क्लास टीचर अभिषेक राय को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। मिली जानकारी के अनुसार बाद में 8 अगस्त को डीआईजी परिक्षेत्र आजमगढ़ अखिलेश कुमार ने मामले की जांच मऊ के सीओ सिटी धनंजय मिश्रा को सौंप दी। जांच को आगे बढ़ाते हुए धनंजय मिश्रा ने कई गवाहों के बयान दर्ज किया तथा इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि सोनम मिश्रा और अभिषेक राय के विरुद्ध मामला नहीं बन रहा है। धनंजय मिश्रा ने 9 अगस्त को 169 दंड प्रक्रिया संहिता के तहत अपनी रिपोर्ट मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में दाखिल की। 


मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने इस रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए आरोपी प्रिंसिपल सोनम मिश्रा तथा क्लास टीचर अभिषेक राय की रिहाई की आदेश दिया था। इस आदेश से क्षुब्ध श्रेया के पिता ऋतुराज तिवारी ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से जिला जज की अदालत में सीजेएम के रिहाई के आदेश के विरुद्ध जिला जज की अदालत में निगरानी याचिका दाखिल की। इस निगरानी याचिका को जिला जज ने स्वीकार करके सुनवाई के लिए 29 अगस्त तारीख निर्धारित किया।

आजमगढ़ दहेज हत्या के आरोपी पति को 20 साल की सजा सास ससुर को 10-10 वर्ष का कठोर कारावास


 आजमगढ़ दहेज हत्या के आरोपी पति को 20 साल की सजा


सास ससुर को 10-10 वर्ष का कठोर कारावास


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ दहेज हत्या के मुकदमे में सुनवाई पूरी करने के बाद अदालत ने आरोपी पति को 20 साल के कठोर कारावास तथा पैंसठ हजार रुपए अर्थदंड की सजा तथा सास ससुर को 10-10 वर्ष के कठोर कारावास तथा 45- 45 हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई। यह फैसला अपर सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक कोर्ट नंबर एक संतोष कुमार यादव ने बुधवार को सुनाया। 


मिली जानकारी के मुताबिक अभियोजन कहानी के अनुसार वादी ओमप्रकाश राय निवासी कुंडी थाना गौराबादशाहपुर जिला जौनपुर की पुत्री मानसी की शादी वर्ष 2015 मे आशीष राय पुत्र ठाकुर प्रसाद निवासी सोहौली थाना बरदह जिला आजमगढ़ के साथ हुई थी। ससुराल में मोटरसाइकिल तथा पचास हजार रुपए की मांग को लेकर मानसी का उत्पीड़न किया जाता था। अंततः 24 दिसंबर 2016 को ससुराल में मानसी को जला दिया गया। बुरी तरह से जली हुई स्थिति में मानसी को जिला अस्पताल जौनपुर में एडमिट कराया गया। बेहतर इलाज के लिए मानसी को शिवप्रसाद गुप्त हॉस्पिटल वाराणसी ले जाया गया।जहां 29 दिसंबर को मानसी की मृत्यु हो गई। इस मामले में मानसी के पिता ओम प्रकाश ने पति आशीष राय,सास किरन राय तथा ससुर ठाकुर प्रसाद के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच पूरी करने के बाद पुलिस ने चार्जशीट न्यायालय में प्रेषित किया।


 अभियोजन पक्ष की तरफ से सहायक शासकीय अधिकता प्रमोद कुमार सिंह तथा हरेंद्र सिंह ने कुल नौ गवाहों को अदालत में परीक्षित कराया। दोनों पक्षों के दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी पति आशीष राय को 20 वर्ष के कठोर कारावास तथा 65 हजार रुपए अर्थदंड तथा सास किरन राय तथा ससुर ठाकुर प्रसाद को 10-10 वर्ष के कठोर कारावास तथा 45-45 हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई।

आजमगढ़ जहानागंज छोटे भाई की मौत के सदमे से बड़े भाई की भी गई जान एक साथ उठी दोनों भाईयों की अर्थियां, शोक में डूबा पूरा गांव


 आजमगढ़ जहानागंज छोटे भाई की मौत के सदमे से बड़े भाई की भी गई जान


एक साथ उठी दोनों भाईयों  की अर्थियां, शोक में डूबा पूरा गांव


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ इलाज के दौरान छोटे भाई की मौत हो जाने की खबर जब परिवार में पहुची तो परिवार सहित पूरा गांव शोक में डूब गया। भाई का शव घर पहुंचने पर बड़ा भाई शव से लिपटकर रोने लगा और फिर वह अचेत हो गया। आनन-फानन लोग उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गये जहां डाक्टरों ने बड़े भाई को भी मृत घोषित कर दिया। एक साथ हुई दो मौतों से जहां पूरे परिवार को गहरा आघात लगा वहीं मौके पर उपस्थित लोगों की आंखों में आंसू ही आंसू थे। कोई सान्त्वना भी दे तो कैसे यह भी काफी कठिन हो गया। घटना से स्तब्ध तीसरे मझले भाई की असहाय नजरें सबकी ओर देख रही थीं। एक साथ दोनों भाईयों की अर्थियां उठीं, राजघाट पर उनका अन्तिम संस्कार किया गया।


हरेन्द्र उम्र 30 वर्ष पुत्र पोल्हावन राम निवासी कोल्हूखोर थाना जहानागंज का बुखार से पीड़ित होने के कारण पीजीआई चक्रपानपुर में इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान बुधवार की भोर करीब 4 बजे उसकी मौत हो गयी। परिजन उसका शव लेकर सुबह घर पहुचे। शव के घर पहुचते ही पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।


 मृतक के बड़े भाई गोधर्वन उम्र 40 वर्ष अपने भाई के शव को देखकर उससे लिपट कर रोने लगे और रोते-रोते बेहोश हो गये। लोग उन्हें आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोल्हूखोर लेकर गये, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एक साथ परिवार में हुई दो मौतों से पूरा गांव शोक में डूब गया। परिवार के करूण विलाप से मौके पर उपस्थित हर लोगों की आंखों में आंसू आ गये। मृतक हरेन्द्र तीन भाई थे जिसमें वह सबसे छोटा था, मझला भाई योगेन्द्र राम 35 वर्ष इस घटना से स्तब्ध असहाय होकर सबकी ओर निहार रहा था।


बताते चलें कि हरेन्द्र बिजली का काम कर परिवार का पालन पोषण करता था। गोवर्धन मोची का काम करता था। योगेन्द्र एक प्राइवेट स्कूल मे गाड़ी चलाता है। हरेन्द्र के दो पुत्र और गोवर्धन की एक लड़की है। एक साथ दोनों भाईयों की अर्थियां उठीं, राजघाट पर उनका अन्तिम संस्कार किया गया।

गोंडा मारना है तो दोनों को मार दो... एक को नहीं रोते हुए हाथ जोड़ पिता-भाई से बोली थी आरती हत्यारों ने पुलिस के सामने बताया घटना के समय का दृश्य


 गोंडा मारना है तो दोनों को मार दो... एक को नहीं


रोते हुए हाथ जोड़ पिता-भाई से बोली थी आरती


हत्यारों ने पुलिस के सामने बताया घटना के समय का दृश्य


उत्तर प्रदेश गोंडा जिले के धानेपुर के मेहनौन गांव में ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है। रविवार देर रात प्रेमिका से मिलने चोरी से उसके घर गए प्रेमी को परिजनों ने पकड़ लिया और दोनों की हत्या कर दी। युवती के घर वालों ने युवक के शव को गांव के बाहर गन्ने के खेत में फेंक दिया। इसके बाद युवती के शव को अयोध्या के सरयू घाट पर ले जाकर सोमवार सुबह बालू के टीले में दबा दिया। युवक के घर वालों ने थाने में सूचना दी कि रविवार शाम से वह लापता है। पुलिस ने छानबीन कर मामले का खुलासा करते हुए हत्या के आरोप में युवती के पिता व भाई को गिरफ्तार किया है।


मेहनौन गांव के सतीश कुमार चौरसिया (20) के लापता होने के मामले में छानबीन के दौरान पुलिस ने गांव की ही आरती चौरसिया (19) के परिजनों को सोमवार शाम हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरती के पिता कृपाराम चौरसिया व भाई राघवराम चौरसिया से जानकारी हुई कि सतीश की रस्सी से गला कसकर हत्या कर दी है। शव गांव से डेढ़ किमी दूर गन्ने के खेत में फेंक दिया है। वहां से पुलिस ने शव के साथ ही चारपाई और हत्या में प्रयुक्त रस्सी बरामद कर ली। वहीं, आरती चौरसिया का शव अयोध्या में बालू के टीले में दबाए जाने का पता चला। वहां भी पुलिस टीम रवाना की गई। धानेपुर पुलिस अयोध्या में फोरेंसिक टीम की मदद से शव को बालू के टीले से निकालने में जुटी है।


धानेपुर थानाध्यक्ष सत्येंद्र वर्मा ने बताया कि मृतक सतीश की मां प्रभावती चौरसिया की तहरीर पर हत्या और साक्ष्य मिटाने का मुकदमा दर्ज किया है। सतीश का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस टीम अयोध्या स्थित सरयू घाट से आरती का शव तलाशने गई है।


एसपी अंकित मित्तल ने बताया कि सतीश कुमार चौरसिया की मां प्रभावती ने पुलिस को गुमशुदगी की सूचना दी थी। प्रारंभिक जांच में सतीश के लापता होने के साथ ही आरती चौरसिया की मृत्यु और अचानक अंतिम संस्कार किये जाने का सुराग लगा। गहनता से तफ्तीश करने पर दोहरे हत्याकांड का खुलासा हुआ। युवती के पिता व भाई को हिरासत में लेकर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों ने कत्ल के जुर्म का इकबाल कर लिया। वहीं, मेहनौन गांव में प्रेमी के साथ पकड़े जाने पर आरती ने पिता और भाई से काफी अनुनय विनय की। पिता और भाई उसके प्रेमी सतीश कुमार चौरसिया की पिटाई करने लगे तो वह रो पड़ी। आरती ने हाथ जोड़कर कहा- मैं सतीश के साथ ही जीना और मरना चाहती हूं। इसलिए मारना है तो दोनों को मार दो, एक को नहीं। इस पर भी आरती के पिता कृपाराम चौरसिया व भाई राघवराम चौरसिया का दिल नहीं पसीजा। दोनों बेरहमी से सतीश को पीटते रहे। आवेश इस कदर बढ़ा कि रस्सी से गला ही कस दिया। कुछ क्षण छटपटाने के बाद सतीश ने दम तोड़ दिया। ये वाकया आरती के भाई व दोहरे हत्याकांड के आरोपी राघवराम चौरसिया ने पुलिस की पूछताछ में बयान किया है।


पुलिस का दावा है कि आरती के पिता व भाई ने जुर्म कुबूल कर लिया है। बताया कि सतीश की हत्या करने के बाद उन दोनों ने तैश में आरती की भी हत्या कर दी। इसके बाद पुलिस से बचने के लिए जुगत करने लगे। फिर सतीश का शव चारपाई पर लेकर निकले और गांव के बाहर गन्ने के खेत में छिपा दिया। जिस रस्सी से गला कसा था उसे भी वहीं छोड़ आए और चारपाई भी।


इसके बाद सोमवार भोर ही आरती का शव ठिकाने लगाने के लिए परिवार के लोग अयोध्या चले गए। इससे भी गांव में चर्चाएं होने लगीं थीं। दोहरे हत्याकांड के आरोपी पिता व भाई ने पुलिस से यह भी कहा कि उन्हें अनुमान हो गया था कि वह बच नहीं पाएंगे। पुलिस की मानें तो दोनों खुद ही पूरी वारदात की जिम्मेदारी ले रहे हैं। साथ ही हत्या और साक्ष्य मिटाने के अपराध को स्वीकार भी कर लिया। आरती का शव अयोध्या ले जाकर उसके पिता व भाई ने बालू में दफन किया था। इसकी जानकारी मिलने पर थानाध्यक्ष ने जिलाधिकारी से अनुमति हासिल की। फिर पुलिस टीम संग अयोध्या गए। वहां के अधिकारियों से बात करके बालू के टीले में दफन आरती का शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।