Saturday 21 January 2023

आजमगढ़ लालगंज चिकित्सक की लापरवाही से प्रसूता की मौत, सीएचसी केन्द्र पर हंगामा पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा, चिकित्सक के व्यवहार से आक्रोश


 आजमगढ़ लालगंज चिकित्सक की लापरवाही से प्रसूता की मौत, सीएचसी केन्द्र पर हंगामा


पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा, चिकित्सक के व्यवहार से आक्रोश



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ लालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रसूता की मौत हो गई। परिजनों ने चिकित्सक की लापरवाही का आरोप लगा कर हंगामा शुरू कर दिया। इस घटना की जानकारी स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा-बुझाकर किसी तरह मामला शांत कराया। वहीं मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मिली जानकारी के अनुसार, देवगांव कोतवाली क्षेत्र के कपसेठा गाँव निवासी सूर्यबली की पुत्री रंजना को शनिवार की भोर में प्रसव पीड़ा हुई। परिजनों की सूचना पर एम्बुलेंस ने रंजना को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज पर भर्ती कराया। जहाँ पर स्टॉपनर्स द्वारा सामान्य प्रसव कराने के प्रयास में शरीर पर दबाव डाला गया। जिसके चलते कुछ देर में बच्ची का जन्म हुआ। जन्म होते ही जच्चा-बच्चा की हालत बिगड़ने लगी। परिजनों ने इसकी सूचना चिकित्सा अधीक्षक डॉ विंध्याचल सिंह को दी।


 परिजनों का आरोप है कि उन्होंने इस घटना को गंभीरता पूर्वक नही लिया जिसके कारण कुछ ही देर में प्रसूता की मौत हो गयी। परिजन बच्ची को ले कर प्राइवेट चिकित्सक के यहाँ चले गए। वहीं प्रसूता की मौत से परिजन काफी आक्रोशित होकर हंगामा करने लगे। हंगामा की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक देवगांव गजानन्द चौबे मौके पर पहुँच कर मामले की गंभीरता को देखते हुए शव को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू किया तब जा कर हंगामा शांत हुआ।


 बताया जा रहा है कि रंजना कि शादी मेहनाजपुर थाना क्षेत्र के जामुडीह निवासी हरिश्चन्द्र के साथ हुई थी। वहीं चिकित्सा अधीक्षक के व्यवहार से लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है।

लखीमपुर खीरी चौकी इंचार्ज और सिपाहियों को बंधक बनाकर पीटा, दरोगा की सरकारी रिवॉल्वर छीनी 2 गुटों के बीच विवाद होने पर पहुंची थी पुलिस, मौके पर फोर्स तैनात


 लखीमपुर खीरी चौकी इंचार्ज और सिपाहियों को बंधक बनाकर पीटा, दरोगा की सरकारी रिवॉल्वर छीनी


2 गुटों के बीच विवाद होने पर पहुंची थी पुलिस, मौके पर फोर्स तैनात



उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में जमीन विवाद का निपटारा कराने गए चौकी इंचार्ज पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। भीड़ ने चौकी इंचार्ज और साथ गए सिपाहियों को बंधक बनाकर पीटा और दरोगा की सरकारी रिवॉल्वर छीन ली। घटना से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। सूचना पर कोतवाल गोला, सीओ और एएसपी मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन शुरू हो गई। देर रात तक रिवॉल्वर बरामद नहीं हो सका था। पुलिस अफसरों ने इस मामले में चुप्पी साध रखी है। ये घटना गोला कोतवाली के छैरासी गांव का बताया जा रहा है है। दो गुटों के बीच एक जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इस विवादित जमीन पर गन्ना लगा हुआ है। आरोप है कि एक पक्ष गन्ना काट रहा था। दूसरे पक्ष ने पुलिस को इसकी शिकायत की। इसी शिकायत पर शुक्रवार को मूड़ा सवारान इंचार्ज अरुण कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। वह मामले का विवाद सुलझाने की कोशिश कर रहे थे, तभी वहां बात बिगड़ गई। 


बताया जाता है कि भीड़ ने चौकी इंचार्ज व साथ गए दो सिपाहियों पर हमला बोल दिया। भीड़ ने चौकी इंचार्ज के साथ जमकर मारपीट की। आरोप है कि भीड़ ने उनका सरकारी रिवॉल्वर छीन लिया। चौकी इंचार्ज और उनके साथ गए सिपाही भाग खड़े हुए। तब उनकी जान बची। कोतवाल डीपी शुक्ला सीओ राजेश यादव फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन शुरू कर दी। खबर लिखे जाने तक चौकी इंचार्ज की रिवॉल्वर बरामद नहीं हुई थी। पुलिस भी इस मामले में कुछ कहने से बच रही है।

लखनऊ मुख्य मंत्री आवास पर तैनात सिपाही की गोली लगने से मौत घर का इकलौता लड़का था, अगले सप्ताह होने थी शादी


 लखनऊ मुख्य मंत्री आवास पर तैनात सिपाही की गोली लगने से मौत


घर का इकलौता लड़का था, अगले सप्ताह होने थी शादी


लखनऊ रमाबाई स्थल में बने पीएसी कैंप में शुक्रवार शाम सिपाही विपिन कुमार (25) की गोली लगने से मौत हो गई। जिस वाहन से वह ड्यूटी से कैंप लौटा था उसी में उसका खून से सना शव मिला। सूचना पर पहुंची आशियाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और उसके परिजनों को जानकारी दी। विपिन वर्तमान में मुख्यमंत्री आवास पर तैनात था।


मूलरूप से अलीगढ़ के थाना खैर के अंडला स्थित तेहरा निवासी विपिन कुमार 2021 बैच का पीएसी का सिपाही था। पीएसी की 12वीं बटालियन में उसकी तैनाती थी। वह रमाबाई स्थल पर बने पीएसी कैंप में रहता था। बीते दस दिसंबर से विपिन की ड्यूटी सीएम आवास पर थी।


आशियाना प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश मिश्र ने बताया कि सुबह विपिन ड्यूटी पर गया था। शाम छह बजे ड्यूटी के बाद सरकारी वाहन से वह कैंप पहुंचा था। कुछ ही देर बाद गाड़ी के भीतर गोली चलने की आवाज आई। जब साथी सिपाही पहुंचे तो विपिन खून से लथपथ पड़ा मिला। साथी सिपाही व अफसर उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने बताया कि विपिन की कुछ समय पहले ही मौत हो चुकी है। डीसीपी पूर्वी हृदेश कुमार ने बताया कि घटनास्थल की फोरेंसिक जांच कराई जा रही है।

गोली इंसास राइफल से चली है। फोरेंसिक टीम ने असलहे को जांच के लिए कब्जे में ले लिया है। उससे फिंगर प्रिंट लिए गए हैं। फिलहाल पुलिस हत्या, हादसा व खुदकुशी के पहलू पर जांच कर रही है। हालांकि शुरुआती जांच के बाद उच्चाधिकारी हत्या की आशंका पूरी तरह नकार रहे हैं। हादसा या खुदकुशी की आशंका अधिक जता रहे हैं।


गोली विपिन की गर्दन में लगी और सिर को चीरती हुई निकली। फोरेंसिक जांच में एक तथ्य लगभग स्पष्ट है कि गर्दन से राइफल सटी थी, उसी वक्त गोली चली। बाकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत की वजह समेत अन्य तथ्य स्पष्ट होगी।


विपिन के परिवार में उसके पिता रामऔतार, माँ और दो बहने हैं। वह इकलौता लड़का था। पिता किसान हैं। विपिन की कमाई से ही घर का खर्च चलता था। पुलिस के मुताबिक, अगले सप्ताह विपिन की शादी होने वाली थी। वह 23 जनवरी से छुट्टी पर जाने वाला था।

बरेली मेयर की कार में महिला से गैंगरेप सीने पर मारा चाकू, सड़क के किनारे फेंका


 बरेली मेयर की कार में महिला से गैंगरेप


सीने पर मारा चाकू, सड़क के किनारे फेंका


उत्तर प्रदेश के बरेली के सिविल लाइंस की एक महिला ने मेयर उमेश गौतम समेत तीन पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि मेयर ने छह दिसंबर को कार में खींचकर उसके साथ गैंगरेप किया। हालांकि सात दिसंबर को महिला ने कोतवाली थाने में अज्ञात में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था। महिला ने बीते 16 दिसंबर 2022 को कोर्ट में दिए अपने बयान में मेयर का नाम लिया है। शुक्रवार को एसएसपी के पास शिकायत लेकर पहुंची महिला का आरोप है कि मामले में पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। उधर, मेयर ने आरोपों को निराधार बताते हुए राजनीतिक षड्यंत्र करार दिया है।


महिला का कहना है कि उसने 2006 से 2015 तक डॉ0 उमेश गौतम के यहां नौकरी की थी। उत्पीड़न से तंग आकर नौकरी छोड़ दी। छह दिसंबर 2022 की शाम करीब 06:00 बजे वह अकेली एक डॉक्टर के यहां दवा लेने जा रही थी। आरोप है कि तभी मेयर डॉ0 उमेश गौतम, उनके ड्राइवर प्रमोद कुमार व दो अन्य ने रोक लिया। उसे जबरन कार में खींचकर नशे की गोली खिला दी, जिससे वह बेहोश हो गई। बकौल महिला, 'उसका शरीर लड़खड़ा रहा था। कार की पीछे वाली सीट पर उमेश गौतम ने उसके साथ रेप किया। बाद में दो अन्य व्यक्तियों ने बारी-बारी से बलात्कार किया। एक ने सीने पर चाकू मारा। सामने आने पर उसे पहचान सकती हूं। रेप के बाद मुझे डरा-धमकाकर सड़क किनारे फेंक दिया। रात करीब एक बजे होश आने पर राहगीर के फोन से उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची थी। ' मामले में कोतवाली पुलिस ने धारा 376 डी और 328 आईपीसी के तहत अज्ञात में मुकदमा दर्ज कर लिया था। 164 के बयान दर्ज हुए तो उसमें मेयर डॉ0 उमेश गौतम का नाम सामने आया। बताया कि इसमें न्यायिक अफसर भी शामिल हैं।


एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया महिला ने गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस छानबीन कर रही है। जांच में जो साक्ष्य मिलेंगे उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

झांसी जिसकी खातिर जेंडर बदला, वो बेवफा सोनल दे गई धोखा पढ़ें 2 लड़कियों के प्यार की अजब कहानी


 झांसी जिसकी खातिर जेंडर बदला, वो बेवफा सोनल दे गई धोखा


पढ़ें 2 लड़कियों के प्यार की अजब कहानी


झांसी जिसके प्यार में सना ने जेंडर बदलवाने के लिए कई कष्टप्रद सर्जरी कराईं, 12 लाख रुपये खर्च करके सोहेल बनी, वही प्रेमिका धोखा दे गई। उसने अपना दूसरा प्यार ढूंढ लिया और सोहेल को छोड़ गई। परेशान सोहेल ने कोर्ट में दावा दायर कर दिया। कोर्ट से नोटिस जारी हुए पर प्रेमिका हाजिर नहीं हुई। गैरजमानती वारंट जारी होने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां उसे जमानत पर छोड़ा गया है।


जानकारी के अनुसार यह अजब - गजब कहानी झांसी के प्रेमनगर की है। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की एएनएम सना प्रेमनगर थाना क्षेत्र में किराए के मकान में रहती थी। उसने बताया कि मकान मालिक की बेटी सोनल से उसे प्यार हो गया। सोनल ने भी उसके प्यार को स्वीकार किया। हम दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाईं। सोनल के घरवालों ने कमरा खाली करा लिया तो मैं सरकारी क्वार्टर में रहने लगी। सोनल भी मेरे साथ रहने लगी। सोनल के परिजनों ने पुलिस में शिकायत की। पूछताछ में सोनल ने लिखकर दिया कि वह परिजनों के साथ नहीं, बल्कि सना के साथ रहेगी। दोनों बालिग थीं लिहाजा पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। 18 सितम्बर 2017 के बाद दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगीं।


सना का कहना है कि सोनल के कहने पर उसने जेंडर बदलवाने की कष्टकारी प्रक्रिया पूरी कराई। पिछले पांच साल में कई सर्जरी हुईं। इसमें 12 लाख रुपये खर्च हुए। दिल्ली के एक बड़े अस्पताल में काउंसिलिंग तक हुई। 2020 में प्रक्रिया पूरी हुई। इस पूरी प्रक्रिया में सोनल सना के साथ रही। फिर स्त्री से पुरुष बनी और उसका नाम सोहेल हो गया । सोहेल और सोनल साथ ही रह रहे थे। इधर, अप्रैल 2022 में सोनल ने एक अस्पताल में नौकरी शुरू कर दी। वहां साथ काम करने वाले लड़के से सोनल को प्यार हो गया। वह उसे ही वक्त देने लगी।


सोहेल से अनदेखी बर्दाश्त न हुई तो उसने आपत्ति जताई। इस पर सोनल ने खुलकर कह दिया कि वह उक्त लड़के से प्यार करती है और घर छोड़कर चली गई। परेशान होकर सोहेल ने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने सोनल को कोर्ट में पेश किया, जहां उसे जमानत पर छोड़ दिया गया है। सोहेल का कहना है कि यह लड़ाई वह अंत तक लड़ेगा। किसी की जिंदगी बर्बाद करने वालों को सबक सिखाना जरूरी है।

हापुड़ प्रेम जाल में फंसी महिला सिपाही शराब के नशे में कमरे तक पहुंचा आशिक, बनाया अश्लील वीडियो


 हापुड़ प्रेम जाल में फंसी महिला सिपाही


शराब के नशे में कमरे तक पहुंचा आशिक, बनाया अश्लील वीडियो



हापुड़ मेें महिला सिपाही को प्रेम जाल में फंसाकर अश्लील वीडियो बनाने वाले आरोपी युवक को जिला रामपुर पुलिस ने नगर क्षेत्र के गांव सबली से गिरफ्तार कर लिया है। थाना स्वार पुलिस ने स्थानीय पुलिस कर्मियों के साथ मिलकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया।


मिली जानकारी के मुताबिक जिला रामपुर के थाना स्वार क्षेत्र में डायल 112 में तैनात महिला सिपाही ने जिला रामपुर के एसपी से शिकायत की थी। जिसमें महिला सिपाही ने बताया था कि हापुड़ क्षेत्र के गांव सबली निवासी एक युवक ने किसी तरह उसका फोन नंबर पता कर लिया था। इसके बाद आरोपी ने फोन काल कर पीड़िता को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। इस दौरान आरोपी ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया।


28 दिसंबर को आरोपी रामपुर आ गया और मिलने की जिद करने लगा। इतना ही नहीं आरोपी महिला सिपाही के कमरे पर पहुंच गया। शराब के नशे में होने के चलते पीड़िता ने उससे बात करने से इन्कार कर दिया। इसके बाद वह पीड़िता के कमरे से चला गया। अगले दिन आरोपी ने दोबारा पीड़िता को फोन किया। दोबारा ऐसी गलती न करने की बात कही। दो जनवरी को आरोपी फिर पीड़िता के पास आ धमका। जहां बातों में उलझाकर पीड़िता को अपनी कार में बैठा लिया। इसके बाद आरोपी पीड़िता को कार से बाजपुर ले गया। बाजपुर पहुंचने पर आरोपित ने पीड़िता के साथ अभद्रता की।


आरोपी उसे मन्दिर में ले जाकर शादी करने की धमकी देने लगा। उसकी बात न मानने पर आरोपी ने आत्महत्या करने या महिला सिपाही का अपहरण करने की धमकी दी। आरोपी ने पीड़िता के नाम पर जमीन खरीदने का प्रलोभन भी दिया। पीड़िता ने शादी से इन्कार कर दिया था। इतना ही नहीं 6 जनवरी को उसने वहां हंगामा किया। जिसके बाद पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली। शुक्रवार को रामपुर पुलिस हापुड़ आई। आरोपी को लेकर चली गई। कोतवाली प्रभारी संजय पांडेय ने बताया कि मामला रामपुर से जुड़ा है।

मिर्जापुर कोर्ट में गोली लगने से जज घायल


 मिर्जापुर कोर्ट में गोली लगने से जज घायल



मिर्जापुर दीवानी न्यायालय परिसर में अपर जिला सत्र न्यायाधीश के चैंबर में शुक्रवार शाम को गाउन पहनते समय लाइसेंसी रिवॉल्वर गिरने से चली गोली से जज तलेवर सिंह घायल हो गए। मंडलीय अस्पताल में ऑपरेशन के बाद गोली निकाल ली गई। जज खतरे से बाहर हैं।


 अपर जिला सत्र न्यायाधीश तलेवर सिंह (50) बुलंदरशहर के रहने वाले है। वह छह जुलाई 2022 को मिर्जापुर जिले में आए हैं। वह कोर्ट नंबर छह में बैठते हैं। उनके पास पॉक्सो एक्ट का अतिरिक्त चार्ज है। एएसपी सिटी श्रीकांत प्रजापति ने बताया कि जज शाम चार बजे के करीब अपने चैंबर में गाउन बदल रहे थे।


इस दौरान उनका लाइसेंसी रिवॉल्वर गिर गया। इससे गोली चल गई, जो उनके पैर में लगी। आवाज सुनकर लोग पहुंचे और जज को मंडलीय अस्पताल पहुंचाया गया। एक्सरे से पता चला कि गोली दाहिनी जांघ में फंसी है। डॉ0 विकास सिंह, डॉ0 राहुल, डॉ0 अमित यादव और एनेस्थिसिया डॉ0 नेहा सिंह ने ऑपरेशन कर गोली निकाल ली। एएसपी सिटी और सीओ सिटी परमानंद कुशवाहा शहर कोतवाली फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। ऑपरेशन के बाद जज को भर्ती कर लिया गया। 


उनकी स्थिति सामान्य है। जज को शनिवार की सुबह डिस्चार्ज किया जाएगा। एएसपी सिटी श्रीकांत प्रजापति ने कहा कि एडीजे तलेवर सिंह के गोली से घायल होने की सूचना मिली। जज के अनुसार गाउन पहनते समय चैंबर में लाइसेंसी रिवॉल्वर गिरने से गोली लगी थी। इसमें न्यायपालिका के साथ मिलकर जांच की जाएगी।