Saturday 27 July 2024

लखनऊ 37 डिप्टी एसपी को पदोन्नति का तोहफा सरकार ने एडिशनल एसपी बनाया, देखिए पूरी लिस्ट

लखनऊ 37 डिप्टी एसपी को पदोन्नति का तोहफा



सरकार ने एडिशनल एसपी बनाया, देखिए पूरी लिस्ट



उत्तर प्रदेश लखनऊ राज्य सरकार ने 37 डिप्टी एसपी को एडिशनल एसपी के प्रोन्नत करने का आदेश शुक्रवार को जारी कर दिया। बीते दिनों वर्ष 2008 बैच के डिप्टी एसपी को प्रोन्नत करने की विभागीय प्रोन्नत समिति की बैठक में सहमति बनी थी। जिसके बाद राज्यपाल की मंजूरी मिलने पर डीजीपी मुख्यालय में एडीजी कार्मिक ने प्रोन्नति का आदेश जारी कर दिया। 


प्रोन्नत हुए अधिकारियों में नितिन कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह, पंकज कुमार सिंह, सुशील कुमार सिंह, लाल प्रताप सिंह, श्वेताभ पांडेय, आलोक मिश्रा, अकमल खां, अतुल कुमार चौबे, राजेश कुमार सिंह, संजीव कुमार सिन्हा, सुमित शुक्ला, राजेश तिवारी, अंशुमान मिश्रा, प्रमोद कुमार सिंह यादव, अब्दुल कादिर, अनूप सिंह, अरविंद कुमार वर्मा, वंदना सिंह, राजेश कुमार यादव, डॉ. अर्चना सिंह, राजकुमार सिंह, मनोज कुमार, अर्चना सिंह, पूनम सिरोही, अतुल कुमार यादव, सुधीर कुमार, हिमांशु गौरव, प्रभात कुमार, नरेश कुमार, विजय आनंद, एसकेजी प्रसाद, रवि शंकर प्रसाद, अरुण कुमार सिंह, महेश कुमार, रुक्मणी वर्मा और ममता कुरील शामिल हैं

 

Friday 26 July 2024

आजमगढ़ शहर कोतवाली पिता के हत्यारोपी को मारी गोली बच्चों के विवाद में पीटकर की गई थी बुजुर्ग की हत्या


 आजमगढ़ शहर कोतवाली पिता के हत्यारोपी को मारी गोली


बच्चों के विवाद में पीटकर की गई थी बुजुर्ग की हत्या



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बदले की आग में झुलस रहे पुत्रों ने पिता के हत्या के आरोपी पर शुक्रवार की शाम करीब पांच बजे बवाली मोड़ के समीप जान मारने की नियत से फायर झोंक दिया। गोली युवक की बांह में लगी है। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने हमलावर एक आरोपी को हिरासत में ले लिया है।


जानकारी के अनुसार शहर कोतवाली क्षेत्र के कोल पांडेय गांव स्थित निषाद बस्ती में करीब सात माह पूर्व हुए बच्चों के विवाद के बाद बलराम साहनी की लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी गई। मृतक पक्ष की ओर से डिप्टी व दरोगा साहनी नामक सगे भाइयों सहित तीन लोगों को नामजद किया गया था। कुछ समय पूर्व तीनों आरोपित जमानत पर जेल से रिहा होकर घर आ गए थे। 


उधर हत्यारोपियों से पिता की हत्या का बदला लेने के लिए मृतक के बेटे भी मौके की तलाश कर रहे थे। शुक्रवार को शाम करीब पांच बजे हत्यारोपी डिप्टी साहनी अपने गांव से पैदल बवाली मोड़ की ओर जा रहा था। तभी घात लगाए तीन की संख्या में रहे हमलावरों ने रास्ते में उसे घेर लिया। डिप्टी जान बचाने की गरज से बाइपास बंधे से उतरकर भागने का प्रयास किया लेकिन एक हमलावर ने तमंचे से उस पर फायर झोंक दिया। गोली डिप्टी के हाथ में लगी लेकिन वह शोर मचाते हुए अपनी जान बचाने में कामयाब रहा। घटना के बाद हमलावर फरार हो गए। इसकी जानकारी पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। देर शाम हमलावर पक्ष का किशोरवय आरोपित को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। अन्य हमलावर फरार बताए गए हैं।

आजमगढ़ रौनापार साथियों को स्कूल पहुंचाने के चक्कर में डूब गया छात्र पुलिस ने गोताखोरों को बुलाकर शुरू कराई डूबे छात्र की तलाश


 आजमगढ़ रौनापार साथियों को स्कूल पहुंचाने के चक्कर में डूब गया छात्र


पुलिस ने गोताखोरों को बुलाकर शुरू कराई डूबे छात्र की तलाश



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ साथियों संग स्कूल जाने के लिए दूसरे किनारे पर खड़ी नाव लाने के लिए तैरकर नदी पार कर रहा दसवी का छात्र बीच धारा में जाने के बाद छोटी सरयू में समा गया। उसे डूबते देख साथ में तैर कर नदी पार कर रहे दो साथी शोर मचाते हुए लौट आए। घटना की जानकारी होने पर पुलिस मौके पर पहुंची। गोताखोरों को बुलाकर डूबे छात्र की तलाश शुरु कराई। रौनापार थाना क्षेत्र के बांका समेत आसपास के गांवों के बच्चों को हर दिन पढ़ाई करने के लिए रौनापार इलाके में जाना होता है। बीच में छोटी सरयू नदी है। विद्यालयों जाने के लिए छात्रों को नदी पार करनी पड़ती है। गांव के लोगों ने ही किसी तरह नाव की व्यवस्था की है। छात्रों के अलावा आम लोग भी खरीदारी और अन्य कार्य से रौनापार जाने के लिए नदी पार करते हैं। 


बांका गांव निवासी 16 वर्षीय शिवम साहनी पुत्र शंभूनाथ चंद्रभान इंटर कॉलेज मसूरियापुर नैनीजोर में दसवीं का छात्र था। शुक्रवार की सुबह करीब नौ बजे वह अन्य छात्रों के साथ विद्यालय जाने के लिए निकला। छोटी सरयू नदी के पास पहुंचने पर नाव नहीं मिली। छात्रों ने देखा तो नाव दूसरे किनारे पर खड़ी थी। इस पर शिवम अपने दो साथियों के साथ नाव लाने के लिए नदी में कूद गया। तीनों तैरकर नदी पार कर रहे थे। नदी की बीच धारा में पहुंचने के बाद शिवम गहरे पानी में जाकर डूबने लगा। यह देखकर उसके साथ रहे दोस्त शोर मचाते हुए लौट आए। शिवम नदी में समा गया। शोरगुल सुनकर गांव के लोग भागकर मौके पर पहुंचे। घटना की खबर मिलने पर पुलिस भी आ गई। गोताखोरों को बुलाकर छात्र की तलाश शुरू कराई गई। काफी प्रयास करने के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला। शिवम के पिता शंभूनाथ नासिक में फर्नीचर का काम करते हैं। वह दो भाई और एक बहन में बड़ा था।

बलिया ट्रक में खलासी बनकर बैठे डीआईजी और इंस्पेक्टर रुपये मांगे तो सिपाही को कूदकर पकड़ा

बलिया ट्रक में खलासी बनकर बैठे डीआईजी और इंस्पेक्टर



रुपये मांगे तो सिपाही को कूदकर पकड़ा



बलिया यूपी-बिहार बार्डर पर बलिया के नरही थाना क्षेत्र स्थित भरौली पिकेट और कोरंटाडीह चौकी पर बुधवार देर रात एडीजी जोन वाराणसी और डीआईजी रेंज आजमगढ़ की छापेमारी में दो पुलिसवालों समेत 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया। दोनों स्थानों से ट्रकों से अवैध वसूली में ये गिरफ्तारी हुई है। वहीं तीन पुलिसकर्मी और कुछ दलाल भाग गए। इस मामले में बृहस्पतिवार की रात शासन स्तर से कार्रवाई की गई। बलिया के एसपी देवरंजन वर्मा और एएसपी डीपी तिवारी का स्थानांतरण कर प्रतीक्षारत कर दिया गया। सीओ सदर शुभशुचित को निलंबित कर दिया गया। सीओ सदर, एसओ नरही और चौकी प्रभारी कोरंटाडीह की संपत्ति की जांच का विजिलेंस को निर्देश दिया गया है। छापेमारी के बाद 7 पुलिसकर्मियों और दलालों सहित 23 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।


 थाना प्रभारी नरही, कोरंटाडीह चौकी प्रभारी सहित थाना और चौकी के सभी 17 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। 50 मोबाइल, 14 बाइक और 37500 रुपये भी बरामद किए गए। डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण के मुताबिक काफी दिनों से पुलिस की ओर से यूपी-बिहार बार्डर पर ट्रकों से अवैध वसूली की शिकायतें मिल रही थीं। बुधवार रात सादे वेश में छापा मारा। इस दौरान भरौली पिकेट से दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया और तीन भागने में सफल रहे।


 डीआईजी रेंज आजमगढ़ ने बताया कि भरौली तिराहा पर पकड़े गए सिपाही ने पुलिस को बताया कि जो वाहन गाजीपुर की ओर जाते हैं, उनसे नरही थाने की पुलिस कोरंटाडीह चौकी पर अवैध वसूली करती है। इस सूचना पर वह, एडीजी जोन वाराणसी और एक इंस्पेक्टर एक ट्रक में भरौली तिराहा से सवार हुए। पांच किलोमीटर चलने के बाद कोरंटाडीह चौकी के सामने सादे कपड़ों में दो लोग ट्रकों से वसूली करते दिखे। उनका ट्रक भी पहुंचा तो उसे रुकवा कर 500 रुपये की मांग की गई। इस पर वह, एडीजी जोन और इंस्पेक्टर ने ट्रक से कूद कर एक सिपाही को पकड़ लिया।

 

बलिया वसूली कांड, रोज 3,000 ट्रक... हर एक से 500 की उगाही महीने में साढ़े चार करोड़ की होती थी काली कमाई


 बलिया वसूली कांड, रोज 3,000 ट्रक... हर एक से 500 की उगाही



महीने में साढ़े चार करोड़ की होती थी काली कमाई



बलिया यूपी-बिहार बॉर्डर पर बलिया के नरही थाना क्षेत्र में हर दिन ट्रकों से एक थाना 15 लाख से ज्यादा वसूल रहा था। इस भंडाफोड़ से पहले बुधवार की रात वाराणसी के एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया और आजमगढ़ के डीआईजी रेंज वैभव कृष्ण ने 22 पुलिस कर्मियों की पांच टीम के साथ एक घंटे तक रेकी की। जानकारी के अनुसार, बुधवार की रात नौ बजे पुलिस की तीन टीम लेकर डीआईजी आजमगढ़ से और एडीजी जोन दो टीम लेकर वाराणसी से निकले थे। रात एक बजे टीम भरौली तिराहा पहुंची, मगर तय योजना के अनुसार एक भी वाहन नहीं रुका और बक्सर की ओर बढ़ गए। तय किया गया था कि अवैध वसूली करने वालों को रंगेहाथ पकड़ा जाएगा।


 बक्सर की ओर से वापस आते समय रात दो बजे पुलिस टीमें फिर भरौली तिराहा पहुंची। पुलिस टीम ने देखा कि एक सिपाही बक्सर की ओर से आ रहे बालू लदे ट्रकों से पैसा ले रहा था तो उसे पकड़ लिया गया। भरौली तिराहा पर पकड़े गए सिपाही ने पुलिस को बताया कि जो वाहन गाजीपुर की ओर जाते हैं, उनसे नरही थाने की पुलिस कोरंटाडीह चौकी पर अवैध वसूली करती है।


इस सूचना पर डीआईजी, एडीजी जोन और एक इंस्पेक्टर एक ट्रक में भरौली तिराहा से सवार हुए। पांच किलोमीटर चलने के बाद कोरंटाडीह चौकी के सामने सादे कपड़ों में दो लोग ट्रकों से वसूली करते दिखे। उनका ट्रक भी पहुंचा तो उसे रुकवा कर 500 रुपये की मांग की गई। इस पर वह, एडीजी जोन और इंस्पेक्टर ट्रक से कूद कर एक सिपाही को पकड़ लिया। छापा मारने के लिए गई टीम में 90 फीसदी स्टाफ आजमगढ़ का था। बक्सर में नया पुल बनने के बाद बालू लदे ट्रकों की आमद बढ़ गई है। प्रतिदिन लगभग 3000 ट्रक आते हैं। स्थानीय पुलिस ने फंसने से बचने के लिए ट्रकों से अवैध वसूली के लिए दलालों को रख दिया था। 500 रुपये या उससे कुछ अधिक की वसूली हर ट्रक से होती थी। ऐसे में रोजाना 10 से 15 लाख की वसूली हो रही थी। दलाल हर ट्रक के 100 रुपये के हिसाब से अपने पास रखता था। बाकी राशि पुलिस को मिल जाती थी। यूपी से तस्करी होकर अवैध रूप से शराब और पशु भी बिहार ले जाए जाते थे। इनके रेट अलग थे। सूत्रों के अनुसार शराब तस्करी के पैसे थाने के कारखास वसूलते थे। वहीं, पशु तस्करी के पैसे की वसूली बक्सर के किसी होटल में होती थी। वसूली को लेकर भरौली पुलिस पिकेट पर कई बार मारपीट भी हुई है। पुलिस ने दो नोटबुक बरामद की हैं, जिसमें पास किए ट्रक की जानकारी हैं। दलाल गाड़ियों की संख्या गिनकर उसके हिसाब से पैसा थानाध्यक्ष नरही को देते थे।

Thursday 25 July 2024

बलिया डीआईजी और एडीजी ने आधी रात को मारा छापा 2 पुलिसकर्मियों समेत 18 गिरफ्तार, दीवार फांदकर भागे एसओ सादे ड्रेस में पहुंचे थे अधिकारी, एसपी को भी नहीं हो पाई जानकारी


 बलिया डीआईजी और एडीजी ने आधी रात को मारा छापा



2 पुलिसकर्मियों समेत 18 गिरफ्तार, दीवार फांदकर भागे एसओ


सादे ड्रेस में पहुंचे थे अधिकारी, एसपी को भी नहीं हो पाई जानकारी



उत्तर प्रदेश बलिया जनपद के नरही थाना क्षेत्र अंतर्गत भरौली गोलम्बर पर एडीजी वाराणसी जोन पीयूष मोर्डिया व डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण ने गुरुवार को तड़के छापेमारी की। छापेमारी में दो पुलिसकर्मी समेत 18 लोग हिरासत में लिए गए, जबकि 37,500 नकदी बरामद किया गया हैं। मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए नरही थाना प्रभारी पन्नेलाल समेत नौ पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। वहीं, कोरंटाडीह पुलिस चौकी के प्रभारी समेत वहां तैनात सभी पुलिसकर्मियों को भी निलंबित किया गया है। यही नहीं, सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही दो सिपाही समेत 18 लोगों का चालान किया गया है।


 डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि नरही थाना क्षेत्र के यूपी बिहार बॉर्डर पर गंगा नदी के पुल के पार बने भरौली पिकेट पर बुधवार की आधी रात के बाद एडीजी वाराणसी पीयूष मोर्डिया के नेतृत्व में छापेमारी की गई, जिसमें वे भी शामिल रहे। बॉर्डर पर बालू लदे ट्रकों के साथ ही शराब और मवेशी लदे वाहनों से अवैध वसूली की शिकायत पर हुई इस छापेमारी में दो पुलिसकर्मियों के अलावा 16 प्राइवेट कर्मियों को हिरासत में ले लिया गया। तीन पुलिस वाले मौके से फरार हो गए। कोरंटाडीह पुलिस चौकी पर पहुंचे तो वहां भी वसूली हो रही थी। घंटों छानबीन के बाद नरही थाने से बाहर निकले डीआईजी वैभव कृष्ण ने मीडिया को बताया कि नरहीं थानाध्यक्ष पन्ने लाल के साथ ही थाने की कोरंटाडीह पुलिस चौकी के प्रभारी समेत वहां तैनात सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। 37 हजार 500 रुपए नकद और 14 बाइक भी पुलिस ने बरामद की है।


 बताया कि दो पुलिसकर्मियों और 16 दलालों को गिरफ्तार किया गया है। ये वसूली में पुलिस का सहयोग करते थे। तीन पुलिसकर्मी फरार हुए हैं। सभी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जा रहा है। एडीजी और डीआईजी ने बुधवार की मध्य रात्रि में यूपी-बिहार की सीमा स्थित नरही थाना क्षेत्र के भरौली चौराहा पर सादी वर्दी (टी-शर्ट और जींस) में छापेमारी की। अधिकारियों ने यह कार्रवाई लाल बालू, मिट्टी, शराब और पशु आदि की तस्करी की शिकायत पर की। मौके से अधिकारियों ने दो पुलिसकर्मी समेत 18 लोगों को हिरासत में ले लिया। यहां से अधिकारी नरही थाना पहुंचे। वहां घंटों तक डीआईजी, एसपी, एएसपी की मौजूदगी में छानबीन की गई। आधिकारियों ने थाना प्रभारी का कमरा भी सील कर दिया और पुलिसकर्मियों के बॉक्स को खंगाला। डीआईजी ने बताया कि मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। 


डीआईजी ने बताया कि नरही क्षेत्र में यूपी बिहार बार्डर पर भरौली तिराहा पर जो ट्रक आते हैं, उनसे कुछ समय से वसूली की जा रही थी। इसकी सूचना हमें मिली तो पहले उसकी रेकी की गई। इसके बाद प्लान बनाकर रेड की गई। यहां पर पुलिस की तरफ से काफी संख्या में लोग दलाली करते थे। इन लोगों की गिरफ्तारी की गई है। मौके से अभी दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। डीआईजी ने बताया कि पुलिस चौकी कोरंडाडीह के सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। नरही थानेदार को निलंबित किया गया है। करीब नौ पुलिस वालों पर एफआईआर हुई है। कुल आठ से नौ लोगों को सस्पेंड किया जा चुका है। जांच के बाद अन्य कार्रवाई होगी। बताया कि यह ट्रक बिहार से आते थे। आजमगढ़ के एसपी को जांच की जिम्मेदारी दी गई है।


 डीआईजी के अनुसार हर ट्रक से 500 रुपए की वसूली होती थी। यहां से रोज एक हजार ट्रक गुजरते हैं। ऐसे में पांच लाख रुपए रोजाना की वसूली हो रही थी। दोनों अधिकारियों ने इस रेड की इतनी गोपनीयता रखी कि इसकी सूचना एसपी बलिया को भी नहीं दी। इस रेड के दौरान भरौली चेकपोस्ट पर उगाही का खेल पकड़ा गया। वहीं चौकी में तो कोई नहीं था, लेकिन चौकी इंचार्ज थाने में नरहीं थाना प्रभारी के सामने उगाही का हिसाब देते देख लिए गए। जैसे ही पुलिसकर्मियों को पता चला कि डीआईजी और एडीजी की टीम ने रेड किया, सभी पुलिसकर्मी थाना छोड़ कर भागने लगे। सूत्रों की माने तो नरही थाना प्रभारी तो सात फुट ऊंची थाने की चाहरदीवारी कूद कर फरार हो गए।

लखनऊ यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा की तारीखों का हुआ ऐलान जानें- कब-कब होगी परीक्षा सावधान-किया यह काम तो होगा आजीवन कारावास

लखनऊ यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा की तारीखों का हुआ ऐलान


जानें- कब-कब होगी परीक्षा


सावधान-किया यह काम तो होगा आजीवन कारावास



लखनऊ उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती की तारीखों का ऐलान हो गया है. पुलिस की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आरक्षी नागरिक पुलिस के 60244 पदों पर सीधी भर्ती-2023 की लिखित परीक्षा दिनांक 23,24,25 अगस्त एवं 30,31 अगस्त 2024 को आयोजित कराने का निर्णय लिया गया है. विज्ञप्ति में कहा गया है कि अवगत कराना है कि यह परीक्षा पूर्व में निरस्त कर दी गयी थी. मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश द्वारा निर्देशित किया गया था कि यह परीक्षा 06 माह के अन्दर शुचिता एवं पारदर्शिता के उच्चतम मानकों को दृष्टिगत रखते हुये पुनः आयोजित करायी जाए. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस परीक्षा को एक निश्चित समय सीमा के अन्तर्गत शुधितापूर्ण एवं पारदर्शी तरीके से उच्चतम मानकों के अनुसार आयोजित करने की प्रतिबद्धता के क्रम में यह कार्यकम घोषित किया गया है।


पुलिस बोर्ड की ओर से जानकारी दी गई है कि चयन प्रक्रिया को पारदर्शी एवं शुचितापूर्ण ढंग से कराये जाने के सम्बन्ध में परीक्षा सम्बन्धित विभिन्न व्यवस्थाओं यथा-परीक्षा की तैयारियों, परीक्षा केन्द्रों के चयन, परीक्षार्थियों का सत्यापन, छघ्द्मनिरूपण रोके जाने आदि हेतु विस्तृत दिशा निर्देश उत्तर प्रदेश शासन द्वारा दिनांक-19.06.2024 को जारी किए गये है. यह परीक्षा इन सभी मानकों के अनुसार की जा रही है. विज्ञप्ति में जानकारी दी गई कि उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा सार्वजनिक परीक्षाओं में अनुचित साधनों, जैसे प्रश्नपत्र लीक होना, उत्तर पुस्तिकाओं से छेड़छाड़ आदि को रोकने के लिए उ०प्र० सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अध्यादेश-2024 (उत्तर प्रदेश अध्यादेश संख्या-6, सन् 2024) दिनांक 01 जुलाई, 2024 को अधिसूचित किया गया है, इस अधिनियम में प्रावधान किया गया है कि इस अधिनियम के अन्तर्गत परीक्षा में अनुचित साधनों का प्रयोग करना, नकल करना या नकल कराना, प्रश्न पत्र का प्रतिरूपण करना या प्रकट करना या प्रकट करने का षड्यंत्र करना आदि कृत्य अपराध की श्रेणी में आते हैं, जो इस अधिनियम के अन्तर्गत दण्डनीय है. ऐसे प्रकरणों में एक करोड़ तक का जुर्माना और आजीवन कारावास तक की सजा, दोनों ही हो सकती है।


 उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा आरक्षी नागरिक पुलिस के 60244 पदों पर सीधी भर्ती 2023 की लिखित परीक्षा उपरोक्त उल्लिखित तिथियों में आयोजित की जायेगी. जन्माष्टमी त्योहार के कारण परीक्षा में अंतराल दिया गया है. उक्त तिथियों को प्रतिदिन 02 पालियों में यह परीक्षा सम्पन्न होगी तथा प्रति पाली में लगभग 5 लाख अभ्यर्थी इस परीक्षा में सम्मिलित होंगे. उक्त परीक्षा में सम्मिलित होने वाले अभ्यर्थियों को उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की निःशुल्क बस सेवा की सुविधा रहेगी. अभ्यर्थी अपनी सुविधानुसार इसका लाभ ले सकते है, जिसके लिए बस से यात्रा करने वाले अभ्यर्थियों को अपने प्रवेश पत्र की अतिरिक्त दो प्रतियों डाउनलोड करनी होगी तथा उसकी एक प्रति परीक्षा केन्द्र के जनपद तक की यात्रा एवं दूसरी प्रति परीक्षा उपरान्त अपने जनपद तक की यात्रा के लिए बस कंडक्टर को प्रस्तुत करना होगा.