Friday, 11 July 2025

अलीगढ़ फिर एक पति ने गंवाई अपनी जान प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने गोली मारकर दिया घटना को अंजाम नींद की गोली खिलाकर सबको सुला देती थी पत्नी; बच्चों ने बताई मां की करतूत


 अलीगढ़ फिर एक पति ने गंवाई अपनी जान



प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने गोली मारकर दिया घटना को अंजाम


नींद की गोली खिलाकर सबको सुला देती थी पत्नी; बच्चों ने बताई मां की करतूत



उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के बरला कस्बे के मोहल्ला कोठी में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक सुरेश (32) दिल्ली में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था और छुट्टी पर अपने गांव आया था। पुलिस ने आरोपी पत्नी बीना और उसके प्रेमी मनोज को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।


पुलिस जांच के अनुसार, बीना (30) का पिछले आठ साल से पड़ोस में परचून की दुकान चलाने वाले मनोज से प्रेम संबंध था। सुरेश की शादी 12 साल पहले फिरोजाबाद की बीना के साथ हुई थी, और उनके तीन बच्चे नीतेश (10), पुनीत (8) और रोशनी (6) हैं। सुरेश दिल्ली में नौकरी करता था और सप्ताह या दस दिन में घर आता था। इस दौरान बीना अपने प्रेमी मनोज से मिलती थी। बच्चों ने पुलिस को बताया कि उनकी मां खाने में नींद की गोलियां देकर उन्हें और पति को सुला देती थी, ताकि मनोज से मिल सके।


बीना और मनोज के प्रेम संबंध की चर्चा मोहल्ले से लेकर कस्बे तक फैल गई थी। सुरेश ने पत्नी को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। गांव में तीन बार पंचायतें हुईं, जिनमें दोनों को अलग रहने के लिए कहा गया। इसके बावजूद, दोनों गुपचुप मिलते रहे। पुलिस के अनुसार, बीना और मनोज को एक बार अलीगढ़ के होटल और एक बार दिल्ली में आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया था, लेकिन हर बार बीना ने मनोज को बचा लिया।


पुलिस के मुताबिक, बीना और मनोज ने सुरेश को रास्ते से हटाने की साजिश रची। पहले योजना थी कि रात में नींद की गोलियां देकर सुरेश का गला दबाया जाएगा, लेकिन यह योजना विफल रही। इसके बाद बीना ने मनोज को तमंचा देकर सुरेश की हत्या करने के लिए कहा। गुरुवार सुबह सुरेश घर के चबूतरे पर मोबाइल देख रहा था, तभी मनोज ने उसके सीने में गोली मार दी। सुरेश के भाई विजय ने मनोज पर लोहे का बाट फेंका, जिसके जवाब में मनोज ने उन पर भी फायर किया, जिससे विजय घायल हो गए।


घटना के बाद सुरेश के तीनों बच्चे स्कूल से थाने पहुंचे और अपनी मां के खिलाफ गवाही दी। उन्होंने बताया कि बीना उन्हें और पिता को नींद की गोलियां देती थी। बच्चों ने पुलिस से कहा, "हमारी मां को जेल भेज दो।" घटना के दिन बीना ने बच्चों को जबरन स्कूल भेजा, ताकि हत्या की साजिश को अंजाम दिया जा सके। मनोज ने हत्या के बाद तमंचा लेकर थाने में आत्मसमर्पण कर दिया और अपना जुर्म कबूल किया। पुलिस ने बीना को भी हिरासत में लिया।


सीओ बरला गर्वित सिंह ने बताया कि घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए गए हैं और दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है। एसपीआरए अमृत जैन ने कहा कि यह एक सुनियोजित साजिश थी, जिसे बीना और मनोज ने मिलकर अंजाम दिया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद कर लिया है और मामले की गहन जांच की जा रही है।

आजमगढ़ सिधारी मार्ग दुर्घटना में सफाई कर्मचारी की हुई मौत कार द्वारा ई-रिक्शा में टक्कर मारने से हुआ हादसा, 3 अन्य गंभीर रूप से घायल


 आजमगढ़ सिधारी मार्ग दुर्घटना में सफाई कर्मचारी की हुई मौत



कार द्वारा ई-रिक्शा में टक्कर मारने से हुआ हादसा, 3 अन्य गंभीर रूप से घायल




उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के सिधारी थाना क्षेत्र के मुंडा गांव के पास शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में सफाई कर्मचारी की जहां मौत हो गयी, वहीं तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गये। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।


जानकारी के अनुसार, सिधारी थाना क्षेत्र के लीलापुर गांव निवासी शिवचंद यादव (39) पुत्र देवनाथ शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे ई-रिक्शा से जा रहे थे, ई-रिक्शा में उनके अलावा रवि जयसवाल (19), रिंका जयसवाल (25) और महेश (40) सवार थे जिन्हे तहबरपुर जाना था। ई-रिक्शा के मुंडा गांव के पास पहुंचते ही तेज रफ्तार कार ने उसमें जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में शिवचंद यादव सहित चारों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तत्काल एंबुलेंस बुलाकर घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने शिवचंद यादव को मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों रवि, रिंका और महेश का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। मृतक शिवचंद यादव दो पुत्रों के पिता थे और पिछले 16 वर्षों से रानीपुर विकास खण्ड रानी की सराय में सफाई कर्मी के रूप में कार्यरत था। पुलिस ने मामला दर्ज कर हादसे की जांच शुरू कर दी है।

आजमगढ़ मेंहनाजपुर हेड कांस्टेबल ने सरकारी असलहे से खुद को मारी गोली, हुईं मौत थाना परिसर में स्थित सरकारी आवास में घटना को दिया अंजाम


 आजमगढ़ मेंहनाजपुर हेड कांस्टेबल ने सरकारी असलहे से खुद को मारी गोली, हुईं मौत




थाना परिसर में स्थित सरकारी आवास में घटना को दिया अंजाम



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के थाना मेंहनाजपुर में तैनात हेड कांस्टेबल नंदलाल ने शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे अपने सरकारी आवास में सरकारी असलहे से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) चिराग जैन ने बताया कि नंदलाल मलखाने में मुंशी के पद पर कार्यरत थे। सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में आवास का दरवाजा तोड़ा गया और शव को बाहर निकाला गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है।



प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि सुबह 4 से 5 बजे के बीच नंदलाल को कुछ लोगों ने टहलते हुए देखा था। इसके बाद वे अपने कमरे में गए और इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है और तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

आजमगढ़ रौनापार मंदिर दर्शन को निकली 4 लड़कियां लापता रिपोर्ट दर्ज, पुलिस तलाश में जुटी


 आजमगढ़ रौनापार मंदिर दर्शन को निकली 4 लड़कियां लापता



रिपोर्ट दर्ज, पुलिस तलाश में जुटी



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के रौनापार थाना क्षेत्र के मानिकपुर गांव की चार लड़कियां मंगलवार सुबह हनुमान मंदिर जमुवारी दर्शन के लिए गई थीं, जो देर शाम तक घर नहीं लौटीं। परिजनों ने खोजबीन के बाद थाने में तहरीर देकर मामले की जानकारी दी।


परिजनों के अनुसार, चारों लड़कियां सुबह करीब 8 बजे घर से दो किलोमीटर दूर स्थित हनुमान मंदिर गई थीं। इसके बाद उनका कोई पता नहीं चला। परिजनों ने उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन फोन बंद मिला। एक लड़की की मां ने बताया कि उनकी बेटी ने सुबह 7:30 बजे मंदिर जाने के लिए पैसे मांगे थे। पैसे नहीं होने की बात कहकर वह दूसरी जगह चली गईं, लेकिन वापस लौटने पर बेटी घर पर नहीं थी। 


एक अन्य परिजन ने बताया कि शाम को एक अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसमें उनकी बेटी ने बताया कि वह गांव के ही राजन, पुत्र त्रिलोकी, के साथ है, लेकिन उसने अपनी लोकेशन नहीं बताई। इसके बाद उक्त नंबर पर दोबारा संपर्क नहीं हो सका। परिजनों ने आसपास और रिश्तेदारों के यहां तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। रौनापार थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस लड़कियों की तलाश में जुटी है और मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल्स खंगाल रही है।


अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) चिराग जैन ने बताया कि पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी गई है। "हमारी टीमें लापता लड़कियों की तलाश में जुटी हुई हैं। आसपास के क्षेत्रों, सीसीटीवी फुटेज, और संभावित स्थानों पर छानबीन की जा रही है। परिवार वालों से भी लगातार संपर्क में हैं, और जल्द ही लड़कियों को सकुशल बरामद करने की पूरी कोशिश की जा रही है।

Thursday, 10 July 2025

हापुड़ रिश्वतखोरी के आरोप में सस्पेंड लेखपाल ने खाया जहर इलाज के दौरान आज भोर में हुई मौत, परिवार में मचा कोहराम


 हापुड़ रिश्वतखोरी के आरोप में सस्पेंड लेखपाल ने खाया जहर



इलाज के दौरान आज भोर में हुई मौत, परिवार में मचा कोहराम



उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में धौलाना तहसील परिसर में एक निलंबित लेखपाल सुभाष मीणा ने बुधवार को कथित रूप से जहरीला पदार्थ खा लिया था। हालत बिगड़ने पर उन्हें वैशाली के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां गुरुवार तड़के करीब 3:30 बजे इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। सुभाष मीणा रिश्वतखोरी के आरोप में निलंबित थे। उनकी मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया है।


सुभाष मीणा के चालक शाहिद ने बताया कि बुधवार सुबह वह उन्हें मेरठ के सरधना के गांव बेगवाबाद से धौलाना ला रहे थे। रास्ते में पिलखुवा में रुककर किसी से मुलाकात करने के बाद सुभाष तहसील पहुंचे। वहां एक कार्यालय में जाने के बाद उन्होंने शाहिद से पानी मांगा और तहसीलदार से मिलने की बात कहकर अंदर चले गए। शाहिद को पानी पीने के दौरान कुछ शक हुआ, जिसके बाद उसने अन्य लेखपालों को सूचना दी।

लेखपालों ने तहसीलदार के कार्यालय में सुभाष को ढूंढा, लेकिन वह वहां नहीं मिले। बाद में नायब तहसीलदार के कार्यालय में उन्हें उल्टी करते पाया गया। आनन-फानन में उन्हें रामा अस्पताल ले जाया गया, जहां से परिवार को सूचना दी गई। सुभाष के पुत्र सचिन और अभिषेक अस्पताल पहुंचे, और चिकित्सकों ने उन्हें वैशाली के मैक्स अस्पताल रेफर कर दिया।

जिलाधिकारी अभिषेक पांडेय ने बुधवार रात अस्पताल जाकर सुभाष का हाल जाना और उनके परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया था। गाजियाबाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

आजमगढ़ फर्जी ब्लॉक प्रमुखों ने प्रमुख बन की सीएम योगी से मुलाकात हेलीपैड सूची में बड़ी लापरवाही आई सामने, लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल


 आजमगढ़ फर्जी ब्लॉक प्रमुखों ने प्रमुख बन की सीएम योगी से मुलाकात



हेलीपैड सूची में बड़ी लापरवाही आई सामने, लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में मुख्यमंत्री के आगमन के दौरान प्रशासन द्वारा जारी हेलीपैड सूची में बड़ी लापरवाही सामने आई है। सूची में कई ऐसे लोगों को ब्लॉक प्रमुख के रूप में शामिल किया गया, जो वास्तव में ब्लॉक प्रमुख नहीं हैं। इस चूक ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस लिस्ट को लेकर तरह-तरह की चर्चाएँ जोर पकड़ रही हैं। मुख्य राजस्व अधिकारी के हस्ताक्षर से जारी 50 लोगों की सूची में अजमतगढ़, मार्टीनगंज, हरैया, महराजगंज, बिलरियागंज, तरवां, मिर्जापुर और सठियांव ब्लॉकों के प्रमुखों के नाम के आगे गलत व्यक्तियों के नाम दर्ज थे। इस सूची के आधार पर कई गैर-प्रमुख व्यक्ति हेलीपैड पर पहुंचे और मुख्यमंत्री के स्वागत में शामिल हो गए।



जब इस मामले में मुख्य राजस्व अधिकारी संजीव ओझा से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि सूची में शामिल नाम पार्टी जिम्मेदारों द्वारा उपलब्ध कराए गए थे। उन्होंने कहा, "हमें जो नाम दिए गए, वही सूची में शामिल किए गए हैं।

Wednesday, 9 July 2025

उत्तर प्रदेश के 22 पीसीएस अधिकारियों को मिली आईएएस में पदोन्नति उत्तर प्रदेश के नियुक्ति विभाग ने जारी किया आदेश


 उत्तर प्रदेश के 22 पीसीएस अधिकारियों को मिली आईएएस में पदोन्नति


उत्तर प्रदेश के नियुक्ति विभाग ने जारी किया आदेश



लखनऊ, उत्तर प्रदेश के 22 पीसीएस अधिकारियों को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) काडर में पदोन्नति दी गई है। केंद्रीय कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की अधिसूचना के आधार पर उत्तर प्रदेश के नियुक्ति विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।

पदोन्नत अधिकारियों में सहारनपुर के अपर आयुक्त भानु प्रताप यादव, यूपीएसएसएससी के परीक्षा नियंत्रक विधान जायसवाल, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के सचिव राजेश कुमार सिंह, सिद्धार्थनगर के सीडीओ बलराम सिंह, यीडा के विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र कुमार भाटिया, यूपीपीएससी के उप सचिव देवी प्रसाद पाल, मुरादाबाद विकास प्राधिकरण की सचिव अंजू लता, दिव्यांगजन सशक्तीकरण निदेशालय के संयुक्त निदेशक जयनाथ यादव, अपर निदेशक (प्रशासन) कृषि व अपर मेला अधिकारी कुंभ मेला दयानंद प्रसाद शामिल हैं।


इसके अलावा, यूपीपीएससी के उप सचिव विनोद कुमार गौड़ और विवेक कुमार श्रीवास्तव, संयुक्त निदेशक मंडी परिषद सचिन कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) हाथरस बसंत अग्रवाल, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) वाराणसी वंदिता श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अयोध्या महेंद्र कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) बिजनौर विनय कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) मुरादाबाद गुलाब चंद्र, सदस्य वक्फ न्यायाधिकरण लखनऊ राम सुरेश वर्मा, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) गाजियाबाद रण विजय सिंह, अपर जिलाधिकारी (भूमि अध्याप्ति) गौतमबुद्धनगर राजेश कुमार, उप निदेशक मंडी योगेंद्र कुमार और अपर निदेशक चिकित्सा शिक्षा निदेशालय नीलम को भी आईएएस काडर में पदोन्नति दी गई है।