Thursday 18 January 2024

लखनऊ सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा आदेश इन लोगों को मिलेंगे 30 लाख रुपये, जानें किसे मिलेगा लाभ


 लखनऊ सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा आदेश


इन लोगों को मिलेंगे 30 लाख रुपये, जानें किसे मिलेगा लाभ




उत्तर प्रदेश लखनऊ यूपी सरकार शहरों में सीवर व सौप्टिक टैंक की सफाई के दौरान कर्मियों की मौत होने पर उनके परिजनों को 30 लाख रुपये देगी। पूर्ण रूप से अपंग होने पर 20 लाख और आंशिक रूप से अपंग होने पर 10 लाख रुपये दिया जाएगा। प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने शासनादेश जारी करते हुए निकायों को निर्देश भेज दिया है। सीवर व सैप्टिक टैंक की सफाई में लगे कर्मचारियों के लिए मैनुअल मैला ढोने वाले और पुनर्वास अधिनियम वर्ष 2013 में बनाया था। इसमें उन्हें सुरक्षा उपकरण देने और मृत्यु या अपंग होने की स्थिति में 10 लाख रुपये देने की व्यवस्था की गई थी।


 सुप्रीम कोर्ट ने इस संबंध में अक्तूबर 2023 को इस संबंध में नया आदेश दिया है। इसके आधार पर नगर विकास विभाग ने संशोधित शासनादेश जारी किया है। नगरीय निकायों में सीवर व सैप्टिक टैंक की सफाई में लगे नियमित, संविदा, वर्क चार्ज, दैनिक वेतन भोगी कर्मियों के नियुक्ति प्राधिकारी नगर निगम में नगर आयुक्त व नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों में अधिशासी अधिकारी होते हैं। इसके अलावा सेवा प्रदाता के माध्यम से भी सीवर व सैप्टिक टैंक की सफाई के लिए कर्मचारियों को रखा जाता है। इसलिए नियोजकों द्वारा इनकी सफाई के लिए लगाए जाने वाले कर्मियों की बीमा पालिसी अनिवार्य रूप से कराई जाएगी। इसका प्रीमियम नियोजकों द्वारा दिया जाएगा, जिससे सफाई के दौरान किसी भी स्थिति में आश्रितों को तय व्यवस्था के अनुसार पैसा दिया जा सके।

मऊ 14 लेखपालों सहित 5 राजस्व निरीक्षकों का वेतन रोकने का निर्देश डीएम की इस कार्रवाई के बाद प्रशासनिक अमले में मचा हड़कंप


 मऊ 14 लेखपालों सहित 5 राजस्व निरीक्षकों का वेतन रोकने का निर्देश


डीएम की इस कार्रवाई के बाद प्रशासनिक अमले में मचा हड़कंप



उत्तर प्रदेश मऊ जिलाधिकारी अरुण कुमार ने अविवादित वरासत के प्रकरणों में समय सीमा के उपरांत लंबित आवेदन पत्रों के कारण 14 लेखपालों सहित पांच राजस्व निरीक्षकों का जनवरी माह का वेतन रोकने के निर्देश दिए। विगत दिन हुई समीक्षा बैठक के दौरान अविवादित वरासत के प्रकरणों में भी समय सीमा का अनुपालन न करने का मामला संज्ञान में आने पर जिलाधिकारी ने यह कार्रवाई की।


जिन लेखपालों का वेतन रोकने के आदेश जारी किए गए हैं, उनमें तहसील मोहम्मदाबाद गोहना से स्वामीनाथ लेखपाल मंडल खुशामदपुर ग्राम बरडीहा एवं चक सुरहुरपुर, रामसमुझ लेखपाल मंडल नगरीपार ग्राम तुलसीपुर कोढवा, सर्वेश सिंह लेखपाल मंडल अमरिया ग्राम अमरिहा, कतवारू लेखपाल मंडल बरबोझी ग्राम चक बरबोझी एवं सलेमपुर, रामजन्म सिंह लेखपाल मंडल बंदी घाट ग्राम बंदी घाट,


तहसील घोसी से लेखपाल रितेश गौर लेखपाल मंडल दादनपुर अहिरौली ग्राम मुस्तफाबाद,


 तहसील मधुबन से अरुणेंद्र यादव लेखपाल मंडल परसिया केशोपुर ग्राम परसिया केशोपुर एवं बेलाग दायनपट्टी,


तथा तहसील सदर से मनीष श्रीवास्तव लेखपाल मंडल बडागांव ग्राम बडागांव एवम् पकड़ौवा,वैभव सिंह लेखपाल मंडल अदरी ग्राम अदरी, पंकज प्रजापति लेखपाल मंडल कुतुबपुर ग्राम अनुपार, राजेश यादव लेखपाल मंडल ताजपुर ग्राम उस्मानपुर, भुवाल यादव लेखपाल मंडल वैजापुर एवं भार ग्राम कासिमपुर एवं बाबुआपुर, अखिलेश कुमार लेखपाल मंडल कुड़वा ग्राम मोहन सराय, अतुल राय लेखपाल मंडल समोगर ग्राम समोगर शामिल हैं।


 इसी प्रकार राजस्व निरीक्षक स्तर पर अविवादित वरासत के प्रकरणों में समय सीमा के उपरांत भी लंबित आवेदन पत्र पाए जाने पर जिन पांच राजस्व निरीक्षकों का वेतन रोकने के निर्देश जारी किए गए हैं, उनमें राजेश सिंह राजस्व निरीक्षक मंडल अयिलख ग्राम अयिलख,राम भरोसे चौहान राजस्व निरीक्षक मंडल कैथवली ग्राम पहाड़पुर, प्रकाश सिंह बादल राजस्व निरीक्षक मंडल अरेला, भुजही, खुशामदपुर, गोलिबपुर, टड़वा चौबेपुर,ग्राम अरेला, भुजही, मोहिउद्दीनपुर, रैकड, बरडीहा, अठगोड़ा, टड़वा चौबेपुर, विजय सिंह राजस्व निरीक्षक मंडल ताजपुर एवम् देवखरी ग्राम जमीन काजी हसन एवं भीखामपुर तथा महेंद्र कुमार राजस्व निरीक्षक मंडल कोठिया ग्राम कोठिया शामिल हैं। जिलाधिकारी ने संबंधित लेखपालों एवं राजस्व निरीक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए अविवादित वरासत के प्रकरणों में भी समय के अंतर्गत कार्रवाई न करने पर माह जनवरी का वेतन रोकने के आदेश जारी किए।

आजमगढ़ गम्भीरपुर खराटी फांसी पर लटका मिला विवाहिता का शव मायके वालों सहित ससुराल पक्ष पहुंचा थाने, कानूनी कार्रवाई से किया इनकार


 आजमगढ़ गम्भीरपुर खराटी फांसी पर लटका मिला विवाहिता का शव



मायके वालों सहित ससुराल पक्ष पहुंचा थाने, कानूनी कार्रवाई से किया इनकार




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ गम्भीरपुर थाना क्षेत्र के खराटी गांव में बुधवार की शाम लगभग 5 बजे एक 25 वर्षीय विवाहिता का छत में लगे चूले के सहारे फांसी पर लटका हुआ शव बरामद किया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों ने किसी भी कानूनी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया।


बताया जाता है कि गम्भीरपुर थाना क्षेत्र के खराटी गांव निवासी राकू गौड़ की पत्नी शकुंतला उम्र 25 वर्ष बुधवार की शाम को अपने पति से बाजार जाने के लिए कही और पति ने ठण्ड में बाजार लिवा जाने से मना कर दिया और कहा कि जो तुम्हें चाहिए वह लेता आऊगा। पत्नी द्वारा बर्गर और चाउमिन लाने की बात कही गयी। पति बाजार से शाम लगभग 4.30 बजे बर्गर और चाऊमिन लेकर घर आया औऱ पत्नी को देकर लगभग 800 मीटर दूर अपने दूसरे घर चला गया, जहां पर माता पिता व अन्य परिवार के लोग रहते थे। वहां से अपने डेढ़ वर्ष के बच्चे को लेकर जब वापस आया तो अंदर से दरवाजा बंद देख वह चिल्लाने लगा और आसपास के लोगों को बुलाया। लोग दरवाजा तोड़कर अंदर गये तो शकुन्तला को फांसी पर लटका पाया, आनन-फानन में एम्बुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुहम्मदपुर लाया गया, जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


 सूचना पर मायके पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंच गये। पुलिस ने सास, ससुर, जेठान व पति को पूछताछ के लिए थाने पर ले गई। दूसरे दिन बृहस्पतिवार को सैकड़ों की संख्या में मायके व ससुराल के पक्ष के लोग पहुंचे। मृतका के पिता प्रेम बहादुर व बहन लक्ष्मीना ने गम्भीरपुर थाने में बयान दिया कि वह गम्भीरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम रसूलपुर के निवासी है। शकुंतला की शादी लगभग 3 वर्ष पूर्व हुई थी उसका एक लगभग डेढ़ वर्ष का लड़का है, वह परिवार के साथ खुश थी किसी भी प्रकार का कोई विवाद नहीं था बुधवार को अज्ञात कारण से उसने फांसी लगा कर आत्महत्या कर लिया है। हम लोग कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते हैं।

अमरोहा शिक्षिका ने शूटरों की मदद से टीचर पर चलवाई गोलियां, पुलिस भी उलझी शिक्षक के चलते परिवार में आ रही थी दरार


 अमरोहा शिक्षिका ने शूटरों की मदद से टीचर पर चलवाई गोलियां, पुलिस भी उलझी


शिक्षक के चलते परिवार में आ रही थी दरार



उत्तर प्रदेश अमरोहा कोतवाली गजरौला में एक जनवरी को मंडी समिति में शिक्षक को गोली मारने की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस का दावा है कि शिक्षिका ने दो लाख रुपये की सुपारी देकर वारदात को अंजाम दिया था। घटना के पीछे उसकी मंशा थी कि पति नामजद होने पर वह मध्यस्थता की भूमिका निभाएगी। मिली जानकारी के अनुसार शिक्षिका के ससुराल वाले यह समझते थे कि वह शिक्षक से बात करती है। पुलिस ने शिक्षिका और गोली मारने वाले आरोपी के साथ रहे अधेड़ को गिरफ्तार कर लिया है। 


सीओ श्वेताभ भास्कर ने बताया कि एक जनवरी की शाम को अतरपुरा निवासी नागेंद्र सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके तहेरे भाई शिक्षक नरेंद्र सिंह को सुबह नौ बजे चादर ओढ़ कर आए बदमाशों ने गोली मार दी। जिस पर रजबपुर थाना क्षेत्र के गांव चांदनगर निवासी संजीव उसके भाई महावीर, दीपांशु, संजीव के बेटे अमन व रजबपुर थाना क्षेत्र के गांव रामनगर निवासी अजय गोपाल के खिलाफ जानलेवा हमला करने और साजिश रचने की रिपोर्ट दर्ज की। घटना के दिन से ही पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही थी।


सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। इस बीच सामने आया कि बछरायूं थाना क्षेत्र के ढकिया भूड़ गांव निवासी शिक्षिका रश्मि की घटना को अंजाम दिलाने में अहम भूमिका है। उसने दो लाख रुपये की सुपारी देकर शिक्षक को गोली मरवाई। पुलिस ने बुधवार को भानपुर फाटक से रश्मि व रजबपुर थाना क्षेत्र के काफूरपुर निवासी गजराज को गिरफ्तार कर पूछताछ की। उसने वारदात को अंजाम देना कबूल किया। गजराज ने पुलिस को बताया कि वह घटना के दौरान गोली मारने वाले अमरपाल निवासी अक्खा नगला के साथ था। उसके हिस्से में 50 हजार रुपये आए थे। गजराज से पुलिस ने 15 हजार रुपये व रश्मि से दो मोबाइल फोन बरामद किए। सीओ ने बताया कि दोनों आरोपियों का चालान कर दिया गया है। गोली मारने वाले आरोपी अमरपाल, बाइक चला रहे विनीत व सहयोग कर रहे नौगावां सादात थाना क्षेत्र के गांव अक्खा नगला निवासी संजीव की गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है।


पुलिस के अनुसार रश्मि की शादी रजबपुर थाना क्षेत्र के चांदनगर गांव निवासी अमन उर्फ रमनदीप के साथ हुई थी। बीते साल रश्मि ने अपने पति के खिलाफ गर्भपात कराने, ससुर संजीव, चचेरे ससुर महावीर, चचेरा देवर दियांशु के खिलाफ दहेज के लिए उत्पीड़न करने, जान से मारने की धमकी देने सहित कई धाराओं में केस दर्ज कराया था। पति और उसके परिवार वाले यह समझते थे कि वह शिक्षक नरेंद्र सिंह से बात करती है। ससुराल वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के कारण उसकी गृहस्थी बिगड़ रही थी। जिसका कारण वह शिक्षक नरेंद्र सिंह को समझती थी। शिक्षक से उसके पति कहासुनी हो चुकी थी। उसने यही सोच कर वारदात को अंजाम दिलाया कि शिक्षक को गोली मारने में उसके पति और अन्य फंस जाएंगे। बाद में समाज के लोग समझौता कराएंगे तो वह मध्यस्थता की भूमिका निभाएगी। मामला खत्म करने के लिए वह पति पर अपने साथ ले जाने का दबाव बनाएगी।