Thursday 9 November 2023

आजमगढ़ रानी की सराय रोडवेज बस से गिरा युवक पहिए के नीचे आया, दर्दनाक मौत जौनपुर में रह कर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था मृतक


 आजमगढ़ रानी की सराय रोडवेज बस से गिरा युवक पहिए के नीचे आया, दर्दनाक मौत



जौनपुर में रह कर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था मृतक




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ रानी की सराय कस्बा स्थित स्टेट बैंक के पास बृहस्पतिवार की सुबह रोडवेज बस से एक युवक अचानक सड़क पर गिर गया और बस के पहिए के नीचे आ जान से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक मऊ जिले का रहने वाला था। घटना के समय वह जौनपुर से वापस घर लौट रहा था। जौनपुर में रह कर वह इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। जौनपुर से रोडवेज की एक बस बृहस्पतिवार की सुबह आजमगढ़ के लिए चली। यह बस अभी रानी की साराय कस्बा में पहुंची थी कि स्टेट बैंक के सामने चलती बस से एक युवक नीचे गिर गया और बस के पिछले पहिए के नीचे आ जाने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।


 मृतक की पहचान बस में मौजूद उसके साथी संदीप ने अनीश कुमार 20 पुत्र इनरूराम निवासी खैरा नासिर परसुपुर जिला मऊ के रूप में किया। मृतक वीर बहादुर सिंह विश्वविद्यालय जौनपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। दीपावली की छुट्टी होने पर वह जौनपुर से वापस अपने घर मऊ जा रहा था। सूचना पर पहुंची रानी की सराय थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया। वहीं दुर्घटना करने वाली बस को भी पुलिस ने अपनी कस्टडी में ले लिया है। बस में मौजूद मृतक के साथी संदीप द्वारा घटना की सूचना उसके परिजनों को दे दी गई है। घटना की सूचना घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

कानपुर डीएवी कॉलेज में एसीपी को धक्का मारकर नीचे गिराया पुलिस वालों ने भी डंडे उठा लिए और छात्रों को खदेड़ा


 कानपुर डीएवी कॉलेज में एसीपी को धक्का मारकर नीचे गिराया



पुलिस वालों ने भी डंडे उठा लिए और छात्रों को खदेड़ा



उत्तर प्रदेश कानपुर में छात्रों ने पुलिस वालों के साथ जमकर बदसलूकी की। इस बीच पुलिस वालों ने भी डंडे उठा लिए और छात्रों को खदेड़ा। ये सब हुआ कानपुर में डीएवी कॉलेज प्रशासन और प्रिंसिपल के खिलाफ गुरुवार को निकाली गई छात्र हुंकार रैली में। दरअसल, कॉलेज छात्र-छात्राओं ने सारी सीमाएं तोड़ दी। कानून व्यवस्था में मौजूद पुलिस कर्मियों से छात्रों ने जमकर धक्का-मुक्की और बदसलूकी की। हुंकार रैली में प्रदर्शन कर रहे छात्र भड़क गए। इन्हें काबू करने के लिए पुलिस फोर्स ने मोर्चा संभाला। 


पुलिस फोर्स के मौके पर आने के बाद भी छात्र नहीं रुके और पुलिस वालों के साथ भी बदतमीजी की। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे छात्रों को रोकने का प्रयास कर रहे एसीपी कोतवाली रंजीत कुमार को छात्रों ने धक्का देकर सड़क पर गिरा दिया। घटना कैमरे में कैद होने के साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। न्यूज़9यू0पी0 वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पुलिस वालों और छात्रों के बीच होती झड़प दिख रही है। वीडियो में छात्र पुलिस वालों को धक्का देते हुए दिखे।


जानकारी के अनुसार एबीवीपी और डीएवी कॉलेज के छात्रों ने हुंकार रैली निकाली। छात्रों ने डीएवी कॉलेज के सामने कालेज प्रिंसिपल और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्र भड़क गए और प्रदर्शन उग्र होते देख पुलिस बल ने मोर्चा संभाला।


 वीडियो में दिख रहा है कि छात्रों को संभालते हुए एसीपी को छात्रों ने धक्का मारा जिससे वो सड़क पर गिर गए। वो तुरंत उठ खड़े हुए और बेहद गुस्से में दिखे। एसीपी को छात्रों ने धक्का देकर सड़क पर गिरा दिया। इसके बाद वो उठे और उनका गुस्सा भी बढ़ता दिखा। उन्होंने पहले उठकर खुद को संभाला और फिर उन्हें गिराने वाले छात्र को पकड़ने की कोशिश की। इसके बाद वो एक पुलिस वाले के पास पहुंचे और उसके हाथ से डंडा लेकर उन्हें गिराने वाले छात्र को पकड़ लिया। इस पर वहां सभी छात्र और पुलिस वालों के बीच झड़प बढ़ गई। वीडियो में छात्राएं भी पुलिस वालों को धक्का देती हुई दिखीं।

बरेली कृष्णपाल की हुईं शबाना, हिंदू धर्म अपना कर नाम रखा पूजा परिवार वाले थे शादी के खिलाफ, आश्रम में प्रेमी से रचाया विवाह


 बरेली कृष्णपाल की हुईं शबाना, हिंदू धर्म अपना कर नाम रखा पूजा



परिवार वाले थे शादी के खिलाफ, आश्रम में प्रेमी से रचाया विवाह



उत्तर प्रदेश बरेली के हाफिजगंज थाना क्षेत्र के गांव अहमदाबाद निवासी युवती ने आठ साल पुराने प्यार की खातिर धर्म की दीवार तोड़कर शादी कर ली। युवती शबाना ने हिंदू धर्म अपनाकर अपना नाम पूजा यादव रख लिया। इसके बाद बुधवार को अपने प्रेमी कृष्णपाल संग सात फेरे लिए। अहमदाबाद हाफिजगंज का प्रमुख गांव है। यहां से जिले को विधायक, मंत्री और अन्य जनप्रतिनिधि मिले हैं। गांव में हिंदू व मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग रहते हैं। यहीं के निवासी कृष्णपाल ने मढ़ीनाथ के आश्रम में गांव की शबाना से शादी कर ली। शबाना ने हिंदू धर्म अपना लिया। शबाना और कृष्णपाल की प्रेम कहानी दिलचस्प है। शबाना ने बताया कि आठ साल पहले उसकी दोस्ती कृष्णपाल से हुई थी। बातचीत का सिलसिला बढ़ा तो यह दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खा लीं। लेकिन इनकी मोहब्बत में मजहब की दीवार आड़े आ गई।


जब परिवार वालों को प्रेम प्रसंग का पता चला तो दोनों की मुश्किलें बढ़ गईं। शबाना पर बंदिशें लगा दी गईं। कृष्णपाल के परिवार वाले भी शादी करने को तैयार नहीं थे। जब प्यार में मुकाम पाने का कोई रास्ता नहीं सूझा तो शबाना और कृष्णपाल ने घर छोड़ने का फैसला कर लिया। बुधवार को शबाना और कृष्णपाल शहर के मढ़ीनाथ स्थित आश्रम पहुंचे। दोनों ने आश्रम के महंत के सामने विवाह करने की इच्छा जताई और शपथपत्र सौंपा। इसके बाद आश्रम के मंहत ने शबाना का शुद्धिकरण कराया। शबाना ने धर्म परिवर्तन कर अपना नया नाम पूजा यादव रख लिया। शबाना ने बताया कि उसकी उम्र 20 साल है। उसने अपनी मर्जी से हिंदू धर्म अपना कर प्रेमी कृष्णपाल से विवाह रचाया। इसमें किसी की जोर जबरदस्ती नहीं है। प्रेमी युगल ने बताया कि दोनों को जान का खतरा बना हुआ है। वह पुलिस अधिकारियों से मिलकर सुरक्षा की मांग करेंगे।

कासगंज हाथ जोड़ गिड़गिड़ाती रही पुलिस, दबंगों ने गाड़ी में घुसकर पीटा वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल


 कासगंज हाथ जोड़ गिड़गिड़ाती रही पुलिस, दबंगों ने गाड़ी में घुसकर पीटा



वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल



उत्तर प्रदेश कासगंज में दबंगों का अजब दुस्साहस दिखाई दिया है। छेड़खानी की सूचना पर पीड़ित की मदद करने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। गाड़ी में घुसकर पिटाई की गई। वर्दी फाड़ दी गई। गाड़ी के शीशे तोड़ दिए गए। पुलिस को अपनी सहायता के लिए थाने से फोर्स बुलानी पड़ी। पुलिस फोर्स पहुंचने पर हमलावर भाग खड़े हुए। पुलिस कर्मी की ओर से आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।


 मामला थाना सिकंदरपुर वैश्य इलाके का है। सिकंदरपुर वैश्य कोतवाली क्षेत्र में छेड़खानी की सूचना पर पीआरवी वैन लेकर पुलिसकर्मियों की टीम रवाना हो गई। ड्यूटी प्वाइंट से कुछ मिनटों में टीम सूचना वाले स्थाल पर पहुंच गई। पीआरवी वैन पर तैनात पुलिसकर्मी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि सिकंदरपुर वैश्य के गांव कादरगंज पुख्ता पहुंचे। वहां पीड़ित से मिलकर घटना की जानकारी जुटा रहे थे। मौके पर ही पहले से मौजूद हेम सिंह जाटव व तीन अन्य लोगों ने पुलिसकर्मियों से गालीगलौज शुरू कर दी। विरोध करने पर आरोपियों ने हमला करते हुए पीटना शुरू कर दिया। पीआरवी वैन के शीशे भी तोड़ दिए।


 सिपाही शैलेंद्र घायल हो गए। फोन कर थाने से फोर्स बुलवाई। थाना प्रभारी सिकंदरपुर वैश्य भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस फोर्स के पहुंचने से पहले ही आरोपी भाग निकले। पुलिस उनकी तलाश में दबिश देने में लगी है। एएसपी जितेंद्र कुमार दुबे के अनुसार थाना सिकंदरपुर वैश्य क्षेत्र में सूचना पर पुलिस की पीआरपी टीम मौके पर पहुंची थी। हेम सिंह नाम के ग्रामीण ने अपने साथियें के साथ पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिस के साथ अभद्रता की गई है। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है। आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही हैं।

आजमगढ़ जाली नोट का कारोबार करने के आरोप में 5 वर्ष की सजा 4 जुलाई 2004 को पुलिस ने दुर्गा टाकीज के पास से किया था गिरफ्तार


 आजमगढ़ जाली नोट का कारोबार करने के आरोप में 5 वर्ष की सजा


4 जुलाई 2004 को पुलिस ने दुर्गा टाकीज के पास से किया था गिरफ्तार


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जाली नोट का कारोबार करने के मुकदमे में अदालत ने सुनवाई करने के बाद एक आरोपी को पांच वर्ष के कारावास तथा दो हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई। यह फैसला जिला एवं सत्र न्यायाधीश संजीव शुक्ला ने बुधवार को सुनाया। अभियोजन पक्ष के अनुसार इंस्पेक्टर शहर कोतवाली विजय शंकर तिवारी 4 जुलाई 2004 को क्षेत्र भ्रमण के दौरान अपने हमराहियों के साथ दीवानी न्यायालय चौराहे पर पर थे। तभी मुखबिर ने सूचना दी कि एक व्यक्ति दुर्गा टॉकीज पर जाली नोट के साथ मौजूद है। 


मुखबिर की सूचना पर दिन में लगभग तीन बजे दुर्गा टॉकीज के पास आरोपी घरभरन चौहान पुत्र पलकधारी चौहान निवासी बेलकुंडा थाना रौनापार को 500 रूपये के 9 नोट के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद आरोपी घरभरन के विरुद्ध चार्ज शीट न्यायालय में भेज दिया।


 अभियोजन पक्ष की तरफ से जिला शासकीय अधिवक्ता प्रियदर्शी पियूष त्रिपाठी ने इंस्पेक्टर विजय शंकर तिवारी, सब इंस्पेक्टर सदगुरु शरण सिंह, हेड कांस्टेबल श्यामलाल यादव, हेड कांस्टेबल मनोज तिवारी,कांस्टेबल श्रवण कुमार राय तथा सुरेश सिंह को बतौर साक्षी न्यायालय में परीक्षित कराया। दोनों पक्षों के दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी घरभरन को जाली नोट रखने का दोषी पाते हुए पांच वर्ष के कारावास तथा दो हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई।