Monday 7 August 2023

आजमगढ़ पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सड़कों पर उतरा सैलाब डीएम कार्यालय पर पहुंची रैली ने बुलंद आवाज में ‘पुरानी पेंशन बहाल करो’ लगाए नारे


 आजमगढ़ पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सड़कों पर उतरा सैलाब


डीएम कार्यालय पर पहुंची रैली ने बुलंद आवाज में ‘पुरानी पेंशन बहाल करो’ लगाए नारे


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा उत्तर प्रदेश के आहवान पर जिला इकाई ने शंखनाद, पैदल एवं मोटरसाइकिल रैली के माध्यम से निकालकर जन जागरूकता अभियान में पूरी ताकत झोंक दिया। पुरानी पेंशन बहाली शंखनाद रैली डीएवी महाविद्यालय के परिसर से निकलकर गांधी प्रतिमा रैदोपुर, सिविल लाइन होते हुए डीएम कार्यालय पर पहुंची बुलंद आवाज में पुरानी पेंशन बहाल करो जैसे गगनचुम्बी नारे लगाए गए। इसके बाद पीएम सीएम को संबोधित पत्रक जिला प्रशासन को सौंपा गया।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राथमिक शिक्षकसंघ के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने सरकार को आगाह करते हुए कहाकि पुरानी पेंशन बहाल करें, अन्यथा शिक्षकों कर्मचारियों को सड़क पर उतर कर जन अन्दोलन करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कर्मचारी अपने हितों के लिए अब चुप नहीं बैठेगा। देश के बहुत से प्रांतों में पुरानी पेंशन बहाल हो चुकी है, मोर्चा अपने एकजुटता के दम पर उत्तर प्रदेश में भी पुरानी पेंशन बहाल कराने का काम करेगा। इसके लिए मोर्चा हर कीमत चुकाने को तैयार है।


सीपी यादव व बसंत कुमार बौद्ध ने कहा कि सरकार पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करें नही तो सड़क से सदन तक संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहाकि जनप्रतिनिधियों के लिए सरकारें सभी पेंशन जीवनपर्यंत देने की व्यवस्था करती है उसी शासन में वर्षों की सेवा देने वाले कर्मचारियों का पुरानी पेंशन देने से सरकार कतरा रही है ऐसी दोहरी नीति का हम पूरजोर विरोध करते रहेंगे।


जिला मंत्री ओंकार नाथ बलवंत सिंह जिला महामंत्री पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा लगातार विभिन्न जनपदों में रैली निकालकर जिलाधिकारी के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री व माननीय मुख्यमंत्री को पुरानी पेंशन बहाली हेतु ज्ञापन दिया जायेगा। मोर्चा के जिला संयोजक दीनानाथ मिश्र राजाराज, शिखा मौर्या जितेन्द्र कुमार, अजय कुमार सिंह, नवीन ने माननीय प्रधानमंत्री जी से देश के 70 लाख एनपीएस कर्मचारियों के साथ न्याय करने की अपील के साथ ही उत्तर प्रदेश से पुरानी पेंशन को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्र की याद दिलाते हुए कर्मचारी हित में पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कर्मचारी, अधिकारी, शिक्षक मौजूद रहे।

आजमगढ़ हत्या मामले में पिता-पुत्र को आजीवन कारावास की सजा 29 जून 1999 को पुरानी रंजिश में मारी गई थी गोली


 आजमगढ़ हत्या मामले में पिता-पुत्र को आजीवन कारावास की सजा


29 जून 1999 को पुरानी रंजिश में मारी गई थी गोली


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ हत्या के मुकदमे में सुनवाई पूरी करने के बाद अदालत ने पिता पुत्र को आजीवन कारावास तथा दस दस हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई। यह फैसला अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट नंबर छह रामानंद ने सोमवार को सुनाया।


 अभियोजन कहानी के अनुसार मुरली यादव पुत्र खिलावन यादव निवासी सुम्भाडीह थाना पवई का दामाद लाल बहादुर यादव पुत्र रामपलट निवासी जगदीशपुर थाना फूलपुर 29 जून 1999 को अपने गांव से ससुराल आ रहा था। तभी रास्ते में चकिया तिराहे पर लगभग रात नौ बजे पुरानी रंजिश को लेकर राधेश्याम पुत्र पुरुषोत्तम तथा राधेश्याम का लड़का हरिप्रसाद व दो अन्य लोगों ने लाल बहादुर के स्कूटर रोक लिया। राधेश्याम तथा हरिप्रसाद ने लाल बहादुर को गोली मार दी। घायल लालबहादुर को फूलपुर सरकारी अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए बीएचयू ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान 1 जुलाई को लाल बहादुर की मृत्यु हो गई। पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद मुकदमे में चार्जशीट न्यायालय में प्रेषित किया।


 अभियोजन पक्ष की तरफ से सहायक शासकीय अधिवक्ता श्रीश कुमार चौहान ने वादी मुरली, नायब तहसीलदार, श्रीकांत तिवारी, श्यामजीत, दयाशंकर मिश्र, हीरावती, रामपलट, लालजी, कृपाशंकर, मोहम्मद नसीम फारूखी, लाल साहब यादव, उपनिरीक्षक काशीनाथ यादव तथा चीफ फार्मासिस्ट राजेंद्र प्रसाद बरनवाल को बतौर साक्षी न्यायालय में परीक्षित कराया। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी राधेश्याम तथा हरिप्रसाद को आजीवन कारावास तथा दस दस हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई।

प्रयागराज SDM ज्योति मौर्य को नोटिस जारी पति आलोक की शिकायत पर जांच हुई तेज


 प्रयागराज SDM ज्योति मौर्य को नोटिस जारी


पति आलोक की शिकायत पर जांच हुई तेज


उत्तर प्रदेश प्रयागराज पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य को नोटिस जारी करके संपत्ति का ब्यौरा तलब किया गया है। उनकी प्रॉपर्टी, वाहन और खातों की जानकारी मांगी गई है। पति आलोक मौर्य के द्वारा भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद गठित जांच कमेटी ने अपनी विवेचना शुरू कर दी है। इसी कड़ी में ज्योति मौर्य को नोटिस जारी कर संपत्ति का ब्यौरा मांगा गया है। बताया जा रहा है कि कमिश्नर कार्यालय में वीडियो कैमरे की निगरानी में एसडीएम ज्योति मौर्य का बयान दर्ज किया जाएगा।


पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पति आलोक मौर्य की शिकायत पर जांच शुरू कर दी गई है। जांच कमेटी ने नोटिस भेजकर उनकी संपत्ति का ब्योरा भी तलब किया है। उनके पति आलोक मौर्य ने आरोप लगाया है कि ज्योति मौर्य ने पद का दुरुपयोग कर करोड़ों का अवैध लेनदेन किया है। इस पैसे से उन्होंने कई स्थानों पर संपत्ति बनाई है और कई सेक्टर में निवेश किया है। लेनदेन के समर्थन में वह लिखापढ़ी के कागजात भी सौंपे गए हैं, जिसमें किस अधिकारी से कितना लेने का ब्यौरा अंकित किया गया था।


शासन के निर्देश पर प्रयागराज के मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत को इस प्रकरण की जांच सौंपी गई है। मंडलायुक्त ने अपर आयुक्त प्रशासन अमृतलाल बिंद, एडीएम प्रशासन हर्षदेव पांडेय और एसीएम प्रथम जयजीत कौर की कमेटी गठित कर जांच शुरू करा दी है।


पीसीएस अधिकारी को नोटिस भेजकर उनसे उनकी संपत्ति का ब्योरा मांगा गया है। झलवा में उनके मकान के साथ ही प्लाट व फ्लैट की भी जानकारी मांगी गई है। नोटिस में जांच में सहयोग करने को भी कहा गया है। इसके पहले बयान दर्ज कराने के लिए दोनों को नोटिस भेजा गया है। जांच कमेटी की माने तो अगले हफ्ते दोनों के बयान दर्ज किए जा सकते हैं। कमिश्नर आफिस में दोनों का वीडियो कैमरे की निगरानी में बयान दर्ज कराया जाएगा।


उनसे पूछे जाने वाली सवालों की लिस्ट तैयार कर ली गई है। इसमें ज्यादातर वही सवाल हैं जो आलोक ने पत्नी ज्योति पर लगाए हैं। जांच कमेटी के अध्यक्ष अपर आयुक्त प्रशासन का कहना है कि पहले दोनों से अलग-अलग पूछताछ होगी। इसके बाद दोनों का सामना कराया जाएगा। फिर दोनों से सवाल-जवाब होगा। आलोक ने जो आरोप लगाए हैं, उसके बाबत साक्ष्य भी मांगा गया है, जबकि आरोपों को लेकर ज्योति से आपत्ति मांगी गई है। जांच कमेटी के अध्यक्ष का कहना है कि जल्द ही जांच पूरी कर रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंपी जाएगी।


बताया जा रहा है कि यदि पति आलोक मौर्य के लगाए गए आरोप साबित हो जाते हैं तो ज्योति मौर्य का निलंबन हो सकता है। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी हो सकती है। ज्योति के मातहत कर्मचारी रह चुके आपूर्ति निरीक्षक और मार्केटिंग इंस्पेक्टर से भी पूछताछ हो सकती है।


ज्योति मौर्य कौशांबी के चायल तहसील में 2019 से 2021 के बीच तैनात रही हैं। उनकी कथित डायरी में इस दौरान भ्रष्टाचार से मिलने वाले रुपयों का हिसाब-किताब लिखा है। यदि अक्तूबर 2021 की बात की जाए तो केवल एक महीने में ज्योति मौर्य ने 6.4 लाख रुपये अवैध रूप से कमाए हैं। इसमें यह भी लिखा है कि हर महीने 15 हजार रुपए सप्लाई इंस्पेक्टर और 16 हजार मार्केटिंग इंस्पेक्टर देते हैं। हर पेज पर हर महीने भ्रष्टाचार का हिसाब-किताब, कहां से कितना रुपया मिला, कहां खर्च किया सब दर्ज है । अब यह डायरी जांच का विषय बन गई है।