Sunday 7 April 2024

आजमगढ़ फर्जी मुकदमों में फंसा कर रमाकान्त यादव को जेल में डाला गया-धर्मेन्द्र धर्मेन्द्र यादव ने सपा विधायक के आवास पर जाकर परिजनों से की मुलाकात इलेक्टोरल बाण्ड को लेकर कही बड़ी बात


 आजमगढ़ फर्जी मुकदमों में फंसा कर रमाकान्त यादव को जेल में डाला गया-धर्मेन्द्र


धर्मेन्द्र यादव ने सपा विधायक के आवास पर जाकर परिजनों से की मुलाकात


इलेक्टोरल बाण्ड को लेकर कही बड़ी बात



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ समाजवादी पार्टी के आजमगढ़ लोकसभा सीट से प्रत्याशी धर्मेन्द्र यादव ने आज रमाकान्त यादव के परानापुर आवास पर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने परिजनों को भरोसा दिलाया कि समाजवादी पार्टी पूरी तरह से उनके साथ है। उन्होंने बताया कि सपा विधायक रमाकान्त यादव को फर्जी तरीके से फंसाकर जेल में डाला गया है। वे जल्द ही जेल से बाहर आयेंगे।


 नेताजी द्वारा सजाई गई आजमगढ़ की इस राजनीतिक जमीन को हरा-भरा रखने के लिए हर समाजवादी सोच का व्यक्ति पूरी मजबूती के साथ एकजुट खड़ा है। आगामी चुनाव में वह पूरे मनोयोग के साथ वोट के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी सरकार के क्रूर और तानाशाही रवैये का जवाब देगा। 2024 के चुनाव में इण्डिया गठबन्धन की सरकार बनेगी। उसके बाद दिल्ली के जैक के जरिए टिकी उत्तर प्रदेश की सरकार अपने आप धराशाही हो जायेगी।


इलेक्टोरल बाण्ड को लेकर भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि जिस व्यापारी या बड़े कारोबारी के यहां इडी या सीबीआई का छापा पड़ता है उसके द्वारा इलेक्टोरल बाण्ड के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी को बड़े पैमाने पर चंदा दिया गया है। इस पैसे को वह अपने नेताओं को तनख्वाह के रूप में देती है। चाहे कोई भी कितना भी भ्रष्टाचारी हो अगर वह भाजपा में चला गया तो ईडी और सीबीआई के लिए वह पूरी तरह साफ छवि का हो जाता है। इतना ही नहीं अगर कोई जनहित में भाजपा सरकार के खिलाफ मजबूती से खड़ा है तो उसे फर्जी तरीके से मुकदमें में फंसाकर जेल में डाल दिया जा रहा है। 


उन्होंने चुनौती भरे शब्दों में कहा कि भाजपा यह जान ले कि समाजवादी डरने वालों में से नहीं है। वे उसके अत्याचार के खिलाफ जमकर जवाब देंगे।

आजमगढ़ चोरी की 7 बाइक बरामद, 5 चोर चढ़े पुलिस के हत्थे चोरी के बाद राजघाट पुल के नीचे छिपाते थे बाइक


 आजमगढ़ चोरी की 7 बाइक बरामद, 5 चोर चढ़े पुलिस के हत्थे


चोरी के बाद राजघाट पुल के नीचे छिपाते थे बाइक



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ शहर कोतवाली पुलिस ने बाइक चोरी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इनके कब्जे से चोरी की सात बाइकें बरामद की गई है। इसके अलावा पुलिस ने इनके पास से तमंचा-कारतूस भी बरामद किया गया है। पकड़े गए सभी अभियुक्त अंबेडकरनगर जिले के निवासी बताए गए हैं।


 राजघाट के पास से पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया। शहर कोतवाली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ बाइक चोर राजघाट के पास मौजूद हैं। इस सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। घेराबंदी कर अभियुक्त रवि निवासी अमड़ी गोविंद साहब थाना कटका, नीरज निषाद निवासी इमादपुर इंदरईपुर थाना बसखारी, मो. कैफ निवासी माधोपुर थाना जहांगीरगंज, चमन कुमार निवासी देवरिया बुजुर्ग थाना राजेसुल्तानपुर व विशाल विश्वकर्मा निवासी बैरी बुजुर्ग थाना राजेसुल्तानपुर जिला अंबेडकरनगर को पकड़ लिए। मौके से इनके पास से एक बाइक व दो तमंचा-कारतूस बरामद हुई। कड़ाई से पूछताछ के बाद इन्होने राजघाट पुल के नीचे से चोरी के बाद छुपा कर रखे छह अन्य बाइक भी बरामद कराया। पुलिस ने पांचों का संबंधित धाराओं में चालान कर दिया है।


 एएसपी सिटी, शैलेंद्र लाल ने बताया कि पकड़े गए बाइक चोर मास्टर चाभी से खोल कर बाइकों को चोरी करते थे और फिर ग्राहक सेट कर चार से पांच हजार रुपये में ही बेच देते थे। दो अभियुक्तों के पास से एक-एक तमंचा भी बरामद किया गया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। ताकि यह पता चल सके कि कहा-कहां से इन्होंने बाइक चोरी किया है।

आजमगढ़ फूलपुर अपने ही बेटे को जंजीरों में जकड़ने को मजबूर हुआ पिता सूचना पर SDM निजामाबाद ने कराया आजाद; खुशी से झूम उठा युवक


 आजमगढ़ फूलपुर अपने ही बेटे को जंजीरों में जकड़ने को मजबूर हुआ पिता


सूचना पर SDM निजामाबाद ने कराया आजाद; खुशी से झूम उठा युवक



आजमगढ़ जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मिर्जापुर विकास खंड के मुड़ियार गांव के एक व्यक्ति को उसके ही परिवार के लोगों द्वारा जंजीरों से बांधकर घर में रखा गया था। इसकी जानकारी होने पर एसडीएम निजामाबाद मौके पर पहुंचे और उक्त युवक को जंजीरों से आजाद कराया। शनिवार को एसडीएम निजामाबाद संत रंजन क्षेत्र भ्रमण पर निकले थे। तभी किसी ने सूचना दी कि मुड़ियार गांव के एक व्यक्ति को उसके ही परिवार के लोगों ने ही जंजीरों में जकड़ कर रखा है। 


इस सूचना पर एसडीएम उक्त व्यक्ति के घर धमक पड़े। जहां उन्होंने आलम नामक व्यक्ति को जंजीरों में जकड़ा हुआ पाया। मौके पर मौजूद उसके पिता बदरुद्दीन ने बताया कि वह मानसिक रूप से बीमार है, जिसके कारण उसे जंजीरों में बांधकर रखना पड़ रहा है। एसडीएम ने तुरंत उसके हाथ में लगी बेड़ियों को खुलवाया। बेड़ियों के खुलने के बाद आलम की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।


 एसडीएम ने जिला विकलांग कल्याण अधिकारी को फोन कर कहा कि आलम को पेंशन दिलाएं और उसके इलाज पर आने वाले खर्च की व्यवस्था करें।