Thursday, 28 August 2025

आजमगढ़ बरदह गणेश पूजन के दौरान करंट लगने से युवक की दर्दनाक मौत एक माह पहले ही प्रदेश से घर लौटा था मृतक


 आजमगढ़ बरदह गणेश पूजन के दौरान करंट लगने से युवक की दर्दनाक मौत




एक माह पहले ही प्रदेश से घर लौटा था मृतक



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के बरदह थाना क्षेत्र के बरदह गांव में गुरुवार सुबह गणेश पूजन के दौरान एक दर्दनाक हादसा हो गया। गांव निवासी 30 वर्षीय महेंद्र यादव, पुत्र रामआसरे, साउंड मशीन में तार जोड़ते समय करंट की चपेट में आ गए। इस हादसे में वह गंभीर रूप से झुलस गए। परिजनों ने उन्हें तत्काल बरदह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने जौनपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सदर अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने महेंद्र को मृत घोषित कर दिया।



महेंद्र अपने दो भाइयों और दो बहनों में तीसरे नंबर पर थे। चार साल पहले उनकी मां गोरी देवी का बीमारी के कारण निधन हो चुका था। बताया जाता है कि महेंद्र एक माह पहले ही प्रदेश से घर लौटे थे, जहां वे एक आइसक्रीम कंपनी में ऑपरेटर के रूप में काम करते थे। इस घटना ने परिवार में कोहराम मचा दिया, और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में शोक की लहर दौड़ गई। जानकारी के मुताबिक, शव का पोस्टमार्टम जौनपुर में कराया जा रहा है। यह हादसा गणेशोत्सव के बीच हुआ, जिससे गांव का उत्सवी माहौल गमगीन हो गया।

आजमगढ़ देवगांव लालगंज विवादित आर्या हॉस्पिटल में प्रसूता की मौत गुस्साए परिजनों ने सड़क पर शव रखकर किया जाम


 आजमगढ़ देवगांव लालगंज विवादित आर्या हॉस्पिटल में प्रसूता की मौत




गुस्साए परिजनों ने सड़क पर शव रखकर किया जाम



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के लालगंज क्षेत्र में स्थित कटघर नगर पंचायत के आर्या हॉस्पिटल में डिलीवरी के दौरान एक प्रसूता की मौत के बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने वाराणसी-आजमगढ़ राजमार्ग पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। गुरुवार को सड़क पर शव रखकर किए गए हंगामे के बाद पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और जाम हटवाया।


देवगांव कोतवाली क्षेत्र के चिरकीहिट गांव निवासी चंद्र बली सरोज की 24 वर्षीय बहू सोनी सरोज, पत्नी बहादुर सरोज, को मंगलवार को चेकअप के लिए आशा कार्यकर्ता द्वारा आर्या हॉस्पिटल लाया गया था। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने बिना उनकी सहमति के सोनी का ऑपरेशन कर दिया। ऑपरेशन के बाद उनकी हालत बिगड़ने पर अस्पताल संचालक उन्हें वाराणसी के कुलवंती हॉस्पिटल ले गए, जहां बुधवार देर रात उनकी मृत्यु हो गई।

परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही और फर्जी डॉक्टरों द्वारा इलाज का आरोप लगाया है। गुरुवार को ग्रामीणों और परिजनों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। मृतका की ढाई साल की एक बेटी पहले से है, और ऑपरेशन के दौरान एक नवजात बेटी का जन्म हुआ।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है और मामले की जांच शुरू कर दी है। यह पहला मौका नहीं है जब आर्या हॉस्पिटल विवादों में आया हो। पहले भी यह अस्पताल तीन बार सील हो चुका है, लेकिन कथित तौर पर स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से यह अवैध रूप से संचालित हो रहा है। स्थानीय लोगों ने अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।