Sunday 6 August 2023

आजमगढ़ निजामाबाद पुलिस के नाम पर वसूली करने वाला कांग्रेस नेता गिरफ्तार क्षेत्र में चर्चा जोरों पर ‘ऊंट आया पहाड़ के नीचे’


 आजमगढ़ निजामाबाद पुलिस के नाम पर वसूली करने वाला कांग्रेस नेता गिरफ्तार


क्षेत्र में चर्चा जोरों पर ‘ऊंट आया पहाड़ के नीचे’



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुलिस के नाम पर लोगों से धन उगाही करना और पैसे वापस मांगने पर गाली गलौज करने तथा धमकी देने के मामले में निजामाबाद पुलिस ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र में कांग्रेस नेता को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गयी, कहीं-कहीं तो यह भी कहा जा रहा है कि अब ऊंट पहाड़ के नीचे आया है।


निजामाबाद थाना क्षेत्र के नसीरपुर खालसा निवासी निर्मला देवी पत्नी जयप्रकाश प्रजापति ने 5 अगस्त को थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि मेरे मोहल्ले के ही रामगनेश प्रजापति द्वारा मेरे पुत्र सोनू प्रजापति को पुलिस के द्वारा छुड़ाने के नाम पर डरा धमका कर 50,000 रुपये ले लिया गया तथा पुनः 30,000 रुपया मांगने पर वादिनी द्वारा देने से इंकार करने पर गाली गलौज व पुनः लड़के को फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गयी, जिसके के संबंध में थाना निजामाबाद में रामगनेश प्रजापति वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तथा पिछड़ा वर्ग के प्रदेश पदाधिकारी निवासी नसीरपुर खालसा के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया। 


आज 6 अगस्त को सुबह करीब 10 बजे उपनिरीक्षक सूरज कुमार चौधरी ने हमराही सत्यम सिंह के साथ उक्त आरोपी रामगनेश प्रजापति को फरहाबाद तिराहे से गिरफ्तार कर लिया। उसकी तलाशी लेने पर उसके पास से 50 हजार रूपये बरामद किये गये हैं। पुलिस ने कांग्रेस नेता रामगनेश प्रजापति को जेल भेज दिया।


बताते चलें कि कांग्रेस नेता रामगनेश प्रजापति के ऊपर पूर्व में इस तरह अनगिनत आरोप लगाये जा चुके है। आज उसकी गिरफ्तारी होने पर स्थानीय लोगों में इस बात की चर्चा ने जोर पकड़ लिया कि आज ऊंट पहाड़ के नीचे आया है। रामगनेश प्रजापति ऐसे नेता थे जो अधिकारियों के साथ सेल्फी लेकर क्षेत्र में अपनी धाक जमाते रहते थे और लोग डरवश कुछ नहीं कह पाते थे।

आजमगढ़ मुबारकपुर ट्रैक्टर को टक्कर मारते हुए पलटा अनियंत्रित ट्रक, ट्रैक्टर चालक घायल आजमगढ़-मऊ मार्ग हुआ अवरूद्ध, ट्रक छोड़कर चालक फरार


 आजमगढ़ मुबारकपुर ट्रैक्टर को टक्कर मारते हुए पलटा अनियंत्रित ट्रक, ट्रैक्टर चालक घायल



आजमगढ़-मऊ मार्ग हुआ अवरूद्ध, ट्रक छोड़कर चालक फरार


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मुबारकपुर थाना क्षेत्र के सुराई गांव के पास रविवार की सुबह अनियंत्रित ट्रक ने पहले एक ट्रक में टक्कर मारा फिर ट्रैक्टर के ऊपर चढ़ाते हुए दुकान के सामने लगे टिन शेड को तोड़ते हुए खाई में पलट गया। दुर्घटना में ट्रैक्टर चालक घायल हो गया।


 उसका निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटना के बाद ट्रक चालक फरार हो गया।कटरा अलीनगर निवासी मोबारक अली का ट्रैक्टर चालक राजू अली रविवार की सुबह भठ्ठा पर ईंट लादने जा रहा था। सुराई गांव के पास पहुंचा था कि सामने से एक तेज गति से उल्टी दिशा में ट्रक आ रहा था। राजू अली दुर्घटना की आशंक पर अपना ट्रैक्टर सड़क के किनारे खड़ा कर रहा था। इस दौरान तेज गति से आ रहे ट्रक सामने खडे़ ट्रक में टक्कर मारते हुए ट्रैक्टर पर चढ़ा दिया। फिर दुकान के सामने लगे टिन शेड को तोड़ते हुए ट्रक गड्ढा में जा गिरा। ट्रैक्टर का इंजन कई टुकड़ों में बट गया। चालक रजू अली गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


 मौके पर ट्रक छोड़कर चालक फरार हो गया। दुर्घटना के बाद आजमगढ़-मऊ मार्ग अवरूद्ध हो गया। स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई। घटना की सूचना पर पहुंचे सठियांव चौकी प्रभारी ने ट्रैक्टर के इंजन को किनारे करवा कर आजमगढ़-मऊ मुख्य मार्ग पर यातायात बहाल कराया।


आजमगढ़ सिधारी बीच सड़क पर छात्र को इंस्पेक्टर ने जड़े थप्पड़, वीडियो वायरल सीओ सिटी गौरव शर्मा को सौंपी गई जांच


 आजमगढ़ सिधारी बीच सड़क पर छात्र को इंस्पेक्टर ने जड़े थप्पड़, वीडियो वायरल


सीओ सिटी गौरव शर्मा को सौंपी गई जांच


आजमगढ़ उत्तर प्रदेश पुलिस का एक कारनामा आजमगढ़ में सामने आया है यहां एक इंस्पेक्टर ने एक छात्र की बीच सड़क पर पिटाई कर दी. इस वारदात का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद यूपी पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं. बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो में सिधारी थाना क्षेत्र के हरबंशपुर इलाके में थाना प्रभारी विकास चंद्र पांडे एक छात्र को बुरी तरह पीटते हुए नजर आ रहे हैं। 


जिस छात्र को इंस्पेक्टर ने बीच सड़क पर थप्पड़ मारा, उसका नाम शिवांस सिंह है। वह अपनी मां के इलाज के लिए सिधारी थाना क्षेत्र के हरबंशपुर स्थित मिशन हॉस्पिटल लेकर गया हुआ था. मां को अस्पताल पहुंचाकर वह बाहर अपनी बाइक पर बैठा ही था कि तभी सिधारी थाने की पुलिस वहीं से गुजर रही थी. थानाध्यक्ष विकास चंद पांडेय ने बिना कुछ पूछे छात्र को गालियां देनी शुरू कर दिया और बाइक से चाभी निकालने लगे।


शिवांस ने जब अपना कारण पूछा तो इंस्पेक्टर ने उसे कई थप्पड़ जड़ दिए। यही नहीं पुलिस शिवांस को अपने साथ सिधारी थाने ले गई। इसकी जानकारी मिलने के बाद एवीबीपी सहित कई कार्यकर्ता थाने गए और उन्होंने भी पीड़ित छात्र का गुनाह जानने की कोशिश की लेकिन उन्हें कोई जवाब नही मिला घंटो बाद शिवांस को छोड़ा गया।



शिवांस ने मीडिया से बातचीत करते हुए इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि थानाध्यक्ष ने उनको आकर गाली दी और बाइक की चाभी निकालने लगे. यही नहीं इंस्पेक्टर ने उन्हें थप्पड़ भी मारा। शिवांस ने पुलिस अधिकारियों से थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वहीं इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर शैलेंद्र लाल ने मीडिया से बताया कि पीछे से एक वीडियो लिया गया है. कोई पुलिस वाला अभद्रता कर रहा है मामले की जांच सीओ सिटी गौरव शर्मा को सौंपी गई है जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।

अंबेडकर नगर प्रेमिका के दरवाजे पर प्रेमी ने खुद को गोली से उड़ाया आत्महत्या करने से पहले पुलिस को दी थी सूचना


 अंबेडकर नगर प्रेमिका के दरवाजे पर प्रेमी ने खुद को गोली से उड़ाया


आत्महत्या करने से पहले पुलिस को दी थी सूचना


उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर में प्रेम प्रसंग में एक युवक ने प्रेमिका के घर जाकर खुद को गोली मारकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। गोली मारने से पहले प्रेमी ने डायल 112 पर काल करके खुद को गोली मारकर खुदकुशी करने जाने की सूचना भी दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


बताया जा रहा है कि राजेसुल्तानपुर थाना क्षेत्र के इटौरी खुर्द निवासी संदीप मौर्य पुत्र धीरेंद्र मौर्या (30) का प्रेम प्रसंग थाना क्षेत्र के ही समडीह गांव निवासी करीबी रिश्तेदार की बेटी के साथ चल रहा था। संदीप मौर्य उसके साथ शादी करना चाहता था, जिसके लिए वह घर व रिश्तेदार के परिजनों पर दबाव बनाता था लेकिन रिश्तेदार शादी के लिए तैयार नहीं थे। शनिवार की भोर में लगभग तीन बजे संदीप रिश्तेदार के घर समडीह पहुंच गया और दरवाजा खोलने तथा लड़की को साथ चलने के लिए कहने लगा। लड़की ने परिजनों से पूछने की बात कही।


इसके बाद संदीप ने डायल 112 पर काल करके प्रेमिका की ओर से दरवाजा न खोलने और खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने जाने की सूचना दी। पुलिस के पहुंचने के पहले ही संदीप ने अपने सिर से सटाकर खुद को गोली मार ली, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। सूचना के बाद डायल 112 की टीम आठ मिनट में मौके पर पहुंच गई थी लेकिन संदीप खुद को गोली मारकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर चुका था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अपर पुलिस अधीक्षक संजय राय और सीओ राम बहादुर सिंह ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। थानाध्यक्ष बेचू सिंह यादव ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।


प्रेमिका के दर पर गोली मारकर अपनी जान देने वाले संदीप ने मौत से दो घण्टे पहले फेसबुक पर लगभग तीन दर्जन तस्वीरें प्रेमिका के साथ अपलोड की थी। फेसबुक पर की गई पोस्ट के अनुसार संदीप ने घटना से दो घंटे पहले ही प्रेमिका के घर जान देने के लिए तय कर लिया था। संदीप के पोस्ट की तस्वीरों और वीडियो में स्पष्ट हो रहा है कि संदीप ने प्रेमिका को सिंदूर पहना कर शादी कर लिया था। एक पोस्ट में संदीप ने प्रेमिका के करवाचौथ रहने की बात की है। रात में की गई फेसबुक पोस्ट में संदीप ने हर जगह प्रेमिका से किसी बात का निर्णय लिए जाने की बात करते हुए अपनी जान प्रेमिका के घर पर ही निकलने की बात कही है।

आजमगढ़ मुबारकपुर दंगे के 22 आरोपियों को कोर्ट ने सबूतों के अभाव में किया दोषमुक्त 23 साल पूर्व शिया-सुन्नी समुदाय के बीच हुआ था दंगा


 आजमगढ़ मुबारकपुर दंगे के 22 आरोपियों को कोर्ट ने सबूतों के अभाव में किया दोषमुक्त


23 साल पूर्व शिया-सुन्नी समुदाय के बीच हुआ था दंगा


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मुबारकपुर में 23 साल पूर्व शिया-सुन्नी समुदाय के बीच हुए दंगे के एक मुकदमे में सुनवाई पूरी करने के बाद अदालत ने पर्याप्त सबूतों के अभाव में 22 आरोपियों को दोषमुक्त कर दिया है। जबकि मुकदमे के दौरान ही चार आरोपितों की मौत हो गई थी। यह फैसला अपर सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रेक कोर्ट नंबर दो रमेश चंद्र ने शनिवार को सुनाया।


 अभियोजन कहानी के अनुसार 5 नवंबर साल 2000 को मुबारकपुर कस्बा में वादी मुकदमा अजादर हुसैन शाम सात बजे अपनी दुकान पर मौजूद थे। तभी सुन्नी संप्रदाय के कई लोग अपने हाथों में बम-कट्टा समेत अन्य हथियार लिए हुए थे। उन लोगों ने शिया समुदाय को लक्ष्य करते हुए जान से खत्म करने की धमकी देते हुए अजादार हुसैन की दुकान पर धावा बोल दिया। दुकान में जमकर लूटपाट की और बम के हमले में दुकान में मौजूद मोहम्मद हुसैन तथा मुख्तार को गंभीर चोट आई। इस मामले में पुलिस ने कुल 26 आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट न्यायालय में प्रेषित किया। मुकदमा के दौरान आरोपी खलीलुर्रहमान, कुर्तुलएन, एहतशामुरहमान और नौशाद की मौत हो गई थी। 


अभियोजन पक्ष की तरफ से कुल सात गवाहों को न्यायालय में परीक्षित कराया गया। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने पर्याप्त साक्ष्य के अभाव में अनवार, गुफरान, मतिउररहमान, मोहम्मद फैसल, मुनीर, अयूब, मोहम्मद शाहिद, जमाल अख्तर, फरीदुल हक, असरार अहमद, शकील उर्फ झिनक, नौशाद, इनामुल हक, अब्दुल मन्नान, शमशुल हक, अयूब फैजी, जमील, काजी इद्रीस, मोहम्मद सालिम, वहीदुज्जमा, मोहम्मद शमीम और मुख्तार अहमद को सभी आरोपों से दोषमुक्त कर दिया।