आजमगढ़ 2 थानाध्यक्षों का हुआ तबादला, देखें सूची
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने थानाध्यक्ष मेंहनगर बसन्त लाल को थानाध्यक्ष तरवां, थानाध्यक्ष तरवां अनिल कुमार सिंह को थानाध्यक्ष मेंहनगर स्थानान्तरित कर दिया है।
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने थानाध्यक्ष मेंहनगर बसन्त लाल को थानाध्यक्ष तरवां, थानाध्यक्ष तरवां अनिल कुमार सिंह को थानाध्यक्ष मेंहनगर स्थानान्तरित कर दिया है।
एसपी द्वारा दोनों पर घोषित किया गया था 25-25 हजार रू का इनाम
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ गांजा के साथ गिरफ्तारी और पुलिस टीम पर फायरिंग कर भागे मादक पदार्थ कारोबारियों पर पुलिस ने हत्या प्रयास व एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया।
विवेचना के दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर पुलिस द्वारा भेजी गई आख्या रिपोर्ट के बाद प्रशासन ने मादक पदार्थ के कारोबार में लिप्त पाए गए श्रीकांत राय व पीयूष राय पुत्रगण स्व0 राधेश्याम राय तथा लालू पुत्र शिवनाथ निवासी ग्राम जानकीपुर, प्रमोद यादव पुत्र राजेन्द्र ग्राम बसहीं जरमजेपुर तथा जिलाजीत पुत्र विदेशी राम निवासी ग्राम तहबरपुर थाना तहबरपुर के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की। इस मामले में फरार चल रहे श्रीकांत व पीयूष राय दोनों सगे भाइयों पर पुलिस अधीक्षक की ओर से 25-25 हजार रुपए पुरस्कार घोषित कर दिए गए। मंगलवार की दोपहर एसटीएफ लखनऊ यूनिट तथा शहर कोतवाली पुलिस के संयुक्त प्रयास से ईनाम घोषित दोनों भाइयों को शहर के रोडवेज इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों के आलावा उड़ीसा प्रांत के रायगढ़ जिले में भी कई संगीन अभियोग पंजीकृत बताए गए हैं।
राज्य सरकार ने मांगा एक दिन का और समय
ओबीसी आरक्षण लागू करने में प्रक्रिया का पालन न करने का सरकार पर आरोप
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ द्वारा प्रदेश के नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना पर सोमवार को लगाई गई रोक कल तक जारी रहेगी। नगर निकाय चुनावों में ओबीसी आरक्षण लागू करने में प्रक्रिया का पालन न करने का आरोप राज्य सरकार पर लगाते हुए दाखिल जनहित याचिका पर न्यायमूर्ति डीके उपाध्याय की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने यह आदेश दिया है।
मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से जवाब देने के लिए एक दिन का और समय देने की मांग की गई थी जिसे न्यायालय ने मंजूर कर लिया।
मिली जानकारी के मुताबिक इससे पहले प्रदेश सरकार ने 762 में 760 नगर निकायों में महापौर और चेयरमैन के सीटों के आरक्षण की अनंतिम अधिसूचना जारी कर दी है। इनमें 17 नगर निगमों में महापौर के अलावा 199 नगर पालिका परिषद और और 544 नगर पंचायतों के चेयरमैन की सीटें शामिल हैं। हालांकि आरक्षण सभी 762 नगर निकायों के लिए निर्धारित कर दिए गए हैं। लखनऊ, कानपुर व गाजियाबाद समेत महापौर की आठ सीटों को अनारक्षित रखा गया है। 2017 में ये तीनों सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित थीं। 2017 में हुए निकाय चुनाव की तुलना में इस बार निकाय की सीमा में करीब 70 लाख अधिक आबादी शामिल हो गई है। 2017 में निकाय क्षेत्रों की आबादी 4.16 करोड़ थी, जो इस बार 4.85 करोड़ हो गई है। इसकी वजह 10 नगर निगमों समेत कुल 130 नगर निकायों का सीमा विस्तार और 111 नई नगर पंचायतों का गठन किया जाना है।
मुठभेड़ में लगी थी गोली, अस्पताल में चल रहा था इलाज
अमरोहा पुलिस मुठभेड़ में घायल सात वर्षीय बच्ची के अपहरण का आरोपी पुलिस को चकमा देकर अस्पताल से हथकड़ी समेत फरार हो गया। घटना के बाद पुलिस के होश उड़ गए। एसपी, और सीओ ने अस्पताल पहुंचकर जांच-पड़ताल की। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने आरोपी को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया था। उसकी सुरक्षा में एक दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मी तैनात थे। मामले में तीनों पुलिसकर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। वहीं एसपी ने रहरा इंस्पेक्टर समेत चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है।
अमरोहा के रहरा थानाक्षेत्र के गांव बांसका कलां निवासी नाजमीन पत्नी अबरार की सात वर्षीय बेटी सोफिया एक दिसंबर की दोपहर को घर के बाहर कुछ दूरी पर ठेले से चाऊमीन खरीदने के लिए घर से गई थी। लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों ने धीरज नाम के एक तीस वर्षीय भिखारी पर अपहरण का शक जताया था। उसे एक व्यक्ति ने बच्ची को ले जाते हुए देखा था। पुलिस ने मामले में आरोपी धीरज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। सोमवार की देर रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस अरावली मार्ग पर चेकिंग कर रही थी। इस दौरान एक संदिग्ध बाइक सवार व्यक्ति को रोकने का इशारा किया तो पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी गोली चलाई। इस दौरान पैर में गोली लगने से आरोपी घायल हो गया। उसकी पहचान धीरज उर्फ अजय उर्फ इमरान खान के रूप में हुई। ये आरोपी सात वर्षीय बच्ची का अपहरण करके ले गया था।
गोली लगने से घायल आरोपी को पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। जिसकी सुरक्षा में रेहरा थाने में तैनात दरोगा अनूप सिंह, सिपाही कपिल कुमार और सुनील कुमार की ड्यूटी लगाई गई थी। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने आरोपी को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया। बताते हैं की रात करीब तीन बजे तीनों पुलिसकर्मी सो गए। तभी आरोपी धीरज उर्फ अजय उर्फ इमरान खान हथकड़ी समेत अस्पताल से फरार हो गया। आंख खुलने पर सुरक्षा में तैनात तीनों पुलिसकर्मी अचंभित रह गए। उन्होंने मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही सीओ सिटी विजय कुमार राणा मौके पर पहुंच गए। एसपी आदित्य लांग्हे और एएसपी राजीव कुमार सिंह ने भी अस्पताल पहुंच कर जांच पड़ताल की। सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की गई। जिसके बाद एसपी के निर्देश पर जनपद के सभी थानों की पुलिस कस्टडी से फरार आरोपी की तलाश में जुट गई। कई घंटे की छानबीन के बाद भी आरोपी का कोई पता नहीं चल सका है। एसपी ने बताया कि मामले में लापरवाही बरतने वाले रहरा इंस्पेक्टर अशोक कुमार वर्मा, दरोगा अनूप सिंह, कांस्टेबल सुनील कुमार और कपिल कुमार को निलंबित कर दिया है।
पिछले महीने सीएम से की थी मुलाकात
लखनऊ 2017 बैच के एक दर्जन से अधिक आईपीएस अफसर बतौर एसपी अपनी पहली तैनाती का इंतजार कर रहे हैं।
यह अधिकारी 2021 में ही एसपी बनने के लिए अर्ह हो चुके हैं, लेकिन इनकी तैनाती बतौर एएसपी ही रही। इनमें जिनकी तैनाती पुलिस कमिश्नरेट में थी उन्हें पुलिस उपायुक्त तो बना दिया गया पर बतौर एसपी किसी भी अधिकारी को अब तक जिम्मेदारी नहीं दी गई।
2017 बैच में कुल 14 अफसर हैं। इसमें से 13 ने पिछले महीने सीएम से मुलाकात की थी। माना जा रहा था कि जल्द ही इन अफसरों में से कुछ की तैनाती जिलों में की जाएगी लेकिन तबादला नहीं हुआ।