Tuesday 30 April 2024

आजमगढ़ पवई पति की हत्यारिन पत्नी गिरफ्तार पुलिस को बताया हत्या करने का कारण, 8 वर्ष पूर्व किया था प्रेम विवाह


 आजमगढ़ पवई पति की हत्यारिन पत्नी गिरफ्तार


पुलिस को बताया हत्या करने का कारण, 8 वर्ष पूर्व किया था प्रेम विवाह



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद के पवई थाना क्षेत्र के करौंजा ग्राम से बरामद हुए शव मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने मृतक की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में मृतका की पत्नी ने बताया कि उन लोगों ने 8 वर्ष पूर्व प्रेम विवाह किया था। उसका पति किसी अन्य लड़की से बातचीत करता था। अभियुक्ता ने यह भी बताया कि उसका पति भी उस पर शक करता था कि मैं किसी से बात करती हूं। जिसको लेकर हुए विवाद के बाद घटना घटित हुई।



बता दें कि 23 अप्रैल 2024 को ग्राम करौंजा में एक अज्ञात शव बरामद हुआ था। 25 अप्रैल 2024 को सच्चिदानन्द यादव पुत्र स्व0 धनपति यादव नि0 ग्राम रानीपुर थाना मुबारकपुर जनपद आजमगढ़ ने उक्त शव की शिनाख्त अपने पुत्र पवन यादव उर्फ मोनू के रुप में किया। 26 अप्रैल 2024 को सच्चिदानन्द यादव ने थाना में तहरीर देकर बताया कि उसके मृतक पुत्र पवन यादव उर्फ मोनू ने करीब 7-8 वर्ष पूर्व पूजा यादव पुत्री जयप्रकाश यादव उर्फ राधे निवासी ग्राम करौंजा थाना पवई जनपद आजमगढ़ के साथ प्रेम विवाह किया था और दोनों किराये के मकान में साथ रहते थे। कुछ दिन पहले दोनों के बीच विवाद हो गया था जिसमें मृतक की पत्नी ने पवन को ठिकाने लगवाने की धमकी दी थी। पुलिस ने मामले में अंगद यादव पुत्र जयप्रकाश यादव, जयप्रकाश उर्फ राधे पुत्र स्व0 सुमेर यादव, पूजा यादव पुत्री जयप्रकाश यादव समस्त निवासी ग्राम करौजा थाना पवई जनपद आजमगढ़ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना प्रारम्भ कर दी।


 आज 30 अप्रैल 2024 को थानाध्यक्ष पवई अनिल कुमार सिंह अपने हमराहियों संग जाकर अभियुक्ता पूजा यादव को करौजा पुलिया से समय करीब 05.30 बजे गिरफ्तार किया गया। अभियुक्ता की निशानदेही पर उसके घर से घटना में प्रयुक्त 1 डण्डा बरामद कर लिया।


 पूछताछ में अभियुक्ता पूजा यादव ने बताया कि उसने मृतक के साथ प्रेम विवाह किया था। दोनों का 01 वर्ष का एक लड़का है। इसी बीच मृतक किसी अन्य लड़की से बात करने लगा। इसी विवाद के चलते वह जनवरी में मायके चली गयी और वहीं रहने लगी। लगातार मायके रहने के कारण मृतक पवन को उस पर संदेह हुआ कि वह किसी अन्य लड़के से बात करती है। 21 अप्रैल 2024 की रात पति पवन कुमार यादव करौजा गया था और उसने पूजा को फोन से बात करते देखा और फोन छीन कर गाली गलौज करने लगा। पूजा के भाई ने बीच बचाव कर छुड़ाया। पवन उसको छोड़कर उसके भाई को घसीट कर खडन्जे की तरफ ले जाने लगा। इस दौरान पीछे से मैंने डण्डा लेकर पति पवन के सिर पर प्रहार कर दिया जिससे वह लड़खड़ा कर गिर गया। उसके भाई अंगद ने डण्डे से पवन के सिर व शरीर पर कई वार कर दिये जिससे उसकी मौत हो गयी। इसके बाद पवन के शव को कुए में फेंक दिया और ऊपर से गेहूँ का डण्ठल फेंक दिया।

आजमगढ़ देवगांव बहू को स्टेशन से लेने जा रहा था परिवार अनियंत्रित स्कॉर्पियो डिवाइडर से टकराई, 5 लोग घायल


 आजमगढ़ देवगांव बहू को स्टेशन से लेने जा रहा था परिवार


अनियंत्रित स्कॉर्पियो डिवाइडर से टकराई, 5 लोग घायल



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ देवगांव कोतवाली क्षेत्र के कैथीशंकरपुर स्थित ओवरब्रिज पर मंगलवार को अनियंत्रित स्कॉर्पियों डिवाइडर से टकरा गई। हादसे में स्कॉर्पियों सवार पांच लोग घायल हो गए। वहीं स्कॉर्पियों बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल भेज कर भर्ती कराया।


 मुबारकपुर थाना क्षेत्र के प्यारेपुर गांव निवासी गणेश राजभर (50), तारा देवी (45), सचिन राजभर (18), अरूण राजभर (18) व कृष्णा राजभर (06) एक स्कॉर्पियों में सवार होकर कहीं जा रहे थे। अभी वे देवगांव कोतवाली के कैथीशंकरपुर ओवरब्रिज के पास ही पहुंचे थे कि अचानक से स्कॉर्पियो अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। हादसे में स्कॉर्पियों में सवार सभी पांच लोग घायल हो गए।


 राहगीरों की सूचना पर देवगांव कोतवाली पुलिस पहुंची और एंबुलेंस से सभी घायलों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज भेजा। जहां प्राथमिक इलाज के बाद गंभीर हालत में घायल तारा देवी व गणेश राजभर को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। घटना की सूचना पर परिजन भी मौके पर पहुंच गए। परिजनों के अनुसार स्कॉर्पियों सवार लोग बंगलूरू से आ रही अपनी बहू को लेने के लिए वाराणसी रेलवे स्टेशन जा रहे थे।

लखनऊ कोर्ट ले जा रही महिला कैदियों की गाड़ी में लगी आग कैदियों व पुलिसकर्मियों ने कूदकर बचाई जान


 लखनऊ कोर्ट ले जा रही महिला कैदियों की गाड़ी में लगी आग


कैदियों व पुलिसकर्मियों ने कूदकर बचाई जान



उत्तर प्रदेश लखनऊ राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में राजभवन गेट नंबर 14 के निकट सोमवार को जिला जेल से महिला कैदियों को कोर्ट ले जा रही गाड़ी में अचानक आग लग गई। हादसे के कारण वहां अफरातफरी मच गई। आननफानन गाड़ी में बैठी नौ महिला कैदियों और 14 पुलिसकर्मियों समेत 23 लोगों ने कूद कर अपनी जान बचाई। लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने दो गाड़ियों से आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। राजभवन गेट नंबर 14 के पास दोपहर लगभग 12 बजे कैदियों को ले जा रही पुलिस गाड़ी के इंजन से धुआं निकलने लगा। देखते ही देखते गाड़ी से आग की तेज लपटें उठने लगीं। आग देख लोग चीख पुकार मचाने लगे। आननफानन चालक ने गाड़ी सड़क किनारे लगाई। इसके बाद महिला कैदियों व पुलिसकर्मियों समेत 23 लोगों ने गाड़ी से कूदकर जान बचाई।


 पुलिस के मुताबिक आग से कोई हताहत नहीं हुआ है। आग पर आधे घंटे में काबू पा लिया गया। हालांकि, तब तक पुलिस की गाड़ी काफी हद तक जल चुकी थी।

वाराणसी नौकरी का लाभ पत्नी को न मिले हेड कांस्टेबल ने सुसाइड नोट में लिखी थी यह बात


 वाराणसी नौकरी का लाभ पत्नी को न मिले


हेड कांस्टेबल ने सुसाइड नोट में लिखी थी यह बात



उत्तर प्रदेश वाराणसी जिले के भटपुरवा खुर्द गांव निवासी हेड कांस्टेबल ओंकार पटेल की आत्महत्या के बाद चोलापुर थाने की पुलिस को उसके घर से उसका सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट में उसने पत्नी और सास-ससुर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बताया गया की लिखा था कि मेरी मौत के बाद कोई भी सरकारी लाभ या नौकरी मेरी पत्नी को न मिले। सुसाइड नोट के आधार पर चोलापुर थाने की पुलिस ने ओंकार की पत्नी ज्योति पटेल, सास कुसुम देवी और ससुर जयप्रकाश पटेल के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। वहीं, घटना की जानकारी पाकर आजमगढ़ के आईजी रेंज अखिलेश कुमार रविवार को ओंकार के घर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिजनों को ढाढ़स बंधाया। कहा कि ओंकार के परिवार के साथ न्याय होगा। पुलिस ओंकार के परिजनों की हरसंभव मदद तत्परता के साथ करेगी।


 भटपुरवा खुर्द गांव निवासी हेड कांस्टेबल ओंकार पटेल आजमगढ़ के आईजी कार्यालय में तैनात था। शनिवार की सुबह उसका शव उसके घर में फंदे से लटका हुआ मिला था। ओंकार पटेल के पिताजी राम लखन पटेल ने चोलापुर थाने की पुलिस को बताया कि बेटे की शादी वर्ष 2022 में बड़ा लालपुर की ज्योति पटेल से हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद से ही दोनों में अनबन शुरू हो गई थी। ज्योति पटेल की एक अन्य युवक के साथ करीवी थी। इसकी शिकायत उसके मां-बाप से की गई, लेकिन वह लोग विवाद करने लगते थे। ज्योति के मायके वाले ओंकार पटेल को दहेज उत्पीड़न सहित अन्य गंभीर आरोपों में फंसाने की धमकी देते थे। गत 26 अप्रैल 2024 को भी ओंकार को फोन पर धमकी दी गई थी।

लखनऊ थाने के गेट पर दरोगा पर जानलेवा हमला गंभीर हालत में अस्पताल में कराया गया भर्ती


 लखनऊ थाने के गेट पर दरोगा पर जानलेवा हमला


गंभीर हालत में अस्पताल में कराया गया भर्ती


उत्तर प्रदेश  लखनऊ के मड़ियांव थाने के गेट से बाहर निकलते ही एक युवक ने सब इंस्पेक्टर प्रदीप यादव पर पीछे से लोहे की रॉड से सिर पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। वार इतना तेज था कि सिर फट गया। काफी खून बह जाने से प्रदीप वहीं बेसुध होकर गिर पड़े। उन्हें गम्भीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर, वहां मौजूद लोगों ने हमलावर को पकड़ कर पीट दिया। हमलावर नशे में था। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। वह घर का पता भी ठीक से नहीं बता पा रहा था।


 पुलिस उसे मानसिक बीमार बता रही है। मड़ियांव थाने के दरोगा प्रदीप यादव नौबस्ता चौकी प्रभारी है। वह सोमवार दोपहर थाने आये थे। यहां अपना काम करने के बाद वह बाहर निकल रहे थे। इसी दौरान एक युवक उनके पीछे लोहे की रॉड लेकर पहुंच गया। किसी के कुछ समझने से पहले उसने प्रदीप के सिर पर रॉड से चार-पांच वार कर दिये। आस पास मौजूद लोगों ने उसे पकड़ा तब तक प्रदीप के काफी चोट आ चुकी थी। उनका सिर फट गया था। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां सिर में आठ टांके लगना बताया गया है।


दरोगा पर जानलेवा हमले की खबर जैसे ही थाने के अंदर पहुंची, वहां हड़कम्प मच गया। अंदर से कई पुलिसकर्मी बाहर भागे। यहां तब तक कुछ लोगों ने आरोपी युवक को पकड़ कर उसकी पिटाई कर दी थी। वह काफी नशे में था। उसे भीड़ से बचाकर थाने के अंदर ले जाया गया। वह ठीक से कुछ बोल नहीं पा रहा था। कुछ लोगों ने यह भी बताया कि वह अक्सर थाने के आस पास घूमता रहता है। उसे मानसिक बीमार बताया जा रहा है। 


उसने अपना परिचय बहराइच निवासी राजू चौधरी के रूप में दिया। पूरा पता पूछने पर वह अजीब जवाब देता रहा। डीसीपी अभिजीत आर शंकर ने बताया कि उसने ऐसा क्यों किया, इस बारे में गम्भीरता से पता किया जा रहा है। घटना के समय वह काफी नशे में था। प्रदीप और हमलावर एक दूसरे को जानते तक नहीं है। आरोपी की मानसिक हालत ठीक नहीं लग रही है। तुरन्त ही आरोपी को पकड़ लिया वरना वह प्रदीप पर और वार करता जिससे जान को खतरा भी हो सकता था। खबर लिखे जाने तक एफआईआर दर्ज नहीं दर्ज था।