Wednesday 10 May 2023

आजमगढ़ गुण्डा एक्ट के 7 अपराधी हुए जिलाबदर


 आजमगढ़ गुण्डा एक्ट के 7 अपराधी हुए जिलाबदर


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनुराग आर्य द्वारा अपराध नियंत्रण में चलाये जा रहे विशेष अभियान के अन्तर्गत हत्या, गोवध, दुष्कर्म, आबकारी, छेड़खानी व अन्य अपराध में सक्रिय अपराधियों पर गुण्डा अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही की गयी है, जिसमें जिला मजिस्ट्रेट आजमगढ़ द्वारा 07 अपराधियों को 06 माह के लिए जिलाबदर किया गया है।


 थाना बिलरियागंज से 04, थाना गम्भीरपुर से 02, व थाना कंधरापुर से 01 अपराधी जिलाबदर हुए है।


जिलाबदर हुए 07 अपराधियों का विवरण निम्नवत है।


(1) माजिद पुत्र मो0 सज्जाद, निवासी मुहम्मदपुर, थाना बिलरियागंज, आजमगढ़ (गोवध)

 (2) मो0 आजम र्फ शब्बू पुत्र मो0 मौलाना, निवासी मुहम्मदपुर, थाना बिलरियागंज, आजमगढ़ (गोवध)

(3) आजाद पुत्र सलाउद्दीन, निवासी अण्डाखोर टिकरिया, थाना बिलरियागंज, आजमगढ़ (दुष्कर्म)

(4) राघवेन्द्र सिंह उर्फ सचिन पुत्र नागेन्द्र सिंह निवासी गद्दोपुर, थाना बिलरियागंज, आजमगढ़ (छेड़खानी)

(5) आसिफ पुत्र कमरूद्दीन, निवासी छॉऊ, थाना गम्भीरपुर, आजमगढ़ (हत्या)

(6) अरबाज पुत्र शमीम, निवासी छॉऊ, थाना गम्भीरपुर, आजमगढ़ (हत्या)

(7) अंगद यादव उर्फ लाला पुत्र इन्द्रदेव यादव उर्फ मेथी, निवासी आखापुर, थाना कंधरापुर, आजमगढ़ (आबकारी)।

अमेठी कोतवाली में सपा विधायक ने भाजपा प्रत्याशी के पति को पीटा दोनों पक्ष मुकदमे की मांग को लेकर अड़े


 अमेठी कोतवाली में सपा विधायक ने भाजपा प्रत्याशी के पति को पीटा


दोनों पक्ष मुकदमे की मांग को लेकर अड़े


अमेठी यूपी निकाय चुनाव के दूसरे चरण में मतदान से एक दिन पहले अमेठी के गौरीगंज नगर पालिका में माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया है। सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने गौरीगंज नगर पालिका की प्रत्याशी रश्मि सिंह के पति दीपक सिंह को गौरीगंज कोतवाली के अंदर अपने समर्थकों संग मिलकर पीट दिया। सपा विधायक मंगलवार शाम से ही कोतवाली में धरने पर बैठे थे।मिली जानकारी के अनुसार सपा विधायक का आरोप है कि भाजपा प्रत्याशी के पति दीपक अपने समर्थकों के साथ मिलकर सपा समर्थकों को पीट रहे थे पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की जिसे लेकर वह धरने पर बैठे थे लेकिन अभी तक सुनवाई नहीं हुई। 


इसी बीच दीपक सिंह गौरीगंज कोतवाली पहुंचे जहां पहले से मौजूद सपा विधायक व उनके समर्थकों ने उन्हें पीट दिया। दीपक सिंह को किसी तरह बचाकर कोतवाली के अंदर लाया गया। स्थिति बिगड़ते देख कई और थानों की पुलिस वहां बुला ली गई है। कप्तान डॉ. इलामारन जी कई थानों की पुलिस के साथ गौरीगंज कोतवाली पहुंचे। बाहर कुछ सपा कार्यकर्ताओं को भी मारा पीटा गया है। दोनों पक्ष मुकदमे की मांग को लेकर अड़े हुए हैं फिलहाल स्थिति बेहद तनावपूर्ण है।


अमेठी जिले में कल गुरुवार को निकाय चुनाव के दूसरे चरण का मतदान होना है। यहां से सपा की प्रत्याशी तारा पत्नी केडी सरोज हैं। कहा जा रहा है कि वह विधायक राकेश प्रताप सिंह की अगुवाई में ही चुनाव लड़ रही हैं। वहीं, भाजपा से रश्मि सिंह प्रत्याशी हैं। सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने बयान दिया है कि दीपक सिंह अपराधी हैं। गौरीगंज में चार दिन से गुंडागर्दी चल रही थी। उसने मेरे भाई और भतीजे पर हमला किया था। रात भर मैं थाने में बैठा रहा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। दीपक को पुलिस संरक्षण दे रही थी। मैं अपने गुस्से पर काबू नहीं रख सका। अगर पुलिस ने कार्रवाई की होती तो शायद यह घटना नहीं होती।

आजमगढ़ ‘मुद्दत के बाद उस ने जो की लुत्फ़ की निगाह.... भारतीय उर्दू कवि कैफी आजमी दुनियाभर में छोड़ गए अपनी छाप


 आजमगढ़ ‘मुद्दत के बाद उस ने जो की लुत्फ़ की निगाह....


भारतीय उर्दू कवि कैफी आजमी दुनियाभर में छोड़ गए अपनी छाप


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कैफी आजमी एक भारतीय उर्दू कवि थे जिनका जन्म 14 जनवरी 1919 को हुआ और 10 मई 2002 को उनका निधन हो गया। आज उनकी पु्ण्यतिथि मनाई जा रही।कैफी आजमी 20वीं शताब्दी के सबसे प्रसिद्ध भारतीय कवियों में से एक रहे।


कैफी आजमी एक भारतीय उर्दू कवि थे जिनका जन्म 14 जनवरी 1919 को हुआ और 10 मई 2002 को उनका निधन हो गया। कैफी आजमी 20वीं शताब्दी के सबसे प्रसिद्ध भारतीय कवियों में से एक रहे। कैफ़ी आज़मी का जन्म यूपी के आजमगढ़ में हुआ था। उनका परिवार चाहता था कि वह एक मौलवी बने, इसलिए उन्होंने एक मदरसे में पढ़ाई की। भारत छोड़ो आंदोलन के बाद, उन्होंने औपचारिक शिक्षा छोड़ दी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हो गए। 


उन्होंने बहुत कम उम्र से गजल लिखना शुरू कर दिया था और उन्होंने जो पहली गजल लिखी थी, वह थी इतना तो जिंदगी में किसी की खलल पड़े। आखिर-ए-शब, आवारा सजदे, कैफियात, सरमाया और नई गुलिस्तान उनकी कुछ सबसे प्रसिद्ध कविताएं रहीं। उनका निधन मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था।


पढ़ें कैफी आजमी की कलम से लिखे कुछ शब्द-

1- इतना तो ज़िंदगी में किसी के ख़लल पड़े,

हँसने से हो सुकून न रोने से कल पड़े,

जिस तरह हँस रहा हूँ मैं पी पी के गर्म अश्क,

यूँ दूसरा हँसे तो कलेजा निकल पड़े,

इक तुम कि तुम को फ़िक्र-ए-नशेब-ओ-फ़राज़ है,

इक हम कि चल पड़े तो बहर-हाल चल पड़े,

साक़ी सभी को है ग़म-ए-तिश्ना-लबी मगर,

मय है उसी की नाम पे जिस के उबल पड़े,

मुद्दत के बाद उस ने जो की लुत्फ़ की निगाह,

जी ख़ुश तो हो गया मगर आँसू निकल पड़े,

2- बस इक झिजक है यही हाल-ए-दिल सुनाने में,

कि तेरा ज़िक्र भी आएगा इस फ़साने में,

3- तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो,

क्या ग़म है जिस को छुपा रहे हो,

आँखों में नमी हँसी लबों पर,

क्या हाल है क्या दिखा रहे हो,

बन जाएँगे ज़हर पीते पीते,

ये अश्क जो पीते जा रहे हो,

जिन ज़ख्मों को वक़्त भर चला है,

तुम क्यूँ उन्हें छेड़े जा रहे हो

रेखाओं का खेल है मुक़द्दर

रेखाओं से मात खा रहे हो,

4-झुकी झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहीं,

दबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहीं,

तू अपने दिल की जवाँ धड़कनों को गिन के बता,

मिरी तरह तिरा दिल बे-क़रार है कि नहीं,

वो पल कि जिस में मोहब्बत जवान होती है,

उस एक पल का तुझे इंतिज़ार है कि नहीं,

तिरी उमीद पे ठुकरा रहा हूँ दुनिया को,

तुझे भी अपने पे ये ए’तिबार है कि नहीं,

5-शोर यूँही न परिंदों ने मचाया होगा,

कोई जंगल की तरफ़ शहर से आया होगा

पेड़ के काटने वालों को ये मालूम तो था,

जिस्म जल जाएँगे जब सर पे न साया होगा,

बानी-ए-जश्न-ए-बहाराँ ने ये सोचा भी नहीं,

किस ने काँटों को लहू अपना पिलाया होगा,

बिजली के तार पे बैठा हुआ हँसता पंछी,

सोचता है कि वो जंगल तो पराया होगा,

अपने जंगल से जो घबरा के उड़े थे प्यासे,

हर सराब उन को समुंदर नज़र आया होगा।

लखनऊ शादी के दिन दुल्हन की हत्या मंगेतर ने बताया हैरान करने वाला कारण


 लखनऊ शादी के दिन दुल्हन की हत्या


मंगेतर ने बताया हैरान करने वाला कारण


उत्तर प्रदेश लखनऊ में मंगेतर ने शादी के दिन दुल्हन को बुलाकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। कुकरैल जंगल में शव ठिकाने लगा दिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर कुकरैल के जंगल से युवती का शव बरामद किया है। पुराना महानगर घोसियाना इलाके के रहने वाले संजय कुमार कश्यप की 22 वर्षीय बेटी कोमल कश्यप की 4 मई को बिजली मिस्त्री राहुल नाम के शख्स से शादी होनी थी। राहुल मूलरूप से रायबरेली का है और वर्तमान में कुर्सी रोड पर किराए के मकान में रहता है।


 संजय ने चार मई की शाम को महानगर थाने में कोमल के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने कुछ संदिग्धों से पूछताछ की। इसमें राहुल भी शामिल था। सोमवार रात पुलिस ने उसको हिरासत में लिया था। सख्ती से पूछताछ करने के बाद मंगलवार रात करीब आठ बजे उसने जुबान खोली और पूरी वारदात कबूल ली। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।


 पुलिस की पूछताछ में राहुल ने बताया कि कोमल से उसका तीन साल से प्रेम प्रसंग था। इस बारे में उसने अपने घरवालों को बताया तो वे शादी के लिए तैयार नहीं थे। उधर कोमल शादी करने का दबाव बना रही थी। इसी के चलते उसने हत्या की। अब पुलिस इस सनसनीखेज हत्या के मामले में आरोपी के परिवारवालों की भूमिका की भी जांच कर रही है।

पुलिस जांच में सामने आया कि शादी वाले दिन सुबह करीब साढ़े आठ बजे राहुल ने कोमल को फोन कर मिलने के लिए बुलाया था। कोमल घरवालों से ब्यूटी पार्लर जाने की बात कहकर निकली थी। उसे बाइक से लेकर राहुल कुकरैल के जंगल पहुंचा, जहां ये दोनों पहले भी मिलते रहे थे। राहुल ने बताया कि बातचीत के दौरान उसने अचानक से हाथों से ही कोमल का गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया।


घटना के वक्त राहुल ने अपना मोबाइल बंद कर लिया था, ताकि वह सर्विलांस में न पकड़ा जाए। वारदात को अंजाम देने के बाद वह घर पर रह रहा था, ताकि शक न हो, लेकिन जब पुलिस ने उसके व कोमल के मोबाइल नंबर की लोकेशन व कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि उस दिन सुबह जब कोमल घर से निकली थी तो उससे कुछ देर पहले राहुल का उसके पास कॉल आया था। घर के पास से ही उसने कोमल को रिसीव किया था। दोनों की लोकेशन एक थी। यहीं से उस पर शक गहराया। पुलिस ने उस पर सख्ती की तो पहले उसने पुलिस को गुमराह किया, लेकिन आखिर में सच उगल दिया। 


पूछताछ में राहुल ने बताया कि कोमल से उसका तीन साल से प्रेम प्रसंग था। इस बारे में उसने अपने घरवालों को बताया तो वह शादी के लिए तैयार नहीं थे। उधर कोमल शादी करने का दबाव बना रही थी। उसके परिवार वाले राजी थे। दबाव के चलते वह भी राजी हो गया था। हल्दी व मेहंदी की रस्म भी हो चुकी थी, लेकिन राहुल का कहना था कि चूंकि घर वाले खुश नहीं थे इसलिए उसके सामने दुविधा दी। कुछ दिन पहले उसने कोमल को मारने की साजिश रची और शादी वाले दिन मौत के घाट उतार दिया।


कोमल के माता-पिता को यकीन नहीं हो रहा कि जिससे बेटी की शादी होनी थी उसी ने उसको मार दिया। वह रोते-बिलखते यही कह रहे थे कि शादी नहीं करनी थी तो न करता, लेकिन उसको जिंदा तो रहने देता। पिता संजय को जब पुलिस वालों से बेटी की हत्या की खबर मिली तो वे बिलख पड़े। उन्होंने रोते हुए बताया कि बेटी को बड़े नाजों से पाला था। उसकी शादी को लेकर पूरा परिवार खुश था। सारी तैयारियां हो चुकी थीं। कार्ड बंट गए थे। मैरिज हॉल बुक हो चुका था। अरमान था कि बेटी की डोली उनके कंधे पर उठेगी, पर होनी को कुछ और ही मंजूर था। अब बेटी की डोली की जगह उसकी अर्थी बुजुर्ग पिता को उठानी पड़ेगी।

जालौन संदिग्ध बदमाशों ने सिपाही को मारी गोली, हुई मौत बीती रात की घटना, जांच में जुटी पुलिस


 जालौन संदिग्ध बदमाशों ने सिपाही को मारी गोली, हुई मौत


बीती रात की घटना, जांच में जुटी पुलिस


उत्तर प्रदेश के जालौन के उरई कस्बे में मंगलवार देर रात हाईवे पर एक सिपाही की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया गया है कि सिपाही ड्यूटी पर तैनात थे। उन्होंने संदिग्ध बाइक सवारों को रोकने की कोशिश की, जिसके बाद आरोपी ने सिपाही पर हमला कर दिया। सूचना पर पहुंचे पुलिस अधिकारी ने मामले की जांच शुरू कर दी है।


 जानकारी के मुताबिक घटना उरई में कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित हाईवे पर गोविंदम ढाबे के पास की है। यहां सिपाही भेदजीत सिंह ड्यूटी पर तैनात थे। बताया गया है कि रात करीब 1.30 बजे उन्हें एक बाइक आती हुई दिखाई दी। उन्होंने बाइक पर टॉर्च लगाई। इस पर आरोपी ने सिपाही पर फायरिंग कर दी। इस फायरिंग से बचते हुए सिपाही ने आरोपी का पीछा किया। बतादे कि हाईवे पर संदिग्ध बाइक सवार का पीछा करते समय आरोपी ने फिर से सिपाही पर फायरिंग कर दी। इस बार सिपाही को गोली लग गई और उनकी मौत हो गई।


 मामले की जानकारी पर थाना पुलिस समेत जिला के पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। साथ ही फोरेंसिक टीम को भी मौके पर छानबीन के लिए बुलाया गया है। घटना के बाद पुलिस ने हाईवे पर गश्त बढ़ा दी है।


 जालौन के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बदमाशों की धरपकड़ के लिए चार टीमों को लगाया गया है। साथ ही फोरेंसिक टीम भी जांच में जुटी हुई है। घटना के बाद पूरे जिले में अलर्ट है। जगह-जगह चेकिंग की जा रही है। इसके अलावा आसपास के जिलों में भी संदिग्धों की तलाश की जा रही है।