Saturday 22 July 2023

जौनपुर/फतेहपुर एएसपी सुधाकर यादव का कमरे में मिला शव पूर्व डीजीपी जगमोहन के छोटे भाई थे एएसपी, 4 दिन की छुट्टी पर आये थे अपने घर


 जौनपुर/फतेहपुर एएसपी सुधाकर यादव का कमरे में मिला शव


पूर्व डीजीपी जगमोहन के छोटे भाई थे एएसपी, 4 दिन की छुट्टी पर आये थे अपने घर


उत्तर प्रदेश फतेहपुर पीएसी में तैनात एएसपी सुधाकर यादव का अपने कमरे में शव मिला है। वह चार दिन की छुट्टी पर अपने घर जौनपुर आए थे। यहां रात में सभी के साथ भोजन किया। सुबह देर तक नहीं उठने पर परिजनों ने देखा तो शरीर में कोई हलचल नहीं हुई। अस्पताल लेकर भागे। वहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर ने हार्ट अटैक से मौत की आशंका जताई है। सुधाकर यादव पूर्व डीजीपी जगमोहन यादव के छोटे भाई थे।


 सुधाकर यादव जौनपुर में स्थित पैतृक गांव तरहठी मुंगराबादशाहपुर में आए हुए थे। परिवार के लोगों के मुताबिक सुधाकर यादव दो दिन पूर्व ही अपने घर परिजनों से मिलने आए थे। उनके बड़े भाई पूर्व ब्लाक प्रमुख बृजलाल यादव का परिवार गांव में ही रहता है। छुट्टी लेकर वह चार दिनों के लिए गांव आए हुए थे। देर रात परिजनों के साथ भोजन करके वह अपने कमरे में सोने के लिए चले गये। सुबह नौ बजे तक वह अपने कमरे से नहीं निकले तो परिजन उन्हें चाय के लिए जगाने गये। अंदर देखा तो उनके शरीर में कोई हलचल नहीं हो रही थी। लोगों ने फौरन डाक्टरों को सूचित किया।


 सुधाकर को लेकर लोग फ़ौरन एक निजी अस्पताल गए। जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। माना यह जा रहा है कि रात को ही उन्हें हार्ट अटैक हुआ और बिस्तर पर ही उनकी मौत हो गई। सुधाकर यादव नोएडा, वाराणसी, चंदौली, मीरजापुर, मुरादाबाद में तैनात रह चुके हैं। फिलहाल 12वीं पीएसी में बतौर एडिशनल एसपी फतेहपुर में तैनात थे।

आजमगढ़ एसपी ने उपनिरीक्षक फूलपुर विपिन सिंह को किया लाइन हाजिर


 आजमगढ़ एसपी ने उपनिरीक्षक फूलपुर विपिन सिंह को किया लाइन हाजिर


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के फूलपुर कोतवाली में तैनात दरोगा को शिकायत लेकर पहुंचे पीड़ित से मारपीट के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया गया है। पीड़ित ने जिले के एसपी अनुराग आर्य से न्याय की गुहार लगाई थी। दरोगा के दुर्व्यवहार का वीडियो वायरल है। एसपी अनुराग आर्य ने दरोगा को लाइन हाजिर करते हुए विभागीय जांच बैठा दिया है।


फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के खुरासो गांव निवासी एक व्यक्ति की जमीन पर विपक्षी मिट्टी आदि पाट कर कब्जा कर रहा था। पीड़ित ने इसकी शिकायत यूपी 112 पर किया। सूचना पर पुलिस पहुंची और विपक्षी के कवायद पर रोक लगा दिया। इसके साथ ही पीड़ित को कागजात आदि के साथ थाने आने को कहा। पीड़ित थाने पर पहुंचा तो कोतवाल ने उसे अगले दिन बुलाया।


अगले दिन पीड़ित फिर से कागजात आदि लेकर पहुंचा तो उस दिन कोतवाल नहीं मिले। प्रभारी दरोगा विपिन सिंह थाने पर मौजूद थे। पीड़ित उनके पास पहुंचा और प्रकरण बताते हुए कागजात आदि देख लेने को कहा। पीड़ित की फरियाद सुनकर दरोगा विपिन सिंह भड़क गए और अपनी कुर्सी छोड़ उठ गए।

इसके बाद पीड़ित को अपशब्द कहते हुए उसकी पिटाई शुरू कर दी। थाना परिसर में ही लोगों के सामने दरोगा ने पीड़ित को ताबड़तोड़ कई थप्पड़ जड़े।


 इस दौरान किसी ने वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होते ही एसपी अनुराग आर्य ने दरोगा विपिन सिंह को लाइन हाजिर कर दिया। इसके साथ ही उसके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दिया।


एएसपी ग्रामीण अरुण कुमार दीक्षित ने कहा कि सोशल मीडिया पर फूलपुर कोतवाली पर तैनात दरोगा द्वारा एक व्यक्ति को पीटे जाने का वीडियो वायरल हुआ। जिसे संज्ञान में लते हुए एसपी के निर्देश पर दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया है। साथ ही विभागीय जांच भी बैठा दी गई है। जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

कानपुर देहात जनसुनवाई में पहुंचीं बुजुर्ग महिला, कारण जान एसपी भी हैरान खुद दफ्तर के बाहर तक आए, अपनी गाड़ी से भेजा घर


 कानपुर देहात जनसुनवाई में पहुंचीं बुजुर्ग महिला, कारण जान एसपी भी हैरान


खुद दफ्तर के बाहर तक आए, अपनी गाड़ी से भेजा घर


उत्तर प्रदेश कानपुर देहात में सिकंदरा कस्बे में रह रहीं रोहिणी गांव की 70 साल की बुजुर्ग महिला रामकली गुरुवार को एसपी से मिलने माती पहुंचीं। उनकी कोई शिकायत नहीं थी फिर भी जनसुनवाई में पहुंची थीं। एसपी ने उनसे बात की और चिलचिलाती धूप में आने का कारण जाना तो हैरान रह गए। बुजुर्ग को लेकर एसपी खुद दफ्तर के बाहर तक आए और अपनी गाड़ी से उनके घर भिजवाया।


सिकंदरा के रोहिणी गांव की रहने वाली रामकली (70) गुरुवार दोपहर एसपी वीबीजीटीएस मूर्ति के जनसुनवाई कार्यक्रम में उनसे मिलने पहुंचीं थी । दफ्तर के अंदर बिना किसी प्रार्थना पत्र के पहुंची रामकली ने एसपी से कहाकि लल्ला अब पुलिस अच्छे से काम कर रही है। वह सिकंदरा से सिर्फ उसके लिये धन्यवाद देने आईं हैं।

उन्होंने एसपी को अपने नाती जैसा बताया और खूब आशीर्वाद दिया। बुजुर्ग रामकली की बातों पर एसपी भी भावुक हो गए।


 उनका हालचाल लेने के बाद पूछा कि सिकंदरा वापस कैसे जाएंगी। जब पता चला कि वह सवारी से निकल जाएंगी तो एसपी अपने कार्यालय से उन्हें साथ लेकर बाहर निकले और अपनी गाड़ी पर बैठाकर उन्हें सिकंदरा भेजा। वर्तमान में वह सिकंदरा कस्बे के बिरहाना चौराहे के पास रह रहीं हैं।

बरेली कांवड़ियों की तुलना आतंकियों से कर फंसीं CO भड़के हिंदू संगठन, 400 कार्यकर्ताओं ने घेरा दफ्तर


 बरेली कांवड़ियों की तुलना आतंकियों से कर फंसीं CO


भड़के हिंदू संगठन, 400 कार्यकर्ताओं ने घेरा दफ्तर


उत्तर प्रदेश बरेली के अलीगंज में ताजिया पर नई परंपरा डालने की शिकायत करने पहुंचे हिंदू संगठन के लोगों से सीओ दीपशिखा की तकरार हो गई। आरोप है कि सीओ ने कांवड़ियों की हरकतें आतंकियों जैसी बता दीं। आक्रोशित 400 से अधिक कार्यकर्ताओं ने सीओ ऑफिस घेरकर तीन घंटे प्रदर्शन किया। वहीं हनुमान चालीसा का पाठ किया। सीओ के तबादले की मांग कर नारेबाजी की। फिर एसएसपी के नाम एसडीएम को ज्ञापन देकर शांत हुए।


शुक्रवार दोपहर विहिप, बजरंग दल, बजरंग सेना कार्यकर्ता एसडीएम गोविंद मौर्य के कार्यालय पहुंचे। उन्हें ज्ञापन सौंपकर कहा कि अलीगंज गांव में मोहर्रम का जुलूस पूर्व परंपरा के अनुसार ही निकाला जाए। कुछ खुराफाती तत्व जुलूस में नई परंपरा डालकर आपसी सद्भाव में खलल डालने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद कार्यकर्ता ज्ञापन लेकर सीओ दीपशिखा के कार्यालय पहुंचे।


कार्यकर्ताओं का आरोप है कि सीओ ने उन लोगों के लिए अशोभनीय व अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कार्यालय से बाहर जाने के लिए कह दिया। आरोप है कि सीओ ने कांवड़ियों की हरकतें आतंकियों जैसी बता दीं। सीओ के व्यवहार से नाराज कार्यकर्ता कार्यालय के बाहर ही दरी बिछाकर धरना प्रदर्शन करने लगे।


धरने की सूचना मिलते ही अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद, हिंदू जागरण मंच, भाजपा व आरएएस कार्यकर्ता भी पहुंच गए व सीओ का तत्काल ट्रांसफर करने की मांग करने लगे। धरने की सूचना पर पहुंचे एसडीएम गोविंद मौर्य ने समझाने का प्रयास किया व सीओ की ओर से खुद माफी भी मांगी, लेकिन कार्यकर्ता सीओ को तत्काल स्थानांतरित किए जाने व मौके पर एसएसपी को बुलाने की मांग पर अड़ गए। दोपहर तीन बजे एसएसपी को संबोधित ज्ञापन एसडीएम गोविंद मौर्य को सौंपा गया। सात दिनों की मोहलत देते हुए कार्यकर्ताओं ने धरने को समाप्त करने की घोषणा कर दी।


बजरंग दल नगर संयोजक आशीष पाठक, दुर्गेश सक्सेना, भाजपा जिला उपाध्यक्ष उषा सतीजा ने कहा कि सीओ का आम लोगों के प्रति व्यवहार काफी खराब है। वे पहले भी अशोभनीय भाषा का प्रयोग कर चुकी हैं।


पुलिस अधिकारी होने से लोग उनके खिलाफ बोलने से डरते हैं। आरोप लगाया कि ज्ञापन देने के दौरान एक कार्यकर्ता का हाथ सीओ की टेबल पर रख जाने से वे भड़क गईं और दंगाई तक कह दिया। सीओ पर विपक्षी दल की मानसिकता से कार्य करने का भी आरोप लगाया।


एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि सीओ से किसी बात पर कार्यकर्ता नाराज हो गए थे। इसका एक ज्ञापन मुझे भेजा गया है। मामले को दिखवा रहे हैं।