Friday 29 July 2022

आजमगढ़ 13 उपनिरीक्षकों का हुआ प्रमोशन, बने निरीक्षक पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने स्टार लगाकर दी बधाई


 आजमगढ़ 13 उपनिरीक्षकों का हुआ प्रमोशन, बने निरीक्षक



पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने स्टार लगाकर दी बधाई




आजमगढ़ पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश द्वारा अनुमोदित किये जाने के फलस्वरूप जनपद आजमगढ़ के 13 उप-निरीक्षकों को निरीक्षक नागरिक पुलिस के पद पर पदोन्नति प्रदान की गयी, जिसके क्रम में आज 29 जुलाई 2022  को पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनुराग आर्य द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय आजमगढ़ में 13 उप-निरीक्षकों के कंधों पर तीन स्टार लगाकर बधाई दी गयी। 



पदोन्नति पाने वालो में 


1. मनोज कुमार (पुलिस लाइन्स), 

2.निशांत जमॉ खॉ (कंधरापुर),

 3. सूर्यवंश यादव (पुलिस लाइन्स), 

4. यशवन्त सिंह (अतरौलिया),

 5. संजय कुमार सिंह (सरायमीर), 

6. महेन्द्र कुमार (जीयनपुर), 

7. राकेश कुमार सिंह (मेहनाजपुर), 

8. घनश्याम यादव (जहानागंज),

 9. राज कुमार सिंह (थाना प्रभारी कंधरापुर), 

10. शमशेर यादव (बरदह), 

11. योगेन्द्र प्रसाद सिंह (देवगांव), 

12. राजेश कुमार (जीयनपुर),

 13. अशोक दत्त त्रिपाठी (निजामाबाद) में वर्तमान तैनाती है और पुलिस अधीक्षक ने उम्मीद जताई कि पदोन्नति पाने वाले 13 पुलिस निरीक्षक समाज से बेहतर तालमेल कर काम करेंगे और विभाग की गरिमा बढ़ाने के लिए कार्य करेंगे। 



इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक नगर शैलेन्द्र लाल व अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सिद्धार्थ भी मौजुद रहें।

आजमगढ़ सिधारी ईनामिया गांजा तस्कर समेत 3 गिरफ्तार 10 लाख कीमत का सवा कुंटल गांजा व असलहा बरामद उड़ीसा से तस्करी कर पूर्वांचल के कई जनपदों में करते थे सप्लाई


 आजमगढ़ सिधारी ईनामिया गांजा तस्कर समेत 3 गिरफ्तार


10 लाख कीमत का सवा कुंटल गांजा व असलहा बरामद


उड़ीसा से तस्करी कर पूर्वांचल के कई जनपदों में करते थे सप्लाई



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद की स्वाट टीम (द्वितीय) एवं सिधारी पुलिस के संयुक्त प्रयास से शुक्रवार की सुबह सलारपुर गांव में छापेमारी कर पुलिस ने 25,000 ईनामी गांजा तस्कर को उसके तीन साथियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। इस दौरान पुलिस ने एक मकान के अहाते से भूसे के ढेर में छिपाकर रखा गया डेढ़ कुंटल गांजा तथा एक व्यक्ति के पास से असलहा भी बरामद किया है। बरामद गांजा की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 10 लाख रू  आंकी गयी है।



सिधारी थाना प्रभारी स्वतंत्र कुमार सिंह व उपनिरीक्षक कमलनयन दुबे शुक्रवार की सुबह सुखदेव पहलवान तिराहे के समीप स्वाट टीम द्वितीय के प्रभारी गजानंद चौबे व उनके सहयोगियों के साथ अपराध एवं अपराधियों की चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस टीम को जरिए मुखबिर सूचना मिली कि सिधारी क्षेत्र के सलारपुर ग्राम निवासी राकेश यादव उर्फ सोनू के घर मौजूद कुछ गांजा तस्कर मादक पदार्थ तस्करी की योजना बना रहे हैं। सटीक सूचना मिलने पर पुलिस ने बताए गए स्थान पर सुबह करीब 8.30 बजे छापेमारी की। पुलिस के आने की आहट पाकर अहाते में मौजूद गांजा तस्करों ने भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने घेरेबंदी कर तीन लोगों को दबोच लिया। 



मकान की तलाशी के दौरान पुलिस ने अहाते में टीनशेड के नीचे रखे भूसे के ढेर में छिपाकर रखे गए 49 पैकेट गांजा के साथ ही पकड़े गए एक व्यक्ति के कब्जे से 315 बोर तमंचा व दो जिंदा कारतूस बरामद कर लिया।


 बरामद किए गए मादक पदार्थ का वजन 125 किलोग्राम बताया गया है। गिरफ्तार किए गए गांजा तस्करों में 25000 ईनाम घोषित रामनयन पुत्र समई राम ग्राम मंगरावां रायपुर थाना गंभीरपुर, सूर्यभान यादव पुत्र स्व0 बालचंद्र यादव ग्राम अमदही थाना जहानागंज तथा शिवप्रकाश विश्वकर्मा उर्फ छोटू पुत्र श्यामलाल ग्राम कमरुद्दीनपुर थाना गौराबादशाहपुर जिला जौनपुर के निवासी बताए गए हैं।


 इस उपलब्धि के संबंध में पुलिस अधीक्षक नगर ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ में जानकारी मिली है कि ये सभी उड़ीसा के जगदलपुर से गांजा की तस्करी कर पूर्वांचल के कई जनपदों में मादक पदार्थ की सप्लाई करते हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने जिस मकान से बरामदगी किया है उसका मालिक राकेश यादव उर्फ सोनू भी इस कारोबार में शामिल है। अभियुक्तों से की गई पूछताछ के बाद इसमें कई अन्य नाम प्रकाश में आए हैं, जिनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। पकड़े गए तीनों अभियुक्तों के विरुद्ध पूर्व में भी एनडीपीएस एक्ट के कई मामले पंजीकृत हैं।

गोरखपुर थानेदार और दरोगा को एसएसपी ने किया निलम्बित थाने में फरियादिओं के सामने आपस में भिड़ गये थे दोनों, दरोगा ने थानेदार को मारे थे 4 थप्पड़


 गोरखपुर थानेदार और दरोगा को एसएसपी ने किया निलम्बित


थाने में फरियादिओं के सामने आपस में भिड़ गये थे दोनों,


 दरोगा ने थानेदार को मारे थे 4 थप्पड़



उत्तर प्रदेश गोरखपुर के सहजनवां थाने में गुरूवार को मारपीट करने वाले थानेदार अंशुल चतुर्वेदी और दरोगा राम प्रवेश सिंह को एसपी ने सस्पेंड कर दिया गया।


 एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। एसएसपी का कहना है कि पुलिस जैसे अनुशासित विभाग में रहते हुए इन्होंने अनुशासनहीनता की है, जिससे पुलिस की छवि खराब हो रही है।


दरअसल, गुरुवार की सुबह दरोगा राम प्रवेश सिंह सहजनवां थाने में फरियादियों की फरियाद सुन रहे थे। इस दौरान थानेदार अंशुल चतुर्वेदी ने अपने कमरे से आवाज देकर दरोगा को बुलाया। कई बार बुलाने पर दरोगा ने ध्यान नहीं दिया, जिसके बाद थाना प्रभारी खुद बाहर आ गए। थानेदार ने दरोगा से बात नहीं सुनने का आरोप लगाते हुए सवाल किया। दोनों में बातचीत का लहजा इतना बिगड़ गया कि तुम- तड़ाम होने लगा।



इसी दौरान दरोगा ने थानेदार पर हाथ छोड़ दिया और दनादन चार- पांच थप्पड़ जड़ दिया। थाना परिसर में ही थानेदार की पिटाई देख फरियादी भी दंग रह गए। मारपीट होते देख थाने का मुंशी भाग कर पहुंचा और दरोगा को  दोनों हाथों से पकड़ कर दूर किया। थानेदार और दरोगा दूर होने के बाद भी एक दूसरे पर अपशब्दों की बौछार करने लगे।

वहीं, अन्य पुलिस कर्मियों के कहने के बाद दरोगा अपने आवास में गए। जबकि थानेदार अपने कमरे में जाकर बैठ गए।



 मामले की जानकारी होने पर एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी और सीओ कैंपियरगंज अजय कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने मामले की जांच कराई। उन्होंने जांच रिपोर्ट एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर को भेज दिया।

आजमगढ़ एसपी ने चौकी इंचार्ज सठियांव का नेम प्लेट लिया कब्जे में उच्च शिक्षा मंत्री के कार्यक्रम के दौरान ड्यूटी पर थे चौकी इंचार्ज


 आजमगढ़ एसपी ने चौकी इंचार्ज सठियांव का नेम प्लेट लिया कब्जे में


उच्च शिक्षा मंत्री के कार्यक्रम के दौरान ड्यूटी पर थे चौकी इंचार्ज


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बृहस्पतिवार को उच्च शिक्षा मंत्री के निरीक्षण के समय चौकी इंचार्ज सठियांव का नेम प्लेट पुलिस कप्तान अनुराग आर्य ने अपने कब्जे में लिया जिसकी चर्चा जोरो पर रही। 


सठियांव के ग्राम पंचायत नासिरुद्दीनपुर में उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय के पहुंचने पर काफी भीड़ जमा हो गई। भीड़ में पुलिस कप्तान ने चौकी इंचार्ज सठियांव कृष्णा सिंह का नेम प्लेट अपने कब्जे में ले लिया। इसका कारण तो नहीं पता चला लेकिन पुलिस विभाग नेम प्लेट वापस लेना किसी कमी की तरफ संकेत है।


बता दें कि कल जहानागंज-सठियांव मार्ग पर आबाद विकास खण्ड सठियांव की ग्राम पंचायत नासिरुद्दीनपुर में गुरुवार को सायं 5.30 बजे उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय पहुँचे और गांव में अमृत सरोवर का निर्माण कार्य चल रहे का निरीक्षण किया तथा वृक्षारोपण कर पेड़ लगाने के प्रति ग्रामीण जनों को जागरूक किया। 


इस दौरान ड्यूटी पर लगे चौकी इंचार्ज सठियांव कृष्णा सिंह का नेम प्लेट पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने कब्जे में ले लिया।

आजमगढ़ अभी जेल में ही रहेंगे रमाकांत यादव बाहुबली विधायक की जमानत अर्जी कोर्ट ने की खारिज


 आजमगढ़ अभी जेल में ही रहेंगे रमाकांत यादव


बाहुबली विधायक की जमानत अर्जी कोर्ट ने की खारिज



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बाहुबली विधायक रमाकांत यादव ने बृहस्पतिवार को न्यायालय में जमानत के लिए अर्जी लगाई थी। दो मामलों में उनकी जमानत मंजूर कर ली गई तो वहीं एक मामले में जमानत अर्जी को न्यायाधीश ने खारिज कर दिया। बाहुबली विधायक पर कुल सात मुकदमे चल रहे हैं।



सूत्रो के मुताबिक फूलपुर पवई सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक व पूर्व सांसद रमाकांत यादव पर वर्तमान में कुल सात मुकदमे दर्ज हैं। 1998 के लोकसभा चुनाव के बाद अंबारी चौराहे पर रमाकांत व अकबर अहमद डंपी समर्थकों के बीच फायरिंग हुई थी। इस मामले में एनबीडब्लू जारी हुआ था। जिसमें जमानत के लिए रमाकांत यादव तीन-चार दिन पूर्व कोर्ट में हाजिर हुए थे। कोर्ट ने जमानत अर्जी खारिज करते हुए उन्हें न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया था। बृहस्पतिवार को रमाकांत यादव के वकील आद्या शंकर मिश्रा ने पुन: जमानत के लिए अर्जी लगायी थी। जिसमें पेशी पर पूर्व सांसद व बाहुबली विधायक रमाकांत यादव अदालत में पेशी पर आए थे। रमाकांत यादव के वकील ने बताया कि वर्तमान में रमाकांत यादव पर कुल सात मुकदमे हैं। 



जिसमें पवई थाने का घेराव, दीदारगंज थाने का घेराव, फूलपुर तहसील का घेराव, अंबारी चौक पर डंपी समर्थकों संग भिड़त, सरायमीर थाने में एससी/एसटी व चुनाव आयोग द्वारा पवई व तहबरपुर थाने में दर्ज कराए गए मुकदमे शामिल हैं। 


उन्होंने बताया कि कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दाखिल की गई थी। जिसमें चुनाव आयोग वाले दोनों मुकदमो में रमाकांत यादव की जमानत मंजूर हो गई है। 


सरायमीर थाने में दर्ज एससी/एसटी के मुकदमे में जमानत खारिज कर दी गई है। अब एक अगस्त को सुनवाई की तारीख नियत की गई है।

गोरखपुर दरोगा ने थानेदार को जड़े चार थप्पड़, थाने के दीवान ने किया बीच-बचाव


 गोरखपुर दरोगा ने थानेदार को जड़े चार थप्पड़, थाने के दीवान ने किया बीच-बचाव



उत्तर प्रदेश गोरखपुर के सहजनवां थाने में मामूली बात को लेकर थानेदार और दरोगा के बीच मारपीट हो गई। आरोप है कि दरोगा ने थानेदार को एक एक कर चार थप्पड़ जड़ दिए। इस दौरान दोनों के बीच खूब तू तू मैं मैं और गाली गलौच हुआ। किसी तरह थाने के दीवान ने बीच बचाव किया और दोनों को अलग किया।



जानकारी के अनुसार गुरुवार की सुबह सहजनवां थाने में फरियादियों की फरियाद सुनी जा रही थी। दरोगा राम प्रवेश सिंह फरियादियों के साथ बैठे थे। इस दौरान थानेदार अपने कक्ष से निकलने के बाद किसी कार्य से दरोगा को आवाज लगाने लगे। कई बार बुलाने पर दरोगा ने ध्यान नहीं दिया, जिसके बाद थाना प्रभारी भी मौके पर पहुंच गए। सूत्रों की मानें तो थानेदार ने दरोगा से बात नहीं सुनने का आरोप लगाते हुए सवाल किया। दोनों में बातचीत का लहजा इतना बिगड़ गया कि तुम तड़ाम होने लगा।



इसी दौरान दरोगा ने थानेदार पर हाथ छोड़ दिया और दनादन चार पांच थप्पड़ रसीद कर दिया। थाना परिसर में ही थानेदार की पिटाई देख फरियादी भी अवाक रह गए। मारपीट होते देख थाने का मुंशी भाग कर पहुंचा और दरोगा को दोनों हाथों से पकड़ कर दूर किया। 


थानेदार और दरोगा दूर होने के बाद भी एक दूसरे पर अपशब्दों की बौछार करने लगे। अन्य पुलिस कर्मियों के बार बार कहने के बाद दरोगा अपने आवास में गए और थानेदार अपने कक्ष में जाकर बैठ गए। 



मामले की जानकारी होने पर एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी और सीओ कैंपियरगंज अजय कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने मामले की जांच कराई। उन्होंने जांच रिपोर्ट एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर को भेज दिया है। उधर थानेदार और दरोगा में विवाद होने की खबर कस्बा से लेकर गांव तक आग की तरह पहुंच गई। हर तरफ लोग चटकारे लेकर चर्चा कर रहे है।



इस संबंध में एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने कहा कि जांच की गई है। दरोगा ने अनुशासनहीनता किया है। कार्रवाई के लिए रिपोर्ट एसएसपी को भेजी जा रही है। जल्द ही इनपर कार्रवाई की जाएगी।



गोरखपुर में पिछले कुछ दिनों से पुलिस कर्मियों में आपस में ही टशन हो रहा है। जमकर मारपीट हो रही है, जिससे पुलिस की छवि धूमिल हो रही है। अभी एक सप्ताह पूर्व ही तिवारीपुर के सूर्य विहार चौकी पर खनन के आरोप में पकड़ी गई ट्रैक्टर ट्राली को छोडऩे के लेकर चौकी इंचार्ज शाहिद सिद्दकी और दरोगा मायाराम यादव तथा कुछ पुलिस कर्मियों में जमकर मारपीट हुई थी। जिसके बाद एसएसपी ने चौकी इंचार्ज शाहिद सिद्दकी, दरोगा मायाराम यादव, सिपाही सूर्यभान को सस्पेंड किया था।