Thursday 12 January 2023

उत्तर प्रदेश 12 आईपीएस अधिकारियों का हुआ तबादला, 3 जिलों के कप्तान बदलें, देखें सूची


 उत्तर प्रदेश 12 आईपीएस अधिकारियों का हुआ तबादला, 3 जिलों के कप्तान बदलें, देखें सूची

लखनऊ सावधान! आज और कल बूंदाबांदी के आसार जानिए प्रदेश के किन हिस्सों में होगी बारिश, मौसम विभाग का पूर्वानुमान


 लखनऊ सावधान! आज और कल बूंदाबांदी के आसार


जानिए प्रदेश के किन हिस्सों में होगी बारिश, मौसम विभाग का पूर्वानुमान


लखनऊ गलन भरी ठंड और घने कोहरे के बीच मौसमी बदलाव प्रदेश में दस्तक देने जा रहे हैं। मौसम विभाग ने प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में अगले दो दिनों के दौरान बादल-बदरी के साथ बूंदाबांदी बारिश का पूर्वानुमान जताया है।


आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, अभी गलन से राहत नहीं मिलेगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 12-13 जनवरी को बूंदाबांदी हो सकती है। लखनऊ में भी बादल छाए रहने के आसार हैं। अधिकांश जिलों में घना कोहरा छाया रहेगा।

मौसम विभाग ने देवरिया, गोरखपुर, संत कबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, पीलीभीत, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, और आसपास के इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वाराणसी व आसपास के इलाकों, लखनऊ और उसके आसपास, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ, कासगंज, अमरोहा, संभल, बंदायू आदि इलाकों को येलो अलर्ट पर रखा गया है।


इन सबके बीच सुबह और रात के समय प्रदेश में घने कोहरे का दौर मंगलवार की रात से बुधवार को भी जारी रहा। लेकिन दिन के समय प्रदेश के कई इलाकों में धूप खिलने से गलन से मामूली राहत मिली है।


बुधवार को प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में न्यूनतम तापमान 4 से 9 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज हुआ, जबकि अधिकतम तापमान 27 डिग्री तक दर्ज हुआ। सबसे कम तापमान 4.8 डिग्री कानपुर में रिकार्ड किया गया। धूप निकलने के चलते झांसी में दिन का पारा 27 डिग्री दर्ज हुआ, चुर्क में 24.5 डिग्री और प्रयागराज में 19 डिग्री दर्ज किया गया।

बरेली आधा घंटे तक तड़तड़ाईं गोलियां, जमकर चलीं तलवारें 2 गुटों के बीच वर्चस्व की जंग में बिछ गई लाशें


 बरेली आधा घंटे तक तड़तड़ाईं गोलियां, जमकर चलीं तलवारें


2 गुटों के बीच वर्चस्व की जंग में बिछ गई लाशें


उत्तर प्रदेश के बरेली में तिहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई। रामगंगा की कटरी में बुधवार शाम जमीन को लेकर दो गुटों के बीच वर्चस्व की जंग में तीन लोगों की हत्या कर दी गई। इस दौरान दोनों गुटों में करीब आधा घंटा तक जमकर फायरिंग हुई और तलवारें चलीं। इसमें कई लोग घायल भी हुए हैं। घटना की सूचना पर बरेली और बदायूं से फोर्स मौके पर पहुंच गई।


 शाम करीब साढ़े पांच बजे फरीदपुर थाना क्षेत्र के गांव गोविदपुर के पास रामगंगा पार कटरी में हुई। बताया जाता है कि यहां पर चंडीगढ़ में रहने वाले परमवीर सिंह ने झाला बनाकर करीब ढाई हजार बीघा जमीन घेर रखी है। बुधवार शाम वहां गन्ने की फसल काटी जा रही थी। उसी दौरान रायपुर हंस निवासी सुरेश प्रधान तीन-चार गाड़ियों में असलहों से लैस बदमाशों को लेकर पहुंच गया। उसने गन्ना काट रहे एक मजदूर की पिटाई कर दी। मजदूर ने तुरंत ही भागकर इसकी सूचना परमवीर के झाला पर जाकर दी। इसके बाद झाला पर रहने वाले 12 से अधिक लोगों ने तलवारों और अन्य हथियारों से लैस होकर सुरेश प्रधान गुट पर हमला कर दिया। करीब आधा घंटा तक दोनों गुटों के बीच जमकर फायरिंग हुई और तलवारें चलीं।


वर्चस्व की इस जंग में परमवीर पक्ष के परविंदर व देवेंद्र और सुरेश प्रधान पक्ष के गोलू पंखिया की मौत हो गई। गोली और तलवार लगने से सुरेश प्रधान समेत कुछ लोग घायल भी हुए हैं। घटना की सूचना पर डीआईजी /एसएसपी अखिलेश चौरसिया, एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल समेत कई थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। मौके पर पड़े तीनों शव जिला अस्पताल भिजवाए गए हैं। घटना की सूचना पर बदायूं के एसएसपी भी वहां पहुंचे। सभी आरोपी फिलहाल फरार बताए जा रहे हैं।


कटरी में बुधवार शाम करीब साढ़े पांच बजे हुई वारदात के पीछे करीब ढाई हजार बीघा जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद है। सुरेश प्रधान पर पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं और जब परमवीर ने वहां आकर झाला बनाया तो वर्चस्व की जंग शुरू हो गई। कई बार छिटपुट विवाद हुए और मामला शांत हो गया लेकिन बुधवार की जंग में तीन हत्याएं हो गईं। अब से कई साल पहले फरीदपुर के गोविंदपुर गांव में करीब 80 परिवार रह रहे थे। खेती-बाड़ी करके लोग गुजारा करते थे।

इटावा यह मेरा हर्षित नहीं उसकी लाश है साहब 2 साल के बेटे का शव लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंच गया सिपाही


 इटावा यह मेरा हर्षित नहीं उसकी लाश है साहब


2 साल के बेटे का शव लेकर एसएसपी ऑफिस पहुंच गया सिपाही


इटावा पिता के कंधे पर पुत्र के शव से ज्यादा भारी कुछ भी नहीं होता बुधवार दोपहर पुलिस का एक जवान दो साल के बेटे का शव कंधे से लगाकर एसएसपी ऑफिस पहुंच गया। वह फूट-फूट कर रोते हुए एसएसपी से मिलने की फरियाद कर रहा था। अफसरों- कर्मियों ने वजह पूछी तो रोते हुए सिपाही ने बताया कि बीवी बीमार है। छुट्टी नहीं मिली। बेटे की देखरेख नहीं हो पाई। बच्चा घर से निकल गया।


मोहल्ले में ही पानी से भरे गड्ढे में डूब गया। अब उसकी लाश साहब को दिखाने आया हूं। अफसरों ने उसे समझा कर किसी तरह घर भेजा। मथुरा निवासी सिपाही सोनू चौधरी वैदपुरा में तैनात है। वह एकता कॉलोनी में सपरिवार रहता है। पत्नी कविता 15 दिन से बीमार है। सोनू ने बताया, 'मैंने देखभाल के लिये छुट्टी मांगी थी, पर नहीं मिली। बुधवार दोपहर पत्नी बीमार पड़ी थी। हर्षित घर से बाहर निकल गया। जब मैं घर पहुंचा तो बच्चा नहीं था। आसपास तलाश की। मोहल्ले के लोग भी पहुंचे।


करीब दो घंटे तलाश के बाद बच्चा पास में ही पानी से भरे गड्ढे में मिला। हम उसे अस्पताल ले गए पर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।' बेटे की मौत से व्यथित सोनू बेटे का शव कंधे से लगा कर रोता हुआ पैदल एसएसपी ऑफिस पहुंच गया। पहली नजर में लोग समझ ही नहीं सके कि उसकी गोद का बच्चा जीवित नहीं है। पुलिसकर्मियों के पूछने पर सोनू ने कहा, 'यह मेरा हर्षित नहीं उसकी लाश है।' यह सुनते ही हड़कंप मच गया । वह एसएसपी से मिलने की जिद करता रहा, पुलिसकर्मी उसे समझाते रहे। तब तक एसपी सिटी कपिलदेव भी पहुंच गए।


सोनू ने उन्हें बताया कि पत्नी की बीमारी और बच्चे की देखरेख के लिए उसने छुट्टी का प्रार्थनापत्र सात जनवरी को एसपी सिटी को ही दिया था, लेकिन छुट्टी नहीं मिली। आज बेटे की मौत हो गयी। एसपी सिटी ने उसे सांत्वना देकर पुलिसकर्मियों संग घर भेजा। बिलखते हुए उसने बेटे का अंतिम संस्कार किया। इस दौरान मौजूद पड़ोसियों, पुलिसकर्मियों की आंखें छलक पड़ीं।


इटावा एसएसपी जय प्रकाश सिंह ने बताया, दुखद घटना है। जब बच्चा घर से निकल कर गड्ढे में गिरा, उस वक्त सिपाही घर पर ही था। दुखी सिपाही बच्चे का शव लेकर कार्यालय पहुंच गया था। वह दिसंबर में दो मर्तबा छुट्टी पर गया था। उसने छुट्टी का प्रार्थनापत्र दिया होगा। छुट्टी क्यों नहीं मिल सकी, इसकी जांच कराएंगे।

आगरा पुलिस को देखते ही बाथरूम में छिप गया आईपीएस महिला पुलिस को करना पड़ा गिरफ्तार, जानें पूरा मामला


 आगरा पुलिस को देखते ही बाथरूम में छिप गया आईपीएस


महिला पुलिस को करना पड़ा गिरफ्तार, जानें पूरा मामला


उत्तर प्रदेश के आगरा में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सभी को हैरान-परेशान करके रख दिया। यहां एक ट्रेनी आईपीएस अपनी ही पुलिस से छिपते-छिपाते घूमता नजर आया। आईपीएस पुलिस से क्यों छिप रहा था इसको लेकर लोगों में चर्चा का विषय बना रहा, हालांकि कुछ ही देर में सारा माजरा समझ आ गया। दरअसल प्रशिक्षु आईपीएस बनकर शादी रचाने वाले शातिर संजय को मंटोला पुलिस ने नोएडा के आदित्य वर्ल्ड सिटी से गिरफ्तार किया था। पुलिस को देखकर वह बाथरूम में छिप गया था। महिला मित्र के साथ रह रहा था। पुलिस ने बुधवार को उसे मारपीट, दहेज उत्पीड़न, गर्भपात और धोखाधड़ी की धाराओं में जेल भेज दिया। आरोपित मूलतरू मथुरा के रिफाइनरी थाना क्षेत्र का निवासी है। 


मिली जानकारी के अनुसार कालिंदी विहार निवासी श्रीनिवास ने 30 जुलाई 2022 एत्मादुद्दौला थाने में दहेज उत्पीड़न, मारपीट और गर्भपात की धारा के तहत मुकदमा लिखाया था। उन्होंने पुलिस को बताया कि 15 मार्च 2021 को बेटी खुशबू की शादी नरसीपुरम, रिफाइनरी (मथुरा) निवासी संजय पुत्र रनवीर सिंह से की थी। शादी के समय संजय ने खुद को प्रशिक्षु आईपीएस बताया था। अपना फर्जी पहचान पत्र भी दिखाया था। ससुराल पहुंचते ही बेटी का उत्पीड़न शुरू हो गया। संजय नोएडा में फ्लैट के लिए रुपयों की मांग करने लगा। जबकि उन्होंने बेटी की शादी में 40 लाख नकद, 22 लाख की लग्जरी गाड़ी और 350 ग्राम सोना दिया था। आरोपित संजय ने जबरन उनकी बेटी का गर्भपात कराया। नोएडा में किसी महिला मित्र के साथ रहने लगा। बेटी को छोड़ दिया। उन्होंने संजय से मिलने का प्रयास किया, लेकिन मुलाकात नहीं हुई। बेटी ससुराल मथुरा पहुंची तो वहां ससुर रनवीर सिंह और सास शिव कुमारी ने जान से मारने की धमकी दी। ससुर ने लाइसेंसी राइफल से फायर किया। पीड़िता के पिता के प्रार्थना पत्र पर मुकदमे की विवेचना मंटोला थाना स्थानांतरित की गई थी। 


मंटोला पुलिस ने मंगलवार को नोएडा में अर्वन होम आदित्य वर्ल्ड सिटी में दबिश दी। संजय महिला मित्र के साथ फ्लैट में रह रहा था। पुलिस को देख बाथरूम में छिप गया। महिला पुलिस बुलाई गई। बमुश्किल बाथरूम का दरवाजा खोला गया। संजय को पकड़ा गया। पुलिस उसे आगरा लेकर आई। डीसीपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि संजय के खिलाफ जांच शुरू की गई। उसके सोशल मीडिया एकाउंट खंगाले गए। जानकारी हुई कि सोशल मीडिया पर वह आईएएस अधिकारी बना हुआ है। खुद को किसी जिले का डीएम बताता है। पुलिस ने साक्ष्य संकलन के बाद मुकदमे में धोखाधड़ी की धारा बढ़ाई है।


 श्रीनिवास ने बताया कि संजय बेहद शातिर है। सोशल मीडिया पर वह अधिकारियों के साथ फोटो डाला करता था। कहीं जाता था तो गनर भी ले जाता था। पता नहीं उसे गनर कहां से मिल जाता था। उसने गनर के साथ भी अपनी एक फोटो सोशल मीडिया पर डाली थी।