Sunday 19 May 2024

कानपुर सिपाही की करतूत, प्रेमिका को मौत के घाट उतार कुएं में फेंक दी लाश सर्विलांस टीम की मदद से वारदात का खुलासा, हत्यारोपी सिपाही और उसके साथी गिरफ्तार


 कानपुर सिपाही की करतूत, प्रेमिका को मौत के घाट उतार कुएं में फेंक दी लाश



सर्विलांस टीम की मदद से वारदात का खुलासा, हत्यारोपी सिपाही और उसके साथी गिरफ्तार



उत्तर प्रदेश कानपुर कमिश्नरेट पुलिस एक बार फिर दागदार हुई है। पुलिस लाइन में तैनात 50 साल के सिपाही ने साथी के साथ मिलकर 26 साल की प्रेमिका की हत्या कर डाली। फिर शव को ठिकाने लगाने अपने पैतृक गांव एटा ले गया और कुएं में फेंक दिया। इधर, बर्रा पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से वारदात का खुलासा कर हत्यारोपी सिपाही और उसके साथी को शनिवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। प्रेमिका का शव 18 फरवरी 2024 को ही एटा में मिल चुका था। 


शनिवार को डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि मूलरूप से फतेहपुर के परसेड़ा गांव निवासी किसान बाबू प्रसाद तिवारी, पत्नी संगीता, बेटी 26 वर्षीय शालिनी और बेटे अमित के साथ वर्ष 2022 से बर्रा थानाक्षेत्र में किराये के मकान में रह रहे हैं। शालिनी कल्याणपुर स्थित मेडिकल कॉलेज से नर्सिंग का कोर्स करने के बाद दामोदर नगर निवासी पप्पू सिंह परिहार के मकान में किराये पर रहने लगी। इधर, शालिनी के प्रेम संबंध तब बर्रा थाने में पीआरवी में तैनात 50 वर्षीय हेड कांस्टेबल मनोज कुमार से हो गए। नजदीकियां बढ़ने के बाद शालिनी शादी करने का दबाव बनाने लगी, लेकिन शादीशुदा व दो बच्चों का पिता होने के चलते सिपाही पीछा छुड़ाने लगा। 08 फरवरी 2024 को शालिनी पड़ोस में किराये पर रहने वाली महिला का बैग लेकर अयोध्या जाने की बात कहकर घर से निकली थी, जिसके बाद वह नहीं लौटी। शालिनी का पता न चलने पर परिजनों ने 03 मार्च 2024 को बर्रा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई।


 डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने बताया कि शालिनी का नंबर सर्विलांस पर लगाया गया तो उसकी लोकेशन एटा जनपद में मिली। उसके साथ ही दो मोबाइल नंबरों की लोकेशन भी मिली। बर्रा पुलिस एटा पहुंची तो जानकारी मिली कि जैथरा गांव में 18 फरवरी 2024 को एक युवती का शव मिला था। पुलिस ने शिनाख्त कराई तो मृतका की पहचान शालिनी के रूप में हुई। डीसीपी ने बताया कि मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने भीमसेन, रामसिंह पुरवा गांव निवासी राहुल कुमार को हिरासत में लिया। घटना का खुलासा होने के बाद मनोज के कई काले चिह्वे सामने आए। बर्रा थाने के बाद मनोज की तैनाती घाटमपुर में हुई थी। इस दौरान उसके संबंध घाटमपुर निवासी एक महिला से हो गए थे, नगरपालिका में विद्युत विभाग में तैनात कर्मचारी ने उसका विरोध किया तो मनोज ने उसके साथ मारपीट की थी, जिस पर कर्मचारी ने उसकी आईजीआरएस के माध्यम से शिकायत की थी। मामले का संज्ञान में लेकर अधिकारियों ने मनोज को सस्पेंड कर दिया था। शनिवार को घटना के खुलासे के दौरान मृतका शालिनी की मां संगीता व भाई अमित भी डीसीपी साउथ कार्यालय पहुंचे। इस दौरान अमित के भाई ने बर्रा पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कई बार थाने से टरकाने का आरोप लगाया।


 अमित ने बताया कि घटना में अन्य लोग भी शामिल हैं, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। प्रेस कांफ्रेंस के बाद पुलिस हत्यारोपियों को जेल लेकर जाने लगी, तभी अमित ने हत्यारोपियों के साथ हाथापाई की। हत्यारोपी राहुल ने बताया कि 8 फरवरी 2024 को वह शालिनी को लेकर साथी मनोज के साथ अपनी बोलैरो कार में एटा के लिए निकला था। रास्ते में मनोज ने शालिनी का गमछे से गला घोंट दिया। शव को छिपाने के लिए मनोज अपने गांव जैथरा ले गया, जहां कुएं में शव फेंक दिया था। डीसीपी ने बताया कि गुमशुदगी की धारा को तरमीम कर हत्यारोपियों के खिलाफ अपहरण, हत्या व साक्ष्य छिपाने की धारा में बढ़ोत्तरी की गई है। आरोपियों को जेल भेजा गया है। डीसीपी साउथ ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद मनोज पुलिस लाइन लौट आया था। इसके बाद वह रोजाना की तरह ड्यूटी करने लगा था। वहीं पुलिस को गुमराह करने के लिए मनोज ने राहुल के माध्यम से शालिनी का सिम अयोध्या में फिकवा दिया था।

आजमगढ़ में बोले सीएम योगी प्रदेश में अपनी नई पहचान बना रहा आजमगढ़ यह फिल्म सिटी का केंद्र बनेगा, जहां से ढेर सारे निरहुआ और आम्रपाली दुबे निकलेंगे-सीएम योगी


 आजमगढ़ में बोले सीएम योगी प्रदेश में अपनी नई पहचान बना रहा आजमगढ़



यह फिल्म सिटी का केंद्र बनेगा, जहां से ढेर सारे निरहुआ और आम्रपाली दुबे निकलेंगे-सीएम योगी


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ के घिनहापुर (खरियानी) में रविवार को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी चुनावी जनसभा को संबोधित किया। लोकसभा चुनाव को लेकर उनकी इस जनसभा के कई कयास लगाए जा रहे हैं। सदर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ को समर्थन देने के लिए सीएम योगी ने जनता से अपील की। इसके साथ ही उन्होंने सरकारी योजनाओं पर भी अपनी बात रखी। सीएम का कार्यक्रम साढ़े 10 बजे तय था लेकिन कुछ विशेष कारणों से वे कार्यक्रम स्थल पर आधा घंटा देर से पहुंचे। योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान इंडी गठबंधन पर भी जमकर सियासी निशाना साधा। कहा कि देश इनकी सच्चाई को अच्छी तरह जान रहा है। आज के समय में इन परिवारवादियों से सतर्क रहने की जरूरत है।


 इससे पहले उन्होंने जनसभा में आए सभी लोगों का जयश्री राम का नारा लगाकर अभिवादन किया। इससे पहले कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि 2017 तक जब कोई नेता आता था तो लोग यह देखते थे कि उसकी गाड़ी में कितनी नाल है। लेकिन अब योगी का खौफ है। किसी गाड़ी में नाल नहीं दिखती। इसी क्रम में सांसद दिनेश लाल ने कहा कि सपा के लोग कहते हैं कि हमने विकास की ईंट रखी। जांच में पता चला कि एक जेल बनाया है। वह जेल खुद के लिए बनावाया गया है, ताकि परिवार के लोग इन्हें जेल में खाना पहुंचा सकें। कहा कि आजमगढ़ चमकाना है और बच्चों का भविष्य बनाना है तो कमल का बटन जरूर दबाना है। कहा कि सपा और भाजपा में यहीं अंतर है। पहले जब कहीं भी घटना होती थी तो बरामद कट्टे पर लिखा होता था मेड इन बंहौर आजमगढ़। अब आज इससे इतर काम हो रहा है। भाजपा ने आजमगढ़ को विश्वविद्यालय दिया है, ताकि बच्चे शिक्षित हो सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें आजमगढ़ को अभी बहुत कुछ देना है, इसे एक औद्योगिक सिटी बनाना है। यह फिल्म सिटी का केंद्र बनेगा, जहां से ढेर सारे निरहुआ और आम्रपाली दुबे निकलेंगे। 


उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वो लोग यहां पिकनिक मनाने आ रहे हैं और चुनाव बाद घूमने के लिए इंग्लैंड निकल जाएंगे, क्योंकि वो बड़े लोग हैं। आपको अपने बीच का जनप्रतिनिधि चुनना होगा। सीएम ने वर्तमान सांसद और लोकसभा चुनाव में सांसद प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ की तरीफ करते हुए कहा कि दो साल में निरहुआ ने आजमगढ़ के लिए जितना कार्य किया है, उतना काम कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं कर सकता। सीएम योगी ने कहा कि छठे चरण में आपको देश में सरकार बनाने के लिए अपना प्रतिनिधि चुनकर भेजना है। चार चरणों के चुनाव के रुझान इस बात को बताते हैं कि विपक्ष में मची खलबली, बौखलाहट उनकी हार को स्पष्ट प्रदर्शित करता है। पूरे देश में एक आवाज आ रही है, एक ही स्वर गूंज रहा है कि फिर एक बार मोदी सरकार और अबकी बार 400 पार। जब 400 पार की बात होती है तो कांग्रेस, सपा, बसपा की हालत खराब होती है। क्योंकि जनता कह रही है कि जो राम को लाए हैं हम उनको लाएंगे। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे चुनाव को देखें तो ये अब रामभक्तों और रामद्रोहियों के बीच सिमट चुका है। जिन्होंने आपके पहचान पर संकट खड़ा किया था, राष्ट्र की सुरक्षा में सेंध लगाई थी, जिन्होंने हमारे देवस्थलों को अपवित्र बनाने का प्रयास किया, जिन्होंने प्रदेश को आतंक का गढ़ बनाने का प्रयास किया, विकास को बाधित करने का प्रयास किया, ये चुनाव उन्हें जवाब देने का सर्वाेत्तम माध्यम है। निरहुआ ने मात्र दो साल में आजमगढ़ की तस्वीर और तकदीर बदलने का प्रयास किया है। यहां दो लेन और फोर कनेक्टिविटी हो चुकी है, महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्याल बन गया है, संगीत महाविद्यालय का निर्माण हो रहा है, एयरपोर्ट भी बन चुका है। अब आजमगढ़ को लोग शक और अविश्वास की नजरों से नहीं देखते, बल्कि आजमगढ़ की पहचान भोजपुरी के सुपरस्टार निरहुआ के संसदीय क्षेत्र के रूप में होती है। योगी ने कहा कि आप देश में कहीं चले जाइए, सपा के नेता को हर व्यक्ति शक की निगाह से देखता है। लोग मानते हैं कि ये शरीफ तो नहीं होगा, जरूर कोई गुंडा बदमाश होगा। सपा के समर्थक की तलाशी शुरू हो जाती है, लोग समझते हैं कि ये कुछ गड़बड़ करने आया होगा। आज आजमगढ़ के लोगों को शक की निगाहों से नहीं देखा जाता। पहचान का संकट खत्म हो चुका है। मोदीजी ने देश की तकदीर और तस्वीर को बदल करके रख दिया है। भारत को दुनिया में सम्मान मिल रहा है। सुरक्षा की समस्या नहीं है।


 सीएम ने कहा कि सपा सरकार के समय खाद्यान्न घोटाला होता था, चिकित्सा के आभाव में गरीब दम तोड़ता था, किसान आत्महत्या करता था, नौजवान पलायन करता था, पर्व त्योहार में कर्फ्यू लग जाता था, कोई कमाकर आता था तो लूट लिया जाता था, सपाई गुंडे संपत्ति पर कब्जा कर लेता था। आज बेटी और व्यापारी सुरक्षित है, गरीब को 5 किलो राशन हर माह फ्री मिल रहा है। इसके बावजूद आज कोई कम्बख्त पाकिस्तान का राग अलाप रहा है तो उसे पाकिस्तान चले जाना चाहिए। आज 80 करोड़ को मोदी जी फ्री राशन दे रहे हैं और पाकिस्तान की 23 करोड़ की जनता भूखों मर रही है। आज हर घर में नल है और उससे शुद्ध आरओ का जल भी बह रहा है। ये सारे कार्य बिना जाति, धर्म, मत मजहब देखे बिना किया गया। इस अवसर पर प्रदेश में मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, दारा सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल, क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, जिलाध्यक्ष कृष्ण पाल, जिला प्रभारी अशोक सिंह, एमएलसी विक्रांत सिंह सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

वाराणसी पुलिस का दिखा मानवीय चेहरा गरीब के शव का कराया अंतिम संस्कार पैसे और कंधा देकर दिखाई मानवता


 वाराणसी पुलिस का दिखा मानवीय चेहरा


गरीब के शव का कराया अंतिम संस्कार


पैसे और कंधा देकर दिखाई मानवता



उत्तर प्रदेश वाराणसी कड़क छवि के कारण जिस पुलिस से अमूमन लोग दूरी बनाते हैं, उसका शनिवार को एक मानवीय चेहरा सामने आया। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस की सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर ने समाज में खाकी की छवि को यादगार बना दिया है।


 चेतगंज थानाक्षेत्र के रनिया महाल, तेलियाबाग के रहने वाले झाबर पुत्र मोतीलाल की शनिवार को सांस की पुरानी बीमारी के कारण मृत्यु हो गई। झाबर की बीमारी के चलते पत्नी लक्ष्मी दूसरों के घर में झाड़ू-पोछा और बर्तन मांजकर परिवार का जीवन यापन कर रही थी। दयनीय आर्थिक हालत के कारण लक्ष्मी के पास पति के अंतिम संस्कार के लिए भी पैसे नहीं थे। वह शव के पास बैठकर रो रही थी। इसकी सूचना तेलियाबाग चौकी प्रभारी पवन पांडेय तक पहुंची तो वह मौके पर पहुंचे और अंतिम संस्कार के लिए अपने पास से पैसे दिए और शव को कंधा देकर अंतिम संस्कार कराया। पुलिस के इस कार्य की लोगों की जुबान पर चर्चा रही।