Thursday, 13 November 2025

आजमगढ़ पवई प्रेम प्रसंग की आड़ में युवक की निर्मम हत्या ओरिल गांव में तड़के मिला नरेंद्र बिंद का शव, परिजनों ने प्रेमिका के भाइयों पर लगाया हत्या का आरोप


 आजमगढ़ पवई प्रेम प्रसंग की आड़ में युवक की निर्मम हत्या



ओरिल गांव में तड़के मिला नरेंद्र बिंद का शव, परिजनों ने प्रेमिका के भाइयों पर लगाया हत्या का आरोप


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के पवई थाना क्षेत्र अंतर्गत ओरिल (केवटाना) गांव में गुरुवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब नहर किनारे एक 23 वर्षीय युवक का शव मिला। मृतक की शिनाख्त जौनपुर जिले के सुइथाकला थाना क्षेत्र निवासी नरेंद्र बिंद पुत्र रामलौटी बिंद के रूप में हुई। परिजनों ने इसे प्रेम प्रसंग से उपजी रंजिश में की गई सुनियोजित हत्या बताया है।


पुलिस व परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार नरेंद्र बुधवार को अपनी ननिहाल आलमपुर बनपुरवा (पवई) आया था। गुरुवार तड़के करीब सवा चार बजे वह ममेरे भाई रामअवतार के साथ बाइक से ओरिल गांव की ओर निकला। रास्ते में नहर के पास नरेंद्र ने रामअवतार को रुकने को कहा और खुद आगे चला गया।


मिनटों बाद रामअवतार के मोबाइल पर नरेंद्र का कॉल आया। घबराई आवाज में उसने सिर्फ इतना कहा – “कुछ लोग मुझे मार रहे हैं…” और फोन कट गया। जब रामअवतार दौड़कर मौके पर पहुंचा तो नरेंद्र खून से लथपथ बेसुध पड़ा था। आनन-फानन में उसे निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।


मृतक की भाभी व परिजनों ने खुलासा किया कि नरेंद्र का करीब एक वर्ष से पास के ही गांव की एक लड़की से प्रेम संबंध था। लड़की के भाइयों व परिजनों को यह रिश्ता नागवार गुजर रहा था। परिजनों का साफ आरोप है कि इन्हीं लोगों ने रंजिश में नरेंद्र को रात के अंधेरे में घेरकर मौत के घाट उतार दिया।


पवई थाना प्रभारी प्रदीप कुमार मिश्रा ने बताया, “परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। कॉल डिटेल्स, मोबाइल लोकेशन व अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई होगी।

आजमगढ़ पुलिस का बड़ा एक्शन, 41 फर्जी जमानतदार व 10 खतरनाक अपराधी गिरफ्तार फर्जी दस्तावेजों से जमानत दिलाने का रैकेट बेनकाब, कोर्ट को चूना लगाने वालों पर कसा शिकंजा हिस्ट्रीशीटर और गैंगस्टर एक्ट के आरोपी भी चढ़े हत्थे, कई पर दर्जन भर मुकदमे

आजमगढ़ पुलिस का बड़ा एक्शन, 41 फर्जी जमानतदार व 10 खतरनाक अपराधी गिरफ्तार



फर्जी दस्तावेजों से जमानत दिलाने का रैकेट बेनकाब, कोर्ट को चूना लगाने वालों पर कसा शिकंजा


हिस्ट्रीशीटर और गैंगस्टर एक्ट के आरोपी भी चढ़े हत्थे, कई पर दर्जन भर मुकदमे


उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार के निर्देशन में चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन शिकंजा’ ने जनपद में पेशेवर जमानतदारों व अपराधियों की कमर तोड़ दी है। गुरुवार को एक साथ छापेमारी कर पुलिस ने 41 फर्जी/पेशेवर जमानतदारों और 10 कुख्यात अपराधियों समेत कुल 51 लोगों को धर दबोचा। ये लोग डकैती, लूट, हत्या, गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर मुकदमों में जेल गए आरोपियों को फर्जी कागजातों से बार-बार जमानत दिलवाते थे और कोर्ट को गुमराह करते थे।


पुलिस को मिली शिकायत के बाद खुलासा हुआ कि कुछ वकील महज 2000-3000 रुपये लेकर पेशेवर जमानतदारों से सांठगांठ कर जमानत दिलवाते थे। एक ही खतौनी, एक ही शख्स के कागजातों से दर्जनों आरोपियों की जमानत हो रही थी। जमानतदारों के सभी दस्तावेज वकील अपने पास रखते थे और जरूरत पड़ने पर उनका दुरुपयोग करते थे।पूछताछ में जमानतदारों ने कबूला कि पैसे के लालच में हम जमानत लेते थे। जिनकी जमानत कराई, उनका नाम-पता तक नहीं पता। एक ही कागज पर कई-कई आरोपियों की जमानत करा दी। शपथ-पत्र में पहले की जमानतें छुपाईं ताकि कोर्ट का ध्यान न जाए।” आजमगढ़ जनपद की थाना कोतवाली पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 594/2025 धारा 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2), 111, बीएनएस के तहत दर्ज किया है। जिसकी  विवेचना पुलिस कर रही हैं।


गिरफ्तार 10 अपराधियों में अधिकांश हिस्ट्रीशीटर हैं। इनमें खलील उर्फ खलीलुर्रहमान (6 मुकदमे), जावेद अख्तर (गैंगस्टर व गोवध एक्ट), शेरू उर्फ ताबिस (गैंगस्टर व गोवध), अफरोज (5 चोरी के केस) जैसे नाम शामिल हैं। ये लोग जमानत पर बाहर आने के बाद फिर अपराध करते पकड़े गए थे।पुलिस ने सभी 51 अभियुक्तों को कोर्ट में पेश कर जेल भिजवाया। शेष फरार आरोपियों की तलाश तेज कर दी गई है। एसएसपी डॉ. अनिल कुमार ने कहा, “न्यायिक प्रक्रिया की शुचिता से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फर्जी जमानत रैकेट को पूरी तरह खत्म करेंगे।

 

आजमगढ़ पुलिस मुठभेड़ में 3 बदमाशों को लगी गोली, एक अन्य गिरफ्तार एक ही रात में शहर कोतवाली और रानी की सराय क्षेत्र में हुए अलग-अलग एनकाउंटर


 आजमगढ़ पुलिस मुठभेड़ में 3 बदमाशों को लगी गोली, एक अन्य गिरफ्तार


एक ही रात में शहर कोतवाली और रानी की सराय क्षेत्र में हुए अलग-अलग एनकाउंटर



उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले की पुलिस ने एक ही रात में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में अंतरराज्यीय लूट, छिनैती, चोरी और ठगी गिरोह के चार शातिर अपराधियों को धर दबोचा। इनमें तीन अपराधी पुलिस की गोली से घायल हुए, जबकि एक को बिना गोली लगे गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इनके पास से अवैध तमंचा, पिस्टल, कारतूस, दो मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन और नकदी बरामद की है।


थाना कोतवाली पुलिस को मुखबिर की सूचना मिली कि बेगूसराय (बिहार) निवासी विकास कुमार शाह (28) और खगड़िया निवासी इन्दल (26) अवैध हथियारों के साथ वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। पुलिस ने वंशी बाजार उकरौडा-ककरहटा मार्ग पर घेराबंदी की। पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। आत्मरक्षार्थ जवाबी कार्रवाई में विकास कुमार शाह को पैर में गोली लगी, जबकि इन्दल को मौके पर दबोच लिया गया।


पुलिस ने अभियुक्त के पास से .315 बोर का तमंचा, एक जिंदा व एक खोखा कारतूस, अपाची RTR मोटरसाइकिल बरामद किया गया है। विकास के खिलाफ गाजीपुर, रायबरेली, कुशीनगर और आजमगढ़ में 5 मुकदमे, इन्दल का एक मुकदमा आजमगढ़ में दर्ज हैं।


इसी तरह देर रात ग्राम मझगांव कट के पास हाईवे पर थाना रानी की सराय पुलिस और अपराधियों के बीच दूसरी मुठभेड़ हुई। खगड़िया (बिहार) निवासी विक्की कुमार (33) और रानी की सराय निवासी रितेश सोनकर (42) ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में दोनों के दाहिने पैर में गोली लगी। दोनों को तुरंत पीएचसी रानी की सराय से जिला अस्पताल रेफर किया गया।


अभियुक्त के पास से देशी पिस्टल, एक जिंदा व दो खोखा कारतूस, हीरो स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल, दो मोबाइल और ₹1250 नकद बरामद किया गया है। विक्की के खिलाफ महराजगंज, कुशीनगर व आगरा में 3 मुकदमे, रितेश का एक पुराना मुकदमा रानी की सराय में दर्ज है।


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार के निर्देशन में चलाए जा रहे अभियान में ये दोनों सफलताएं अपराधियों में दहशत और आमजन में सुरक्षा की भावना जगाने वाली बताई जा रही हैं। पुलिस महकमे ने सभी टीमों की त्वरित और साहसिक कार्रवाई की सराहना की है।