Wednesday 4 October 2023

आजमगढ़ ईडी की छापेमारी के खिलाफ आप ने किया विरोध प्रदर्शन सपा-कांग्रेस सहित इंडिया गठबंधन के घटक दल की मौजूदगी में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा सरकार द्वारा राजनीतिक विरोधियों को फर्जी मुकदमों में फंसाने की साजिश है ईडी की कार्रवाई-राजेश यादव


 आजमगढ़ ईडी की छापेमारी के खिलाफ आप ने किया विरोध प्रदर्शन


सपा-कांग्रेस सहित इंडिया गठबंधन के घटक दल की मौजूदगी में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा


सरकार द्वारा राजनीतिक विरोधियों को फर्जी मुकदमों में फंसाने की साजिश है ईडी की कार्रवाई-राजेश यादव


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ आज कलेक्ट्रेट चौराहे पर प्रांत अध्यक्ष राजेश यादव के नेतृत्व में ईडी द्वारा उत्तर प्रदेश प्रभारी और सांसद संजय सिंह की आवाज़ को दबाने की मंसा से सुबह-सुबह उनके घर पर ईडी द्वारा डाले गए छापे के विरोध में आज आजमगढ़ इकाई द्वारा जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया।


प्रांत अध्यक्ष राजेश यादव ने कहा कि यह बहुत ही दुखद है कि मौजूदा सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों को दबाने के लिए उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाने की साजिश रच रही है। ईडी भारतीय जनता पार्टी का अनुषांगिक संगठन हो गया है और छापे डलवाकर छवि धूमिल करने की योजना है जिसमें एक बार ईडी नाकाम हो चुकी है और सार्वजनिक रूप से माफी भी मांग चुकी है। नेताओं के साथ-साथ स्वतंत्र पत्रकारों के भी ऊपर झूठे आरोप लगाकर मुकदमें कायम करना चाहती है। आज के प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी के साथ-साथ समाजवादी पार्टी कांग्रेस सहित इंडिया गठबंधन के घटक दल के लोग मौजूद थे संयुक्त रूप से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा गया।


उक्त कार्यक्रम में पूर्वान्चल प्रान्त अध्यक्ष राजेश यादव, कृपाशंकर पाठक, सतीश यादव, अनिल यादव, राजन सिंह, पुष्पेन्द्र राणावत, उमेश यादव, तनवीर रिजवी, डॉ अनुराग, रामरूप यादव, इसरार अहमद, रवि सिंह, रमेश पाण्डेय, सोनू यादव, एम.पी. यादव, महेंद्र यादव, नुरुज्ज्मा, रवि सिंह, रमेश मौर्य, संजय यादव, दीनबन्धु आदि लोग उपस्थित रहे।

आजमगढ़ मुबारकपुर गुमटी पर गिरे तार से उतरे करंट ने ली युवक की जान परिजनों में मचा कोहराम


 आजमगढ़ मुबारकपुर गुमटी पर गिरे तार से उतरे करंट ने ली युवक की जान


परिजनों में मचा कोहराम


 उत्तर प्रदेश आजमगढ़ मुबारकपुर कस्बा में बुधवार को गुमटी पर गिरे बिजली की तार से उतरे करेंट से युवक की मौत हो गई। वहीं कई अन्य बाल-बाल बच गए। दशहरा पर्व को लेकर गुमटी को हटाते समय हादसा हुआ। पुलिस ने शव को अंत्यपरीक्षण के लिए मर्चरी भेजवा दिया है। 


नगर पालिका मुबारकपुर कार्यालय के पास फकीरचंद की गुमटी थी। जिसे दशहरा पर्व को देखते हुए बुधवार को हटाया जा रहा था। आधा दर्जन भर लोग गुमटी को उठा कर अन्यत्र ले जा रहे थे। इसी दौरान एक विद्युत तार टूट कर गुमटी पर गिर गया। जिससे गुमटी में करंट उतर आया। जिससे गुमटी उठा कर हटा रहे लोग करंट की चपेट में आ गए। अन्य लोग तो बाल-बाल बच गए लेकिन पूरा दीवान मुहल्ला निवासी बदरूज्जमा 40 की करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया। उसे आनन-फानन में सीएचसी मुबारकपुर ले जाया गया। जहां डॉक्टरा ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक छह पुत्र व दो पुत्री का पिता था। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अंत्यपरीक्षण के लिए मर्चरी भेजवा दिया।

आजमगढ़ प्रेशर हार्न का प्रयोग करने वाले बस चालकों के खिलाफ कार्यवाही की मांग प्रयास संगठन ने एसपी यातायात को सौंपा ज्ञापन सांसद दिनेश लाल निरहुआ के हस्तक्षेप का भी नहीं है कोई असर


 आजमगढ़ प्रेशर हार्न का प्रयोग करने वाले बस चालकों के खिलाफ कार्यवाही की मांग


प्रयास संगठन ने एसपी यातायात को सौंपा ज्ञापन


सांसद दिनेश लाल निरहुआ के हस्तक्षेप का भी नहीं है कोई असर


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ रोडवेज परिसर के बाहर मुख्य मार्ग पर ही सरकारी बसों को बेतरतीब खड़ा कर मुख्य मार्ग के यातायात को बाधित करने और हाई प्रेशर हार्न का प्रयोग करने वाले निगम के बस चालकों के खिलाफ अविलम्ब कार्यवाही किए जाने को लेकर सामाजिक संगठन प्रयास ने बुधवार को आवाज उठाते हुए एसपी यातायात को शिकायती पत्र सौंपा। यातायात नियमों का माखौल उडाने वाले के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किए जाने की मांग किया।


 एसपी को सौंपे गए ज्ञापन में प्रयास अध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहा कि आजमगढ़ शहर में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें अपने परिसर में चिन्हित स्थानों पर खड़ी न होकर रोडवेज परिसर के बाहर मुख्य मार्ग/चौराहे पर घंटों खड़ी रहती है और सवारियों को उतारती और चढ़ाती है जिससे आवागमन हर आंधे घंटे पर अवरूद्ध हो जाता है जाम की स्थिति बनी रहती है। इस जाम के कारण विद्यालय, आफिस व अस्पताल जाने वाले वाहनो को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है और मरीजों को विलम्ब होता है। इतना हीं नहीं, सड़कों पर जाम लगाने के बाद अनुबंधित बस चालकों द्वारा अपने बसों में शासन के नियम विरूद्ध हाई प्रेशर हार्न लगाकर जाम में लगातार हार्न का प्रयोग किया जाता है। 


चालकों के मनबढ़ई से जहां ध्वनि प्रदूषण होता है वहीं जाम में फंसे लोग और स्थानीय लोगों के आस-पास रह रहे बुजुर्गाे के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। जिससे तत्काल निजात दिलाया जाए।


जिला उपाध्यक्ष शिवप्रसाद पाठक ने कहा कि रोडवेज के बस चालक व कंडक्टरों की मनमानी से निजात नहीं दिलाया गया तो संस्था के साथी इन चालकों को गुलाब का फूल देकर गांधीगिरी करेंगे और इसके बावजूद अगर यह नहीं माने तो एआर एम कार्यालय के बाहर सांकेतिक प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं सचिव इजीं सुनील यादव व डीएन सिंह ने कहाकि शहर में अनवरत बड़े पैमाने पर पार्किंग के लिए चलान काटे जा रहे हैं परन्तु नियम विरूद्ध सड़को पर खड़ी रोडवेज की बसों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई। जबकि यातायात प्रशासन द्वारा प्रतिवर्ष यातायात जागरूकता सप्ताह / पखवारा / माह यातायात से सम्बंधित सुरक्षा व जागरुकता के उद्देश्य से मनाया जाता है परन्तु परिवहन बस चालक व कण्डक्टर पर इसका कोई प्रभाव नहीं है और परिवहन अधिकारियों के उदासीनता के कारण रोडवेज बसों के चालकों की मनमानी बदस्तूर जारी है। ऐसे चालकों और परिचालकों को भी जागरूक किया जाए ताकि वह समाज के बीच अपनी निगम की छवि को सुधार सकें। 


इस अवसर पर राजीव शर्मा, डा हरिगोविन्द विश्वकर्मा, हरिश्चन्द, किशन कुमार, अमितलता सिंह, नितिन सिंह चौहान आदि मौजूद रहे। बता दें कि 1 अक्टूबर को स्वच्छता अभियान के तहत रोडवेज पहुचे सदर सांसद दिनेश लाल निरहुआ द्वारा भी आरएम को इस बावत कार्यवाही हेतु कहा गया था लेकिन सांसद का हस्तक्षेप का भी कोई असर दिखाई नहीं दे रहा है।

वाराणसी दर्दनाक हादसा,कार और ट्रक की भिड़ंत में 8 की मौत सिर्फ 4 साल का बच्चा बचा, हालत गंभीर


 वाराणसी दर्दनाक हादसा,कार और ट्रक की भिड़ंत में 8 की मौत 


सिर्फ 4 साल का बच्चा बचा, हालत गंभीर


उत्तर प्रदेश वाराणसी से एक दर्दनाक हादसे की खबर आ रही है। वाराणसी के सुरही गांव में कार और ट्रक की भिड़ंत में आठ लोगों की मौत हो गई है। सभी मृतकों की पहचान पीलीभीत निवासी के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार सभी वाराणसी दर्शन-पूजन के लिए आए थे और वापस घर लौट रहे थे। घटना की जानकारी मिलते ही आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। 


वाराणसी-लखनऊ राजमार्ग पर सुरही गांव में तेज रफ्तार अर्टिगा कार आगे चल रहे ट्रक के पीछे जा घुसी। कार सवार लोग काशी विश्वनाथ का दर्शन-पूजन कर वापस लौट रहे थे। घटना सुबह करीब चार बजे की बताई जा रही है। सभी के घर वालों को सूचना दे दी गई है। एक चार साल का बच्चा बचा है जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी मृतक ग्राम मुजफ्फरनगर डाकखाना दूधियाखुर्द थाना पूरनपुर जिला पीलीभीत के रहने वाले बताए गए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।


मृतकों में माधोटांडा क्षेत्र के गांव रुद्रपुर निवासी विपिन यादव (32) उनकी मां गंगा देवी (48) शामिल है। वहीं दूसरे परिवार भी इसी गांव का शामिल है। महेंद्र पाल (43) अपनी परिवार के बुजुर्गों की अस्थियां विसर्जन करने के लिए पत्नी चंद्रकाली (40) और पूरनपुर क्षेत्र के मुजफ्फरनगर गांव निवासी भाई दामोदर प्रसाद (35) दामोदर की पत्नी निर्मला देवी (32) और पांच साल के पुत्र शांति स्वरूप के साथ गए थे। इसके अलावा माधोटांडा क्षेत्र के धरमंगदपुर गांव निवासी राजेंद्र पुत्र राम भजन (55) भी शामिल थे। पूरनपुर क्षेत्र के पिपरिया दुलई निवासी अमन (24) चला रहे थे। हादसे में पांच वर्षीय बच्चा शांति स्वरूप की हालत गंभीर बताई जा रही है। अन्य सभी की मौत हो गई है।

उत्तर प्रदेश के इस चर्चित आइएएस ने दिया इस्तीफा फरवरी से चल रहे थे सस्पेंड; पत्नी भी हैं डीएम


 उत्तर प्रदेश के इस चर्चित आइएएस ने दिया इस्तीफा


फरवरी से चल रहे थे सस्पेंड; पत्नी भी हैं डीएम



उत्तर प्रदेश लखनऊ गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रेक्षक ड्यूटी के दौरान कार के आगे फोटो खिंचवा कर इंटरनेट मीडिया पर डालने के कारण चर्चा में आए आइएएस अधिकारी अभिषेक सिंह ने भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दे दिया है। वर्ष 2011 बैच के आइएएस अधिकारी अभिषेक सिंह फरवरी 2023 से निलंबित चल रहे हैं। वह मूलतः जौनपुर के निवासी हैं। 


मिली जानकारी के अनुसार उनकी पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल बांदा की डीएम हैं। कुछ दिनों पहले उन्होंने जौनपुर में गणेशोत्सव का भव्य आयोजन कराया जिसमें मुंबई से आए कुछ फिल्म कलाकार भी शामिल हुए थे। 


इस कार्यक्रम को उनके अगले लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी से जोड़कर देखा जा रहा था। उनके त्यागपत्र से साफ हो गया है कि वह चुनाव मैदान में उतर कर राजनीति में भाग्य आजमाने जा रहे हैं। निर्वाचन आयोग ने गुजरात विधानसभा चुनाव में उनके आचरण को उचित न मानते हुए उन्हें नवंबर 2022 में प्रेक्षक ड्यूटी से हटा दिया था। इसके बाद भी उन्होंने नियुक्ति विभाग में रिपोर्ट नहीं किया। इस पर राज्य सरकार ने उन्हें निलंबित कर राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया था।