Thursday 7 July 2022

...धरने पर बैठे डिप्टी सीएम केशव मौर्य


 ...धरने पर बैठे डिप्टी सीएम केशव मौर्य




यूपी के कौशांबी में कुछ ऐसा हुआ, जिसे देख अधिकारी से लेकर कर्मचारी भी दंग रह गए। सर्किट हाउस में कुछ पत्रकार जमीन पर बैठकर धरना दे रहे थे।



 इसकी जानकारी जब डिप्टी सीएम को लगी तो वह सीधे पत्रकारों के बीच पहुंचे और उनके साथ जमीन पर बैठ गए। डिप्टी सीएम ने पत्रकारों से पूरे मामले की जानकारी ली। उन्होंने पत्रकारों से धरने पर बैठने की वजह भी पूछी। 



पत्रकारों के जमीन पर बैठने की वजह पता चलते ही डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को फटकार लगाई। दरअसल डिप्टी सीएम बुधवार को अपने जिले के दौरे पर आए थे। सर्किट हाउस में कार्यकर्ता संवाद और अफसरों के साथ उनकी समीक्षा बैठक थी।



सर्किट हाउस के हाल में पत्रकार बैठे थे। इसी दौरान वहां पीडब्ल्यूडी विभाग का एक जेई पहुंचा और पत्रकारों को जबरन कुर्सी से उठा दिया। इतना ही नहीं कुर्सी उठवाकर ले गया। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि यह सभी पत्रकार है, इसके बावजूद उसने किसी की नहीं सुनी। इससे नाराज पत्रकार हाल के बाहर धरने पर बैठ गए। 



प्रेस क्लब के संरक्षक रमेश अकेला, उपाध्यक्ष राकेश सोनकर, इलेक्ट्रानिक मीडिया के अध्यक्ष अभिसार भारतीय के नेतृत्व में पत्रकार करीब 20 मिनट तक धरने पर बैठे रहे।

जानकारी होने पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य वहां पहुंचे और पत्रकारों के साथ जमीन पर बैठ गए और पूरी समस्या पूछी।



 इसके बाद डिप्टी सीएम ने डीएम व एसपी से कहा कि गलत है। आगे से कार्यक्रम के लिए पत्रकारों के बैठने की उचित व्यवस्था पहले से होनी चाहिए। इसके बाद अधिकारियों ने जेई को जमकर फटकारा। जेई ने अपनी गलती भी मानी।

आजमगढ़ परिवार के साथ कफन ओढ़कर जमीन पर लेटा दिव्यांग न्याय नहीं मिला तो आमरण अनशन और भूख हड़ताल की दी चेतावनी लेखपाल-कानूनगो और तहसीलदार की रिपोर्ट के बावजूद दबंगों द्वारा रास्ता अवरूद्ध करने का मामला


 आजमगढ़ परिवार के साथ कफन ओढ़कर जमीन पर लेटा दिव्यांग



न्याय नहीं मिला तो आमरण अनशन और भूख हड़ताल की दी चेतावनी


लेखपाल-कानूनगो और तहसीलदार की रिपोर्ट के बावजूद दबंगों द्वारा रास्ता अवरूद्ध करने का मामला




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ दबंगों की दबंगई से परेशान एक दिव्यांग आज अम्बेडकर पार्क में अपनी मांगों को लेकर परिवार के साथ कफन ओढ़कर जमीन पर लेट गया। दिव्यांग ने मांग किया अगर उसके साथ न्याय नहीं किया गया तो वह आमरण अनशन और भूख हड़ताल के लिए बाध्य होगा।




 दिव्यांग ने कहा कि या तो न्याय मिले या कफन में लिपट कर यहां से जाऊं। मामला रानी की सराय थाना क्षेत्र के शाहखजुरा गांव का है।



जानकारी के अनुसार अरविन्द राजभर पुत्र स्व0 मूलचन्द राजभर निवासी ग्राम शाहखजुरा आज अम्बेडकर पार्क में गांव के कुछ लोगों के साथ पहुंचा। दिव्यांग ने अपने घर जाने वाले रास्ते को दबंगों द्वारा अवरूद्ध किये जाने का आरोप लगाते हुए धरना शुरू कर दिया गया। 




इस दौरान दिव्यांग अपने परिवार सहित कफन ओढ़कर लेट गया। उसके साथ मौजूद गांव के लोगों द्वारा न्याय की मांग को लेकर नारेबाजी भी की गई। दिव्यांग ने बताया कि मामले में लेखपाल-कानूनगो और तहसीलदार ने रास्ते को खाली करवाने की रिपोर्ट भी दी गयी लेकिन दबंगों द्वारा रास्ते को अवरूद्ध किया जा रहा है। अगर रास्ते से अवरोध खत्म नहीं किया गया तो दिव्यांग संगठन के साथ आमरण अनशन और भूख हड़ताल के लिए बाध्य होगा।

आजमगढ़ पूरे परिवार सहित जान देने कलेक्ट्रेट पहुंचा पीड़ित लेखपाल पर लगाया पैमाइश के नाम पर घूस मांगने का आरोप जमीन बंटवारे का मामला, पुलिस ने लिया हिरासत में


 आजमगढ़ पूरे परिवार सहित जान देने कलेक्ट्रेट पहुंचा पीड़ित


लेखपाल पर लगाया पैमाइश के नाम पर घूस मांगने का आरोप

जमीन बंटवारे का मामला, पुलिस ने लिया हिरासत में




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कलेक्ट्रेट परिसर में उस समय अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया, जब एक पीड़ित अपने परिवार सहित जहर खाकर जान देने की कोशिश किया। पीड़ित द्वारा जहरीला पदार्थ को निगलने की कोशिश की गयी। मौके पर तैनात गार्ड ने तत्परता दिखाते हुए उसे बचा लिया और पुलिस को सूचना दिया। सूचना पर मौके पर कोतवाल, सिविल लाइन चौकी इंचार्ज पहुच गये। पुलिस ने पीड़ित को परिवार सहित हिरासत में ले लिया। 




जानकारी के अनुसार पीड़ित का आरोप है कि बंटवारे को लेकर आयुक्त आजमगढ़ मण्डल और जिलाधिकारी के आदेश के बावजूद स्थानीय लेखपाल द्वारा पैमाइश के नाम पर उससे तीस हजार रूपये की मांग की जा रही है।



आज कलेक्ट्रेट परिसर में जर्नादन गिरी पुत्र स्व0 दूधनाथ गिरी ग्राम खासबेगपुर पोस्ट मनियारपुर तहसील  निजामाबाद अपने पत्नी और दो बच्चों सहित पहुुंचा। हाथ में विषाक्त पदार्थ लेकर परिवार सहित जान देने के लिए उसे पीने जा रहा था। उसे ऐसा करते मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मी ने उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दिया। 




सूचना पर पहुंची पुलिस ने जनार्दन गिरी को परिवार सहित हिरासत में ले लिया। पीड़ित जनार्दन गिरी ने आरोप लगाया कि आयुक्त आजमगढ़ और डीएम आजमगढ़ द्वारा आदेश किये जाने के बावजूद लेखपाल प्रिंस गुप्ता द्वारा पैमाइश के नाम पर उससे 30 हजार रूपये की मांग की गयी।



पीड़ित द्वारा उसे किसी तरह 5 हजार रूपये की व्यवस्था करके दिया गया। लेखपाल द्वारा 5 जुलाई को भी पैमाइश नहीं की गयी और शेष घूस की रकम की व्यवस्था करने का दबाव बनाया जाने लगा। थकहार कर पीड़ित द्वारा पूरे परिवार सहित जान देने का मन बनाया गया। पीड़ित ने बताया कि वह थाने से लेकर बड़े अधिकारियों को कई बार प्रार्थना पत्र दिया लेकिन उसे न्याय नहीं मिला।

उत्तर प्रदेश लखनऊ कई जिलाधिकारियों पर लटकी तलवार सीएम योगी ने दिया कड़ी कार्रवाई का निर्देश


 उत्तर प्रदेश लखनऊ कई जिलाधिकारियों पर लटकी तलवार


सीएम योगी ने दिया कड़ी कार्रवाई का निर्देश




लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ जिलों में जिलाधिकारियों द्वारा कोरोना वारियर्स के परिजनों को अनुमन्य राहत सहायता न दिए जाने पर सख्त नाराज़गी जताई है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि ऐसे जिले में जहां परिजनों के आवेदन लंबित हैं, उनके जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री बुधवार को टीम-9 की बैठक में कोरोना की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कोविड संक्रमण के कारण असमय काल-कवलित हुए कोरोना वॉरियर्स के परिजनों के लिए अनुमन्य राहत सहायता संबंधी आवेदनों की जनपदवार समीक्षा की। इसके साथ ही निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा इसकी निरंतर समीक्षा की जाए।





 उन्होंने सख्त नाराज़गी जताते हुए कहा कि जिस भी जिले में आवेदन लंबित पाए जाएंगे, जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। यह संवेदनशील विषय है। ऐसे प्रकरणों को मानवता के आधार पर प्राथमिकता दी जानी चाहिए।




मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यवस्था की उदासीनता और अवस्थापना सुविधाओं के अभाव में प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के 40 से अधिक पैरामेडिकल प्रशिक्षण केंद्र वर्ष 1989 से बंद थे। युवाओं की जरूरत को देखते हुए सभी जरूरी अवस्थापना सुविधाओं को उपलब्ध कराने के साथ राज्य सरकार इनका दोबारा संचालन शुरू करा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशवासियों की प्रतिबद्धता का परिणाम है कि इस वर्ष वृक्षारोपण जन आन्दोलन के प्रथम दिन 25 करोड़ वृक्षारोपण का लक्ष्य पूर्ण हो गया। बुधवार को दूसरे दिन अब तक ढाई करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं।



 इस पुनीत कार्य में सहभागी सभी लोगों को हार्दिक बधाई! इन पौधों की सुरक्षा करना भी हमारी ही जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश पर प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा रही है। तमाम वनस्पतियों में औषधीय गुण होते हैं। जैसे आंवला तो पूर्णतः औषधि है, जामुन की गुठली तक उपयोगी होती है। अजवाइन उदर विकार के निदान में सहायक है। सभी में कुछ न कुछ गुण हैं। पौधारोपण करते समय ऐसी वनस्पतियों का रोपण किया जाना चाहिए। 




औषधीय वनस्पतियों के संरक्षण, इनके उत्पाद से औषधि तैयार करने, ब्रांडिंग, पैकेजिंग और मार्केटिंग के लिए ठोस प्रयास किया जाए। स्थानीय जनता को इससे जोड़ा जाए। आयुर्वेदिक औषधि निर्माता संस्थाओं का सहयोग भी लिया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के बदले औद्योगिक माहौल को देखते हुए बड़ी संख्या में देश-दुनिया के उद्यमी उत्तर प्रदेश में निवेश कर रहे हैं। उद्योग जगत की जरूरतों के मुताबिक नई औद्योगिक नीति, नई इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल नीति और बेहतर वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक नीति तैयार की जाए। जरूरत पड़ने पर उन्हें संशोधित कर नवीन नीतियों को तैयार किया जाए। ऐसा करते समय उद्योग जगत के प्रतिनिधियों से भी परामर्श करना चाहिए।