Wednesday 25 May 2022

आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव की घोषणा


 आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव की घोषणा




नई दिल्ली चुनाव आयोग ने लोकसभा और विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। इलेक्शन कमीशन ने बताया कि, तीन लोकसभा और सात विधानसभा सीटों पर 23 जून को वोट डाले जाएंगे, जबकि गिनती 26 जून की जाएगी। 



चुनाव आयोग ने पंजाब की संगरूर, यूपी की रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव कराने की घोषणा की है।



पंजाब की संगरूर भगवंत मान के मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई थी। रामपुर की सीट आजम खान के लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई है। आजमगढ़ लोकसभा सीट की बात करें तो अखिलेश यादव यहां से सांसद चुने गए थे लेकिन विधानसभा चुनाव में जीते के बाद उन्होंने संसद की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद यह सीट खाली हुई थी।




इसके अलावा त्रिपुरा की अगरतला, टाउन बोरडोवाली, सुरमा और जुबराजनगर विधानसभा सीट के लिए 23 जून को वोट डाले जाएंगे। इसके साथ दिल्ली की राजेंद्र नगर, झारखंड की मंदारी और आंध्र प्रदेश की आत्मकुर विधानसभा के लिए भी वोट डाले जाएंगे।

आज़मगढ़ सरायमीर पटरियों के अतिक्रमण पर चला बुलडोजर


 आज़मगढ़ सरायमीर पटरियों के अतिक्रमण पर चला बुलडोजर



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ एसडीएम निजामाबाद रवि कुमार के नेतृत्व में बुधवार को सरायमीर के खरेवां से नंदाव मोड़ तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी रंग बहादुर सिंह, थाना प्रभारी विवेक कुमार पांडेय बुलडोजर के साथ पहुंचकर मुख्य मार्ग की पटरियों को अतिक्रमणमुक्त करा दिया।



 अधिकांश दुकानदारों ने बुलडोजर के खौफ से अपनी दुकानों के सामने लगाए गए टीनशेड को स्वयं हटा लिया।

अतिक्रमण हटाओ अभियान से बाजार वासियों सहित राहगीरों ने राहत की सांस ली। मुख्य मार्ग की पटरियों पर कुछ लोगों ने जगह-जगह ठेला, पान की गुमटी, चाय-मीठा और सब्जी की दुकान खोलकर अतिक्रमण किया था।




 इससे आए दिन जाम की समस्या उत्पन्न होती थी। अभियान शुरू करने से पहले नगर पंचायत प्रशासन ने ध्वनि विस्तारक यंत्र से लोगों को बता दिया था कि जो लोग नाली से आगे बढ़कर अतिक्रमण किए हुए हैं, वह उसे तत्काल हटा लें। इसका असर रहा कि बुलडोजर के खौफ से अधिकांश दुकानदारों ने अपनी दुकानों के सामने लगाए गए टीनशेड को स्वयं हटा लिया। गुमटी में दुकान करने वाले अपनी गुमटियों को मुख्य मार्ग के किनारे से हटाकर दूर ले जाकर रख दिए।

हरदोई भाई बनकर पहुंचा प्रेमिका की ससुराल और जड़ दिया थप्पड़ मार खाकर युवती बोली- रहूंगी तो इसी के साथ मायके वाले और पति ने भी कर दिया विदा


 हरदोई भाई बनकर पहुंचा प्रेमिका की ससुराल और जड़ दिया थप्पड़


मार खाकर युवती बोली- रहूंगी तो इसी के साथ


मायके वाले और पति ने भी कर दिया विदा



उत्तर प्रदेश हरदोई जिले के शाहाबाद में बिना मर्जी के अंजान व्यक्ति से शादी होने पर युवती ने सारे बंधन तोड़ दिए। हवालात में बंद प्रेमी का हाथ थाम लिया।



 पुलिस ने युवती को प्रेमी के साथ विदा कर कानपुर भेज दिया। शाहजहांपुर के रामचंद्र मिशन थाना क्षेत्र निवासी एक युवती रेलवे की कोचिंग कर रही थी।

वहीं पर कानपुर के कल्याणपुर निवासी युवक भी कोचिंग कर रहा था। दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया। कुछ दिन बाद प्रेमी अपने घर चला आया। इधर, 14 मई को प्रेमिका के परिजनों ने उसकी शादी शाहाबाद कस्बा के मोहल्ला निवासी युवक से कर दी। इस पर प्रेमी मौसेरा भाई बनकर प्रेमिका की ससुराल जा धमका। जहां पर प्रेमिका को थप्पड़ मारते पति ने देख लिया। पति ने इसकी सूचना मायके पक्ष को देकर प्रेमी को पुलिस को  सुपुर्द कर दिया था। मंगलवार को पुलिस ने दोनों पक्षों को कोतवाली बुलाया।




पति ने पत्नी को साथ रखने और पिता ने मायके ले जाने से इनकार कर दिया। प्रेमिका ने पूछताछ में बताया कि परिजनों ने उसकी जबरदस्ती शादी की है, वह बालिग है, अच्छा बुरा सब जानती हैं। इसलिए वह प्रेमी के साथ जाएगी। यह कहकर युवती ने पिता के अरमानों पर पानी फेरते हुए शादी के अटूट बंधन को तोड़कर हवालात में बंद प्रेमी का हाथ थाम लिया। कोतवाल सुरेश मिश्रा ने बताया कि युवती को प्रेमी के साथ कानपुर भेज दिया गया है।

कानपुर धर्मांतरण मामले में थानेदार और चौकी इंचार्ज सस्पेंड दो संप्रदाय व दलित से जुड़ा होने के बाद भी थानेदार और दरोगा ने दबाए रखा था मामला


 कानपुर धर्मांतरण मामले में थानेदार और चौकी इंचार्ज सस्पेंड


दो संप्रदाय व दलित से जुड़ा होने के बाद भी थानेदार और दरोगा ने दबाए रखा था मामला



उत्तर प्रदेश कानपुर काकादेव में नाबालिग को अगवा कर धर्मांतरण कराने और उसकी दो गुनी उम्र की महिला से शादी कराने के मामले में कानपुर पुलिस कमिश्नर ने बड़ी कार्रवाई की है। संवेदनशील मामला होने के बाद भी उसे दबाने और अफसरों को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं देने पर काकादेव थाना प्रभारी रामकुमार गुप्ता और दरोगा शेर सिंह को डीसीपी वेस्ट ने सस्पेंड किया है। इसके साथ ही विभागीय जांच का भी आदेश दिया है।



डीसीपी वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ति की रिपोर्ट के मुताबिक दो दिन पहले 21 मई को हुई नाबालिग के धर्मांतरण के घटना की जानकारी इंस्पेक्टर काकादेव रामकुमार गुप्ता और दरोगा शेर सिंह को हो गई थी। मामला अनुसूचित जाति वर्ग से जुड़ा होने और और इसका साम्प्रदायिक दृष्टिकोण अति संवेदनशील होने के बाद भी मामले में कार्रवाई नहीं की गई। इतना ही नहीं थानेदार और चौकी इंचार्ज ने वरिष्ठ अफसरों को भी मामले की जानकारी नहीं दी। पूरे मामले में एक्शन लेने की बजाए दबाने का प्रयास किया। इसके चलते कानून व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती बन गया था।



 घोर लापरवाही करने पर डीसीपी वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ति ने थानेदार और पांडु नगर चौकी इंचार्ज शेर सिंह को सस्पेंड कर दिया।




डीसीपी वेस्ट ने बताया कि निलंबन की कार्रवाई के बाद अब इंस्पेक्टर राम कुमार गुप्ता और दरोगा शेर सिंह को आधा वेतन मिलेगा। उनके तैनाती पुलिस लाइन में रहेगी। बगैर अनुमति के हेडक्वार्टर भी नहीं छोड़ सकते हैं। इसके साथ ही अब पूरे मामले में थानेदार और दरोगा की विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।




यह कोई पहला मामला नहीं है जब इंस्पेक्टर राम कुमार गुप्ता पर घोर लापरवाही का आरोप लगा और सस्पेंड करने की कार्रवाई की गई है। इससे पूर्व चकेरी थाना प्रभारी रहने के दौरान इंस्पेक्टर राम कुमार गुप्ता पर पिंटू सेंगर हत्याकांड में विवेचना में गड़बड़ी करने का आरोप लगा था। तत्काली एसएसपी ने राम कुमार गुप्ता को लापरवाही के आरोप में लाइन हाजिर कर दिया था। इसके साथ ही विभागीय जांच भी की गई थी।