Wednesday 14 September 2022

आजमगढ़ सैनिक को अंतिम विदाई देने उमड़ा जनसैलाब, सेना के जवानों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर, तबीयत बिगड़ने पर सिकंदराबाद हॉस्पिटल में हुआ था निधन


 आजमगढ़ सैनिक को अंतिम विदाई देने उमड़ा जनसैलाब, सेना के जवानों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर, तबीयत बिगड़ने पर सिकंदराबाद हॉस्पिटल में हुआ था निधन



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सगड़ी तहसील क्षेत्र के सैनिक के अंतिम विदाई पर उमड़ा जनसैलाब लगे भारत माता के जयकारे सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। राजकीय सम्मान के साथ दोहरीघाट में अंतिम संस्कार हुआ। मालटारी निवासी 42 वर्षीय सैनिक अभय राय की इलाज के दौरान हैदराबाद सैनिक हॉस्पिटल में मौत के उपरांत उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक निवास स्थान मालटारी में मंगलवार की रात्रि 2:00 बजे पहुंचा। परिवार में कोहराम मच गया वहीं बुधवार की सुबह ही स्थानीय व बाहरी सैकड़ों की संख्या में लोग जुट गए। 


सैनिक की अंतिम विदाई में लोगों ने फूल माला अर्पित कर भारत माता के जयकारे लगाए। वही अंतिम यात्रा में अभय राय अमर रहे के नारे लगे। इस दौरान बुधवार की सुबह 11:00 बजे सैनिक के पार्थिव शरीर पर सगड़ी नायब तहसीलदार मयंक मिश्रा क्षेत्राधिकारी सगड़ी अनिल वर्मा और जीयनपुर कोतवाली प्रभारी अवधेश कुमार अवस्थी ने पहुंच कर पुष्प अर्पित किया इस दौरान सेना के आधा दर्जन जवानों ने गार्ड आफ ऑनर दिया जिसके पश्चात सैनिक की अंतिम यात्रा प्रारंभ हुई जीयनपुर लाटघाट होते हुए दोहरीघाट पहुंची इस दौरान पूरे रास्ते में सैनिक के सम्मान में भारत माता की जय कारे के साथ अभय राय अमर रहे के नारे लगते रहे। अभय राय सैनिक अपने चार भाइयों में तीसरे नंबर पर थे।


 उनकी माता गायत्री देवी और पत्नी विनीता राय का रो रो कर बुरा हाल है 13 वर्षीय पुत्र अभी और 8 वर्षीय पुत्री अस्मिता का रो रो कर बुरा हाल रहा सैनिक की अंतिम विदाई में हजारों की संख्या में सड़कों पर लोग जुट गए जिसमें प्रमुख रुप से भाजपा नेता टिप्पू सिंह प्रमुख प्रतिनिधि पिंटू मिश्रा मुकेश राय राजेश राय प्रभाकर राय पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजेश यादव रामाशीष यादव सहित आदि लोग मौजूद रहे।

आजमगढ़ सपा के पूर्व विधायक सहित 4 को आजीवन कारावास हत्या के 24 साल पुराने मुकदमे में कोर्ट ने सुनाई सजा, 20 हजार रू लगा अर्थदंड


 आजमगढ़ सपा के पूर्व विधायक सहित 4 को आजीवन कारावास


हत्या के 24 साल पुराने मुकदमे में कोर्ट ने सुनाई सजा, 20 हजार रू  लगा अर्थदंड


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बुधवार को एमपी एमएलए स्पेशल कोर्ट के जज ओम प्रकाश वर्मा तृतीय ने हत्या के 24 साल पुराने मुकदमें में सुनवाई पूरी करने के बाद सपा के पूर्व विधायक अभय नारायण पटेल सहित चार लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई, साथ ही बीस हजार रूपये अर्थदंड भी लगाया। अभय नरायन पटेल वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की राजनीति कर रहे हैं। 


अभियोजन कहानी के अनुसार रामनयन सिंह पुत्र रामबहोर सिंह निवासी उर्दिहा नई बस्ती कोलवा थाना रौनापार के भाई संतराज को कोटे की दुकान आवंटित हुई थी। इससे पहले यह कोटा अभय नरायन पटेल को आवंटित था।


 इस बात से गांव के अभय नारायण सिंह पुत्र दिलीप सिंह रंजिश रखते थे। इस मामले को लेकर 22 अक्टूबर 1998 की शाम करीब 7 बजे जब संतराज चांदपट्टी से घर आते समय रास्ते में अभय नारायण सिंह पुत्र दिलीप सिंह, लाल बिहारी सिंह तथा लाल बहादुर सिंह पुत्रगण कोदई सिंह, हरेंद्र पुत्र लालू ने संतराज को रोक लिया और संतराज को गोली मार दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद अभय नरायन पटेल का नाम निकालते हुए तीन आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट न्यायालय में प्रेषित कर दिया। दौरान मुकदमा वादी राम नयन के बयान पर अदालत ने 2001 में अभय नारायण सिंह पटेल को बतौर आरोपी न्यायालय में तलब किया। अभियोजन पक्ष की तरफ से सहायक शासकीय अधिवक्ता दीपक मिश्रा ने वादी मुकदमा समेत पांच गवाहों को न्यायालय में परीक्षित कराया। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी अभय नारायण सिंह पटेल, लाल बहादुर, लाल बिहारी तथा हरेंद्र को आजीवन कारावास तथा प्रत्येक को बीस हजार रूपए अर्थदंड की सजा सुनाई।

आजम खान को आया हार्ट अटैक दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में चल रहा इलाज


 आजम खान को आया हार्ट अटैक


दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में चल रहा इलाज


रामपुर सपा के कद्दावर नेता और रामपुर विधानसभा सीट से विधायक आजम खान को दिल का दौरा पड़ा है। उनका दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में इलाज चल रहा है। जानकारी के मुताबिक आजम खान के हार्ट की डॉक्टरों ने एंजियोप्लास्टी सर्जरी की और उसके बाद उनके हार्ट में एक स्टंट डाला है। बता दें कि आजम खान को सर गंगाराम अस्पताल के आईसीयू वार्ड में रखा गया है। इससे पहले उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई थी जिसके बाद आनन-फानन में उन्हें अस्पताल में शिफ्ट किया गया। जहां उनका चेकअप हुआ तो पता चला कि आजम खान को हार्ट अटैक आया था।



डॉक्टरों की जांच में पता चला है कि आजम खान की एक नस में ब्लॉकेज है। जिसकी वजह से सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टरों ने एंजियोप्लास्टी सर्जरी कर हार्ट में एक स्टंट डाला है। ताजा जानकारी के मुताबिक आजम खान की तबीयत अभी ठीक है और वो आईसीयू वार्ड में डॉक्टरों की निगरानी में हैं। उम्मीद है कि उन्हें एक या दो दिन बाद अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। वहीं अस्पताल में उनके साथ उनके बेटे और सपा विधायक अब्दुल्लाह आजम भी मौजूद हैं। बता दें कि आजम खान 27 महीने सीतापुर जेल में रह कर जमानत पर बाहर आये हैं। कुछ दिन पहले उनकी आंख का ऑपरेशन भी हुआ था। इसके अलावा पिछले दिनों आजम खान को सीने में दर्द की शिकायत के चलते मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

अयोध्या इंस्पेक्टर ने फांसी लगाकर दे दी जान कुछ दिन पहले हुआ था प्रमोशन


 अयोध्या इंस्पेक्टर ने फांसी लगाकर दे दी जान


कुछ दिन पहले हुआ था प्रमोशन


उत्तर प्रदेश अयोध्या में पूराकलंदर थाने में सब इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर बने ओमकार नाथ (46) ने बुधवार को फांसी लगाकर जान दे दी। कुछ दिन पहले ही उनका प्रमोश हुआ था। सूचना पर पहुंचे एसएसपी प्रशांत वर्मा और एसपी सिटी मधुवन सिंह ने घटना की जांच की। 


संत कबीर नगर के निवासी ओंमकार नाथ  पूराकलन्दर थाने में तैनात मुख्तार शाह के साथ एक प्राइवेट कमरा लेकर एक ही कमरे में किराए पर रहते थे। रात में एक बजे तक एसपी सिटी का निरीक्षण खत्म हुआ। उसके बाद वह चले गए। सुबह सो कर उठे और इंस्पेक्टर ओंकारनाथ थाने में पहले आए और टहले फिर लगभग छह बजे के बाद गए अपने दूसरे कमरे में फांसी लगा ली। जब मुख्तार सोकर उठे और देखा तो वह एक कमरे में फांसी से लटके मिले। जिसकी सूचना इंस्पेक्टर राजेश सिंह को दी। इंस्पेक्टर राजेश सिंह मौके पर पहुंचे और देखा कि वह फांसी से लटके हैं। इसकी सूचना एसएसपी को दी तो एसएसपी सहित अन्य अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच कर रहे हैं।

आजमगढ़ अहरौला मेरे पति के हत्यारे को गिरफ्तार करो बच्चों के साथ हाथ में पोस्टर लेकर एसपी कार्यालय पहुंची पीड़िता कहा हो सकती है मेरी भी हत्या, मुकदमा वापस लेने का बना रहें दबाव


 आजमगढ़ अहरौला मेरे पति के हत्यारे को गिरफ्तार करो


बच्चों के साथ हाथ में पोस्टर लेकर एसपी कार्यालय पहुंची पीड़िता


कहा हो सकती है मेरी भी हत्या, मुकदमा वापस लेने का बना रहें दबाव


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर एक पीड़िता अपने बच्चों के साथ हाथ में ‘मेरे पति के हत्यारे को गिरफ्तार करें’ की तख्ती लेकर अपनी मांग रखी। पीड़िता शैलेश पत्नी स्व0 मुन्ना यादव ग्राम अरूसा थाना अहरौला ने पुलिस अधीक्षक को दिये प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया कि 10 सितम्बर की दोपहर लगभग 1.30 बजे दिन दहाड़े उसके पति मुन्ना यादव की हत्या कर दी गई थी। यह हत्या मेरी जेठानी कौलपत्ती देवी पत्नी रामबचन यादव द्वारा अपने लड़के अमरजीत यादव को ललकार कर करवाई गई थी लेकिन थाने में दर्ज रिपोर्ट में कौलपत्ती देवी का नाम हटा दिया गया।


पीड़िता ने प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि कौलपत्ती व उसके पुत्र परमजीत, शुभम सहित कुछ अज्ञात लोगों द्वारा मुझे मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है, मुकदमा वापस न लेने पर मुझे भी गोली मारने की धमकी दी जा रही है। पीड़िता ने बताया कि पूर्व में उसने पुलिस को सूचना दिया था कि लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर मेरे पति को अपनी जान गंवानी पड़ी। पुलिस अधीक्षक को दिये प्रार्थना पत्र में पीड़िता ने हत्या में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने और अपनी जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।

उत्तर प्रदेश पुलिस कस्टडी में लिये गये सपा विधायक, घर के बाहर लगी पुलिस आज से विधानसभा में महंगाई, बुलडोजर, किसानों के मुद्दे पर प्रदर्शन करने का ऐलान


 उत्तर प्रदेश पुलिस कस्टडी में लिये गये सपा विधायक, घर के बाहर लगी पुलिस


आज से विधानसभा में महंगाई, बुलडोजर, किसानों के मुद्दे पर प्रदर्शन करने का ऐलान


लखनऊ समाजवादी पार्टी महंगाई, बेरोजगारों और अन्य मुद्दों को लेकर विधान भवन प्रदर्शन करने जा रही थी। इसके पूर्व ही बुधवार की सुबह पार्टी विधायको के घरों के बाहर पुलिस ने पहरा लगा दिया। पार्टी की तरफ से ट्विट्टर, फेसबुक पर गुस्सा जताया गया है।


जानकारी के मुताबिक पार्टी की ओर से पोस्ट किया गया कि महंगाई, बेरोजगारी, ध्वस्त कानून व्यवस्था, भर्तियों में धांधली, स्वास्थ्य सेवाओं में भ्रष्टाचार, गरीब के घरों पर चल रहे बुलडोजर, किसानों की दुर्दशा के मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगने आज विधानसभा जा रहे हैं सपा विधायक लेकिन पुलिस सपा विधायकों को घरों से निकलने नहीं दे रही। घोर निंदनीय!



दरअसल, समाजवादी पार्टी इस बार विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले ही पांच दिन का धरना प्रदर्शन करने जा रही है। 14 सितंबर से 18 सितंबर तक विधान भवन में चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष पार्टी के विधानसभा व विधान परिषद सदस्य धरना देंगे। इस आंदोलन में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी एक दिन धरने पर बैठेंगे। सपा खराब कानून-व्यवस्था, बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, विपक्षी दलों खासकर समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ फर्जी और झूठे मुकदमे दर्ज कराने जैसे मुद्दों के विरोध में धरना प्रदर्शन करने जा रही है।

आजमगढ़ सरायमीर पति समेत 5 लोगो पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा हुआ दर्ज।


 आजमगढ़ सरायमीर पति समेत 5 लोगो पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा हुआ दर्ज।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सरायमीर थाना क्षेत्र के ग्राम सुरही बुजुर्ग के खुशबू पुत्री स्व0 अरुण कुमार गौतम ने मंगलवार को पति सहित ससुराल वालो पर  दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया है। पति,सास,ससुर,सहित 5 लोगो पर नामजद मुकदमा दर्ज कराया कराई है।


बताया की उसकी शादी राजकुमार गौतम पुत्र फूलचंद गौतम ग्राम ताखापूरब थाना शाहगंज जनपद जौनपुर के साथ 21 नवम्बर 2021 को हुई थी। शादी मे चाचा अशोक कुमार गौतम , माता व भाई ने सामधर्य के अनुसार 06 लाख रुपये खर्च कर शादी किए। लेकिन शादी के बाद से ही दहेज की मांग को लेकर आए दिन पति और ससूराल वाले प्रताड़ित करते चले आ रहे है।


बीते 11 सितम्बर 2022 को सरिया,डंडे, से पति राजकुमार , ससुर , फूलचंद , सास , संगीता , ननद, चांदनी , व देवर अमन ने पीटकर घायल कर दिया। इसके बाद वह मायके चली आई तहरीर के आधार पर पुलिस ने दहेज उत्पीड़न के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर मामले में हाईकोर्ट का बड़ा फैसला कोर्ट ने पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया


 पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर मामले में हाईकोर्ट का बड़ा फैसला


कोर्ट ने पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया



इलाहाबाद हाईकोर्ट ने झांसी के मोठ थाने में 9 अक्टूबर 2019 में हुए पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर केस में आरोपी पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। परिजनों ने पुलिस के इस एनकाउंटर के खिलाफ आवाज उठाई थी।


हाईकोर्ट ने मृतक के परिजनों की याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। मृतक के परिजनों ने एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। यह चर्चित एनकाउंटर 9 अक्टूबर 2019 में हुआ था। इसके बाद इस एनकाउंटर पर विरोधी पार्टियों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए थे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी मृतक के परिजनों से मिल थे और सरकार की जमकर खिंचाई की थी। बसपा सुप्रीमों मायावती और कांग्रेस ने भी पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर पर सवाल उठाए थे।


पुलिस एनकाउंटर में मारे गए बालू खनन से जुड़े पुष्पेंद्र यादव की 90 वर्षीय दादी यह सदमा नहीं बर्दाश्त कर पाईं। 3 दिन बाद उनकी भी डेथ हो गई थी। पुष्पेंद्र की मौत के बाद से उसकी दादी काफी सदमे में थीं। एक हफ्ते में दो मौतों से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था।


झांसी पुलिस के अनुसार, 9 अक्टूबर 2019 की रात कथित रूप से बालू खनन में शामिल पुष्पेंद्र यादव ने कानपुर-झांसी राजमार्ग पर मोंठ के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान पर फायर कर दिया था। यही नहीं उनकी कार भी लूट ली थी। इस हमले में इंस्पेक्टर धर्मेंद्र के चेहरे पर फायर बर्न के निशान मिले थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। पुलिस ने उसी रात नाकेबंदी कर पुष्पेंद्र को गुरसरांय थाना इलाके में फरीदा के पास मुठभेड़ में मार गिराया था। उस वक्त पुष्पेंद्र के साथ दो और लोग थे। लेकिन, वे फरार हो गए।


एनकाउंटर के एक दिन बाद 10 अक्टूबर को पुष्पेंद्र यादव, विपिन, रविंद्र के खिलाफ मोंठ और गुरसरांय थाने में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए। सूत्रों के मुताबिक इससे पहले पुष्पेंद्र पर कोई मामला दर्ज नहीं था। बताया गया था कि मुठभेड़ से पहले मोंठ पुलिस ने पुष्पेंद्र का एक ट्रक पकड़ कर सीज कर दिया था। पुष्पेंद्र यादव का इंस्पेक्टर से इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। परिजनों का आरोप था कि इसी खुन्नस में इंस्पेक्टर ने मुठभेड़ की फर्जी कहानी लिख डाली।