Wednesday 1 February 2023

आजमगढ़ महिला ने सब इंसपेक्टर और हमराहियों पर लगाये गंभीर आरोप पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप मांगा न्याय


 आजमगढ़  महिला ने सब इंसपेक्टर और हमराहियों पर लगाये गंभीर आरोप


पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप मांगा न्याय


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद के रौनापार थानांतर्गत आराजी नौबरार करखिया किता प्रथम निबिहवा गांव निवासिनी महिला ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र सौंपकर एसआई और उनके हमराहियों पर घर में घुसकर परेशान करने, जानमाल की धमकी दिए जाने का आरोप लगाया है।


एसपी को सौंपे गए ज्ञापन में मोसम्मी पत्नी सुरेन्द्र प्रसाद का आरोप है कि बीते 18 जनवरी 2023 को उसके घर भाई खिचड़ी लेकर आए थे, मौके पर पूर्व व वर्तमान प्रधान भी मौजूद थे। आरोप है कि रात्रि साढे नौ बजे एसआई छह पुलिसकर्मी उसे घर पर अचानक आए और दरवाजा खुलवाकर घर के अंदर घुस गए उनके साथ कोई भी महिला पुलिसकर्मी नही होने के बावजूद पूरे घर की तलाशी ली गई और कारण पूछने पर दुर्व्यवहार किया गया। इस दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा उसकी पुत्री को धक्का देकर चोटिल भी किया गया। पुलिस की गाड़ी और तेज आवाज सुनकर आस-पास के ग्रामीण भी जुट गए।


पीड़िता का आरोप है कि उक्त पूरे मामले का वीडियो रिकार्डिंग यूपी पुलिस, डीआईजी, डीजीपी, सीएम को भेजकर अवगत कराए जाने के बाद पुलिसकर्मियों द्वारा लगातार परिजनों को अंजाम भुगतने की धमकी दी जा रही है। पीड़िता ने बुधवार को शिकायती पत्र सौंपकर उक्त आरोपी पुलिसकर्मियों का स्थानांतरण अन्यंत्र कहीं कराकर निष्पक्ष जांच और जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।

आजमगढ़ 3 सगे भाईयों को आजीवन कारावास की सजा जमीनी विवाद में गोली मारकर किया था हत्या

आजमगढ़ 3 सगे भाईयों को आजीवन कारावास की सजा


जमीनी विवाद में गोली मारकर किया था हत्या


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ हत्या के मुकदमे में सुनवाई पूरी करने के बाद अदालत ने तीन सगे भाइयों को आजीवन कारावास तथा प्रत्येक को दस दस हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। यह फैसला अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट नंबर आठ धनंजय कुमार मिश्रा ने सुनाया। अभियोजन कहानी के अनुसार पुरानी मेहनगर कस्बे के निवासी दशरथ सेठ पुत्र ठाकुर प्रसाद अपने भाई जयप्रकाश के साथ 5 जुलाई 1997 को एक गांव में जेवर दे कर घर वापस आ रहे थे। दोनो भाई असौसा गांव में नहर किनारे गुजर रहे तभी लगभग दो बजे दिन में उनका स्कूटर खराब हो गया। जब दोनों भाई स्कूटर ठीक करने के लिए रुके तभी पहले से पीछा कर रहे मेहनगर कस्बे के ही अनिल सुनील तथा अजीत पुत्रगण मेवालाल वहां आ गए और उन्होंने पुरानी जमीनी विवाद की रंजिश में हमारे भाई जयप्रकाश की गोली मारकर हत्या कर दी।


 पुलिस से जांच पूरी करने के बाद तीनों आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट न्यायालय में प्रेषित किया। अभियोजन पक्ष की तरफ से शासकीय अधिवक्ता शिवाश्रय राय तथा आनंद सिंह ने वादी मुकदमा दशरथ, डॉक्टर ए के मिश्रा, ओमप्रकाश उर्फ हरिओम, अब्दुल अजीज तथा ऋषि नारायन सिंह को बतौर साक्षी न्यायालय में परीक्षित कराया। दोनो पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी अनिल कुमार, सुनील कुमार तथा अजीत को आजीवन कारावास तथा दस दस हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई।

 

आजमगढ़ जहानागंज मुठभेड़ के दौरान फरार हुए दो अपराधियों पर 25-25 हजार का ईनाम घोषित


 आजमगढ़ जहानागंज मुठभेड़ के दौरान फरार हुए दो अपराधियों पर 25-25 हजार का ईनाम घोषित



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बुधवार की सुबह जहानागंज थाना क्षेत्र में हुई पुलिस मुठभेड़ के दौरान फरार हुए दो अपराधियों पर 25-25 हजार रुपए पुरस्कार घोषित किया है। पुलिस की टीमें फरार अपराधियों की तलाश में जुट गई हैं।


जहानागंज थाना क्षेत्र के बुंदा (गंभीरवन) गांव में स्थित मोबाइल टावर में प्रयुक्त बैट्रियों व अन्य उपकरणों की चोरी के मामले में बीते 17 जनवरी को टावर से संबंधित ललित यादव द्वारा स्थानीय थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इस मामले में पुलिस ने तीन दिन पूर्व जहानागंज -सठियांव मार्ग पर मोबाइल टावरों पर चोरी करने वाले गिरोह के आधा दर्जन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए अभियुक्तों से की गई पूछताछ के बाद पुलिस ने इस गिरोह में शामिल कुल 15 सदस्यों को गिरफ्तार कर चोरी की घटनाओं में प्रयुक्त तीन चारपहिया वाहन तथा 15 लाख कीमत के चुराए गए उपकरणों की बरामदगी की। गिरफ्तारी के दौरान गिरोह का सरगना पकड़ा नहीं जा सका। बुधवार की सुबह जहानागंज थाना क्षेत्र के धनहुंआ गांव के समीप पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में गैंग लीडर संतोष सिंह निवासी ग्राम तिलहुंआ थाना क्षेत्र निजामाबाद गोली लगने से घायल होने की वजह से पकड़ा गया। इस दौरान घायल गैंग लीडर के दो साथी मौके से भागने में सफल रहे।


 पकड़े गए बदमाश से की गई पूछताछ के दौरान फरार हुए बदमाशों के बारे में पुलिस को जानकारी मिली। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने फरार बदमाशों में सतीश सिंह उर्फ छोटू पुत्र स्व0 प्रदीप सिंह निवासी धनहुंआ थाना जहानागंज तथा मिथलेश कुमार पुत्र महेन्द्र निवासी गौसपुर, थाना निजामाबाद की गिरफ्तारी के लिए दोनों पर 25-25 हजार रुपए का ईनाम घोषित कर दिया है।

आजमगढ़ मुन्ना गैंग के 6 सदस्यों को किया गया सूचीबद्ध विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में हैं संलिप्त, कोड नं0 डी-115 होगी पहचान


 आजमगढ़ मुन्ना गैंग के 6 सदस्यों को किया गया सूचीबद्ध


विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में हैं संलिप्त, कोड नं0 डी-115 होगी पहचान


आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने कानून व्यवस्था को सुव्यवस्थित एवं सुदृढ़ करने के लिए तथा अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए कठोर कार्रवाई करते हुए 6 वांछित अभियुक्तों को सूचीबद्ध किया है।


 पुलिस अधीक्षक द्वारा अभियुक्त मो0 आरिफ उर्फ मुन्ना पुत्र अब्दुल मजिद निवासी चकिया हुसेनाबाद थाना निजामाबाद को जनपद में एक संगठित गैंग बनाकर व स्वयं गैंग का लीडर बनकर हत्या, हत्या के प्रयास व बलवा जैसे अपराध में संलिप्त पाते हुए उसकी गैंग को आपराधिक गैंग घोषित करते हुए सूचीबद्ध कर दिया गया। उसकी गैंग का कोड नं0 डी-115 होगा। 


इस गैंग के सदस्यों में वहाजूद्दीन पुत्र तौफीक, जिवरान पुत्र वहाजूद्दीन, फरहान पुत्र वहाजूद्दीन, सफवान पुत्र वहाजूद्दीन निवासी चकिया हुसेनाबाद, खालिद पुत्र अलीकदर निवासी फरिहा, दानिश पुत्र अब्दुल मजीद निवासी चकिया हुसेनाबाद, थाना निजामाबाद, जनपद आजमगढ़ हैं।

आजमगढ़ फूलपुर फरार अभियुक्त के घर कुर्की की नोटिस चस्पा 3 वर्ष पूर्व हुए आपराधिक मामले में चल रहा है फरार


 आजमगढ़ फूलपुर फरार अभियुक्त के घर कुर्की की नोटिस चस्पा


3 वर्ष पूर्व हुए आपराधिक मामले में चल रहा है फरार



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ तीन वर्ष पूर्व गम्भीरपुर थाने में दर्ज एक आपराधिक मामले में फरार चल रहे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जुटी पुलिस ने बुधवार को न्यायालय से जारी कुर्की की चेतावनी नोटिस फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के मुड़ियार गांव में मुनादी कराते हुए आरोपी के घर पर चस्पा कर दिया। 


बताते हैं कि वर्ष 2020 में फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के मुड़ियार ग्राम निवासी आबिद पुत्र जुबेर के खिलाफ धारा 498, 323 तथा 314 के तहत गम्भीरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मामले में आरोपी आबिद मुकदमा दर्ज होने के बाद कभी न्यायालय में हाजिर नही हुआ। फरार चल रहे आरोपी के खिलाफ पुलिस ने रिपोर्ट न्यायालय में प्रस्तुत किया। अदालत ने इसे गंभीरता से लेते हुए आरोपी आबिद के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 82 के तहत कुर्की की चेतावनी नोटिस जारी किया।


 बुधवार को कुर्की की नोटिस लेकर फूलपुर कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक विपिन सिंह व जयप्रकाश पांडेय पुलिस बल के साथ मुड़ियार गाव में पहुंचे। पुलिस ने सर्वप्रथम आरोपी की तलाश में पूरे गांव में मुनादी कराई। इसके बाद गांव के लोगों की उपस्थिति में पुलिस ने फरार अभियुक्त आबिद पुत्र जुबेर के घर पर कुर्की की चेतावनी नोटिस चस्पा कर दिया।

एटा नहीं कांपे हाथ ,सासें रुकने तक छुरे से काटता रहा हत्यारा दंपती को दी ऐसी दर्दनाक मौत कि सुनने वालों की रूह कांप जाए पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बताई घटना की भयावहता


 एटा नहीं कांपे हाथ ,सासें रुकने तक छुरे से काटता रहा हत्यारा


दंपती को दी ऐसी दर्दनाक मौत कि सुनने वालों की रूह कांप जाए


पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बताई घटना की भयावहता


एटा कोतवाली देहात इलाके के गांव श्रीकरा में हुए दोहरे हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही कर दिया। पुलिस के मुताबिक भाई ने ही जितेंद्र व उसकी पत्नी प्रीति की हत्या मांस काटने वाले छुरे और हथौड़े से की थी। संपत्ति के लिए वह कातिल बन गया। मांस विक्रेता को पांच लाख रुपये का लालच देकर साथ मिलाया था। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसएसपी उदय शंकर सिंह ने बताया कि 30 जनवरी की सुबह गांव श्रीकरा निवासी जितेंद्र उर्फ टीटू और उसकी पत्नी प्रीति की गला रेतकर हत्या की गई थी। हत्या करने वाला जितेंद्र का भाई पंकज ही निकला है। उसने अपने दोस्त मांस विक्रेता प्रवेंद्र निवासी नगला डूडा को पांच लाख की सुपारी देकर साथ किया था।


दोनों ने मिलकर मांस काटने वाले छुरे से प्रहार और गले को रेतकर हत्या की थी। तीन साल के पुत्र तनिष्क की भी हत्या करने का प्रयास किया गया। उसका उपचार आगरा में चल रहा है। सोमवार की सुबह लगभग 6.30 बजे जितेंद्र शौच के लिए पास में ही बाग में गया था। प्रीति छत पर थी, तभी दोनों पहुंचे और उसे नीचे खींचकर लाए। छुरे से ताबड़तोड़ वार किए। इसके बाद जितेंद्र आया तो उसकी भी हत्या कर दी। दोनों शव को बाहर निकालकर बरामदे में डाल दिया। इसके बाद वहां से चले गए।


 बेरहम भाई ने खून से सने हाथ तालाब में जाकर धोए। यहां पर खून में सराबोर कपड़ों को फेंका और दोस्त को लेकर अमांपुर चला गया। सुबह लगभग 11 बजे पंकज फिर वहां पहुंचा और शोर कर गांव वालों को बुला लिया। देर शाम उसने ही प्रीति के पिता, भाई और साथियों के खिलाफ शक जाहिर कर मुकदमा दर्ज करा दिया। पंकज और प्रवेंद्र को अलीगंज रोड से मंगलवार की सुबह करीब सात बजे गिरफ्तार किया गया है।


संपत्ति के लिए ऐसी दर्दनाक मौत दी कि सुनने वालों तक की रूह कांप जाए। महिला के सिर में आठ वार किए, सांसें रुकने तक हमले करते रहे। जबकि पति के पीछे से छह वार और पेट में छुरा घोंपा गया। इसके बाद गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया। यह चोटें पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दर्शाई गई हैं। थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि प्राप्त हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार दंपती पर तब तक वार किए गए, जब तक कि दोनों की सांसें थम नहीं गईं। जितेंद्र के शरीर पर आठ चोटों के निशान आए हैं। इनमें पेट, सिर में पीछे, कनपटी के पीछे, गर्दन के पीछे, कंधे के पीछे दो निशान हैं। जबकि गला रेता गया है। वहीं महिला के शरीर पर आईं चोटों की बात की जाए तो सिर में ऊपर चार, माथे पर, कनपटी, गाल और पीछे टांग में घाव पाए गए। दोनों को ही 8-8 जगहों पर जख्म दिए गए। काफी बेरहमी से दोनों की हत्या की गई है। 


कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव श्रीकरा में दंपती की हत्या के बाद सोमवार की रात करीब 11 बजे दोनों के शव पोस्टमार्टम के बाद गांव लाए गए। पुलिस ने अपनी मौजूदगी में ही रात को ही दोनों का अंतिम संस्कार कराया। हत्या रोपी भाई पंकज ने दोनों की चिताओं को मुखाग्नि दी। उस समय तक किसी को नहीं पता था कि पंकज ने ही इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया है।


ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार की सुबह जितेंद्र और इसकी पत्नी प्रीति की हत्या की गई थी। इसके बाद दोनों के शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए पुलिस ले गई। लौटते समय करीब 11 बज चुके थे। काफी संख्या में पुलिस कर्मी दोनों शव के साथ आए थे। पुलिस ने परिजनों ने मंत्रणा की। गांव के लोगों ने एक ही चिता पर दोनों की अंत्येष्टि करने की बात की। इस पर पुलिस ने कोई एतराज नहीं किया और परिजन के सहयोग से रात में ही एक ही चिता पर दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। 


घर में जितेंद्र और पंकज दो ही सगे भाई थे। पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। ऐसे में पंकज ने दोनों को मुखाग्नि दी। मंगलवार को पूरे गांव में चर्चाएं होती रहीं कि दोनों के साथ बहुत बुरा हुआ। सबसे ज्यादा बुरा उस मासूम के साथ हुआ जो ठीक से दुनिया को समझ भी नहीं पाया और उसको अपने ही ताऊ ने अनगिनत जख्म दिए गए। वह आगरा में भर्ती है। अपने माता-पिता का अंतिम बार चेहरा भी नहीं देख पाया। जितेंद्र और उसकी पत्नी प्रीति की हत्या के बाद तीन वर्षीय मासूम तनिष्क को लेकर गांव में चर्चाएं होती रहीं। लोगों को कहते सुना गया कि माता-पिता दुनिया से चले गए, जबकि हत्यारा ताऊ जेल गया। बाबा दुनिया में नहीं हैं। अब अकेली दादी घर पर है। जबकि नाना-नानी का लगाव पहले से ही नहीं था। ऐसे में बालक का पालनहार कौन होगा?

आजमगढ़ जहानागंज अल सुबह बदमाश और पुलिस के बीच चली गोलियां 25 हजार का इनामी गैंग लीडर हुआ घायल


 आजमगढ़ जहानागंज अल सुबह बदमाश और पुलिस के बीच चली गोलियां


25 हजार का इनामी गैंग लीडर हुआ घायल


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जहानागंज थाना क्षेत्र के धनहुआ नहर पुलिया के पास आज सुबह करीब 6:30 बजे बदमाश और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में 25 हजार रू का इनामी एक बदमाश घायल हो गया। घायल बदमाश के बाएं पैर में गोली लगी है उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। 


थानाध्यक्ष विनय कुमार सिह को सूचना प्राप्त बदमाश संतोष सिंह पुत्र स्व0 चन्द्र प्रकाश सिंह निवासी तिलहुवां थाना निजामाबाद उम्र करिब 45 वर्ष, सतिश सिंह उर्फ छोटू पूत्र स्व0 प्रदिप सिंह निवासी धनहुवां थाना जहानागंज उम्र करिब 20 वर्ष, मिथलेश कुमार पुत्र महेन्द्र निवासी गौसपुर थाना निजामाबाद उम्र करिब 25 वर्ष, बिना नम्बर प्लेट की मोटर साइकिल पर सवार होकर धनहुवां पुलिया थाना जहानागंज की ओर जा रहे है। इस सुचना पर थानाध्यक्ष जहानागंज विनय कुमार सिंह मय हमराह धनहुआ पुलिया पर चेकिंग करने लगे, उसी समय एक मोटर साइकिल बिना नम्बर प्लेट बहुत तेजी से आती हुई दिखायी दी। पुलिस को देखकर बदमाश द्वारा पुलिस टीम पर फायर कर दिया। जवाबी कार्रवाई में उक्त बदमाश के बाएं पैर में गोली लग गई। दो अन्य बदमाश मौके का फायदा उठाकर भाग गए।


 पूछताछ में बदमाश की पहचान संतोष सिंह पुत्र चंद्र प्रकाश सिंह निवासी तिलहुआ थाना निजामाबाद के रूप में हुई। बदमाश मोबाइल टावरों से बैट्री व अन्य कीमती सामान चोरी करने वाला 25 हजार रुपये का इनामिया व गैंग का लीडर है। बदमाश के पास से अवैध तमंचा व कारतूस बरामद हुआ है।  पूछताछ में बदमाश ने बताया कि वह गैंग बनाकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं।