Tuesday 6 February 2024

आजमगढ़ सिधारी/लालगंज 15 हजार रूं घूस लेते कांस्टेबल और होमगार्ड धराये एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथ दबोचा


 आजमगढ़ सिधारी/लालगंज 15 हजार रूं घूस लेते कांस्टेबल और होमगार्ड धराये


एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथ दबोचा


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ प्रयास संगठन के सहयोग से आज सीओ आफिस लालगंज में तैनात होमगार्ड सहित कांस्टेबल उमेश यादव को एंटी करप्शन की टीम ने 15 हजार घूस लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया। टीम द्वारा होमगार्ड और कांस्टेबल को सिधारी थाने लाया गया, जहां विधिक कार्रवाई चल रही है।

आजमगढ़ अतरौलिया मफलर के सहारे कुंडी से लटकता मिला युवक का शव टायर पंचर व गैस वेल्डिंग का कार्य करता था मृतक


 आजमगढ़ अतरौलिया मफलर के सहारे कुंडी से लटकता मिला युवक का शव



टायर पंचर व गैस वेल्डिंग का कार्य करता था मृतक



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ अतरौलिया थाना क्षेत्र के छितौनी स्थित एक दुकान में मफलर के सहारे युवक का शव लटकता मिला। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस कानूनी कार्रवाई में जुट गयी। मृतक उसी दुकान में टायर पंचर व गैस वेल्डिंग का कार्य करता था।


जानकारी के अनुसार अनुज कुमार विश्वकर्मा उम्र 25 वर्ष पुत्र पन्नालाल विश्वकर्मा निवासी जदवापुर थाना कटका अंबेडकर नगर अपने पिता के साथ मिलकर छितौनी में टायर पंचर व गैस वेल्डिंग का कार्य करता था। रोज की भांति दुकान बंद कर पिता जब घर जाने की तैयारी करने लगा तो अनुज ने कहा कि आज मैं यहीं रूकूंगा, इसके बाद पिता घर चला गया। 


स्थानीय लोगों के अनुसार अनुज रोज सुबह 6 बजे उठकर दुकान पर झाड़ू लगाता था लेकिन जब सुबह वह नहीं उठा तो अगल-बगल के लोगों ने दुकान का शटर उठा कर देखा तो उसका शव मफलतर के सहारे कुडी से लटकता पाया गया। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना थाने व मृतक के परिजनों को दी गई। मौके पर थानाध्यक्ष ने शव को अपने कब्जे में ले लिया। थानाध्यक्ष सविंद्र राय ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया गया है। तहरीर प्राप्त होते ही अगली कार्रवाई की जाएगी।

बदायूं महिला जज ने मौत से पहले इन लोगों से की थी फोन पर बात कॉल डिटेल से नया मोड़


 बदायूं महिला जज ने मौत से पहले इन लोगों से की थी फोन पर बात



कॉल डिटेल से नया मोड़




उत्तर प्रदेश बदायूं की सिविल जज जूनियर डिवीजन ज्योत्सना राय ने अपनी मौत से पहले अपने मोबाइल फोन से कई नंबरों पर बात की थी। पुलिस तफ्तीश में वे परिजनों और उनके दोस्तों के निकले हैं। फिलहाल शहर कोतवाली पुलिस हत्या के एंगल पर जांच कर रही है। अगर इसमें साक्ष्य नहीं मिले तो मुकदमा आत्महत्या में तरमीम कर दिया जाएगा।


शनिवार सुबह सिविल जज जूनियर डिवीजन ज्योत्सना राय का शव उनके सरकारी आवास में फंदे से लटका मिला था। पुलिस की सूचना पर उनके परिजनों को पहुंचने के बाद ही शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया था। उनके पिता अशोक राय ने हत्या का आरोप लगाते हुए अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।


दूसरे दिन यानी रविवार सुबह करीब 11 बजे उनके शव का पैनल में पोस्टमार्टम कराया गया था। एसएसपी आलोक प्रियदर्शी के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग की पुष्टि हुई थी। इससे मामला आत्महत्या की ओर भी इशारा कर रहा था लेकिन कोतवाली पुलिस अभी हत्या का मामला मानते हुए विवेचना कर रही है।


बताते हैं कि पुलिस ने मामले की सच्चाई जानने के लिए महिला जज के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल भी निकलवाई है। जिस तरह लोगों का कहना है कि वह देर रात किसी से मोबाइल पर बात करती रहीं थीं उसका अभी कोई खुलासा नहीं हुआ है। कोतवाली पुलिस मामले की तह तक जाने की पूरी कोशिश कर रही है।

आजमगढ़ बाएं पैर में लगी गोली, मेडिकल रिपोर्ट में दिखा दिया दाहिना पैर डीएम के निर्देश पर पुन: घायल युवक का कराया गया मेडिकल


 आजमगढ़ बाएं पैर में लगी गोली, मेडिकल रिपोर्ट में दिखा दिया दाहिना पैर


डीएम के निर्देश पर पुन: घायल युवक का कराया गया मेडिकल



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टरों की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। गोली से घायल एक युवक की गलत मेडिकल रिपोर्ट डॉक्टरों ने बना दिया। इसका लाभ घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को मिला और पुलिस ने उनका मामूली धाराओं में चालान कर दिया। पीड़ित ने डीएम से शिकायत की तो डीएम के निर्देश पर अस्पताल प्रशासन ने चार सदस्यीय कमेटी से सोमवार को पुन: घायल युवक का मेडिकल कराया।


सरायमीर थाना के खानपुर गांव निवासी अरविंद यादव को 24 जनवरी 2024 को गोली मार दी गई थी। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया, जहां वह आर्थों वार्ड में बेड संख्या 16 पर भर्ती रहा। मामला गोली मारे जाने का था तो पुलिस को मेडिकल रिपोर्ट की दरकार थी। इस पर डॉक्टर ने पुलिस को गलत मेडिकल रिपोर्ट उपलब्ध करा दिया। इसमें बाएं पैर में गोली लगने के बाद भी रिपोर्ट में दाएं पैर में गोली लगने की बात लिख दी गई। इस गलत रिपोर्ट का आरोपियों को फायदा मिला और पुलिस ने उनका मात्र 151 में ही चालान कर दिया। इस बात की जानकारी जब घायल के परिजनों को हुई तो परिजनों ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई। जिलाधिकारी के निर्देश पर सोमवार को घायल युवक का पुन: चार सदस्यीय कमेटी ने मेडिकल कर अपनी रिपोर्ट पुलिस को प्रेषित किया। टीम में डॉ0 एसके विमल, डॉ0 बीके श्रीवास्तव, डॉ0 एससी कन्नौजिया व डॉ0 पीबी प्रसाद शामिल थे।


मेडिकल रिपोर्ट में गलती से बाएं के स्थान पर दायां पैर लिख गया था। डीएम के निर्देश पर चार डॉक्टरों की टीम से पुन: मेडिकल करा कर रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी गई है। ताकि पीड़ित के साथ न्याय हो सके और अनुचित लाभ आरोपी न उठा सके। - डॉ0 आमोद कुमार, प्रभारी एसआईसी, जिला-मंडलीय अस्पताल।