Saturday 30 April 2022

शाहजहांपुर साहब! एक साल से देह व्यापार करवा रही है सौतेली मां 16 साल की लड़की ने पुलिस को सुनाई जुल्म की दास्तां, 3 गिरफ्तार


 शाहजहांपुर साहब! एक साल से देह व्यापार करवा रही है सौतेली मां


16 साल की लड़की ने पुलिस को सुनाई जुल्म की दास्तां, 3  गिरफ्तार



उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक सौतेली मां द्वारा दो सहयोगियों के साथ मिलकर अपनी 16 वर्षीय बेटी को बंधक बनाकर कथित रूप से देह व्यापार कराये जाने का मामला सामने आया है।



 पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी महिलाओं की तलाश कर रही है।पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) संजीव बाजपेई ने शनिवार को बताया कि पुवायां थाने में शुक्रवार रात को पहुंची एक 16 वर्षीय किशोरी ने आरोप लगाया कि उसकी सौतेली मां उससे पिछले एक वर्ष से देह व्यापार करा रही है।



उन्होंने पुलिस में दर्ज कराई गई रिपोर्ट के हवाले से बताया कि किशोरी से उसकी सौतेली मां सरला देवी तथा मुन्नी देवी एवं मिथिलेश एक साल से देह व्यापार करा रही थी। शिकायत के मुताबिक किशोरी को बंधक बनाकर रखा जाता तथा कड़ी निगरानी की जाती है। किशोरी का आरोप है कि डरा धमकाकर लोगों के साथ संबंध बनाने के लिए उसे बाध्य किया जा रहा था।



 बाजपेई ने बताया कि किशोरी की सौतेली मां उसको मिथिलेश के घर ले गई, जहां तीन दिनों से उसे लगातार लोगों के साथ संबंध बनाने पड़ रहे थे। तभी मौका पाकर वह शुक्रवार रात में भागकर थाना पुवायां पहुंच गई और उसने पुलिस को आपबीती बताई। उन्होंने बताया कि पुलिस ने किशोरी की सौतेली मां सरला देवी, मुन्नी देवी एवं मिथिलेश के विरुद्ध पॉक्सो सहित देह व्यापार अधिनियम के अलावा गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर किशोरी को चिकित्सीय परीक्षण के लिए भेजा है।



 एसपी ने बताया कि एक टीम गठित कर आरोपी महिलाओं की तलाश की जा रही है। बाजपेई ने बताया कि किशोरी का पिता पीलीभीत जिले के पूरनपुर कस्बे का रहने वाला है। जब किशोरी दो वर्ष की थी तभी उसकी मां की मौत हो गई। इसी बीच किशोरी के पिता सरला से दूसरी शादी कर ली। शादी के बाद सौतेली मां सरला ने साथ रह रही किशोरी को देह व्यापार के धंधे में उतार दिया।

लखनऊ योगी सरकार ने प्रयागराज के सहायक नगर आयुक्‍त, आगरा के बीएसए सहित कई अधिकारियों को किया सस्पेंड


 लखनऊ योगी सरकार ने प्रयागराज के सहायक नगर आयुक्‍त, आगरा के बीएसए सहित कई अधिकारियों को किया सस्पेंड


उत्तर प्रदेश लखनऊ योगी आदित्‍यनाथ सरकार 2.0 लगातार ऐक्‍शन में है। सरकार ने नगर विकास विभाग के सात अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की है। 


इनमें प्रयागराज के सहायक नगर आयुक्त राज कुमार गुप्ता (तत्कालीन अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, संभल) को निलंबित कर दिया गया है। गुप्ता पर सम्भल में रहने के दौरान वाहनों के क्रय, पंजीयन में अनियमित भुगतान का आरोप है। 


इसके अलावा छह अन्य नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करते हुए उन्हें चार्जशीट दी गयी है।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरों टॉलरेंस की नीति के तहत यह कार्रवाई अपर मुख्य सचिव नगर विकास डा.रजनीश दुबे ने की है। इन अफसरों पर वित्तीय अनियमितता बरतने, विकास कार्यों में लापरवाही बरतने, मानक के विरुद्ध निर्माण कार्य करवाने समेत कई अन्य गंभीर आरोप हैं। विभागीय कार्रवाई की चपेट में आने वाले अफसरों में टाण्डा नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राम पूजन श्रीवास्तव, सम्प्रति अधिशासी अधिकारी शामिल हैं। उन पर अनियमितताओं का आरोप है।



अलीगढ़ की जलाली नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी राज कुमार पर भी बारातशाला में नवीनीकरण में अनियमितता का आरोप है।


 जालौन की नगर पंचायत कदौरा के अधिशासी अधिकारी सुनील कुमार सिंह पर एनजीटी के कामकाज और कान्हा गौशाला प्रबंधन में लापरवाही बरतने का आरोप है।


 बरेली जिले की नगर पंचायत धौर टाण्डा के अधिशासी अधिकारी देवेन्द्र प्रताप गौतम पर निर्माण कार्यों में खराब गुणवत्ता की शिकायत है। 



हमीरपुर की गोहान नगर पालिका परिषद की अधिकारी दीपालिका यादव पर औरैया में कार्यकाल के दौरान अनियमिताओं का आरोप है।



आगरा के बीएसए सतीश कुमार निलम्बित कर दिए गए हैं। उन्होंने हमीरपुर में तैनाती के दौरान शासन स्तर पर स्थानांतरण, पदस्थापन, सम्बद्धीकरण पर रोक होने के बाद भी नियमविरुद्ध विद्यालय व ब्लॉक परिवर्तन किया। अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों के लिए जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया लेकिन सतीश कुमार ने बिना चयन समिति के अनुमोदन के कुछ शिक्षकों का स्कूल या ब्लॉक बदल दिया। उन्होंने नियम विरुद्ध किए गए तबादले को डिस्पैच रजिस्टर में भी नहीं अंकित किया। प्रारम्भिक जांच में सतीश कुमार ने न तो सहयोग किया और न ही कोई अभिलेख उपलब्ध कराएं।



ओवर रेटिंग में लापरवाह बस्ती के आबकारी निरीक्षक निलंबित

शराब और बीयर की दुकानों पर अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिक दाम वसूल किए जाने की शिकायतों पर कार्रवाई न करने पर बस्ती जिले के एक आबकारी निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। आबकारी आयुक्त सेंथिल पाण्डियन सी ने यह कार्रवाई की है। विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार बस्ती ओवर रेटिंग की शिकायत प्राप्त होने पर अन्य जिलों से टीमें भेज कर जांच कराई गई। जांच में दो दुकानों पर ओवर रेट पाये जाने पर क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक संजय कुमार को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही शुरू की गई है।

वाराणसी हिंदी लिखने नहीं आती पास कर ली दरोगा की परीक्षा वर्दी पहनने से पहले ही अभ्यर्थी गया जेल


 वाराणसी हिंदी लिखने नहीं आती पास कर ली दरोगा की परीक्षा



वर्दी पहनने से पहले ही अभ्यर्थी गया जेल



उत्तर प्रदेश वाराणसी दस्तावेज सत्यापन व शारीरिक परीक्षण के समय गिरफ्तार यूपी दारोगा भर्ती परीक्षा में साल्वर की मदद से पास अभ्यर्थी सेनपाल सिन्हा को कैंट पुलिस ने धोखाधड़ी समेत विभिन्न आरोपों में मुकदमा दर्ज कर शुक्रवार को जेल भेज दिया।



 इस दौरान अभ्यर्थी के साथ मौजूद साल्वर मामला पकड़ में आने पर फरार हो गया। दारोगा बनने आया अभ्यर्थी अपना पूरा नाम भी शपथ पत्र पर सही नहीं लिख सका। जांच में सामने आया कि अभ्यर्थी की जगह पर साल्वर ने पेपर हल किया था। इसके बदले उसे 80 हजार रुपये दिए गए थे। आरोपित अभ्यर्थी से गुरुवार की देर रात तक कैंट पुलिस ने पूछताछ की।

नवंबर से दिसंबर 2021 तक कमिश्नरेट व ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न केंद्रों पर हुए यूपी एसआइ भर्ती परीक्षा के पास अभ्यर्थियों का पुलिस लाइन में दस्तावेज सत्यापन और शारीरिक दक्षता परीक्षण हो रहा है।



इस दौरान संत कबीरनगर के धनघटा थानांतर्गत बारीहडीह निवासी सेनपाल सिन्हा पर पुलिसकर्मियों को शक हुआ। बायोमैट्रिक में उसका फिंगर प्रिंट मैच नहीं किया और दस्तावेज सत्यापन के दौरान शपथ पत्र पर वह अपना नाम ठीक से नहीं लिख सका। पुलिस के अनुसार स्नातक द्वितीय वर्ष का शपथ पत्र प्रस्तुत न कर पाने पर उससे शपथ-पत्र लिखने को कहा गया। शपथ-पत्र लिखने के दौरान त्रुटियां मिलीं। इसके निराकरण के लिए अधिकारियों ने कुछ लिखने के लिए कहा। लिखने के दौरान ही आशंका हुई। पूछताछ में पता चला कि उसकी जगह किसी और ने परीक्षा दी थी।



इसी बीच कैंट एसीपी राम लखन सिंह यादव और कैंट इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह ने अभ्यर्थी से रात तक पूछताछ की। पुलिस के अनुसार यह ताज्जुब वाली बात है कि जिस अभ्यर्थी को अपना नाम सही ढंग से लिखना नहीं आता है उसने कैसे दारोगा भर्ती की परीक्षा पास की। पूछताछ में सेनपाल ने पुलिस को बताया कि दारोगा भर्ती की परीक्षा उसने साल्वर बिहार पटना निवासी सोनू से दिलवाया था, इसके एवज में सोनू ने 80 हजार रुपये लिए थे। उससे पूछताछ में पुलिस को कुछ नाम पुलिस के सामने आए हैं।

इसमें एक नाम संदीप है। साल्वर गिरोह के बारे में अधिक जानकारियां जुटाई जा रही है। वहीं पुलिस की दो टीमें जल्द ही पटना भेजी जाएंगी। 



वहीं, संत कबीरनगर पुलिस से भी संपर्क साधा गया, सेनपाल के बारे में और जानकारियां भी जुटाई जा रही हैं। भर्ती परीक्षा कराने वाली एजेंसी एनएसईआइटी लिमिटेड के एडमिनिस्ट्रेटर हिमांशु गुप्ता की तहरीर पर कैंट पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर सेनपाल को गिरफ्तार कर लिया। सोनू के बारे मे पुलिस पता लगा रही है।

सहारनपुर पूर्व एमएलसी समेत तीन लोगों से वसूले जाएंगे 50-50 करोड़ एनजीटी ने जारी किया नोटिस


 सहारनपुर पूर्व एमएलसी समेत तीन लोगों से वसूले जाएंगे 50-50 करोड़



एनजीटी ने जारी किया नोटिस



उत्तर प्रदेश सहारनपुर एनजीटी के आदेश पर क्षेत्रीय प्रदूषण विभाग ने पूर्व एमएलसी महमूद अली समेत तीन लोगों से 50-50 करोड़ रुपये वसूलने का नोटिस जारी किया है।


 यह नोटिस यूपी और हरियाणा की सीमा में खनन के दौरान पयार्वरण को नुकसान पहुंचाने पर दिया गया है।


क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी डॉ. डीसी पांडेय ने बताया कि अवैध खनन कर हरियाणा और यूपी की सीमा में पयार्वरण को नुकसान पहुंचाने के आरोप में सुप्रीम कोर्ट मे सुनवाई हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने 16 जुलाई 2019 को पूर्व एमएलसी महमूद अली, अमित जैन और मोहम्मद इनाम से 50-50 करोड़ रुपये पेनल्टी लगाई थी। साथ ही प्रदूषण विभाग को जुमार्ने की राशि वसूलने के निर्देश दिए थे, लेकिन धन को वसूला नहीं जा सका।



इस मामले में बीते दिनों सेव इंडिया सोसाइटी के सचिव रणवीर सिंह ने एनजीटी का रुख किया। कहा कि अदालत द्वारा तय जुमार्ना नहीं वसूला जा सका है। इस पर एनजीटी ने दस मार्च 2022 को एक बार फिर आदेश दिया है। प्रदूषण विभाग को आदेश दिया है कि पूर्व एमएलसी समेत तीनों लोगों से 50-50 करोड़ रुपये वसूल करें।



 प्रत्येक व्यक्ति से वसूले जाने वाले 50-50 करोड़ में से 25-25 करोड़ रुपये हरियाणा और यूपी सरकार को दिए जाएं।

उसमें से भी साढ़े 12-12 करोड़ रुपए दोनों राज्यों के पयार्वरण विभाग और खनन विभाग को दिए जाएं। साथ ही कहा कि वसूली गई रकम से पयार्वरण में सुधार करने के लिए कदम उठाए जाएं।



 क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी डा. डीसी पांडेय ने बताया कि पूर्व एमएलसी महमूद अली, अमित जैन और मोहम्मद इनाम को एनजीटी के आदेश के क्रम में नोटिस जारी किया है। कहा है कि वह जल्द से जल्द 50-50 करोड़ रुपये जमा कराएं।