Tuesday 7 November 2023

वाराणसी/प्रयागराज आकांक्षा दुबे संदिग्ध मौत मामले में हुई सुनवाई हाईकोर्ट ने आरोपी समर सिंह को लेकर दिया यह आदेश


 वाराणसी/प्रयागराज आकांक्षा दुबे संदिग्ध मौत मामले में हुई सुनवाई



हाईकोर्ट ने आरोपी समर सिंह को लेकर दिया यह आदेश



वाराणसी/प्रयागराज भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे की संदिग्ध मौत मामले में बडा अपडेट आया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरोपी समर सिंह की जमानत अर्जी को मंजूर कर ली है। अदालत ने आरोपी सिंगर समर सिंह को जमानत दे दी है। जमानत अर्जी मंजूर करते हुए रिहा करने का आदेश दिया है। बता दें कि आकांक्षा दुबे का शव वाराणसी के सारनाथ इलाके के एक होटल में 26 मार्च को संदिग्ध हालत में मिला था। 


आकांक्षा दुबे के परिवार वालों ने सिंगर समर सिंह पर खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। पुलिस ने जांच के बाद समर सिंह और संजय सिंह के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। बता दें कि समर सिंह के अधिवक्ता ने उक्त मामले में जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी जिसको मंजूर करते हुए आज समर सिंह को जमानत पर रिहा करने का कोर्ट ने आदेश दे दिया

मेरठ इंसाफ मांगती लाशें, कत्ल कर जलाया तो कहीं टुकड़ों में फेंका 756 शवों की नहीं हुई पहचान, खुले घूम रहे कातिल


 मेरठ इंसाफ मांगती लाशें, कत्ल कर जलाया तो कहीं टुकड़ों में फेंका


756 शवों की नहीं हुई पहचान, खुले घूम रहे कातिल




 उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में पांच साल से 756 लाशें अपनी पहचान मांग रहीं हैं। इनमें बहुत सी ऐसी हैं, जिनको कत्ल करके टुकड़ों में काटकर फेंक दिया गया। इनकी पहचान नहीं होने से इनके कातिल खुलेआम घूम रहे हैं। कुछ बेनाम लाशें ऐसी भी हैं, जिनकी पहचान तो हो गई लेकिन पुलिस के रिकॉर्ड में वह अपडेट नहीं हो पाई हैं।


मिली जानकारी के मुताबिक मेरठ में 2019 से 2023 तक 812 अज्ञात शव बरामद हो चुके हैं। इनमें से 56 की पहचान हो पाई, बाकी के बारे में पुलिस के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है। इस साल की बात करें तो कितनी ही युवतियों की हत्या कर शव फेंक दिए गए, लेकिन उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई। पिछले कई साल से सिर काटकर शव फेंके जा रहे हैं। इस वजह से उनकी पहचान में मुश्किल हो रही है। हाल ही में दौराला में एक युवक का सिर और हाथ कटा शव बरामद हुआ था। छह जुलाई 2022 को लालकुर्ती थानाक्षेत्र के माल रोड स्थित बीआई लाइन डोगरा मंदिर के पास युवती का शव मिला था। सिर काटने के बाद उसका शव फेंका गया था। अब तक शनाख्त नहीं हुई। 12 अगस्त 2021 को माधवपुरम पुलिस चौकी के पास गठरी में महिला का शव नाले में पड़ा मिला था।


26 अक्टूबर 2020 को लिसाड़ी गेट के फातिमा गार्डन कालोनी के निकट स्थित कब्रिस्तान के पास प्लास्टिक की बोरी में युवती का शव 17 टुकड़ों में मिला था। इसे फेंकने वाला सीसीटीवी में भी कैद हुआ, लेकिन पुलिस अब तक शनाख्त तक नहीं करा पाई। इस साल भी कई युवतियों के शव मिल चुके हैं। मेडिकल थाना क्षेत्र में पांच साल में सबसे ज्यादा 303 अज्ञात लाशें बरामद हुईं। पुलिस के रिकॉर्ड में इनमें से सिर्फ एक की ही पहचान हुई है। इसी थाना क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज है।


 एसपी क्राइम अनित कुमार का कहना है कि बहुत से शवों की पहचान बाद में हो जाती है, लेकिन पुलिस के रिकॉर्ड के लिए उसकी सूचना नहीं दी जाती है। इनमें बीमारी से मरने वाले अज्ञात लोग भी शामिल होते हैं। एसपी क्राइम का कहना है कि अज्ञात लाशों की शनाख्त के लिए यूपी पुलिस के पोर्टल के अलावा डीसीआरबी से प्रदेश के सभी थानों में रिकॉर्ड भेजा जाता है, सोशल मीडिया की मदद भी ली जाती है।

आजमगढ़ निजामाबाद फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर मुकेश पाण्डेय गिरफ्तार वाहन चालकों को धमकाकर करता था वसूली


 आजमगढ़ निजामाबाद फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर मुकेश पाण्डेय गिरफ्तार


वाहन चालकों को धमकाकर करता था वसूली



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ निजामाबाद पुलिस ने आज एक फर्जी इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त द्वारा वर्दी पहनकर वाहन चालकों को धमकाकर वसूली की जाती थी।


अजीत यादव पुत्र स्व0 रामचन्दर यादव निवासी जगदीशपुर थाना निजामाबाद जनपद आजमगढ़ के द्वारा थाने में तहरीर दी गई कि वह 06 नवम्बर को अपने ट्रक से गिट्टी लादकर आ रहा था कि समय करीब 4.30 बजे भोर मे मुहम्मदपुर से फरिहा मार्ग पर एक व्यक्ति सड़क पर पुलिस इंस्पेक्टर की वर्दी में गाड़ी को हाथ से रोकने का इशारा किया गाडी रोकने पर उसने डरा धमकाकर जान से मारने की धमकी देने लगा तथा गाली गलौज देते हुए 5000 हजार रूपये की मांग करने लगा, डरवश अजीत ने उक्त फर्जी इंस्पेक्टर को 2000 रूपये दे दिया। उस व्यक्ति के वर्दी के नेम प्लेट पर मुकेश पाण्डेय लिखा था। पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनुराग आर्य द्वारा उपरोक्त घटना के सन्दर्भ में जनपदीय स्वाट टीम व थाने की टीम को तत्काल कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। 


आज 07 नवम्बर को स्वाट टीम प्रभारी निरीक्षक नन्द कुमार तिवारी, उपनिरीक्षक श्रीप्रकाश शुक्ला मय हमराह व उप निरीक्षक सौरभ त्रिपाठी अपने हमराहियों के साथ रात्रि में फरिहा चौराहे पर सुरागरसी में लगे थे। इसी दौरान मुखबीर से सूचना मिली कि एक व्यक्ति जो पुलिस इंस्पेक्टर की वर्दी पहने हुए मुकेश पाण्डेय नाम का नेम प्लेट लगाये हुये है फरीदाबाद तिराहे (आजमगढ-शाहगंज मार्ग) पर आने जाने वाले वाहनों आदि को रोककर वाहन चालकों को वर्दी का रौब दिखा कर डरा धमका कर पैसे की वसूली कर रहा है। इस सूचना पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल फरीदाबाद तिराहे (आजमगढ-शाहगंज मार्ग) पर घेराबंदी करके मौके से पुलिस इंस्पेक्टर की वर्दी में मौजूद व्यक्ति से पूछताछ करने पर फर्जी इंस्पेक्टर के रूप पहचान सुनिश्चित कर हिरासत में लिया गया। 


गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ करने पर अपना नाम मुकेश पाण्डेय पुत्र लल्लन पाण्डेय निवासी ग्राम कुसमहरा थाना कप्तानगंज जनपद आजमगढ़ बताया। उसके पास से एक वर्दी जिस पर छः स्टार, उ0प्र0 पुलिस का बैच, एक  पी कैप, एक जोड़ी जूता रंग भूरा, एक परिचय पत्र, दो मो0 फोन  दो हजार रूपये नकद बरामद हुआ है।

आजमगढ़ फूलपुर फोन कर बुलाया और मार दी गोली मौके पर आला अधिकारी सहित फोर्स तैनात


 आजमगढ़ फूलपुर फोन कर बुलाया और मार दी गोली



मौके पर आला अधिकारी सहित फोर्स तैनात



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के सदरपुर बरौली निवासी बेलाल उम्र 24 वर्ष पुत्र मुस्तकीम की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि समय करीब 8.30 बजे फूलपुर थाना क्षेत्र के सदरपुर बरौली निवासी बेलाल को कुछ जानने वालों द्वारा फोन कर बुलाया गया और उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी। मृतक के ऊपर 2019-2023 के मध्य गोकशी और दो गैंगेस्टर एक्ट के मामले दर्ज हैं। इसी वर्ष 19 मार्च को उसकी हिस्ट्रीशीट खोली गयी है।


 घटना को देखते हुए मौके पर एडिशनल एसपी आरए, एसपी ट्रैफिक, सीओ लालगंज, एसओजी टीम व मौके की थाना पुलिस मौजूद है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि घटना के समय मृतक गांव के बाहर ट्यूबवेल पर मौजूद था।