Tuesday, 14 February 2023

कानपुर देहात चिल्लाती रहीं मां-बेटी, सामने आया अग्निकांड का दिल दहलाने वाला वीडियो निलंबित करने के बाद एसडीएम को लिया गया हिरासत में


 कानपुर देहात चिल्लाती रहीं मां-बेटी, सामने आया अग्निकांड का दिल दहलाने वाला वीडियो


निलंबित करने के बाद एसडीएम को लिया गया हिरासत में



उत्तर प्रदेश में सोमवार को मौत का बुलडोजर गरजा। कानपुर देहात के मैथा तहसील की मड़ौली पंचायत के चाहला गांव में ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम पर मां-बेटी की हत्या का दाग लग गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में मां-बेटी चिल्लाते हुए दिखाई दे रही हैं। वह कह रही है कि इन लोगों ने आग लगा दी। कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान जिंदा जल मरीं मां-बेटी की मौत मामले को लेकर योगी सरकार गंभीर हो गई है। एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद को निलंबित करने के बाद हिरासत में ले लिया गया है। एसडीएम से पुलिस पूछताछ कर रही है। लेखपाल को भी हिरासत में लेने की बात कही जा रही है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। प्रारंभिक जांच में एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद और लेखपाल अशोक सिंह को दोषी मानते हुए सस्पेंड किया गया है।


दरअसल, सोमवार को कानपुर देहात के मैथा तहसील की मड़ौली पंचायत के चाहला गांव में ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम पहुंची थी। इस दौरान झोपड़ी के भीतर मां-बेटी जिंदा जल गए। दोनों को बचाने के प्रयास में गृहस्वामी और रुरा इंस्पेक्टर भी झुलस गए। आक्रोशित लोगों ने आग लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। लेखपाल पर कुल्हाड़ी से हमला कर घायल कर दिया। अफसरों की टीम को दौड़ा लिया। भीड़ का गुस्सा देख टीम के अन्य लोग भाग खड़े हुए।


 बाद में गुस्साए लोगों ने एसडीएम, रुरा इंस्पेक्टर, तहसीलदार व लेखपाल समेत गांव के 10 लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज किए जाने की मांग करते हुए शवों को नहीं उठने दिया। देर रात तक मंडलायुक्त और आईजी, डीएम लोगों को समझाया, लेकिन परिजन नहीं माने। मंगलवार सुबह उच्चाधिकारी फिर से परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।


 परिजन पांच करोड़, सरकारी नौकरी और दोनो बेटों के लिए आवास की मांग पर अड़े हैं। जिम्मेदार अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जेसीबी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है। अतिक्रमण हटाने के दौरान का आया वीडियो देखकर लोगों का दिल दहल रहा है।


 वहीं, घटना का एक वीडियो सोमवार शाम को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें पूरा सच नजर आ रहा है। इस वीडियो में प्रमिला और उसकी बेटी शिवा जलती हुई झोपड़ी के अंदर सही सलामत मौजूद दिख रही है। जबकि, गेट के बाहर पुलिस प्रशासन दल-बल के साथ खड़ा नजर आ रहा है। जैसे ही झोपड़ी पर बुलडोजर चलाना शुरू होता है तो प्रमिला बाहर से चिल्लाते हुए झोपड़ी के अंदर आते दिखी। इसके बाद जान देने की बात कहते हुए उसने अंदर से गेट बंद कर लिया। यह देखकर कुछ महिला सिपाही गेट के पास पहुंचीं और धक्का मारकर गेट खोल दिया। गेट खुलते ही अंदर रही प्रमिला चिल्लाते हुए सुनाई दे रही है कि इन लोगों ने आग लगा दी....।

आजमगढ़ मेहनगर हौसला बुलन्द नायाब तहसीलदार की गुंडई आई सामने अपने गुंडई के बल पर जबरदस्ती भूमधरी अराजी पर फेकवाया रास्ता


 आजमगढ़ मेहनगर हौसला बुलन्द नायाब तहसीलदार की गुंडई आई सामने 


अपने गुंडई के बल पर जबरदस्ती भूमधरी अराजी पर फेकवाया रास्ता 


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद के मेहनगर तहसील क्षेत्र के ग्राम इँब्राहिमपुर निवासिनी मंजू चौहान पत्नी जियालाल चौहान ने आरोप लगाया की मेरे भूमधरी अराजी मे नायाब तहसीलदार मेहनगर व क्षेत्रीय लेखपाल अपनी गुंडई के बल पर पुलिस फोर्स के साथ मेरे भूमधरी अराजी मे लगे आलू की फसल को बर्बाद करते हुए जबरदस्ती रास्ता फेकवा दिए।


साथ ही मंजू चौहान ने बताया की जब मैने पूछा की आप लोग मेरे भूमधरी अराजी मे जबरदस्ती रास्ता क्यो फेकवा रहे हो? तो नायाब तहसीलदार मेहनगर ने धमकी दिए की अगर विरोध करूगी तो तुम्हे जेल भेजवादूंगा कोई मेरा कुछ नही कर पाएगा मै चाहे भूमधरी मे रास्ता फेकवाऊ चाहे जहाँ मर्जी रास्ता फेकवाऊ तुम कौन होती हो पूछने वाली।

पीड़िता मंजू चौहान ने बताया की मै हाथ पैर जोड़कर दोहाई करती रही की मेरे भूमधरी अराजी मे आप लोग जबरदस्ती रास्ता मत फेकवाऊ लेकिन नायाब तहसीलदार व क्षेत्रीय लेखपाल अपनी गुंडई के बल पर पुलिस फोर्स के साथ मेरी भूमधरी अराजी मे आलू की फसल को बर्बाद करते हुए जबरदस्ती रास्ता फेकवा दिए।

घटना से आहत होकर पीड़िता मंजू चौहान ने जिलाधिकारी आजमगढ़ को प्रार्थना पत्र दिया है तथा न्याय की गोहार लगाई है




मथुरा पुलिस के सामने पति ने पत्नी को मारी गोली प्रेमी संग गई थी, वापस आने पर ली जान


 मथुरा पुलिस के सामने पति ने पत्नी को मारी गोली


प्रेमी संग गई थी, वापस आने पर ली जान


उत्तर प्रदेश मथुरा के गांव भाहई में आज सुबह पुलिस की मौजूदगी में पति ने अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। गोली माथे पर मारी गई थी। मौके पर ही महिला की मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी फरार हो गया।


 एसएसपी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। गांव भाहई निवासी गंगा सिंह की पत्नी सोनिया (29) आठ महीने अपने प्रेमी के साथ चली गई थी। करीब दो महीने पहले पुलिस ने प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले नौ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार सुबह पति और पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। पत्नी ने 112 पर कॉल कर दिया। पुलिस गांव पहुंच गई। महिला पुलिसकर्मियों से बातचीत कर रही थी।


महिला अपनी शिकायत दर्ज कराए जाने के लिए पुलिस के साथ में चलने लगी। तभी पति ने घर में कपड़े रह जाने की आवाज लगाई। सोनिया घर के अंदर घुसी तो पति ने सोनिया के माथे पर गोली मार दी। उसकी मौके पर मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी पति गंगा सिंह मौके से भाग गया। सूचना मिलते ही एसएसपी शैलेश पांडेय पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। एसपी सिटी एमपी सिंह ने बताया कि वारदात के समय पुलिस घर के बाहर खड़ी हुई थी। महिला और उसके पति के बीच विवाद हुआ था। घर के अंदर पति ने महिला की हत्या की है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए सर्विलांस और एसओजी टीम लगाई गई है।

कानपुर देहात अफसरों के सामने जिंदा जली मां-बेटी गिड़गिड़ता रहा परिवार, रहम न आया गांव के फौजी पर एसओ व लेखपाल से मिलीभगत का आरोप


 कानपुर देहात अफसरों के सामने जिंदा जली मां-बेटी


गिड़गिड़ता रहा परिवार, रहम न आया


गांव के फौजी पर एसओ व लेखपाल से मिलीभगत का आरोप



उत्तर प्रदेश कानपुर देहात के मैथा तहसील की मड़ौली पंचायत के चाहला गांव से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां ग्राम समाज की जमीन से कब्जा हटाने पहुंची पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के सामने ही झोपड़ी के अंदर मां-बेटी जिंदा जल गई। हालांकि दोनों को बचाने के प्रयास में गृहस्वामी व रुरा इंस्पेक्टर झुलस गए।


मां-बेटी की मौत से आक्रोशित लोगों ने हंगामा करते हुए लेखपाल पर कुल्हाड़ी से हमला कर घायल कर दिया। भीड़ का गुस्सा देख टीम के लोग अपने वाहनों को मौके पर छोड़कर भाग गए। इसके बाद आक्रोशितों ने एसडीएम, रुरा इंस्पेक्टर, लेखपाल व तहसीलदार व गांव के 10 लोगों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज किए जाने की मांग करते हुए शवों को नहीं उठने दिया।


दरअसल, डीएम नेहा जैन सोमवार को अपने कार्यालय में जनसुवाई कर रही थीं। उसी दौरान डीएम कार्यालय पहुंचे मड़ौली गांव के कुछ लोगों ने गांव के ही कृष्ण गोपाल दीक्षित उर्फ राघव की ग्राम समाज की भूमि पर कब्जा करने की शिकायत की। डीएम ने शिकायती पत्र पर एसडीएम को मौके पर जाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।


एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद, लेखपाल अशोक के अलावा राजस्व और रुरा इंस्पेक्टर के साथ मौके पर पहुंचे। राजस्व विभाग की टीम बुलडोजर से ग्राम समाज की जमीन से कृष्ण गोपाल का कब्जा हटना शुरू किया। उसी दौरान अचानक वहां रखी कृष्ण गोपाल की झोपड़ी में आग लग गई। उस वक्त घर में मौजूद कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला (54) और बेटी शिवा (22) लपटों के बीच फंस गईं। उन्हें बचाने के प्रयास में कृष्ण गोपाल व रुरा इंस्पेक्टर दिनेश गौतम झुलस गए।


हालांकि इस दौरान कृष्ण गोपाल का कब्जा हटाने राजस्व व पुलिस विभाग के अफसर पहुंचे तो पूरा परिवार गिड़गिड़ाते हुए बोला, साहब टाइम तो आप दे सकते हो, हम गरीब लोगों को सताना चाह रहे हो, बहुत वर्षों से यहां रह रहे हैं। अफसर बोले यह सरकारी जमीन है। गरीब आदमी का ऐसे नहीं सताव जात है यह कहकर कृष्ण गोपाल और उसका परिवार अफसरों के सामने गिड़गिड़ता रहा, लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। अफसर कब्जा हटाते रहे और उनके सामने मां-बेटी जिंदा जल गईं।


पत्नी और बेटी की मौत से दुखी कृष्ण गोपाल ने गांव में रहने वाले एक फौजी पर लेखपाल व एसओ से मिलीभगत कर कब्जा हटाने की कार्रवाई कराने का आरोप लगाया है। कृष्ण गोपाल का कहना है कि मामले की शिकायत व अपने और परिवार पर दर्ज एफआईआर को लेकर एसपी से बात करने गया था। एसपी बात सुनने की बजाय उसे मारने दौड़े और कहा भाग जाओ यहां से। डीएम से मिलने गया था, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो पाई थी। शिवम ने रोते हुए कहा कि एसडीएम, लेखपाल समेत कई अफसर, रुरा इंस्पेक्टर व गांव के कई लोग घटना में शामिल हैं।


 कहा कि वह भी घटना के वक्त मां व बहन के साथ झोपड़ी में सो रहा था। आग लगने पर वह भागकर आ गया। फिर मां व बहन को बचाने के लिए भीतर गया, लेकिन दोनों के शरीर का वजन ज्यादा था। इसलिए उन लोगों को उठाकर बाहर नहीं ला सका और दोनों की मौत हो गई। इस दौरान कब्जा हटाने आए लोग वहां से भाग गए। शिवम ने साजिश में डीएम समेत कई अफसरों के शामिल होने का भी आरोप लगाया है।

आजमगढ़ लोकसभा में बोले निरहुआ मैं पिलर पीड़ित सदस्य, कहा मेरा संसदीय क्षेत्र भी था पिलर पीड़ित आजमगढ़ का विकास पर्यटन की दृष्टि से किए जाने की उठाई मांग


 आजमगढ़ लोकसभा में बोले निरहुआ मैं पिलर पीड़ित सदस्य, 


कहा मेरा संसदीय क्षेत्र भी था पिलर पीड़ित


आजमगढ़ का विकास पर्यटन की दृष्टि से किए जाने की उठाई मांग


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ लोकसभा सदर के भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने लोकसभा में अपनी बात रखते हुए सभापति से कहा मैं पिलर पीड़ित सांसद हूं, मुझे पिलर के पीछे बैठने की जगह मिली है जहां से मैं आपका ध्यान आकर्षित नहीं करा पाता हूं। ठीक उसी तरह मेरा संसदीय क्षेत्र भी पिलर पीड़ित था जिस पर सरकार का ध्यान आकर्षित नहीं हो पा रहा था। 


सांसद निरहुआ ने सभापति से मांग किया कि जिस तरह से काशी विश्वनाथ धाम, जैसे गोरखपुर धाम का विकास पर्यटन की दृष्टि से विकास हुआ, वैसे ही आजमगढ़ में भैरव नाथ धाम है उसका भी विकास पर्यटन की दृष्टि से होना चाहिए, जो नहीं हो पा रहा है। आजमगढ़ की जनता ने पिलर ढाह दिया है ताकि सरकार का ध्यान वहां तक पहुंचे। उन्होंने आजमगढ़ की धर्मस्थलियों का जिक्र करते हुए सभापति से मांग किया कि आजमगढ़ का भी विकास पर्यटन की दृष्टि से किया जाए।