Sunday 9 April 2023

आजमगढ़ कंधरापुर संजीव कुमार राय का डिप्टी एसपी पद पर हुआ चयन


 आजमगढ़ कंधरापुर संजीव कुमार राय का डिप्टी एसपी पद पर हुआ चयन



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कंधरापुर थाना अंतर्गत मंदुरी पंचखोरा गांव निवासी संजीव कुमार राय का डिप्टी एसपी पद पर चयन होने से गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। खबर मिलने के बाद से उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। पूर्व जिला मंत्री आजमगढ़ हरि प्रकाश राय ने उनके घर पहुंचकर बधाई दी।


 स्थानीय लोगों ने बताया कि संजीव कुमार राय बचपन से ही प्रतिभा के धनी थे। इनके बाबा स्व0 सत्यदेव राय ग्राम पंचायत अधिकारी से रिटायर थे। इनके पिता जी कमलेश राय इस समय कानपुर जनपद में पुलिस इंस्पेक्टर के पद पर तैनात हैं। संजीव कुमार राय तीन भाई और एक बहन है। इनको उत्तर प्रदेश में 93 रैंक मिला है और उनका चयन डिप्टी एसपी पद के लिए हुआ है। इनकी प्राथमिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर मंदुरी से हुई थी और हाई स्कूल, इंटरमीडिएट की शिक्षा लखनऊ जनपद से हुई थी। इन्होंने बीटेक की शिक्षा मैकेनिकल ट्रेड से लखनऊ से की थी उसके बाद तैयारी में लगे हुए थे। अपनी इस सफलता का श्रेय उन्होंने अपने मां-बाप और गुरुजनों को दिया है।

देवरिया कांपते हाथों ने दी मुखाग्नि : एक साथ जलीं 4 चिताएं 2 को दफनाया गया तो रो पड़ा पूरा गांव, हर ओर मातम


 देवरिया कांपते हाथों ने दी मुखाग्नि : एक साथ जलीं 4 चिताएं


2 को दफनाया गया तो रो पड़ा पूरा गांव, हर ओर मातम


उत्तर प्रदेश देवरिया जिले के श्रीरामपुर थाना क्षेत्र के बंकुल गांव के झरही नदी के तट पर एक ही परिवार के चार लोगों की चिताएं सजीं और दो मासूमों के शव को दफनाया गया। रोते-बिलखते हुए कांपते हाथों ने मुखाग्नि दी तो मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। पूरी रात गांव में रोने की आवाज सुनाई दे रही थी। अंतिम संस्कार में आसपास के कई गांवों के लोग भी शामिल हुए। शुक्रवार की रात बंकुल गांव निवासी सोनू शाह 32 वर्ष, पत्नी सुजावती देवी, बेटा दिव्यांशु 4 वर्ष, बेटी रूचिका 7 वर्ष, बहन खुशी 13 वर्ष, भाई रवि शाह 18 वर्ष कार से उत्तराखंड के लालकुआं से आ रहे थे। रात में करीब श्रीदतगंज थाना क्षेत्र के गालिबपुर के पास कार किसी वाहन से टकरा गई, जिससे कार में सवार सभी छह लोगों की मौत हो गई।


शनिवार की आधी रात के बाद जब झरही नदी के तट पर सभी की चिता अगल-बगल सजीं। पिता पारस शाह ने जब चार चिताओं को बारी-बारी से मुखाग्नि दी तो मौजूद लोग रो पड़े, वहीं रुचिका और दिव्यांशु के शव को नदी के किनारे ही दफनाया गया। रविवार की सुबह गांव में सन्नाटा पसरा रहा।


 आने-जाने वाले लोगों का तांता लगा रहा। वहीं सलेमपुर के सांसद रविंद्र कुशवाहा, भाटपाररानी एसडीएम संजीव उपाध्याय, सीओ विनय यादव ने परिवार को ढांढस बंधाया।


 रात होने के बावजूद जब एक साथ चार चिताएं जलीं तो आसपास के गांवों के सैकड़ों लोगों की आंखें भी नम हो गईं। वे भी रो पड़े जिनसे मरने वालों का न कोई रिश्ता, न कोई ताल्लुक। आंधी रात के बाद जब चिताएं जल रही थीं तो वहां मौजूद लोग उस समय को कोस रहे थे जब पूरा परिवार एक साथ कार से अपने गांव आने के लिए निकला था। सबकी जुबान पर यही चर्चा थी कि परिवार अगर एक साथ कार से न आता तो इतना बड़ा हादसा न होता।

वाराणसी समर सिंह का बड़ा खुलासा आकांक्षा के बहुत करीब थे मुंबई और वाराणसी के 2 युवक


 वाराणसी समर सिंह का बड़ा खुलासा


आकांक्षा के बहुत करीब थे मुंबई और वाराणसी के 2 युवक


उत्तर प्रदेश वाराणसी भोजपुरी एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे की मौत का मामला लगातार बढ़ता ही जा रहा है। मामले के आरोपी गायक समर सिंह की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। गुरुवार को कमिश्नरेट के सर्विलांस प्रभारी इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय को सूचना मिली कि समर सिंह देहरादून से गाजियाबाद में अपने एक परिचित के फ्लैट में आने वाला है। शुक्रवार को वह देहरादून लौट जाएगा।


सर्विलांस प्रभारी इंस्पेक्टर अंजनी कुमार पांडेय की सूचना के आधार पर आशापुर चौकी प्रभारी अखिलेश वर्मा, दरोगा अजय यादव और हेड कांस्टेबल रामबाबू, रामानंद यादव व दिवाकर वत्स की टीम ने समर को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में समर सिंह ने कई खुलासे किए। अपने बयान में समर सिंह ने वाराणसी और मुंबई के दो युवाओं का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों ही आकांक्षा के बहुत करीब थे। समर सिंह के इस बयान के बाद मामला और पेचीदा होता जा रहा है।


पुलिस से समर सिंह ने कहा कि हम और आकांक्षा बहुत करीब थे, यह अफवाह है। हमने कई भोजपुरी गाने साथ किए थे और उन्हें दर्शकों का बहुत प्यार मिला।


 कैमरे के सामने हमारी जोड़ी अच्छी लगती थी, लेकिन उसका वास्तविक जीवन से कोई खास सरोकार नहीं था। हमसे ज्यादा वाराणसी और मुंबई निवासी दो युवक आकांक्षा के बहुत करीब थे। उनकी नियमित बातचीत भी आकांक्षा से होती थी। आकांक्षा के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल कर पुलिस पता लगा सकती है कि उनकी हमसे और अन्य लोगों से कितनी बातचीत होती थी।

आगरा बहन के इश्क में खुद को मारी गोली घर के सामने पहुंचा, तमंचा निकाला, कर लिया शूट


 आगरा बहन के इश्क में खुद को मारी गोली



घर के सामने पहुंचा, तमंचा निकाला, कर लिया शूट


उत्तर प्रदेश के आगरा के एक सिरफिरे ने मौसी की बेटी के इश्क में खुद को तमंचे से गोली मार ली। वह मथुरा जिले के नौहझील कस्बा अपनी मौसी के घर के बाहर सुसाइड किया। पुलिस ने गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में उसे आगरा के एसएन हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। पुलिस ने तमंचा रखने के मामले में केस दर्ज कराया है। सिरफिरे पर आगरा जिले में पहले ही हत्या आदि के छह मामले दर्ज हैं।


शमसाबाद थाना क्षेत्र के धर्मजीत गढ़ी निवासी हरेंद्र नट अपनी मौसी के घर पहुंचा। शनिवार को उसने घर के बाहर कंधे से नीचे गोली मारकर जान देने की कोशिश की। खून से लथपथ युवक को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया। थाना प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि हरेंद्र नट सिरफिरा और अपराधी प्रवृत्ति का है।


बताया कि दूसरी मौसी की बेटी से इसके संबंध रहे हैं। वह पांच महीने इसके साथ रही। पिछले डेढ़ महीने पहले अपने गांव लौट आई। तीन दिन पहले कस्बा नौहझील मौसी के घर आई थी। हरेंद्र को यह पता चला तो वह मौसी के घर पहुंच गया। वहां दूसरी मौसी की बेटी से मिलने की जिद करने लगा। बात नहीं बनने पर उसने तमंचे से गोली मारकर जान देने की कोशिश की।


बताया कि हरेंद्र पर आगरा जिले के थाना शमसाबाद और फतेहाबाद में हत्या आदि के करीब छह मामले दर्ज हैं। तमंचा बरामदगी पर थाना नौहझील के एसआई विनोद यादव ने अब केस दर्ज कराया है। युवक के मौसेरे भाई हरेंद्र के खुद को गोली मारने की तहरीर दी है। हरेंद्र आगरा से वांछित चल रहा है।


प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हरेंद्र कस्बा नौहझील में तीन-चार दिन से तमंचा लगाकर घूम रहा था। कुछ युवकों ने उसे तमंचा न रखने की सलाह भी दी थी। मौसेरे भाई ने हरेंद्र के तमंचा लेकर घूमने की सूचना 112 नंबर पुलिस को दी। मगर पुलिस ने इसे तत्परता से नहीं लिया, जिससे यह घटना हुई।

वाराणसी आकांक्षा का आखिरी कॉल...और कुछ सेंकेंड की बात मरने से पहले आकांक्षा से समर सिंह की हुई थी बात


 वाराणसी आकांक्षा का आखिरी कॉल...और कुछ सेंकेंड की बात


मरने से पहले आकांक्षा से समर सिंह की हुई थी बात



उत्तर प्रदेश वाराणसी भोजपुरी एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे मौत मामले में एक के बाद एक कई खुलासे हो रहे हैं। आरोपी भोजपुरी गायक समर सिंह की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। पुलिस पूरी कोशिश में लगी है कि सच सामने आए लेकिन सवाल वही कि अगर ये आत्महत्या का मामला है तो आकांक्षा दुबे ने ऐसा कदम क्यों उठाया। आकांक्षा एक उभरती कलाकार थीं। इंस्टाग्राम पर उनके 19 लाख फॉलोअर थे। फिर भी ऐसी क्या परेशानी थी कि उन्हें ये कदम उठाना पड़ा?


आकांक्षा दुबे को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोपी गायक समर सिंह शनिवार की शाम भारी गहमागहमी के बीच रिमांड मजिस्ट्रेट तृप्ति सिंह की अदालत में पेश किया गया। समर सिंह से शनिवार को लगभग सात घंटे की पूछताछ की। इसके बाद ही उसे रिमांड मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया।


पुलिस लाइन में हुई पूछताछ में समर सिंह ने कई बातें पुलिस को बताई। उसने बताया कि '25 मार्च की शाम को आकांक्षा दुबे ने उसे आखिरी कॉल किया था। वो भी कुछ सेकेंड तक ही बात हुई थी जिसमें कामकाज को लेकर ही बात हुई थी।


समर के मोबाइल को फोरेंसिक लैब में भेज कर चेक कराया जाएगा कि आकांक्षा से संबंधित कोई महत्वपूर्ण डेटा या चैट उसने डिलीट तो नहीं कर दिया है।

लखनऊ दुराचार का आरोपी सिपाही गिरफ्तार मुकदमा दर्ज होने के बाद चल रहा था फरार


 लखनऊ दुराचार का आरोपी सिपाही गिरफ्तार


मुकदमा दर्ज होने के बाद चल रहा था फरार


लखनऊ, नोएडा की शोध छात्रा के साथ दुराचार करने के आरोप में निलंबित हुए विभूतिखंड कोतवाली के सिपाही विवेक सिंह को शनिवार रात अवध बस स्टेशन से गिरफ्तार किया गया। आरोपी के खिलाफ 26 मार्च को पीड़िता ने विभूतिखंड कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी। सिपाही ने शादी का झांसा देते हुए यौन शोषण किया था।


इंस्पेक्टर राम सिंह ने बताया कि मथुरा निवासी विवेक सिंह कोतवाली में सिपाही के पद पर तैनात था। 26 मार्च को नोएडा निवासी युवती ने विभूतिखंड कोतवाली में आरोपी विवेक के खिलाफ तहरीर दी थी। आरोप था कि वर्ष 2016 में सिपाही ने शादी का प्रस्ताव रखा था। युवती के हामी भरने के बाद आरोपी उसका यौन शोषण करने लगा। सिपाही ने युवती की आपत्तिजनक हालत में कई फोटो बना ली थी। जिन्हें वायरल करने की धमकी दे रहा था। इंस्पेक्टर के मुताबिक दिसंबर 2022 में सिपाही विवेक सिंह ने शादी कर ली थी। इस बात पर पीड़िता ने विरोध किया था। जिसके चलते विवेक ने आपत्तिजनक वीडियो और फोटो युवती के परिचितों को भेजी थी। सिपाही विवेक सिंह से परेशान युवती ने डीसीपी पूर्वी हृदयेश कुमार से मुलाकात कर उन्हें घटना की जानकारी दी। जिसके बाद सिपाही को निलंबित करने के साथ ही विभूतिखंड कोतवाली में दुराचार, ब्लैकमेलिंग और आईटी एक्ट की धारा में मुकदमा लिखा गया था। एफआईआर दर्ज होने के बाद से विवेक फरार था। शनिवार को उसकी लोकेशन अवध बस स्टैण्ड पर मिली। जहां से सिपाही को गिरफ्तार किया गया।

गाजीपुर बिना अनुमति ट्रक पकड़ने के मामले में दरोगा समेत 6 पुलिसकर्मी निलंबित डीआईजी तक पहुंची थी बात


 गाजीपुर बिना अनुमति ट्रक पकड़ने के मामले में दरोगा समेत 6 पुलिसकर्मी निलंबित



डीआईजी तक पहुंची थी बात


उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के सुहवल थानाध्यक्ष समेत छह पुलिसकर्मियों को बिना अनुमति के पड़ोसी जनपद चंदौली जाकर मछली लदा ट्रक पकड़ने के मामले में शनिवार को निलंबित कर दिया गया। पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने तत्काल प्रभाव से सभी को पुलिस लाइन रवानगी का आदेश जारी कर दिया। सुहवल थाना आए दिन चर्चा का विषय बना रहता है। गुरुवार को थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिसकर्मी मछली लदे ट्रक को पकड़ने निजी वाहन से सादे वेश में चंदौली गए थे, लेकिन ट्रक का लोकेशन नहीं मिल सका, इसके बाद वापस थाने आ गए।


इसके अगले दिन शुक्रवार को तीन निजी वाहनों में उपनिरीक्षक रामबाबू सिंह, दीवान देवेंद्र यादव, कांस्टेबल शुभम यादव, शिवकुमार और मनोज के साथ गए। जहां उन्होंने ट्रक को हाईवे से अपने कब्जे में लेकर सुहवल के लिए निकल पड़े। ट्रक को वाराणसी की ओर जाना था, लेकिन पुलिसकर्मियों ने जैसे ही सैयदराजा की ओर मोड़ा, इसकी लोकेशन ट्रक के मालिक को मिल गई। उसने ट्रक लूट की आशंका के मद्देनजर अपने वाहन से उसका पीछा शुरू कर दिया। सैयदराजा थाना के पास घेरकर हो हल्ला मचाना शुरू कर दिया। इसके बाद मौके पर चंदौली पुलिस पहुंच गई। ट्रक मालिक ने इसकी पूरी जानकारी आईजी, डीआईजी को फोन से दे दी। मामला बढ़ता देख थानाध्यक्ष अपने पुलिस कर्मियों के साथ ट्रक को लेकर सुहवल थाने किसी तरह आए। जहां पीछे से ट्रक मालिक भी पहुंच गया।


पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीर को देख तत्काल प्रभाव से थानाध्यक्ष वागीश विक्रम सिंह, एक उपनिरीक्षक, एक दीवान व तीन कांस्टेबल को निलंबित कर दिया। इस संबंध में ग्रामीण पुलिस अधीक्षक बलवंत चौधरी ने बताया कि बिना अनुमति के गैर जनपद जाने पर पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।