आजमगढ़ एक साथ जलीं एक ही परिवार की पांच चिताएं
देवी दर्शन जाते समय कार दुर्घटना के दौरान हुआ था हादसा
जीवन और मौत के बीच जूझ रही परिवार की एक और सदस्य
उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जिला मुख्यालय से सटे एकरामपुर गांव निवासी एक परिवार पर कुदरत ने कहर बरपा दिया। बीती रात हुई मार्ग दुर्घटना में एक मासूम सहित कुल छः लोगों की मौत हो गयी। जिसमें एकरामपुर के एक ही परिवार के पांच सदस्य शामिल हैं। पोस्टमार्टम होने के बाद मृतकों के शव को परिजनों से मिलाने के लिए घर ले जाया गया। मृतकों के शव के घर पहुंचते ही परिजनों की चीख पुकार से वहां मौजूद हर लोगों की आंखों में आंसू भर आये। हर किसी की जुबान से यह बात निकल रही थी कि देवी दर्शन को जा रहे इस परिवार पर ईश्वर ने कहर ढा दिया।
मृतकों के शव को राजघाट पर दाह संस्कार किया गया। दो चिताओं पर दो-दो लाशों का अन्तिम संस्कार किया गया, 3 वर्षीय मासूम बच्ची के शव को राजघाट पर ही नदी के किनारे दफना दिया गया। इस मार्मिक दृश्य से मौके पर मौजूद लोगों का कलेजा भर आया।
इस दौरान समाजवादी पार्टी के विधायक दुर्गा प्रसाद यादव मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए उनके साथ मौजूद रहें। सदर सांसद दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ ने सोशल मीडिया के माध्यम से घटना पर दुःख प्रकट करते हुए परिजनों को सान्त्वना व्यक्त किया है।
बताते चलें कि बरदह क्षेत्र के भगवानपुर नहर के पास शनिवार को तेज रफ्तार बाइक और अर्टिगा कार से टक्कर में अब तक छः लोगों की मौत हो चुकी है।
मृतकों में पिंटू यादव (22) पुत्र लक्ष्मी, शिवप्रकाश (30) पुत्र लल्ला, अनोखी (3) पुत्री श्रीप्रकाश, मीना यादव (35) पत्नी शिव प्रकाश यादव, अपुन (17) सभी निवासी एकरामपुर (एक ही परिवार के सदस्य थे) तथा सुशील कुमार उर्फ बिट्टू (29) मिर्जा जगदीशपुर शामिल हैं, जबकि घायल सरिता यादव (20) निवासी एकरामपुर तथा चालक हरेन्द्र यादव उर्फ नखड़ू इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है।
बता दें कि ये सभी कार में सवार होकर विंध्याचल माता का दर्शन करने जा रहे थे। बड़े भाई को भी दर्शन के लिए ले जाना चाह रहे थे पर भाई ने मना कर दिया। ऐसे में परिवार में अब सिर्फ मां और बड़े भाई का परिवार है, जिसमें एक बेटा और दो बेटी हैं। चचेरे भाई उमेश यादव ने बताया कि घर के लोगों ने माता के यहां दर्शन करने की मन्नत मांगी थी। मन्नत पूरी होने पर सभी लोग पूजा के लिए विन्ध्यांचल जा रहे थे।