वाराणसी महिला अधिवक्ताओं का थाने में जमकर हंगामा, किया घेराव
युवती को हिरासत में लिए जाने पर बीती रात 4 घंटे तक चला बवाल
डीसीपी ने थानाध्यक्ष सहित सिपाहियों पर दर्ज कराया मुकदमा
वाराणसी हत्या के प्रयास व अन्य आरोपों में वांछित के परिवार की युवती को हिरासत में रखने पर बृहस्पतिवार रात भेलूपुर पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच जमकर नोकझोंक हुई। पुलिस पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए महिला अधिवक्ताओं ने थाने का घेराव किया और नारेबाजी की। मिली जानकारी के अनुसार करीब चार घंटे तक बवाल के बाद डीसीपी काशी आरएस गौतम ने निष्पक्ष जांच के लिए महिला अधिवक्ता की तहरीर पर भेलूपुर इंस्पेक्टर रमाकांत दुबे और अज्ञात पुलिसकर्मियों पर दुर्व्यवहार के आरोप में दशाश्वमेध थाने में मुकदमा दर्ज करवाया। इसके बाद हंगामा कर रहे अधिवक्ता और परिजन शांत हुए।
फरार चल रहे जज कॉलोनी महमूरगंज निवासी मनोज सिंह और उसके बेटे सृजन सिंह की गिरफ्तारी में जुटी पुलिस ने सुबह मनोज सिंह के परिवार की एक युवती को हिरासत में ले लिया। सूचना मिलने पर महिला अधिवक्ता, परिजन और कई लोग थाने पर पहुंचकर हंगामा करने लगे। मामला इतना बढ़ गया कि प्रभारी निरीक्षक, एसीपी भेलूपुर से करीब चार घंटे तक वाक युद्ध चलता रहा। इस दौरान थाने पर जमा लोग नारेबाजी करते रहे।
हत्या के प्रयास समेत अन्य आरोपों में वांछित के परिजन को हिरासत में रखने पर भेलूपुर पुलिस और अधिवक्ताओं के बीच बृहस्पतिवार की रात जमकर नोकझोंक हुई। मामला इतना बढ़ गया कि दोनों तरफ से गाली-गलौच तक हुई। चार घंटे तक भेलूपुर थाना हंगामा करने वालों के कब्जे में रहा। इस दौरान प्रभारी निरीक्षक से लेकर एडीसीपी तक मामले को संभाल नहीं पाए।
अधिवक्ताओं को मनाने में उनके पसीने छूट गए। देर रात करीब साढ़े बारह बजे डीसीपी काशी आरएस गौतम ने हंगामा करने वालों की तहरीर पर इंस्पेक्टर भेलूपुर समेत अन्य पुलिसकर्मियों पर दशाश्वमेध थाने में मुकदमा दर्ज करने का आश्वासन दिया, इसके बाद भीड़ थाने से लौट आई। पिछले सोमवार को बनारस रेलवे स्टेशन आरपीएफ बैरक के पास बाइक सवार चांदपुर के रहने वाले आशुतोष तिवारी और उसके दोस्त शारिक को चार पहिया वाहन ने कुचल दिया था। पुरानी रंजिश में बेटे आशुतोष को कुचलकर मारने का आरोप लगाते हुए मां ममता तिवारी ने जज कॉलोनी महमूरगंज निवासी मनोज सिंह और उसके बेटे सृजन सिंह समेत अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था।
दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। सुबह के समय मनोज सिंह के परिवार की एक युवती को पुलिस ने हिरासत में लिया। पुलिस के अनुसार आरोपियों से युवती फोन पर बातचीत करती है। इस आधार पर उसे पूछताछ के लिए उठाया गया। युवती को हिरासत में लिए जाने के बाद पांच युवक और चार महिलाएं भेलूपुर थाने पहुंचीं और पुलिस से युवती को थाने पर बुलवाने की मांग पर अड़ गए। इस बीच ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों से युवक उलझ गए। इस दौरान पुलिसकर्मियों से नोकझोंक शुरू हो गई। हंगामा बढ़ते देख पुलिस ने पांच युवकों को भी हिरासत में लिया। इसके बाद बड़ी संख्या में पुरुष और महिला अधिवक्ता थाने पहुंचे और नारेबाजी शुरू कर दी।
एसीपी भेलूपुर ने मामले को संभालने का प्रयास किया, लेकिन महिला अधिवक्ता संतुष्ट नहीं हुईं। मौके पर आसपास थानों की आधा दर्जन फोर्स भी पहुंच गई। अंत में हिरासत में लिए गए परिजनों को छोड़ने पर अधिवक्ता शांत हुए, मगर वे पुलिस पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़ गए। डीसीपी काशी आरएस गौतम ने बताया कि महिला अधिवक्ताओं की तहरीर पर दशाश्वमेध थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। साथ ही निष्पक्षता के साथ जांच कराने का आश्वासन दिया।