Thursday 3 February 2022

आजमगढ़ सीपू सिंह हत्याकाण्ड में कोर्ट मे बयान देने के लिए पहुचे कुन्टू सिंह


 आजमगढ़ सीपू सिंह हत्याकाण्ड में कोर्ट मे बयान देने के लिए पहुचे कुन्टू सिंह


कासगंज जिला कारागार से भारी सुरक्षा व्यवस्था में लाया गया जनपद न्यायालय आजमगढ़।

 


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद में सगड़ी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू कि वर्ष 2013 में हुई हत्या के मामले में आरोपित किए गए लोगों का न्यायालय में मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान की प्रक्रिया चल रही है।



 इसी क्रम में गुरुवार को सीपू सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपी ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू को प्रदेश की कासगंज जिला कारागार से भारी सुरक्षा व्यवस्था में जनपद न्यायालय लाया गया।

बताते चलें कि वर्ष 2013 की 19 जुलाई की सुबह जीयनपुर कस्बा स्थित अपने आवास पर समर्थकों के साथ बातचीत कर रहे पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू व उनके साथ रहे भरत राय की गोली मारकर हत्या कर दी गई।




 इस घटना के बाद जीयनपुर कस्बा आक्रोश की ज्वाला में भड़क उठा। जनता और पुलिस के बीच घंटों चले गुरिल्ला युद्ध में आगजनी व फायरिंग के दौरान दो अन्य लोगों की मौत हो गई जबकि 14 नागरिक व 11 पुलिसकर्मी जख्मी हुए। 



इस दौरान पुलिस के कई वाहन आग के हवाले कर दिए गए थे। यह घटना उन दिनों जनपद ही नहीं पूरे प्रदेश की सुर्खियां बनी रही। इस मामले में मृतक पक्ष की तहरीर पर 11 लोगों को आरोपित किया गया था। 


जिसमें मुख्य आरोपी जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के छपरा सुल्तानपुर ग्राम निवासी ध्रुव कुमार सिंह कुंटू को बनाया गया। दीवानी न्यायालय के गैंगस्टर कोर्ट में चल रहे इस मामले में अब आरोपियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। 




बुधवार को इस हत्याकांड में आरोपित मृत्युंजय उर्फ विक्की, दिनेश तथा राजेंद्र यादव का बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज कराया गया जब कि गुरुवार को ध्रुव कुमार सिंह कुंटू एवं शिव प्रकाश उर्फ प्रकाश यादव का बयान होना था। 



समयाभाव के चलते ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू का बयान दर्ज नहीं किया जा सका। इसके चलते विद्वान न्यायाधीश ने जनपद से कासगंज की लंबी दूरी को देखते हुए आरोपी कुंटू सिंह को जिला कारागार में ठहरने की अनुमति दी। 



भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ कुंटू को इटौरा स्थित जिला कारागार पहुंचाया गया। अब शुक्रवार को कुंटू सिंह मजिस्ट्रेट के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने पुनः उपस्थित होंगे।

आजमगढ़ कल बंद रहेंगे शहर के विभिन्न रास्ते


 आजमगढ़ कल बंद रहेंगे शहर के विभिन्न रास्ते


शहर में निकलने से पहले जानिए किन रास्तों से होकर गुजरना होगा



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ 4 फरवरी से होने वाले विधान परिषद व विधानसभा निर्वाचन 2022 हेतु नामांकन स्थल कलेक्ट्रेट व तहसील सदर पर शान्ति सुरक्षा व सुगम यातायात व्यवस्था बनाए रखने हेतु निम्न रूट डायवर्जन किया जाना प्रस्तावित हैं।




(1)पंचदेव पेट्रोल पम्प से पुलिस लाइन होते हुए कलेक्ट्रेट जाने वाले लोग अपने वाहन जजी मैदान में पार्क कर पैदल कलेक्ट्रेट तक जायेगे।



(2) रैदोपुर तिराहे से तहसील सदर या कलेक्ट्रेट जाने वाले वाहन अपनी सुविधानुसार जजी मैदान या डी ए वी कॉलेज ग्राउण्ड में वाहन पार्क कर पैदल जायेगे।



 ( 3 )अग्रसेन चौराहा से सिविल लाइन या पुलिस ऑफिस की तरफ जाने वाले वाहन भी अपने सुविधानुसार जजी मैदान या डी ए वी ग्राउंड में पार्क कर पैदल जायेगे। 



( 4 )गांधी तिराहे से पुलिस ऑफिस होते हुए कलेक्ट्रेट या तहसील सदर जाने वाले वाहन डी ए वी कॉलेज में पार्किंग होगी।


 नोट :- नामांकन स्थल तहसील सदर व कलेक्ट्रेट को दृष्टिगत रखते हुए दिनांक 4 फरवरी से नामांकन समाप्ति तक ।




( 1 )गांधी तिराहे से तहसील सदर या कलेक्ट्रेट तक कोई वाहन नही जायेगे। 



( 2 ) अग्रसेन चौराहे से पुलिस ऑफिस या सिविल लाइन की तरफ कोई वाहन नही जायेगे। 



( 3 ) गांधी तिराहे से तहसील सदर या कलेक्ट्रेट की तरफ कोई वाहन नही जाएगा। 



( 4 ) पंचदेव तिराहे (पेट्रोल पम्प ) से कलेक्ट्रेट की तरफ कोई वाहन नही जाएगा।



कलेक्ट्रेट में काम करने वाले अधिकारी /कर्मचारियों व अधिवक्ता गण जिनका पास /पहचान पत्र रहेगा जिनका वाहन अग्रसेन चौराहा से होते हुए कुँवर सिंह उद्यान गेट के सामने से कलेक्ट्रेट के नीचे बने पार्किंग में पार्क होगी।

उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बसपा के टिकट पर चुनाव में ताल ठोकेंगे डा0 पियूष यादव


 उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बसपा के टिकट पर चुनाव में ताल ठोकेंगे डा0 पियूष यादव 


आजमगढ़ जनपद में बदल रही चुनावी गतिविधियों से चर्चाओं के बाजार में सरगर्मी बढ़ती जा रही है। सपा और भाजपा द्वारा जनपद में अपने प्रत्याशी घोषित करने के बाद जनपद की दो सीटें निजामाबाद और फूलपुर-पवई चर्चा की केन्द्र बनी हुई हैं।


जानकारी के अनुसार निजामाबाद की बात करें तो इस सीट पर भाजपा के नेता डा0 पियूष यादव जो चुनाव लड़ने की पुरजोर तैयारी काफी दिनों से कर रहे थे। भाजपा द्वारा निजामाबाद की सीट पर दूसरे प्रत्याशी का नाम घोषित होने के बाद राजनीतिक गतिविधियां परिवर्तित हो गयीं। 




चर्चाओं में डा0 पियूष यादव अब हाथी पर सवार होकर राजनीतिक अखाड़े में दांव लगाने की तैयारी कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर बदलती तस्वीरों और नारों के मद्देनजर राजनीतिक विश्लेषकों ने साफ संकेत कर दिया कि डा0 पियूष यादव बसपा के टिकट पर निजामाबाद की सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।



वहीं जनपद की एकमात्र सीट फूलपुर-पवई जिस पर भाजपा ने 2017 में विजय हासिल की थी। इस सीट पर बाहुबली नेता व पूर्व सांसद रमाकान्त यादव के पुत्र अरूणकांत यादव विधायक चुने गये थे। विदित हो कि 2017 में पूर्व सांसद रमाकान्त यादव भारतीय जनता पार्टी की राजनीति कर रहे थे। 




वर्तमान में वे इस समय सपा के नेता और फूलपुर-पवई सीट के घोषित प्रत्याशी भी हैं। चर्चा जोरों पर है कि इस बार भारतीय जनता पार्टी अपने एकमात्र विधायक अरूणकान्त यादव को फूलपुर-पवई से टिकट नहीं देगी।




 वहीं अरूणकान्त यादव द्वारा एमएलएसी का चुनाव लड़ने के बयान से राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गईं।

बताते चलें कि सपा द्वारा कुल सात सीटें विधानसभा सदर, निजामाबाद, गोपालपुर, अतरौलिया, फूलपुर-पवई, दीदारगंज, लालगंज पर अपने प्रत्याशी घोषित किये गये हैं।



 वहीं भाजपा गठबन्धन द्वारा भी कुल 7 सीटें विधानसभा सदर, निजामाबाद, मेंहनगर, गोपालपुर, अतरौलिया, दीदारगंज, लालगंज पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं।

उत्तर प्रदेश सपा ने गुपचुप तरीके से बदले कई उम्मीदवार।


 उत्तर प्रदेश सपा ने गुपचुप तरीके से बदले कई उम्मीदवार।



घोषित सूची में नाम किसी और का नामांकन किया किसी और ने, कुछ ने तो चुनाव लड़ने से इनकार किया है।




लखनऊ उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी ने ऐन मौके पर गुपचुप तरीके से कई सीटों पर उम्मीदवारों को बदल दिया। 



जानकारी के अनुसार बता दें कि पार्टी की ओर से घोषित सूची में नाम किसी और का है और बाद में नामांकन किसी दूसरे उम्मीदवार ने कर दिया। यह समस्या लगातार बनी हुई है।



 ऐसे में पार्टी के नेता दबी जुबान से यह भी कहने लगे हैं कि पर्चा दाखिल कर देना, पार्टी का उम्मीदवार होने की गारंटी नहीं है। समाजवादी पार्टी अब तक 218 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है। इसमें कई स्थानों पर टिकट बदलने पड़े हैं।


 पार्टी ने अलीगढ़ से सलमान को उम्मीदवार घोषित किया था। बाद में यहां से जफर आलम को उम्मीदवार बना दिया गया। सहारनपुर के देवबंद सीट पर कार्तिकेय राणा और माबिया अली के बीच विवाद रहा।


 यहां कार्तिकेय मैदान में हैं। मांट से सपा ने संजय लाठर और रालोद उम्मीदवार योगेश ने पर्चा भर दिया था। अब संजय लाठर मैदान में हैं।


इसी तरह जालौन जिले की कालपी सीट से पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीराम पाल को पार्टी की पहली सूची में उम्मीदवार घोषित किया गया, लेकिन बाद में उन्हें मना कर दिया गया। यहां से कांग्रेस से आए विनोद चतुर्वेदी ने सपा उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा है।


 कुछ ऐसी ही स्थिति बांदा के नरैनी की भी रही। यहां पार्टी ने दद्दू प्रसाद को उम्मीदवार घोषित किया, लेकिन पर्चा भरा है जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष किरन वर्मा ने। सपा की ओर से जारी सूची में कानपुर के किदवई नगर से ममता तिवारी को उम्मीदवार घोषित किया गया, जबकि पर्चा भरा है अभिमन्यु गुप्ता ने।



 कुछ ऐसी ही स्थिति अन्य सीटों पर भी है। इसी तरह लखनऊ में मोहनलालगंज विधायक अंबरीष पुष्कर ने पर्चा भर दिया। अगले ही दिन उनका टिकट बदल दिया गया। यहां से पूर्व सांसद सुशीला सरोज को उम्मीदवार बनाया गया है। इसी तरह राजधानी की कौंट और मध्य क्षेत्र से भी उम्मीदवारों की घोषणा के बाद पर्चा दाखिल करने से मना कर दिया गया।


समाजवादी पार्टी में कई टिकट के लिए जूझ रहे हैं, तो कई टिकट मिलने के बाद मनचाही सीट नहीं होने की वजह से मना भी कर दे रहे हैं।



 मलिहाबाद से टिकट लेने के बाद पूर्व सांसद सुशीला सरोज ने मना कर दिया था, तो उन्हें मोहनलालगंज से मैदान में उतारा गया है। इसी तरह बुधवार को जारी सूची में मटेरा से मो. रमजान को मैदान में उतारा गया, लेकिन उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए वहां से चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। 


मो. रमजान का कहना है कि मटेरा विधानसभा क्षेत्र में काम नहीं किया है। ऐसे में वहां से चुनाव लड़ने का कोई मतलब नहीं है। नई जगह से टिकट देना था तो पहले बताना चाहिए था।

उत्तर प्रदेश टीईटी के प्रश्नों पर 3 हजार आपत्तियां 25 फरवरी को घोषित होगा परिणाम


 उत्तर प्रदेश  टीईटी के प्रश्नों पर 3 हजार आपत्तियां 25 फरवरी को घोषित होगा परिणाम




प्रयागराज उत्तर प्रदेश टीईटी के प्रश्नों पर तकरीबन तीन हजार आपत्तियां मिली हैं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने एक फरवरी तक वेबसाइट के माध्यम से आपत्तियां आमंत्रित की थी। 



प्राथमिक स्तर की परीक्षा के 54 प्रश्नों जब कि उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के 44 प्रश्नों पर आपत्तियां मिली हैं। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि प्राप्त आपत्तियों पर विषय विशेषज्ञों की समिति गठित कर 21 फरवरी तक निराकरण कराया जाएगा।




 संशोधित उत्तर कुंजी 23 फरवरी तक वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। अंतिम उत्तरकुंजी के आधार पर मूल्यांकन कराते हुए 25 फरवरी तक परिणाम घोषित होगा।



सूत्रों के अनुसार टीईटी के प्रश्नों पर हजारों अभ्यर्थियों ने आपत्तियां की थी। लेकिन तकरीबन 3 हजार ऐसे हैं जिन्होंने फीस जमा करते हुए सारी औपचारिकताएं पूरी की हैं। 




इन्हीं आपत्तियों का संज्ञान लेते हुए विषय विशेषज्ञों से निस्तारण कराया जाएगा। जिन प्रश्नों पर आपत्ति हुई है उनमें से कुछ ऐसे हैं जो 2017 में भी पूछे गए थे। उन प्रश्नों को हाईकोर्ट के आदेश के क्रम में संशोधित कर दिया जाएगा जबकि शेष प्रश्नों पर विशेषज्ञों से मत लेने के बाद उत्तरकुंजी संशोधित करेंगे।