Tuesday 16 April 2024

आजमगढ़ जहानागंज एसकेडी में संपन्न हुआ रामनवमी व नवरात्र महोत्सव, पूजी गयी कन्यायें नवरात्र के नवों दिन विशेष महत्व के होते हैं-विजय बहादुर सिंह, संस्थापक


 आजमगढ़ जहानागंज एसकेडी में संपन्न हुआ रामनवमी व नवरात्र महोत्सव, पूजी गयी कन्यायें



नवरात्र के नवों दिन विशेष महत्व के होते हैं-विजय बहादुर सिंह, संस्थापक



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जहानागंज क्षेत्र के धनहुंआ स्थित एसकेडी विद्या मन्दिर में मंगलवार को नवरात्र महोत्सव मनाया गया। महामाया के आठवें स्वरूप महागौरी की विधिवत पूजा के साथ साथ नवदुर्गा की भव्य झांकी निकाली गयी जो काफी आकर्षक लग रही थी। आगामी रामनवमी पर्व के उपलक्ष्य में भवगान श्रीराम के बालक स्वरूप में सजे बच्चे को देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो जा रहे थे। कार्यक्रम की शुरूआत विद्यालय के संस्थापक विजय बहादुर सिंह द्वारा मां सरस्वती एवं नव देवियों की पूजन अर्चन एवं आरती से हुई। 


इसके पश्चात विद्यालय की बालिकाओं द्वारा मां दुर्गा की स्तुति करते हुए भक्ति संगीत एवं मोहक नृत्य प्रस्तुत किया गया। नवदुर्गा के रूप में सजी दिव्यांशी, आयुषी, आराध्या, परी, अंशिका, आस्था, अदिति आदि बच्चियो का प्रदर्शन देखते ही बन रहा था। आयुषी यादव की प्रस्तुति जय जय हे महिषासुर मर्दिनि लोगों को खुब भाया। अपने वक्तव्य में संस्थापक विजय बहादुर सिंह ने कहा कि नवरात्र के नवों दिन विशेष महत्व के होते हैं। मां के प्रथम स्वरूप शैलपुत्री से लेकर नवें स्वरूप सिद्धिदात्री के पूजन अर्चन का विधान ऐसे समय में बनाया गया है जो दो ऋतुओं का संधिकाल होता है। ऐसे में पूजा उपवास आदि के माध्यम से ब्रह्माण्डीय ऊर्जा को अपने अंदर समाहित किया जाता है। रामनवमी के पावन पर्व पर श्री सिंह ने कहा कि भगवान राम की पूरी जीवन गाथा लोगों के लिए प्रेरणास्रोत है। आज पूरा विश्व प्रभु श्रीराम द्वारा स्थापित आदर्शों को स्वीकार कर रहा है। पूजा अर्चन के पश्चात विद्यालय के अध्यापक/अध्यापिकाओं द्वारा कन्याभोज संपन्न कराया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रधानाचार्य रामजी चौहान, संतोष, दिनेश, रूबी, वर्तिका, रेनू , सुरभि आदि का योगदान सराहनीय रहा।

आजमगढ़ सांसद निरहुआ ने अब अधिवक्ताओं को बताया सपा के गुण्डे दीवानी न्यायालय में विधि प्रकोष्ठ सम्मेलन में शामिल होने गये थे भाजपा सांसद अधिवक्ताओं के विरोध पर सांसद ने दिया अमर्यादित बयान


 आजमगढ़ सांसद निरहुआ ने अब अधिवक्ताओं को बताया सपा के गुण्डे


दीवानी न्यायालय में विधि प्रकोष्ठ सम्मेलन में शामिल होने गये थे भाजपा सांसद


अधिवक्ताओं के विरोध पर सांसद ने दिया अमर्यादित बयान



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव द्वारा फिर एक विवादित बयान सामने आया है। इस बयान में उनके द्वारा दीवानी कचहरी के अधिवक्ताओं को सपा का गुण्डा बताया जा रहा है। सांसद निरहुआ मंगलवार को दीवानी कचहरी में आयोजित विधि प्रकोष्ठ सम्मेलन में शामिल होने गये थे। अधिवक्ताओं से सांसद निरहुआ जब मिलने लगे इसी दौरान उनका विरोध शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि सांसद के आगमन की सूचना को लेकर सुबह ही अधिवक्ताओं की बैठक हुई थी। जिसमें प्रस्ताव पास होने की बात कही जा रही थी।


 ग्रामीण न्यायालय के मुद्दे को लेकर अधिवक्ताओं के आंदोलन में किसी भी राजनीतिक दल ने मौके पर पहुंचकर समर्थन नहीं किया था। इसलिए अधिवक्ता भी न्यायालय परिसर में राजनीतिक दल के नेताओं को अपने प्रचार प्रसार करने का विरोध करने को तय किए हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ जब सांसद निरहुआ न्यायालय परिसर में पहुंचे तभी नारेबाजी शुरू हो गई। किसी प्रकार से सभागार के पिछले गेट से निरहुआ को बाहर निकालने की कोशिश की गई। वहीं न्यायालय अभिभावक संघ में अधिवक्ताओं का जमावड़ा लगा हुआ था। सांसद निरहुआ जब बाहर निकलने लगे, इस दौरान दोनों पक्षों से नारेबाजी शुरू हो गई। गेट तक पहुंचते पहुंचते मारपीट की नौबत आ गई।


 वहीं दूसरी तरफ सांसद निरहुआ ने कहा कि सपाई गुंडे हर जगह मौजूद हैं जब वह गांव में भी प्रचार करने जाते हैं इसी तरह गुंडई करते हैं, दीवानी परिसर में भी कुछ गुंडे रहते हैं, इनको एक बात समझ लेनी चाहिए कि 2019 में एक भाई जीत कर भाग गया, 22 में हार कर भाग गया, 24 में फिर भागेंगे, अगर किसी को विरोध करना है तो वह ईवीएम के बटन को दबाकर विरोध कर सकता है, लेकिन कहते हैं कि जिस गाड़ी पर सपा का झंडा उसमे बैठा सबसे बड़ा गुंडा वही दिख रहा है।