Wednesday 1 June 2022

आजमगढ़ मायावती ने घोषित किया बसपा प्रत्याशी गुड्डू जमाली ने बसपा सुप्रीमों को दी जीत की अग्रिम बधाई


 आजमगढ़ मायावती ने घोषित किया बसपा प्रत्याशी


गुड्डू जमाली ने बसपा सुप्रीमों को दी जीत की अग्रिम बधाई



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बसपा सुप्रीमो एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आज एक बार फिर से सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की नीति के तहत सर्व समाज में काफी लोकप्रिय चेहरा मुबारकपुर आजमगढ़ के पूर्व विधायक एवं बसपा के विधान मण्डल दल के नेता रहे प्रखर समाज सेवी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली लोकसभा आजमगढ़ उप चुनाव का प्रत्याशी घोषित किया है।




शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने बसपा सुप्रीमों को धन्यवाद और आभार व्यक्त करते हुए जीत की अग्रिम शुभकामना दी है।

आजमगढ़ फर्जी एसओजी टीम का खुलासा, 4 गिरफ्तार अपहरण कर फिरौती वसूलने की घटना का सफल अनावरण कब्जे से 4.6 लाख के जेवर, सवा लाख रुपए, स्कार्पियो, बाइक और बंदूक बरामद


 आजमगढ़ फर्जी एसओजी टीम का खुलासा, 4  गिरफ्तार


अपहरण कर फिरौती वसूलने की घटना का सफल अनावरण


कब्जे से 4.6 लाख के जेवर, सवा लाख रुपए, स्कार्पियो, बाइक और बंदूक बरामद



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ अहरौला थाने की पुलिस ने मंगलवार की रात पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से सटे गोसांईपुरा गांव के पास एसओजी टीम का सदस्य बनकर भोले-भाले व संदिग्ध लोगों को पकड़कर उनसे वसूली करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए एक व्यक्ति का अपहरण कर उसके परिवार से लगभग 10 लाख रुपए वसूली की घटना का सफल अनावरण भी किया है। 



पुलिस ने पकड़े गए लोगों के कब्जे से स्कार्पियो वाहन, बाइक, चार लाख छह हजार रू कीमत के जेवर व सवा लाख रुपए के साथ ही 12 बोर की बंदूक व कारतूस बरामद किया है।




इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के रीवां सुल्तानपुर ग्राम निवासी महेंद्र यादव पुत्र रामदेव यादव का आरोप है कि बीते 26 अप्रैल को वह अपनी बाइक से अहरौला थाना क्षेत्र के कटवा गहजी ग्राम निवासी मनोज गौतम के घर जा रहा था। कटवा गहजी ग्राम स्थित नहर पटरी पर उसने अपनी बाइक खड़ी किया। तभी स्कार्पियो सवार कुछ व्यक्ति वहां आए और खुद को एसओजी का सदस्य बताते हुए उसे अपने वाहन में बैठाकर चल दिए। इसके बाद वाहन सवार लोगों ने महेंद्र के साथ मारपीट करते हुए मुक्ति पाने के लिए 10 लाख रुपए की मांग कर दी। उन लोगों ने महेंद्र की मोबाइल लेकर उसके छोटे भाई को कॉल किया फोन पीड़ित के भाई की पत्नी अनामिका ने उठाया तो उसे बताया गया कि महेंद्र की सलामती चाहती हो तो 10 लाख रुपए का इंतजाम कर बताए गए पते पर लेकर पहुंचो।



 इसके बाद वाहन सवार लोग महेंद्र को अपने साथ लेकर क्षेत्र में घुमाते रहे। उधर परेशान परिजनों ने आनन-फानन और जेवर की व्यवस्था कर एसओजी टीम द्वारा बताए गए स्थान पर पैसा लेकर बाजार पहुंचे वहां वाहन सवार लोगों ने 360000 रुपए व साढ़े छह लाख कीमत के जेवर लेकर पहुंची महेंद्र की भयोहू अनामिका से वसूलने के बाद महेंद्र को मुक्त कर चले गए। 




पीड़ित महेंद्र यादव ने बीते 29 मई को अहरौला थाने में घटना के बाबत शिकायत पत्र देकर कार्रवाई करने की मांग की। इस संबंध में अज्ञात अभियुक्तों के खिलाफ महिला थाने में धारा 364 ए के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर घटना की विवेचना अहरौला थाना प्रभारी गजानंद चौबे को सौंपी गई। मामले की विवेचना कर रही पुलिस टीम को मंगलवार की रात जानकारी मिली की फर्जी एसओजी के सदस्य बनकर लोगों का अपहरण कर रकम वसूलने वाले गिरोह के सदस्य पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के समीप गोसाई पूरा गांव के समीप मौजूद हैं।



 पुलिस तत्काल बताए गए स्थान पर जा धमकी और वहां मौजूद स्कार्पियो सवार चार लोगों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। पकड़े गए आरोपियों में राजेंद्र पाठक पुत्र सालिक राम ग्राम शिवरा थाना सिकरारा जनपद जौनपुर, सूर्यभान गौतम पुत्र दधिबलराम ग्राम बनकट थाना अहरौला, मनीष पाठक पुत्र सीताराम ग्राम ठुकमुद्दीपुर थाना महराजगंज तथा प्रहलाद मौर्य पुत्र शिवबचन मौर्य ग्राम टाड़ा थाना बड़हलगंज जनपद गोरखपुर के निवासी बताए गए हैं।




 इनके कब्जे से एक लाख अठ्ठाईस हजार रुपया नगद, 4.6 लाख रूपये के आभूषण, एक अदद 12 बोर बन्दूक नजायज,दो जिंदा कारतूस, घटना में प्रयुक्त स्कार्पियो वाहन तथा फिरौती के पैसे से खरीदी गयी मोटरसाइकिल बरामद हुए हैं।



 इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त इस घटना के साथ ही अन्य जनपदों में भी इस तरह के अपराध कारित कर चुके हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आया कि यह गैंग सीआईए के नाम से एजेन्सी (वेबसाइट) चलाते हैं। इस गैंग में राजेन्द्र पाठक जो स्वयं को राज्य प्रभारी तथा मनीष पाठक व सूर्यभान गौतम सदस्य तथा अभियुक्त प्रह्लाद मौर्य जनपद गोरखपुर का प्रभारी खुद को बताते हैं।



 वेबसाइट के माध्यम से ये सभी पब्लिक से संपर्क कर धनउगाही करते हैं। इतना ही नहीं यह लोग पुलिस व प्रशासन से अपनी नजदीकी का दावा कर लोगों से पैसा वसूलते हैं। ये अपने वाहन को ऐसे तैयार किये थे जैसे पुलिस की गाड़ी हो। यह गिरोह ऐसे लोगो को टारगेट करता था जिनसे ये धौंस जमाकर आसानी से धनउगाही कर सके।



 इस वेबसाइट का अध्ययन किया गया तो यह वेबसाइट आल इंडिया पर अपना नेटवर्क बना रखी है। देश भर में इसके पदाधिकारी वेबसाइट पर दर्शाये गये हैं। इस संबंध में पकड़े गए लोगों से और विस्तार से पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूरे मामले की विवेचना साइंटिफिक तरीके से करते हुए भविष्य में इनके विरूद्ध गैंग्स्टर एक्ट की कार्यवाही और उसके साथ साथ गैंग पंजीकरण की कार्यवाही की जायेगी।



 अभियुक्तों द्वारा अर्जित सम्पत्ति को धारा 14(1) के तहत संपत्ति जब्तीकरण की भी कार्यवाही की जायेगी। इस गिरोह में शामिल अन्य सदस्यों के गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।

जौनपुर में वैवाहिक समारोह में गई युवती के साथ गैंगरेप आरोपित पीड़िता के गांव के , एक गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी


 जौनपुर में वैवाहिक समारोह में गई युवती के साथ गैंगरेप


आरोपित पीड़िता के गांव के , एक गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी




उत्तर प्रदेश जौनपुर जिले में एक किशोरी ने दो युवकों को सामूहिक दुराचार का आरोप लगाया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लिया है। दुकर्म के बाद किशोरी ने पूछताछ में युवकों को पहचानने की बात कही तो पुलिस ने जांच के आधार पर कार्रवाई शुरू की और एक को गिरफ्तार कर लिया। 




पुलिस के अनुसार आरोपित को गिरफ्तार करने के साथ अन्य युवकों की संलिप्तता को तलाशा जा रहा है।



जौनपुर में सरपतहां क्षेत्र के एक गांव की किशोरी ने गांव के ही दो युवकों पर मंगलवार की देर रात सामूहिक दुराचार का आरोप लगाया है। पुलिस के अनुसार घटना आधी रात की है जब वह शौच के लिए खेत में गई थी। पीड़िता की शिकायत के आधार पर पुलिस एक आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है जब कि दूसरा फरार है।



 इस बाबत पीड़िता का आरोप है कि मंगलवार रात उसके पड़ोस में ही शादी थी, जिसमें वह भी शामिल थी। रात लगभग एक बजे उसके पेट में दर्द उठा तो वह शौच के लिए खेत की तरफ गई।

इसी बीच गांव के ही दो युवक पीछे से आकर उसे जबरन खींचते हुए थोड़ी दूर तालाब के पास ले गए और बारी बारी से उसके साथ दुराचार किया। वहीं आसपास आहट होने के बाद उसे खोजने आ रहे कुछ लोगों की आहट पाकर दोनों आरोपित किशोरी को छोड़कर मौके से फरार हो गए। 




दोनों ही आरोपित उसके गांव के ही हैं जिसमें से एक को वह भली भांति पहचानती है जब कि बताया कि दूसरे को देखकर वह पहचान लेगी। घटना के संबंध में थाना प्रभारी संजय सिंह का कहना है कि पीड़िता द्वारा रात से ही इस प्रकरण को लेकर बयान दिया जा रहा है। मामले की जांच- पड़ताल की जा रही है। सच्चाई के आधार पर प्रभावी कार्यवाही की जा रही है।

एटा शादी के 19 दिन बाद ससुराल से उठी विवाहिता की अर्थी-पति सहित 5 पर दहेज हत्या का आरोप


 एटा शादी के 19 दिन बाद ससुराल से उठी विवाहिता की अर्थी-पति सहित 5 पर दहेज हत्या का आरोप



उत्तर प्रदेश एटा जिले के जैथरा थाना क्षेत्र के गांव परौली में शादी के 19 दिन बाद ससुराल में विवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। मायका पक्ष ने दहेज के लिए जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मृतका के पति सहित पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।




 मृतका के चाचा सुभाष पांडेय ने बताया कि वह कासगंज जनपद के मोहनपुर गांव के रहने वाले हैं। वर्तमान में कोतवाली नगर क्षेत्र के अंतर्गत संतोष नगर में रहते हैं। 21 वर्षीय भतीजी समीक्षा की शादी जैथरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव परौली निवासी किरन प्रकाश के साथ की थी।


 

11 मई 2022 को बरात आई थी और 12 मई को भतीजी विदा होकर अपनी ससुराल गई थी। दो दिन बाद रस्म के तौर पर भतीजी को मायके बुलाकर लाए थे। उसी दिन बेटी के ससुरालीजन पहुंचे और भतीजी को विदा कराकर ले आए। 




उन्होंने बताया कि सोमवार को भतीजी के ससुरालीजन ने सूचना दी कि समीक्षा की तबियत ठीक नहीं है। उसे एटा लेकर आ रहे हैं। इस दौरान एटा में एक चिकित्सक के यहां इलाज के लिए ले गए। चिकित्सक ने सिर में सूजन देखकर सीटी स्कैन कराने की सलाह दी। भतीजी की हालत बिगड़ती चली गई। वह लोग भतीजी को लेकर आगरा के एक निजी अस्पताल पहुंचे। जहां चिकित्सक ने भतीजी को देखते ही कहा जहर खाने का मामला लग रहा है। इसके बाद एक अन्य अस्पताल पहुंचे, वहां भतीजी को मृत घोषित कर दिया।


 

यहां भी चिकित्सकों ने जहर से मौत होने की बात कही। इस पर शव लेकर संतोष नगर घर पर आ गए। कोतवाली नगर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मृतका के पति को हिरासत में ले लिया।



 जैथरा थानाध्यक्ष डॉ. सुधीर राघव ने बताया कि मृतका के पिता संतोष पांडेय की तहरीर पर पति सहित पांच लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।



 पति किरन प्रकाश ने बताया कि चार दिन पहले समीक्षा को बुखार आया था। जहां जैथरा कस्बे के एक चिकित्सक को दिखाकर उपचार कराया, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। इस पर वह लोग एटा लेकर आए थे और समीक्षा के परिजन को जानकारी दी थी।

आजमगढ़ बिलरियागँज जमीनी विवाद के बाद महिला की टांगी से मारकर हत्या पैमाइश का पत्थर उखाड़ने के बाद हुआ विवाद, कई गंभीर रूप से घायल तनाव के मद्देनजर गांव में भारी मात्रा में फोर्स तैनात


 आजमगढ़ बिलरियागँज जमीनी  विवाद के बाद महिला की टांगी से मारकर हत्या


पैमाइश का पत्थर उखाड़ने के बाद हुआ विवाद, कई गंभीर रूप से घायल


तनाव के मद्देनजर गांव में भारी मात्रा में फोर्स तैनात




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के छींही गांव में पक्की पैमाइश के बाद लगे पत्थर को उखाड़ने को लेकर मंगलवार रात दो पक्षों में हिंसक झड़प हो गई। इस दौरान एक पक्ष ने लाठी-डंडा और टांगी से दूसरे पक्ष पर हमला कर दिया। जिसमें एक महिला की जहां मौके पर ही मौत हो गई तो वहीं कई  लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।  घटना के बाद से गांव में फोर्स तैनात कर दी गई है।



 

बिलरियागंज थाना क्षेत्र के छींही गांव में तीन माह पहले राजस्व निरीक्षक राजेंद्र चौहान ने पक्की पैमाइश के आदेश के क्रम में मौके पर पहुंच कर पत्थर पुलिस की मौजूदगी में गड़वाया था। जिसे लेकर दो पक्षों के बीच तनाव चल रहा था। मंगलवार रात एक पक्ष के लोग पत्थर को उखाड़ने लगे। इसकी जानकारी जब दूसरे पक्ष के सिद्धार्थ और दिलावर को हुई तो वो मौके पर पहुंचे और विरोध जताया। इस दौरान रीना कुमारी (36) पत्नी राजेंद्र भी मौके पर पहुंच गई। विपक्षियों ने उस पर लाठी-डंडा और टांगी से हमला कर दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।




इसके अलावा राधेश्याम जैसवार (36), राजेंद्र (38), बाल किशन (27), सिद्धार्थ (21), मंजू (30), हरेंद्र प्रसाद (52), दिलावर (27) घायल हो गए। सभी घायलों को जिला अस्पताल में कराया गया है।



 मृतका के पति राजेंद्र अध्यापक हैं और अभी 15 दिन पूर्व ही वह पति के साथ घर पर आयोजित वैवाहिक समारोह में शामिल होने के लिए आई थी। वो दो पुत्र और दो पुत्रियों की मां थी। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया है। वहीं राजेंद्र की तहरीर पर पुलिस ने 10 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। 




एसओ बिलरियागंज विजय प्रकाश ने बताया कि नामजद आरोपियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। गांव में तनाव के मद्देनजर फोर्स तैनात है।

आजमगढ़ देवगांव शौचालय की टंकी में मिला मासूम का शव तीन घंटे से था लापता, ढूढ रहे थे परिजन


 आजमगढ़ देवगांव शौचालय की टंकी में मिला मासूम का शव


तीन घंटे से था लापता, ढूढ रहे थे परिजन




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद की देवगांव कोतवाली क्षेत्र के सलहरा गांव में बीती मंगलवार की रात लगभग  साढ़े 9 बजे  अरहम उम्र 2.5 वर्ष पुत्र शमीम अहमद का शव पाए जाने से सनसनी फैल गई। यह शव ईदगाह के पास स्कूल के अर्ध निर्मित शौचालय की टंकी में गिरा हुआ पाया गया।



 इससे पूर्व 3 घंटे से उसके परिजन बच्चे को ढूंढ रहे थे लेकिन उसका पता नहीं चल रहा था कि अचानक ढूंढते-ढूंढते लोग वहां पहुंचे तो शव स्कूल के अर्ध निर्मित शौचालय की टंकी में देखकर सभी के होश उड़ गए। आनन-फानन में सूचना पुलिस को देने पर कोतवाल देवगांव शशि मौलि पांडे मय दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को टंकी से बाहर निकलवा लिया गया है। कोतवाल शशि मौली पांडेय शव को पोस्टमार्टम करवाने के लिए अपने कब्जे में ले लिए।

जब आजमगढ़ में योगी आदित्यनाथ पर हुआ था पेट्रोल बम से हमला


 जब आजमगढ़ में योगी आदित्यनाथ पर हुआ था पेट्रोल बम से हमला



उत्तर प्रदेश लखनऊ 5 जून को योगी आदित्यनाथ 50 साल के हो जाएंगे। अगले पांच दिन हम उन्हीं से जुड़ी कहानियां लाने का प्रयास करेंगे। आज की कहानी 7 सितंबर 2008 की है। उस वक्त योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के सांसद थे। 40 गाड़ियों के काफिले के साथ आजमगढ़ में सभा करने जा रहे थे। काफिले की सातवीं गाड़ी पर हमला हो गया। पत्थर चलने लगे। भगदड़ मच गई। पुलिस ने गोली चला दी। 18 साल के मनीउल्लाह की मौत हो गई। इन सबकी वजह थी अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट। हम कहानी को उसी ब्लास्ट से शुरू करते हैं। दो पैराग्राफ के बाद आजमगढ़ की बात करते हैं।




अहमदाबाद के मणिनगर बाजार में 26 जुलाई 2008 की शाम 6 बजकर 45 मिनट पर धमाका हुआ। 2 सेकण्ड में 8 जिंदा लोग लाश में बदल गए। इस बम धमाके से लोग सचेत ही नहीं हो पाए और पूरे अहमदाबाद में धमाका शुरू हो गया। 7 बजकर 55 मिनट यानी अगले 70 मिनट में 21 धमाके हुए। हर बड़ी मार्केट में लाशे बिछ गई। जो घरों में थे वह मदद के लिए बाहर ही नहीं निकले।




अगले दिन लाशें गिनी गई। सरकार ने 56 लोगों के मौत की पुष्टि कर दी। 300 लोग गंभीर घायल हुए। इनमें किसी का पैर चला गया तो किसी का हाथ। इंडियन मुजाहिद्दीन ने हमले की जिम्मेदारी ली। कहा, "गोधरा कांड का बदला लिया।" गुजरात की तत्कालीन मोदी सरकार ने गिरफ्तारी शुरू की। कुल 80 लोग गिरफ्तार किए गए। इनमें 8 आरोपी आजमगढ़ से थे। बस इसीलिए योगी आदित्यनाथ वहां गए थे।




7 सितंबर 2008, हिन्दू युवा वाहिनी ने आजमगढ़ के डीएवी कॉलेज में आतंकवाद विरोधी रैली बुलाई। रैली अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट को लेकर थी। योगी आदित्यनाथ मुख्य वक्ता थे। 1 हफ्ते पहले ही आजमगढ़ से ब्लास्ट के 8 आरोपी गिरफ्तार हुए थे इसलिए इस बैठक को लेकर प्रशासन बेहद गंभीर था। पहले तो रोकने की कोशिश की लेकिन बाद में अनुमति दे दी। संगठन के जिला अध्यक्ष हरिबंश मिश्रा ने सारी व्यवस्था की।



'योगी आदित्यनाथ' द राइज ऑफ अ सैफरन सोशलिस्ट' किताब में प्रवीण कुमार लिखते हैं, "योगी आदित्यनाथ सुबह 40 गाड़ियों के काफिले के साथ आजमगढ़ के लिए रवाना हुए। आजमगढ़ पहुंचे तो PWD गेस्ट हाउस रुके। यहां लग गया कि अनहोनी हो सकती है इसलिए योगी की जो गाड़ी काफिले में 7वें नंबर पर थी वह पहले नंबर पर आ गई।"

1 बजकर 20 मिनट पर काफिला तकिया इलाके से गुजरा। यहां काफिले के साथ कुछ बाइक और गाड़ियां बराबर पर चलने लगी। एक पत्थर काफिले में 7वें नंबर पर चल रही गाड़ी पर आकर लगा तो पीछे की गाड़ियां रुक गई। आगे की 6 गाड़ियां तेजी से आगे बढ़ गई। पीछे की गाड़ियों पर अचानक पत्थर और पेट्रोल बम चलने लगा। इसी बीच रजादेपुर मठ के महंत शिवहर्ष भारती की गाड़ी का शीशा तोड़कर उन्हें चाकू मार दिया गया।



हमलावर योगी आदित्यनाथ को खोज रहे थे पर नहीं मिले तो भीड़ और उग्र हो गई। इलाके में भगदड़ मच गई। पुलिस चाकू-पत्थर रोकने में फेल हो रही थी तभी शहर के सीओ शैलेन्द्र श्रीवास्तव ने काउंटर हमले का आदेश दे दिया। पुलिस ने गोलियां दागनी शुरू कर दिया। फायरिंग में 18 साल के मनीउल्लाह नाम के लड़के की मौत हो गई। उस वक्त की मायावती सरकार ने एसपी विजय गर्ग को निलंबित कर दिया।



प्रवीण कुमार अपनी किताब में लिखते हैं, "आतंक विरोधी रैली को लेकर आजमगढ़ में मुस्लिमों के बीच नाराजगी थी। हमले की पूरी आशंका थी। इसलिए योगी आदित्यनाथ की भगवा एसयूबी काफिले में 7वें नंबर पर चल जरूर रही थी लेकिन वह उसमें न होकर पहले नंबर वाली गाड़ी में थे। हमला हुआ तो उनकी गाड़ी तेजी से निकलते हुए आगे बढ़ गई।"


योगी आदित्यनाथ रैली में पहुंच गए। अबु बशीर की गिरफ्तारी और आतंकी हमलों पर भाषण दिया। लेकिन अपने ऊपर हुए हमले पर एक शब्द भी नहीं बोला। 3 घंटे बाद रैली खत्म हुई तब तक पुलिस ने शहर कोतवाली में बलवा, मारपीट, डकैती, हत्या के प्रयास, हत्या की धाराओं के साथ केस दर्ज किया। कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई लेकिन 2017 तक भी पुलिस इनके खिलाफ आरोप साबित नहीं कर पाई।

उत्तर प्रदेश मे बड़ा ऐक्‍शन 100 अफसरों की सेवा समाप्‍त फर्जीवाड़े और भ्रष्‍टाचार का था आरोप अचानक हुई कार्रवाई से सकते में पड़े अधिकारी


 उत्तर प्रदेश मे बड़ा ऐक्‍शन 100 अफसरों की सेवा समाप्‍त


फर्जीवाड़े और भ्रष्‍टाचार का था आरोप


अचानक हुई कार्रवाई से सकते में पड़े अधिकारी



लखनऊ आवास विकास परिषद में संविदा पर कार्यरत करीब 100 अफसरों की सेवाएं मंगलवार को समाप्त कर दी गयीं। इन अधिकारियों को वर्ष 2019 से 2021 के बीच में रिटायर होने के बाद संविदा पर रखा गया था। सचिव आवास डॉ. नीरज शुक्ला ने मंगलवार को इनकी सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी किया। अचानक सेवाएं समाप्त होने से संविदा पर कार्यरत अधिकारी सकते में पड़ गए।




आवास विकास परिषद में अधिकारियों और इंजीनियरों के पद रिक्त हैं। जिससे आवास विकास का काम प्रभावित था। आवास विकास ने 2019 में परिषद के रिटायर अधिकारियों, इंजीनियरों तथा लेखा विभाग के अफसरों को विभिन्न पदों पर संविदा पर तैनाती दी थी। अच्छे वेतन पर रखा गया था।



 इंजीनियरों को तकनीकी सलाहकार, तकनीकी विशेषज्ञ, लेखा सलाहकार तथा प्रशासनिक विशेषज्ञ के पद पर तैनात किया था।



उच्च स्तर की नाराजगी के बाद मंगलवार को इन्हें हटाया गया। आवास विकास सूत्रों ने बताया कि सीएम कार्यालय को यहां के कुछ अधिकारियों के बारे में शिकायतें मिली थीं। संविदा पर तैनात कुछ अधिकारी भी फर्जीवाड़े व भ्रष्टाचार में आरोपी रहे हैं। इसी वजह इन्हें तत्काल प्रभाव से हटाया गया।



उत्तर प्रदेश आवास विकास में 45 प्रतिशत से अधिक पद खाली चल रहे हैं। इससे परिषद का काम प्रभावित हो रहा था। इसीलिए रिटायर अधिकारियों को संविदा पर रखा गया था। वहीं केवल जेई के 596 पदों में से 170 ही रह गये हैं। जानकारी के अनुसार बाकी रिटायर हो गये हैं।



संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ के महामंत्री योगेश उपाध्याय ने कहा कि आउटसोर्सिंग कर्मियों के तबादले नियम विरुद्ध हो रहे हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से लेकर मिशन निदेशक तक से इसकी शिकायत की है।



जिम्मेदारों को भेजे पत्र में आरोप लगाया है कि मुख्य सचिव द्वारा जारी समूह ग के कार्मिकों का प्रत्येक तीन वर्ष के उपरांत पटल, क्षेत्र परिवर्तन किए जाने के निर्देश का दुरुपयोग किया जा रहा है। तबादले के नाम पर उत्पीड़न किया जा रहा है। योगेश उपाध्याय का कहना है कि 13 मई के शासन के आदेश में कार्मिकों के पटल बदले के निर्देश थे। जिसके बाद से मनमाने तरीके से तबादले हो रहे हैं। जिससे कर्मचारी गंभीर से रूप से काफी परेशान हैं।