Friday, 1 March 2024

लखनऊ मायावती के भतीजे आकाश आनंद को केन्द्र ने दिया तोहफा लोकसभा चुनाव से पूर्व केन्द्र के इस कदम से राजनीतिक गलियारों में मची हलचल


 लखनऊ मायावती के भतीजे आकाश आनंद को केन्द्र ने दिया तोहफा


लोकसभा चुनाव से पूर्व केन्द्र के इस कदम से राजनीतिक गलियारों में मची हलचल



उत्तर प्रदेश लखनऊ बसपा प्रमुख मायावती के उत्तराधिकारी घोषित हो चुके उनके भतीजे आकाश आनंद को केंद्र सरकार से बड़ा तोहफा मिला है। केंद्र सरकार ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दे दी है। पिछली बार सपा से मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ने वाली मायावती ने इस बार किसी दल से गठबंधन नहीं किया है। राजनीतिक विश्लेषक इससे भाजपा को ही फायदा होने की संभावना जता रहे हैं।


 हालांकि मायावती और आकाश आनंद दोनों लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं। बसपा में मायावती के बाद केवल आकाश आनंद ही इस श्रेणी की सुरक्षा पाने वाले नेता बन गए हैं। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले केंद्र सरकार के फैसले से न सिर्फ यूपी की राजनीति में बल्कि देश की राजनीति में भी हलचल मच गई है। सपा और इंडिया गठबंधन के नेता मायावती को पहले ही भाजपा और केंद्र सरकार की सहयोगी बताते रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव से लेकर राज्यसभा चुनाव तक में बसपा विधायकों ने विपक्ष की जगह भाजपा प्रत्याशियों को ही वोट दिया था।


 मायावती के 28 साल के भतीजे आकाश आनंद ने शुक्रवार से ही हरियाणा से यात्रा निकालने की घोषणा भी की थी। उन्होंने फरीदाबाद से संविधान बचाओ सत्ता प्राप्ति संकल्प रथयात्रा का शुभारंभ किया है। इस यात्रा को भी लोकसभा चुनाव से पहले बसपा के लिए माहौल बनाने के नजरिए से ही देखा जा रहा है। \nकेंद्र सरकार का गृह मंत्रालय Z+ और Y+ कैटेगरी की सुरक्षा देश के कुछ ही VIP और VVIP लोगों को दी है। देश में आमतौर पर पांच तरह की वीवीआईपी सुरक्षा दी जाती है। इसमें Z+, Z, Y+, Y और X श्रेणी की सुरक्षा शामिल है। Y सिक्योरिटी भी VIP की सुरक्षा के लिए बनी है। इसमें 11 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाते हैं। इन 11 लोगों की टीम में 1 या 2 कमांडो होते हैं और 2 पीएसओ शामिल होते हैं। इसके अलावा सुरक्षा घेरे में कई पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं।


आकाश आनंद बसपा सुप्रीमो मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं। आकाश आनंद ने लंदन के नामी कॉलेज से एमबीए करने के बाद साल 2017 में राजनीति में एंट्री ली थी। खुद मायावती ने आकाश को विधानसभा चुनाव के दौरान जनता के सामने पेश किया था। इसके बाद 2023 में उन्होंने आकाश को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने आकाश को स्टार प्रचारक की सूची में भी शामिल किया था। हालांकि अभी तक आकाश आनंद ने कोई चुनाव नहीं लड़ा है।

गोरखपुर सिपाही ने दारोगा को दांत से कांटा, ईंट से किया हमला पुलिस चौकी के अंदर हुई इस घटना से मचा हड़कंप


 गोरखपुर सिपाही ने दारोगा को दांत से कांटा, ईंट से किया हमला


पुलिस चौकी के अंदर हुई इस घटना से मचा हड़कंप



उत्तर प्रदेश गोरखपुर में पुलिस चौकी के अंदर ही सिपाही और दारोगा के बीच गुत्थम गुत्था हुई है। सिकरीगंज थाने में तैनात दारोगा को गुरुवार को सिपाही ने दांत से काट लिया और ईंट से हमला कर दिया। बचाव में दारोगा के धक्का देने और हाथापाई में सिपाही के चेहरे पर भी चोट आई है। बाद में चौकी इंचार्ज की मौजूदगी में दोनों में सुलह हुई। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने पूरे प्रकरण पर थानेदार से रिपोर्ट मांगी है। बताया जाता है कि सिपाही निलंबन के बाद दरोगा से नाराज था।


दरोगा आसिफ अली शेख और आरोपी सिपाही राजेंद्र गौड़ की कुछ समय पहले शाहपुर थाने में तैनाती थी। इस दौरान वसूली की शिकायत आने पर एसएसपी ने पूरे प्रकरण की जांच कराई थी और दोषी पाए जाने पर सिपाही राजेंद्र को निलंबित कर दिया था। आरोप है कि इसके बाद से ही सिपाही राजेंद्र गौड़ दरोगा से खार खाए था। वह इसके लिए दरोगा को ही जिम्मेदार मानता था।


बताया जा रहा है कि गुरुवार को सरकारी काम से दरोगा आसिफ अली शेख बरगदवा चौकी पर गए थे। वह चौकी इंचार्ज से बातचीत कर रहे थे। इसी बीच किसी काम से चौकी इंचार्ज चौकी के अंदर चले गए और उसी दौरान सिपाही राजेन्द्र अपनी गाड़ी खड़ी करने आ गया। दरोगा को देखते ही वह गुस्से से लाल हो गया। वाद-विवाद कर उलझने लगा।


दारोगा बचाव के मूड में थे पर सिपाही कार्रवाई कराने की याद दिलाते हुए उलझ गया और दरोगा को दांत काट लिया। फिर ईंट से भी हमला कर दिया। दारोगा ने भी धक्का दिया। पुलिसवालों के बीच मारपीट की सूचना पर बरगदवा चौकी इंचार्ज और चौकी के अन्य पुलिसकर्मी भागे-भागे आए और उन्हें अलग किया। एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर के अनुसार बरगदवा चौकी पर दरोगा और सिपाही में मारपीट की जानकारी हुई है। थानेदार से पूरे प्रकरण पर रिपोर्ट मांगी गई है। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

मुरादाबाद थाने से 4 लाख रुपये और मोबाइल चोरी शक में आया सिपाही, साथियों ने हवालात में बंद कर पीटा


 मुरादाबाद थाने से 4 लाख रुपये और मोबाइल चोरी


शक में आया सिपाही, साथियों ने हवालात में बंद कर पीटा




उत्तर प्रदेश मुरादाबाद जिले के मैनाठेर थाने में सिपाही के कमरे से चार लाख रुपये और तीन मोबाइल फोन चोरी कर लिए गए। शक के आधार पर थाने में ही तैनात दूसरे सिपाही को जमकर टार्चर किया गया। शक की जद में आया सिपाही उस समय पुलिस लाइन्स में ड्यूटी कर रहा था। आरोप है कि थाने के पुलिस कर्मियों ने पुलिस लाइन्स से जबरन गाड़ी में डालकर ले गए और उसे थाने की हवालात में डाल दिया। इसके बाद भी सिपाही ने जुर्म नहीं कबूला तो उसे मेडिकल कराने के लिए कुंदरकी भेजा गया।


 साथी वर्दीधारियों द्वारा टार्चर से अपमानित सिपाही ने गुरुवार को डीआईजी से न्याय की गुहार लगाई। कहा कि यदि वह दोषी है तो उसे जेल भेज दिया जाए। वरना चोरी के शक में टार्चर करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। डीआईजी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी देहात को जांच सौंपी है। कहा कि रिपोर्ट के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। मामला पुलिस महकमे में चर्चा का विषय बना हुआ है।


पीड़ित सिपाही रविश कुमार की तैनाती मैनाठेर थाने पर है। डीआईजी से की शिकायत में उसने बताया कि 24 फरवरी को वह सीआर ड्यूटी पुलिस लाइन में कर रहा था। रात करीब नौ बजे मैनाठेर थाने के सिपाही का फोन आया। इस पर उसने पुलिस लाइन में ड्यूटी करने की बात कही। कुछ देर बाद ही सिपाही तीन अन्य वर्दीधारियों के साथ प्राइवेट कार से पुलिस लाइन आ गया। कहा कि मैनाठेर इंस्पेक्टर ने बुलाया है। सीआर ड्यूटी करने की बात कहते हुए जाने से इनकार कर दिया।


आरोप है कि इस पर सिपाहियों ने उसे जबरन कार में डाल लिया और पिस्टल कनपटी पर लगाकर मैनाठेर थाने ले गए। मैनाठेर इंस्पेक्टर के समक्ष पेश किया। उन्होंने कहा कि चोरी किए गए रुपये और मोबाइल वापस कर दो। इनकार करने पर थाने की हवालात में वर्दी में डाल दिया। पुलिस कर्मियों द्वारा चोरी के शक में टार्चर किए जाने से मानसिक अवसाद की स्थित बन गई है। घटना से परिवार वाले भी अवसाद में हैं।