Friday 19 May 2023

नई दिल्ली बड़ी खबर, फिर एक नोटबंदी, नहीं चलेंगे 2000 के नोट


 नई दिल्ली बड़ी खबर, फिर एक नोटबंदी, नहीं चलेंगे 2000 के नोट


नई दिल्ली आरबीआई ने 2000 रुपये के नोट को चलन से वापस लेने की घोषणा की है। भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को सलाह दी है कि वे तत्काल प्रभाव से 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंकनोट जारी करना बंद करें। हालांकि 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे। जानकारी के मुताबिक, क्लीन नोट पॉलिसी के तहत आरबीआई ने यह फैसला लिया है। आरबीआई ने कहा है कि यह नोट 30 सितंबर तक कानूनी रूप से वैध रहेंगे।


आरबीआई ने नवंबर 2016 में आरबीआई एक्ट 1934 की धारा 24(1) के तहत ये नोट निकाले थे। रिजर्व बैंक ने नोटबंदी के बाद इन नोटों को जारी किया था। यह फैसला इसलिए लिया गया था ताकि उस समय 500 और 1000 रुपये के जो नोट चलन से हटाए गए थे, उनका बाजार और अर्थव्यवस्था पर असर कम किया जा सके। जब दूसरे मूल्य के बैंक नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो गए, तब दो हजार रुपये को चलन में लाने का उद्देश्य पूरा हो गया। आरबीआई ने कहा कि 2000 रुपये के बैंक नोटों को लाने के उद्देश्य के एक बार पूरा हो जाने के बाद 2018-19 में 2000 रुपये के नोटों की छपाई बंद कर दी गई थी। उस समय तक अन्य मूल्यवर्ग के बैंक नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो गए थे। आरबीआई ने यह भी बताया है कि मार्च 2017 से पहले 2000 रुपये मूल्यवर्ग के बैंक नोटों में से लगभग 89 प्रतिशत जारी किए गए थे।


लोग दो हजार रुपये के नोट बैंक खातों में जमा करा सकेंगे या फिर उन्हें अन्य मूल्य के नोटों के साथ किसी भी बैंक शाखा में जाकर एक्सचेंज करा सकेंगे। लोगों को यह ध्यान रखना होगा कि एक बार में अधिकतम 20 हजार रुपये मूल्य के नोट बदलवाए जाए सकेंगे। यह प्रक्रिया 23 मई से शुरू होगी और 30 सितंबर 2023 को खत्म होगी।

आजमगढ़ जिलाधिकारी ने 5 अपराधियों को किया जिला बदर


 आजमगढ़ जिलाधिकारी ने 5 अपराधियों को किया जिला बदर


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य द्वारा अपराध नियंत्रण में चलाये जा रहे विशेष अभियान के अन्तर्गत हत्या, गोवध, दुष्कर्म व अन्य अपराधों में सक्रिय अपराधियों पर गुण्डा अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही की गयी है, जिसमें जिला मजिस्ट्रेट आजमगढ़ द्वारा 05 अपराधियों को 06 माह के लिए जिलाबदर किया गया है।


 थाना बरदह से 02, थाना जीयनपुर से 01 व थाना सरायमीर से 02 अपराधी जिलाबदर हुए है।


जिलाबदर हुए 05 अपराधियों का विवरण निम्नवत है- 1. धीरज सरोज पुत्र श्यामबली सरोज,निवासी बकेश, थाना बरदह जनपद आजमगढ़ (दुष्कर्म),

2. आदिल पुत्र शमीम निवासी मोहम्मदपुर फेटी थाना बरदह जनपद आजमगढ़ (हत्या)

3. निजामुद्दीन उर्फ भरतुल पुत्र जब्बार निवासी नत्थूपुर थाना जीयनपुर जनपद आजमगढ़ (गोवध)

4. अब्दुल रहमान पुत्र मेराज अहमद निवासी इसरौली थाना सरायमीर जनपद आजमगढ़ (आपराधिक)

5. इरशाद पुत्र शौकत निवासी नई बाजार थाना सरायमीर जनपद आजमगढ़ (गोवध) हैं।

आजमगढ़ बूढ़नपुर फायर स्टेशन पर हुई मारपीट मामले में होगी सस्पेंशन की कार्रवाई अग्नि शमन अधिकारी विवेक शर्मा का अधिकारिक वक्तव्य आया सामने


 आजमगढ़ बूढ़नपुर फायर स्टेशन पर हुई मारपीट मामले में होगी सस्पेंशन की कार्रवाई


अग्नि शमन अधिकारी विवेक शर्मा का अधिकारिक वक्तव्य आया सामने


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ अग्निशमन अधिकारी विवेक कुमार शर्मा ने बताया कि बूढ़नपुर फायर स्टेशन पर तैनात कर्मचारी रूपनारायण मिश्र और लक्ष्मण यादव के बीच आपस में कुछ मामले को लेकर विवाद हो गया। लक्ष्मण यादव के सिर, हाथ और पैर में चोट लगी है जिसको इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रानीपुर में भर्ती कराया गया, जहां से चिकित्सकों ने उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल के डाक्टरों द्वारा उन्हें उचित इलाज के लिए वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। मामले में कप्तानगंज थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सस्पेंशन की कार्रवाई की जा रही है।


बता दें कि कप्तानगंज थाना क्षेत्र के बूढ़नपुर फायर स्टेशन पर तैनात हेड कांस्टेबल रूप नारायण मिश्रा और दीवान लक्ष्मण यादव आपस में किसी बात को लेकर भिड़ गए। बताया जा रहा है कि छुट्टी न मिलने पर लक्ष्मण यादव ने जब हेड कांस्टेबल रूप नारायण मिश्रा से पूछा तो उन दोनों में हाथापाई हो गई। रूप नारायण मिश्रा का आरोप है कि लक्ष्मण यादव ने उनके ऊपर सब्जी काटने वाले चाकू से हमला कर दिया था। इस दौरान हुई हाथापाई में लक्ष्मण यादव एक पोल से टकरा गया जिससे उसका सिर फट गया। घटना गुरुवार की दोपहर करीब 2ः30 बजे की है।

लखनऊ IAS प्रांजल यादव और अमित मोहन प्रसाद के खिलाफ जांच शुरू, जानिए मामला

लखनऊ IAS प्रांजल यादव और अमित मोहन प्रसाद के खिलाफ जांच शुरू, जानिए मामला


उत्तर प्रदेश लखनऊ लोकायुक्त संगठन ने चहेती कंपनियों एवं फर्मों को काम देने वाले लोक सेवकों के खिलाफ मिली शिकायत की जांच शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ लिमिटेड में फायर फायटिंग कार्य की निविदा प्रकाशित करके अनुचित लाभ लेने के लोकसेवकों पर लगे आरोपों की लोकायुक्त संगठन ने प्रारंभिक जांच की थी। इसमें गड़बड़ियां अंजाम देने के प्रथमदृष्टया साक्ष्य मिलने के बाद लोकायुक्त संगठन ने जांच शुरू की है।


मिली जानकारी के अनुसार लोकायुक्त संगठन के सचिव अनिल कुमार सिंह ने बताया कि लखनऊ निवासी महेश चंद्र श्रीवास्तव ने दो वर्ष पूर्व लोकायुक्त संगठन में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के तत्कालीन अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद, विशेष सचिव प्रांजल यादव, संयुक्त सचिव प्राणेश चंद्र शुक्ला, अपर निदेशक विद्युत महानिदेशालय डीके सिंह और चिकित्सा विभाग के अनुभाग अधिकारी चंदन कुमार रावत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।


महेश चंद्र श्रीवास्तव ने आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ लिमिटेड को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण के लिए चयनित किया गया है। इसमें अग्निशमन व्यवस्था का कार्य भी शामिल है। विभाग में कई वर्षों से मुख्य अभियंता, विद्युत का पद रिक्त होने के बावजूद संबंधित विभाग विद्युत कार्यों के लिए निविदा प्रकाशित कर रहा है। आरोपी लोकसेवक अनुचित लाभ प्राप्त करके अपनी चहेती कंपनी एवं फर्म को कार्य आवंटित कर रहे है। फायर फाइटिंग के कार्य में दक्ष न होने के बावजूद नियम विरुद्ध तरीके से कार्य दिया जा रहा है।

 

आजमगढ़ कप्तानगंज दीवान और कांस्टेबल आपस में भिड़े, दीवान का सर फटा दोनों की तहरीर पर एक दूसरे पर दर्ज हुआ मुकदमा


 आजमगढ़ कप्तानगंज दीवान और कांस्टेबल आपस में भिड़े, दीवान का सर फटा


दोनों की तहरीर पर एक दूसरे पर दर्ज हुआ मुकदमा


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कप्तानगंज थाना क्षेत्र के बूढ़नपुर फायर स्टेशन पर तैनात हेड कांस्टेबल रूप नारायण मिश्रा और दीवान लक्ष्मण यादव आपस में भिड़ गए। बताया जा रहा है कि छुट्टी न मिलने पर लक्ष्मण यादव ने जब हेड कांस्टेबल रूप नारायण मिश्रा से पूछा तो उन दोनों में हाथापाई हो गई। रूप नारायण मिश्रा का आरोप है कि लक्ष्मण यादव ने उनके ऊपर सब्जी काटने वाले चाकू से हमला कर दिया था। इस दौरान हुई हाथापाई में लक्ष्मण यादव एक पोल से टकरा गया जिससे उसका सिर फट गया। घटना गुरुवार की दोपहर करीब 2:30 बजे की है।


इस बाबत थानाध्यक्ष कप्तानगंज ने बताया कि दोनों की तहरीर पर एक दूसरे पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया है और उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी गई है।