Thursday 19 May 2022

आजमगढ़ दलालों की खोज में आरटीओ कार्यालय पर छापेमारी पुलिस के आने की भनक लगते ही हो गए भूमिगत, मचा हड़कंप आरआई एआरटीओ पवन कुमार सोनकर ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश पर सिधारी थाने की पुलिस छापेमारी कर दलालों को कार्यालय से खदेड़ा


 आजमगढ़ दलालों की खोज में आरटीओ कार्यालय पर छापेमारी


पुलिस के आने की भनक लगते ही हो गए भूमिगत, मचा हड़कंप



आरआई एआरटीओ पवन कुमार सोनकर ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश पर सिधारी थाने की पुलिस छापेमारी कर दलालों को कार्यालय से खदेड़ा



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ दलालों के चंगुल में बुरी तरह जकड़े आरटीओ और एआरटीओ कार्यालय को उनसे मुक्त कराने के लिए गुरुवार को पुलिस ने दोनों कार्यालयों पर छापेमारी की। हालांकि इस दौरान वहां मौजूद दलाल पुलिस के आने की भनक लगते ही भूमिगत हो गए। 




पुलिस ने बगैर किसी काम के वहां मौजूद लोगों को खदेड़ दिया। पुलिस की इस औचक कार्रवाई से मौके पर हड़कंप की स्थिति बनी हुई थी। एसपी आवास के समीप आरटीओ एवं एआरटीओ का कार्यालय स्थित है। ये दोनों कार्यालय दलालों के कब्जे में रहता है। बगैर दलालों से संपर्क किए आम आदमी यहां कोई भी काम नहीं करा सकता। 




दलालों का वर्चस्व इतना है कि यहां अगर कोई अधिकारी, कर्मचारी या सामान्य नागरिक उनका विरोध करते हैं तो वे हमलावर हो जाते हैं। पूर्व में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं। भय के चलते इन दलालों के खिलाफ कोई आवाज नहीं उठाता। गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कड़े आदेश के बाद प्रशासन जागा और सिधारी थाने की पुलिस ने दलालों से मुक्त कराने के लिए आरटीओ और एआरटीओ दफ्तर में छापेमारी की। 



इस दौरान वहां बगैर काम के मौजूद लोगों को बाहर खदेड़ दिया गया। साथ ही ऐसे लोगों को चेतावनी दी गई कि अब बगैर किसी काम के यहां कोई भी मिला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।



 आरआई एआरटीओ पवन कुमार सोनकर ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश पर सिधारी थाने की पुलिस छापेमारी कर दलालों को कार्यालय से खदेड़ा लेकिन यह व्यवस्था कब तक चल पाती है कुछ कह पाना मुश्किल है।

आजमगढ़ पूर्व सांसद उमाकांत यादव की एक करोड़ की प्रॉपर्टी हुई कुर्क


 आजमगढ़ पूर्व सांसद उमाकांत यादव की एक करोड़ की प्रॉपर्टी हुई कुर्क



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पूर्व सांसद उमाकांत यादव की एक करोड़ से अधिक की प्रापर्टी को प्रशासन ने गुरुवार को कुर्क कर ली। गैंगस्टर एक्ट के तहत जिलाधिकारी ने कार्रवाई का आदेश दिया था।



 तहसीलदार फूलपुर के नेतृत्व में प्रशासन ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में यह कार्रवाई की। प्रशासन ने तहसील के सात गांव में 16 स्थानों पर यह कार्रवाई की। सुबह 11 बजे शुरू हुई कार्रवाई देर शाम तक जारी रही।

दीदारगंज थाना क्षेत्र के चकगंज अलीशाह (सरावां) गांव निवासी उमाकांत यादव पुत्र श्रीपति एक बार सांसद रहे व चार बार विधायक रहे हैं। 



अंबारी में गांधी आश्रम की भूमि पर कब्जा करने के मामले में नैनी जेल में बंद है। पुलिस ने पुराने मामलों को संज्ञान लेकर एक साल पूर्व गैंगेस्टर में कार्रवाई की थी। पूर्व सांसद पर आरोप है कि उनके द्वारा गिरोहबंद एवं आसामाजिक क्रियाकलाप द्वारा यह संपत्ति अर्जित की गई है।



 डीएम के आदेश धारा-14 (1) उत्तर प्रदेश गिरोहबन्द एवं समाज विरोधी क्रिया-कलाप निवारण अधिनियम-1986 में पारित आदेश के क्रम में कार्रवाई हुई।



 जिलाधिकारी आजमगढ़ विशाल भारद्वाज के आदेश के क्रम मे  गुरुवार को तहसीलदार फूलपुर संजय कुमार कुशवाहा, सरायमीर थानाध्यक्ष विवेक कुमार पांडेय के साथ काफी संख्या में पुलिस फोर्स ने यह कार्रवाई की। 



पूर्व सांसद की जप्त की गई प्रापर्टी का तहसलीदार फूलपर को संरक्षक नियुक्त किया गया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही।

आजमगढ़ ठेकमा एम0एस0डी0 सीनियर सेकेंडरी स्कूल, भोपालपुर में लगा नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं कोविड टीकाकरण शिविर मेला


 आजमगढ़ ठेकमा एम0एस0डी0 सीनियर सेकेंडरी स्कूल, भोपालपुर में  लगा नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं कोविड टीकाकरण शिविर मेला



आजमगढ़ गम्भीरपुर से राहुल पांडेय की रिपोर्ट।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ ठेकमा विकासखंड अंतर्गत स्थित एम0एस0डी0 सीनियर सेकेंडरी स्कूल, भोपालपुर में  लगा नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं कोविड टीकाकरण शिविर मेला

का सफल आयोजन किया गया।


 जिसमें सभी छात्र छात्राओं,अभिभावकों व अन्य क्षेत्रवासियों के दांत,आंख,नाक,कान, गला,हड्डी व समस्त स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया,स्त्री रोग विशेषज्ञ भी उपस्थित थीं। दवाओं व सैनिटरी पैड्स का वितरण भी किया गया।




 शिविर में डॉ0 अर्पित अग्रवाल,डॉ0 चंदन,डॉ0 सुजीत,डॉ0 आर के मिश्रा,डॉ0राजेश,डॉ0 शाहीन अख्तर,डॉ0 सुभाष विश्वकर्मा,डॉ0 प्रतिमा चौहान,डॉ0 सी एस चौहान,डॉ0 विजय बहादुर तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ठेकमा के समस्त स्टाफ चंद्रप्रकाश, सत्यम,राजमणि आदि उपस्थित रहे।



प्रबंधक सत्यवान शुक्ला व प्रधानाचार्य सत्येंद्र मिश्र ने स्वास्थ्य विभाग की टीम व क्षेत्रवासियों का आभार व्यक्त किया।

सोनभद्र निरस्त हुआ पूर्व विधायक रूबी प्रसाद का अनुसूचित जाति प्रमाणपत्र कमेटी ने दिए कानूनी कार्रवाई के निर्देश, जानें पूरा मामला


 सोनभद्र निरस्त हुआ पूर्व विधायक रूबी प्रसाद का अनुसूचित जाति प्रमाणपत्र


कमेटी ने दिए कानूनी कार्रवाई के निर्देश, जानें पूरा मामला



लखनऊ सोनभद्र की दुद्धी विधानसभा सीट से वर्ष 2012 में अनुसूचित जाति का प्रमाणपत्र लगाकर चुनाव जीतने वाली रूबी प्रसाद का जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया है।



 अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष रामनरेश पासवान की शिकायत पर समाज कल्याण विभाग की स्क्रूटनी कमेटी ने यह कार्रवाई की है। कमेटी ने संबंधित तहसीलदार, कानूनगो व लेखपाल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कि जाने के आदेश दिए हैं।




अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के चेयरमैन डा. रामबाबू हरित ने बुधवार की देर रात इसकी तस्दीक की। प्रसाद वर्ष 2007 में जारी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट दुद्धी से निर्दलीय विधायक चुनी गई थीं। इसके बाद वह समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर सपा में शामिल हो गई थीं। इस वक्त वह भाजपा में हैं। समाज कल्याण विभाग की स्क्रूटनी कमेटी ने उनके इस जाति प्रमाण पत्र को फर्जी करार दिया है।



कमेटी के आदेश में कहा गया है कि रूबी प्रसाद बिहार के समस्तीपुर जिले की मूल निवासी हैं और उनके पिता सुबोध सिंह राजपूत हैं। इस तरह वह सामान्य वर्ग की महिला हैं और अनुसूचित जाति का फर्जी प्रमाण पत्र बनवा कर उसका लाभ ले रही थी। सर्वश्रेष्ठ विधायक तथा मिशेल ओबामा के हाथों वीमन इंपावरमेंट का खिताब हासिल कर चुकी रूबी प्रसाद के जाति प्रमाण पत्र की जांच वर्ष 2012 में रामनरेश पासवान की शिकायत पर शुरू हुई थी।



रामनरेश इस वक्त अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग उ.प्र. के उपाध्यक्ष हैं। पासवान का कहना है कि रूबी प्रसाद फर्जी जाति प्रमाण पत्र लेकर विधायक बनीं। यह मामला हाईकोर्ट तक गया। जांच चल रही थी, इसी बीच प्रमुख सचिव समाज कल्याण हिमांशु कुमार को कमेटी बनाकर जांच करने के आदेश दिये गये थे। इसी कमेटी ने रूबी प्रसाद का जाति प्रमाणपत्र फर्जी पाया, जिसके बाद मामला अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग पहुंचा और उनका अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया।



 आयोग के चेयरमैन डा. रामबाबू हरित ने बताया कि इस मामले में रूबी प्रसाद से  हलफनामा मांगा जा रहा था। मगर उन्होंने देने से इनकार कर दिया।