Sunday 30 January 2022

गोरखपुर मासूम की हत्या कर शव को तालाब मे फेका

 

गोरखपुर मासूम की हत्या कर शव को तालाब मे फेका 




उत्तर प्रदेश गोरखपुर त्रिलोकपुर थाना क्षेत्र के लोहरौली गांव में एक जेठानी ने महिला के इकलौते पुत्र की हत्या करके शव को गांव के पोखरे में फेक दिया।



 जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस की पूछताछ में उसने हत्या की बात स्वीकार की। इसके बताए हुए स्थान से शव को बरामद करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। क्षेत्र के लोहरौली गांव निवासी अकरम व इस्लाम दोनों भाइयों का परिवार आपस में बंटवारा कर एक ही छत के नीचे रहते हैं।



 मौजूदा समय में दोनों भाई अपनी रोजी रोटी के लिए मुंबई में हैं। दोनों की पत्नियां गांव लोहरौला में रहती हैं। शनिवार शाम को छोटे भाई अकरम की पत्नी नजमा ने अपने मासूम बच्चे इरशाद (पांच साल) को खाना खिलाने के बाद खेत की ओर चली गई।



करीब एक घंटे बाद वापस आई तो इरशाद को बिस्तर पर न देख बरामदे के दूसरी तरफ सो रही जेठानी जैनब पत्नी इस्लाम से पूछा कि बेटा कहां है। उसने खुद को नीद में होने के साथ जानकारी न होने की बात कही। 




इसके बाद देवरानी नजमा ने पड़ोसियों के साथ ही प्रधान प्रतिनिधि बालक राम चौधरी से पूरी घटना बताई तो उन्होंने तत्काल सूचना त्रिलोकपुर पुलिस को दी। लोहरौली गांव पंहुचे प्रभारी निरीक्षक त्रिलोकपुर राम कृपाल शुक्ल की टीम ने दोनों महिलाओं से बात कर थाने ले गये। रात में पुलिस ने आरोपी जेठानी जैनब से थाने पर पूछा तो उसने बच्चे इरशाद का मुंह व गला दबाकर मारने और लाश को गांव के पश्चिम स्थित तालाब के पानी में छिपाने की बात बताई।



 आरोपी के बताए स्थान पर करीब दस बजे रात में पुनः वापस पंहुची त्रिलोकपुर पुलिस ने इरशाद को सैवालो के नीचे गहरे पानी से बाहर निकाला। लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।

आजमगढ़ मानवाधिकार फाउंडेशन ऑफ इंडिया के कार्यालय सरायमीर में मासिक बैठक संपन्न हुई।


 आजमगढ़ मानवाधिकार फाउंडेशन ऑफ इंडिया के कार्यालय सरायमीर में मासिक बैठक संपन्न हुई।




उत्तर प्रदेश आजमगढ़ सरायमीर  मानवाधिकार फाउंडेशन ऑफ इंडिया के कार्यालय खरेवा मोड़ पर मासिक बैठक की गई ।



 जिसमें इफ्तिखार अहमद  राष्ट्रीय अल्पसंख्यक प्रमुख ने मीटिंग में आए लोगों को सुझाव दिया उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार से जो सुविधाएं जनता को प्राप्त है ज्यादा  तर वह सुविधा जनता को   मिलता नहीं है ऐसी दशा में हमारी टीम मानवाधिकार फाउंडेशन के पदाधिकारियों का कर्तव्य है की। टीम के सहयोग से जनता तक हर सुविधा को पहुंचाया जाए।



 और बैठक मे प्रदेश महासचिव अमित जायसवाल ने पदाधिकारियों को सुझाव देते हुए बताया कि आज समाज में हर प्रति मिनट पर मानवाधिकार का हनन हो रहा है ऐसी दशा में हम सब का कर्तव्य है कि हम सब एक सूत्र में बांध कर मानवाधिकार का हनन के विरुद्ध आवाज़ उठाएं और जनता को उनका अधिकार दिलाने में सहयोग करें।




साथ ही मानवाधिकार फाउंडेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज पटेल ने अपने पदाधिकारियों को अवगत कराते हुए कहा कि सबसे पहले जितने पदाधिकारी हैं अपने अपने यूनिट को मजबूत बनाएं क्योंकि जब यूनिट मजबूत होगा तब संगठन मजबूत होगा जब संगठन मजबूत होगा तो हमारी टीम मजबूत होगी। क्योंकि  टीम के बिना कोई काम सफल नहीं होता। ऐसी दशा में संस्था को मजबूत बनाने में अपना पूरा सहयोग करें।




इस मौके पर अब्दुल वफा, रामकृपाल , संजय कुमार , मोहम्मद सलमान , तबरेज आलम , त्रिभुवन बरनवाल , अफजल , मोहम्मद आरिफ , हरेंद्र कुमार राजभर , मोहम्मद फैसल , अमित गुप्ता , अनिल कुमार प्रजापति , आदि लोग उपस्थित।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के चेहरे पर आपत्तिजनक फोटो बनाकर वायरल करने वाला गिरफ्तार


 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के चेहरे पर आपत्तिजनक फोटो बनाकर वायरल करने वाला गिरफ्तार 




आजमगढ़ पुलिस की ट्वीटर हैंडल यह शिकायत प्राप्त हुई कि अमित कुमार यादव पुत्र सभाजीत यादव निवासी ध्यानीपुर भीखमपुर थाना अतरौलिया जनपद आजमगढ द्वारा अपने मोबाइल नं0 से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के चेहरे को एक महिला के फोटो को एडिट कर फेसबुक पर वायरल किया गया है   जो आपत्तिजनक है।



 इस सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने आरोपी अमित कुमार यादव के घर ग्राम ध्यानीपुर भीखमपुर पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया है।



 आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल को कब्जे में लेकर पुलिस अग्रिम कार्यवाही कर रही है।

आजमगढ़ अभी जिंदा है मेड इन बम्हौर असलहों का क्रेज तीन गिरफ्तार


 आजमगढ़ अभी जिंदा है मेड इन बम्हौर असलहों का क्रेज तीन गिरफ्तार



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ कैसेट किंग गुलशन कुमार की डेढ़ दशक पूर्व हुई हत्या के बाद सुर्खियों में आया आजमगढ़ जनपद का बम्हौर गांव लगता है आज भी अपनी सरहद में बनाए गए असलहों की साख पर बट्टा नहीं लगने देता। 




या फिर जनपद के अन्य क्षेत्रों में अवैध असलहों की फैक्ट्री बखूबी अपने काम को अंजाम दे रही। इस बात को बल मिलता है जनपद की पुलिस द्वारा तीन लोगों की अवैध असलहों के साथ गिरफ्तारी के बाद। जिले के मुबारकपुर, महाराजगंज व रौनापार थाना क्षेत्रों में 24 घंटे के अन्दर अवैध असलहों और कारतूस के साथ तीन लोग गिरफ्तार किए गए।




मुबारकपुर थाने की पुलिस ने कस्बे से सटे अशरफिया यूनिवर्सिटी के पास स्थित शहीद नगर मोड़ पर शनिवार की रात एक व्यक्ति को 12 बोर तमंचा व कारतूस के साथ गिरफ्तार किया।




 पकड़ा गया मोहम्मद शाहिद जफर पुत्र स्व० जफर अहमद कस्बे के मोहल्ला पूरा रानी का निवासी बताया गया है। वहीं महाराजगंज थाने की पुलिस ने शनिवार की शाम बिलरियागंज थाना क्षेत्र की सीमा पर स्थित चेकिंग प्वाइंट पर वाहन चेकिंग के दौरान एक व्यक्ति को 315 बोर तमंचा व दो जिंदा कारतूस के साथ पकड़ा।



 गिरफ्तार किया गया मोहम्मद जैद पुत्र महबूब क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव का निवासी बताया गया है। इसी क्रम में रौनापार थाने की पुलिस ने रविवार को दिन में चालाकपुर तिराहे पर वाहन चेकिंग के दौरान स्थानीय निवासी सचिन कुमार पुत्र महेंद्र राम को 315 बोर तमंचा व दो जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया। सभी आरोपियों के खिलाफ संबंधित थाने में शस्त्र अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है।

10 फरवरी से सात मार्च तक एग्जिट पोल पर चुनाव आयोग ने लगाई रोक


 10 फरवरी से सात मार्च तक एग्जिट पोल पर चुनाव आयोग ने लगाई रोक




लखनऊ उत्तर प्रदेश  विधानसभा चुनाव को देखते हुए चुनाव आयोग ने 10 फरवरी की शाम सात बजे से सात मार्च को शाम साढ़े छह बजे के बीच प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया द्वारा एग्जिट पोल के जरिए चुनाव के सम्भावित परिणामों के प्रकाशन या प्रसारण करने पर रोक लगा दी है। 





इसका उल्लंघन करने वाले व्यक्ति को दो साल तक की सजा या जुर्माना अथवा दोनों ही दण्ड दिया जा सकता है। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल ने बताया कि केन्द्रीय चुनाव आयोग के निर्देश के क्रम में विधान सभा चुनाव के अन्तर्गत प्रदेश में 10 फरवरी 2022 (गुरुवार) को शाम सात बजे से सात मार्च 2022 (सोमवार) को शाम साढ़े छह बजे तक के बीच की अवधि के दौरान चुनाव के सम्बंध में किसी भी प्रकार के एग्जिट पोल का आयोजन करना तथा प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा इसके परिणाम के प्रकाशन या प्रचार अथवा किसी भी अन्य तरीके से उसका प्रचार-प्रसार करना प्रतिबंधित होगा।



मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कोई भी व्यक्ति कोई मत सर्वेक्षण नहीं किया जाएगा और किसी मत सर्वेक्षण के परिणाम का, ऐसी अवधि के दौरान जो निर्वाचन आयोग द्वारा इस संबंध में अधिसूचित की जाए, प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रकाशन या प्रचार या किसी भी प्रकार की अन्य रीति से प्रसार नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि ऐसा कोई व्यक्ति, जो इस धारा के उपबंधों का उल्लंघन करेगा, उसे दो वर्ष तक का कारावास या जुर्माने से या दोनों से, दंडित किया जा सकेगा। साधारण निर्वाचनों के संबद्ध मतदान क्षेत्रों में मतदान की समाप्ति के लिए नियत समय पर समाप्त होने वाले 48 घंटों की अवधि के दौरान किसी भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में किसी भी ओपिनियन पोल या अन्य किसी मतदान सर्वेक्षण के परिणामों सहित किसी भी प्रकार के निर्वाचन संबंधी मामले के प्रदर्शन पर प्रतिबन्ध होगा।

आजमगढ़ जिलाधिकारी ने डीआईओएस के खिलाफ कार्यवाही के लिए शासन और चुनाव आयोग को भेजा रिपोर्ट।


 आजमगढ़ जिलाधिकारी ने डीआईओएस के खिलाफ कार्यवाही  के लिए शासन और चुनाव आयोग को भेजा रिपोर्ट।



जांच में टेट परीक्षा में नकल कराने में डीआईओएस की संलिप्तता मिली।



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ जनपद में हाल ही में संपन्न हुई टीईटी में नकल कराने का ठेका लेने वाले डीआईओएस कार्यालय के एक लिपिक सहित कई विद्यालयों के प्रबंधकों को पुलिस ने भारी भरकम रुपयों के साथ गिरफ्तार किया था। 



मामला उजागर होने पर जिलाधिकारी ने एडीएम प्रशासन से जांच करवाई। जिसमें डीआईओएस की भी संलिप्तता पाई गई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने डीआईओएस के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन और चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेजा है।



बताते चलें कि जिले में 23 जनवरी को टीईटी आयोजित की गई थी। जिसमें परीक्षा को पास कर शिक्षक बनने की चाह रखने वालों ने नकल माफियाओं से संपर्क किया और उन्हें ठेका दे दिया। परीक्षा से पहले ही रामपुर जिला सहित अन्य क्षेत्रों के नकल माफिया जिले में सक्रिय हो गए और स्कूल के प्रबंधकों से साठगांठ करके नकल कराने की रणनीति तैयार कर ली। उधर, नकल माफियाओं के सक्रियता का इनपुट एसपी अनुराग आर्य को हुई तो वे पुलिस टीम लगाकर 23 जनवरी की सुबह से ही शहर के होटल और लाज में ठहरे आरोपियों को उठाने लगे। परीक्षा समाप्त होने के दूसरे दिन ही पुलिस ने 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर इनके पास से 2.70 लाख रुपये नगद, 48.50 लाख रुपये का चेक, दो लग्जरी कार और नकल माफियाओं के संबंध में लिखे गए महत्वपूर्ण नोट्स वाली डायरी बरामद की।



 गिरफ्तार आरोपियों में डीआईओएस कार्यालय में तैनात लिपिक और कई विद्यालयों के प्रबंधक भी शामिल हैं। पुलिस के खुलासे के बाद जिलाधिकारी ने पूरे मामले की जांच एडीएम प्रशासन अनिल कुमार मिश्रा से करवाई। एडीएम की जांच में जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) भी दोषी पाए गए। 



एडीएम की रिपोर्ट पर डीएम ने डीआईओएस के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन और चुनाव आयोग को पत्र भेजा है।

आजमगढ़ के जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने बताया कि टीईटी परीक्षा में नकल कराने के आरोप में डीआईओएस कार्यालय का एक कर्मचारी गिरफ्तार होने पर एडीएम से पूरे मामले की जांच कराई गई। इसमें जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) की भी भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन और चुनाव आयोग को पत्र लिखा गया है।