Saturday 6 April 2024

आजमगढ़ फूलपुर पेड़ से टकराई कार, एक की मौत, 2 घायल घर वापस लौटते समय हुई दुर्घटना, मचा कोहराम


 आजमगढ़ फूलपुर पेड़ से टकराई कार, एक की मौत, 2 घायल


घर वापस लौटते समय हुई दुर्घटना, मचा कोहराम



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के इटकोहिया मोड़ पर बीती देर रात कार अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में कार सवार एक युवक की मौत हो गई तो वहीं कार में सवार दो अन्य घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायल को इलाज के लिए अस्पताल भेजा और मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए मर्चरी भेजवा दिया। निजामाबाद थाना क्षेत्र के खुटहना गांव निवासी संतोष यादव (34) अपने भाई विशाल (23) व भांजा आकाश (6) के साथ अपनी कार से रायबरेली गए थे। कार संतोष यादव चल रहे थे।


 बीती रात संतोष, भाई व भांजे के साथ वापस लौट रहा था। रात लगभग 10 बजे कार फूलपुर कोतवाली के इटकोहिया मोड़ के पास ही पहुंची थी कि अचानक से अनियंत्रित होकर सड़क किनारे स्थित पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में कार सवार संतोष, विशाल व आकाश घायल हो गए। सूचना पर पहुंची फूलपुर कोतवाली पुलिस ने सभी घायलों को कार से बाहर निकाल कर इलाज के लिए जिला अस्पताल के लिए रवाना किया। रास्ते में ही संतोष ने दम तोड़ दिया। विशाल व आकाश को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतक संतोष दो पुत्री व एक पुत्र का पिता था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया है।

आजमगढ़ बिलरियागंज सरकारी मदद व गिरफ्तारी को लेकर शव का अंतिम संस्कार से इंकार बिलरियागंज क्षेत्र में हमले में घायल वृद्ध की हुई थी मौत एसडीएम व सीओ के हस्तक्षेप से मामला निपटा


 आजमगढ़ बिलरियागंज सरकारी मदद व गिरफ्तारी को लेकर शव का अंतिम संस्कार से इंकार


बिलरियागंज क्षेत्र में हमले में घायल वृद्ध की हुई थी मौत


एसडीएम व सीओ के हस्तक्षेप से मामला निपटा



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ पट्टीदारों से भूमि विवाद को लेकर किए गए जानलेवा हमले में घायल बुजुर्ग की मौत के बाद शव को घर पर लाए परिजनों ने शनिवार को मृतक परिवार की मदद एवं आरोपितों की गिरफ्तारी समेत अन्य मांगों को लेकर मृतक का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। मामले की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचे एसडीएम व सीओ सगड़ी के समझाने पर किसी तरह परिवार के लोग शव का दाहसंस्कार करने को राजी हुए।


बिलरियागंज थाना क्षेत्र के बरौली दिवाकरपट्टी गांव में बीते 26 मार्च 2024  को विवादित भूमि पर कब्जा करने को लेकर दो पक्षों में हुई मारपीट में गंभीर रूप से घायल 65 वर्षीय श्रीकांत शुक्ल की गुरुवार की रात लखनऊ में उपचार के दौरान मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार की रात परिवार के लोग शव को लेकर घर पहुंचे और शनिवार की सुबह शव का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया। मृतक पक्ष आरोपितों की गिरफ्तारी व मृतक आश्रितों को सरकारी मदद के साथ अन्य मांगों को पूरा करने की जिद पर अड़ गए। 


इसकी जानकारी होने पर एसडीएम सगड़ी नरेंद्र कुमार गंगवार व सीओ शुभम मय फोर्स मौके पर पहुंच गए। गांव के लोगों के साथ ही मृतक के परिजन मुआवजा, विवादित भूमि का अविलंब निस्तारण कराए जाने, क्रास केस खत्म करने के साथ ही आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। खबर पाकर एसडीएम सगड़ी नरेंद्र कुमार गंगवार व सीओ सगड़ी शुभम पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। एसडीएम व सीओ से समझाने के आश्वासन पर परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। तनाव को देखते हुए गांव में रौनापार व बिलरियागंज थाने की पुलिस तैनात कर दी गई है।


 बिलरियागंज थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक श्रीकांत के पुत्र सूर्यकांत की तहरीर पर हमलावर पक्ष के सत्यनरायन पांडेय, विजय नरायन पांडेय, संतोष पांडेय, दीपक पांडेय, शिवनारायन पांडेय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपित विजय नारायन पांडेय को शुक्रवार की सुबह भीमवर नहर पुलिया के समीप से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपितों की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है।

बांदा मुख्तार अंसारी के खाने के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया सवालों की लगी झड़ी...अफसरों को आया पसीना


 बांदा मुख्तार अंसारी के खाने के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया


सवालों की लगी झड़ी...अफसरों को आया पसीना




उत्तर प्रदेश बांदा मुख्तार अंसारी की मौत के आठ दिन बाद बैरक खुलवाकर न्यायिक टीम ने बर्तनों से खाने के अवशेषों और पानी के सैंपल लिए, जिनको जांच के लिए भेज दिया गया। इसके अलावा टीम ने जेल में धीमा जहर देने के आरोपों के बाद निलंबित जेलर व दो डिप्टी जेलरों के बयान लिए। डॉक्टरों द्वारा दिए गए बयानों की कॉपी भी जांच टीम ले गई है। करीब चार घंटे टीम के सदस्यों ने साक्ष्य जुटाए। बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की 28 मार्च 2024 को मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। इस मामले में न्यायिक, मजिस्ट्रेट व विभागीय जांच हो रही है। शुक्रवार सुबह लगभग 11 बजे तीसरी बार एसीजेएम (प्रथम) गरिमा सिंह, एडीएम वित्त राजेश कुमार और फोरेंसिक टीम जेल पहुंची। सूत्र बताते हैं कि एसीजेएम प्रथम की मौजूदगी में मुख्तार की सील बैरक को खोला गया।


फोरेंसिक टीम ने बर्तनों से खाने (खिचड़ी) के अवशेष व बैरक में मिली अन्य खाने की सामग्री के नमूने लिए। बैरक में मिला पानी भी जांच के लिए भेजा गया है। बता दें कि मुख्तार ने 19 मार्च को अपने अधिवक्ता के जरिये बाराबंकी की कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर खाने में धीमा जहर मिलाने का आरोप लगाया था। इसके बाद जेलर योगेश कुमार, डिप्टी जेलर अरविंद कुमार व राजेश कुमार को शासन ने निलंबित दिया था।


शुक्रवार को इन तीनों के बयान दर्ज किए गए। कुछ बंदी रक्षकों के भी बयान लिए गए। जेल सूत्रों के अनुसार न्यायिक मजिस्ट्रेट व एडीएम ने विभागीय जांच के दौरान उपचार करने वाले तीन चिकित्सक हदेश पटेल (फिजीशियन), डॉ. अदिति श्रीवास्तव (सर्जन), डॉ. शिशिर चतुर्वेदी की ओर से दिए गए बयानों की कॉपी ली। डॉक्टरों ने माना है कि 27 मार्च 2024 को मुख्तार की तबीयत ज्यादा खराब थी।