Tuesday 19 December 2023

आजमगढ़ अतरौलिया पुलिस लिखी कार की चपेट में आने से बाइक सवार की मौत, 3 गंभीर हादसे के बाद कार चालक फरार, पुलिस ने वाहन को लिया कब्जे में


 आजमगढ़ अतरौलिया पुलिस लिखी कार की चपेट में आने से बाइक सवार की मौत, 3 गंभीर


हादसे के बाद कार चालक फरार, पुलिस ने वाहन को लिया कब्जे में



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ अतरौलिया थाना क्षेत्र के रामनाथ धनंजय पीजी कॉलेज के सामने एनएच-233 पर तेज रफ्तार इनोवा कार की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं।


प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह लगभग साढ़े 10 बजे खालिसपुर गांव निवासी 55 वर्ष के फूलचंद चौहान पुत्र बलदेव घर से अपनी मोटरसाइकिल से खेत देखने निकले थे। खेत देखकर राष्ट्रीय राजमार्ग 233 पर बना डिवाइडर पार कर रहे थे कि इसी दौरान अंबेडकर नगर की ओर से आ रही तेज रफ्तार इनोवा कार ने टक्कर मार दी। इससे फूलचंद की मौके पर ही मौत हो गई। दूसरी ओर अनियंत्रित इनोवा कार एक ई रिक्शा में जा टकराई जिससे ई रिक्शा चालक समेत उसमे सवार तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। इनोवा गाड़ी को छोड़ ड्राइवर फरार हो गया है। स्थानीय लोगों ने घायलों को नजदीकी सौ शैया अस्पताल पहुंचाया, जहां हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने सभी घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। 


घायलों में मुख्य रूप से अनिरुद्ध तिवारी 39 वर्ष पुत्र भैया राम तिवारी निवासी पिपरी, हथिना राजपुर अंबेडकर नगर, ई रिक्शा चालक आत्माराम 40 वर्ष पुत्र संग्राम निवासी हाफिजपुर आलापुर अंबेडकर नगर, कार्तिक सिंह 14 वर्ष पुत्र राजीव निवासी इंदईपुर अंबेडकर नगर बताये जा रहे हैं। सूचना मिलते ही उपनिरीक्षक संतोष कुमार अन्य पुलिसकर्मियों के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। मृतक फूलचंद घर पर ही रहकर खेतीबारी करते थे। इनके पास तीन लड़के सकलदीप, बंटी, सनोज है जिनका विवाह हो चुका है। मौत की खबर सुनकर पत्नी देवराजी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है । पुलिस ने इनोवा कार को अपने कब्जे में ले लिया है जिस पर आगे पुलिस लिखा हुआ है।

आजमगढ़ दीवानी बार-अशोक पाण्डेय अध्यक्ष व आनंद श्रीवास्तव मंत्री निर्वाचित हुए समर्थक अधिवक्ताओं ने विजेताओं को फूल मालाओं से किया स्वागत


 आजमगढ़ दीवानी बार-अशोक पाण्डेय अध्यक्ष व आनंद श्रीवास्तव मंत्री निर्वाचित हुए


समर्थक अधिवक्ताओं ने विजेताओं को फूल मालाओं से किया स्वागत



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ दीवानी बार एसोसिएशन के चुनाव में अशोक कुमार पाण्डेय अध्यक्ष तथा आनंद श्रीवास्तव मंत्री निर्वाचित हुए। चुनाव परिणामों की घोषणा होते ही समर्थक अधिवक्ताओं ने विजयी प्रत्याशियों को फूल मालाओं से लाद दिया। अध्यक्ष पद पर अशोक कुमार पाण्डेय को कुल 497 वोट मिले। जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी वीरेंद्र कुमार यादव को 446 मत मिले। ओम प्रकाश मिश्र 252 मत पाकर तीसरे नंबर पर अनिल कुमार सिंह 186 मत पा कर चौथे स्थान पर,प्रमोद कुमार सिंह 124 मत पाकर पांचवे स्थान स्थान पर रहे।इस पद के प्रत्याशी जय राम को 50 मत, बांके लाल यादव को 34 मत,अशोक सिंह को 25 मत तथा हृदय नारायन सिंह को मात्र15 मत मिले।


मंत्री पद पर आनंद श्रीवास्तव 467 मत पाकर विजयी हुए।उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी रवींद्र कुमार यादव को 430 मत मिले। इस पद के अन्य प्रत्याशी नीरज द्विवेदी को 251 मत, अरुणेंद्र कुमार सिंह को 148 मत, विजय बहादुर सिंह को 100 मत, रमापति सिंह यादव को 77 मत, जगदंबिका चतुर्वेदी को 77 मत , सोरख़ यादव को 59 मत, जफर हुसैन खान को 43 मत, अब्दुर्रहमान को 32 मत,संतोष दूबे को 17 मत तथा सत्येंद्र सिंह को 06 मत पा कर संतोष करना पड़ा।


वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर सैफ उमर खान 618 मत पाकर विजयी हुए। उनके अन्य प्रतिद्वंदी ईश्वर शरण लाल को 337 मत, शांति स्वरूप मिश्र को 294 मत, जनार्दन सिंह को 278 मत तथा विजय बहादुर राय को 211 मत मिले। 


कनिष्ठ उपाध्यक्ष के दो पदों पर अरुण कुमार पांडेय 614 मत तथा स्वप्निल यादव 596 मत पाकर जीते। इस पद के चार अन्य प्रत्याशी महेंद्र यादव को 498 मत,शैलेंद्र प्रताप पांडेय को 437 मत, हरि कुमार राम को 399 मत ,देवेंद्र प्रसाद राम को 301 मत, पाकर संतोष करना पड़ा।


सह मंत्री के तीन पदों पर शशिकांत पांडेय 708 मत, बृजलाल यादव 665 मत तथा राम नारायन राय 547 मत पाकर विजयी हुए। इस पद के प्रत्याशी राजेश कुमार 531 मत , दीपक कुमार सिंह 520 मत,मिथिलेश गुप्ता 504 मत, बिपिन कुमार राय 487 मत,कौशल कुमार गिरी 347 मत तथा शफीउद्दीन को 272 मत मिले।


मतगणना मंगलवार को सुबह आठ बजे से आरंभ हुई। सभी प्रत्याशियों के सामने बैलेट बॉक्स खोल कर मतपत्रों के बंडल बनाए गए। सबसे पहले कोषाध्यक्ष, आडिटर पदो की मतगणना आरंभ हुई। ऑडिटर पद पर सुभाष चंद्र विश्वकर्मा 978 मत पाकर जीते जबकि उनके एकमात्र प्रतिद्वंदी राकेश कुमार सिंह को 681 मिले। वहीं कोषाध्यक्ष पद पर सुरेंद्र जायसवाल 869 मत पाकर जीते जबकि उनके एकमात्र प्रतिद्वंदी बृजेश कुमार मिश्र कुल 812 मत प्राप्त हुए।


वरिष्ठ कार्यकारिणी के छह पदों पर अरुण कुमार यादव, इंद्रजीत यादव, देवनंदन यादव, रमाशंकर यादव, राहुल श्रीवास्तव तथा श्रीराम पांडेय निर्विरोध निर्वाचित हुए। 


वही कनिष्ठ कार्यकारिणी पर के छ पदों पर अजय कुमार यादव, अजय कुमार यादव, प्रतीश कुमार राय, प्रहलाद सिंह, मारुत कुमार पांडेय तथा मोहम्मद महताब फारुकी निर्विरोध निर्वाचित हुए।दीवानी बार एसोसिएशन के चुनाव अधिकारी बृजेश कुमार सिंह ने चुनाव प्रक्रिया में सहयोग करने के लिए सभी अधिवक्ताओं के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

आजमगढ़ भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश हुआ माफिया अखण्ड प्रताप सिंह आधा दर्जन थानों की फोर्स के साथ इंटेलीजेंस की टीम रही मौजूद


 आजमगढ़ भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश हुआ माफिया अखण्ड प्रताप सिंह


आधा दर्जन थानों की फोर्स के साथ इंटेलीजेंस की टीम रही मौजूद



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बरेली जेल में बंद माफिया अखंड प्रताप सिंह की मंगलवार को गैंगस्टर कोर्ट में पेशी हुई। इस दौरान उन्होंने जज से दवा और खाने की मांग रखी। जिसे मानवीयता के आधार पर जज ने स्वीकार कर लिया। वहीं कोर्ट ने चुनाव के कारण नौ जनवरी को अगली सुनवाई की तिथि मुकर्रर की।


बताते चलें कि तरवां ब्लाक प्रमुख रहे अखंड प्रताप सिंह के ऊपर मशहूर ट्रांसपोर्टर धनराज यादव की हत्या का आरोप है। अखंड प्रताप सिंह ने 11 मई 2013 की देर शाम को धनराज यादव के वाहन पर हमला बोल दिया था। ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर न केवल उसकी हत्या कर दी, बल्कि उसकी राइफल आदि लूटकर फरार हो गया। उसके ऊपर करीब 35 मामले दर्ज बताए गए हैं। 2017 में वह बसपा के टिकट पर अतरौलिया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी लड़ा। इसके बाद पुलिस की नजरों से ओझल हो गया। काफी दिनों तक फरार रहने के कारण पुलिस ने उसके ऊपर ढ़ाई लाख का इनाम घोषित करते हुए गैंगस्टर लगा दिया। इनाम घोषित होने के बाद अखंड प्रताप सिंह ने पुलिस को चकमा देते हुए 2019 में कोर्ट में समर्पण कर दिया। वर्तमान में वह बरेली कारागार में निरुद्ध है। मंगलवार को गैंगस्टर कोर्ट ने उसे तलब किया। कोर्ट में उसने 113 का बयान दर्ज कराया। अगली तारीख नौ जनवरी मुकर्रर कर दी गई। इस दौरान माफिया अखंड प्रताप सिंह ने जज से दवा खिलाने की व्यस्था कराए जाने की मांग की। जिसे मानवीयता के आधार पर जज ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद वह कड़ी सुरक्षा के बीच फिर बरेली जेल के लिए रवाना कर दिया गया।


ट्रासंपोर्टर धनराज यादव की हत्या के साथ ही अखंड प्रताप सिंह छह जनवरी 2021 को लखनऊ के कठौता चौराहे पर हुई अजीत सिंह की हत्या में भी ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह के साथ संयुक्त आरोपी है। ट्रांसपोर्टर हत्याकांड में भी उसके साथ एक और व्यक्ति आरोपी था। चार्जशीट दाखिल होने से पहले ही उक्त व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी।


माफिया अखंड प्रताप सिंह की पेशी को लेकर पुलिस प्रशासन काफी मुस्तैद नजर आया। दीवानी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इतना ही नहीं माफिया अखंड प्रताप सिंह को भी पुलिस द्वारा बुलेट प्रूफ जैकेट पहनाई गई थी।

लखनऊ एडीजी और आईजी पर आरोप लगाने वाली महिला आईपीएस पर एक्शन एसपी पूजा यादव समेत 2 का तबादला


 लखनऊ एडीजी और आईजी पर आरोप लगाने वाली महिला आईपीएस पर एक्शन


एसपी पूजा यादव समेत 2 का तबादला



उत्तर प्रदेश लखनऊ अपने वरिष्ठ अफसरों पर गंभीर आरोप लगाने वाली महिला आईपीएस पर एक्शन हो गया है। रेलवे में एसपी पूजा यादव समेत दो आईपीएस अफसरों का तबादला किया गया। लखनऊ में रेलवे में एसपी पूजा यादव को पुलिस निदेशक मुख्यालय संबंध कर दिया गया। इसके अलावा देव रंजन वर्मा को एसएसआईटी से रेलवे एसपी के पद पर तैनाती की गई। 


दरअसल, महिला आईपीएस पूजा यादव ने एडीजी और आईजी पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए डीजीपी से लिखित शिकायत की थी। डीजीपी को भेजे गए शिकायती पत्र में पूजा ने कहा है कि दोनों ही अफसर बिना वजह उसके कार्यक्षेत्र में बाधा डालते हैं। साथ ही उसकी जाति को लेकर भी अभद्र टिप्पणी करते हैं। महिला अफसर की शिकायत को डीजीपी ने गंभीरता से लिया है। डीजीपी ने फिलहाल आरोपित अफसरों पर जांच बैठा दी है। पूरे मामले की जांच डीजी कर रहे हैं। महिला आईपीएस ने डीजीपी को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि एडीजी और आईजी लगातार उनहें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। दोनों ही अफसर लगातार उनके कार्यक्षेत्र में बेवजह अड़चन पैदा करते हैं। इसके साथ ही जाति को लेकर भी अभद्र टिप्पणी की जाती हैं।


 डीजीपी को भेजे शिकायती पत्र में महिला अफसर ने आरोप लगाया है कि कुछ दिन पहले महिला हेड कांस्टेबल के साथ वारदात हुई थी। उस मामले को लेकर भी दोनों अफसरों ने अभद्रता की थी। जबकि हेड कांस्टेबल के साथ हुई वारदात महिला अफसर के कार्यक्षेत्र की नहीं थी। महिला की शिकायत तो पुलिस विभाग ने गंभीरता से लिया है। महिला का आरोप है कि दोनों अधिकारी विभागीय कार्यों में उन्हें बाईपास करके उनके जूनियर अफसरों से समन्वय कर रहे थे। दोनों ही वरिष्ठ अफसर महिला अफसर को लगातार मानसिक प्रताड़ना दे रहे थे। इसके बाद से महिला अफसर लगातार टेंशन में रहने लगी। इसके बाद महिला अफसर निजी कारणों का जिक्र करते हुए लंबी छुट्टी पर चली गई है। डीजीपी ने बताया कि महिला द्वारा जिन दो अफसरों पर आरोप लगाए गए हैं उनके खिलाफ विभाग की ओर से जांच बिठा दी गई है। डीजी स्तर के अधिकारियों से दोनों अफसरों के खिलाफ जांच की जा रही है।

आजमगढ़ जब 5 मिनट में ढीली हो गई ठेकेदार की हेकड़ी अधिकारी संग पुलिस को सामने देख ठंडी में छूटा पसीना पुरानी पुलिस आफिस पर बाल मजदूरों द्वारा काम कराये जाने का मामला


 आजमगढ़ जब 5 मिनट में ढीली हो गई ठेकेदार की हेकड़ी


अधिकारी संग पुलिस को सामने देख ठंडी में छूटा पसीना


पुरानी पुलिस आफिस पर बाल मजदूरों द्वारा काम कराये जाने का मामला



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ बाल श्रम को रोकने के लिए जहां प्रदेश स्तर पर सरकार द्वारा मुहिम चलाकर कार्रवाई की जा रही वहीं जनपद में बाल मजदूरी का एक अजीबो गरीब वाकया सामने आ गया। जी हां मामला पुराने पुलिस अधीक्षक कार्यालय का है, जहां पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर उसके मलबे को हटाने का काम चल रहा है। ठेकेदार द्वारा यह कार्य कम उम्र के बच्चों द्वारा करवाया जा रहा था। जब यह बात पत्रकार बन्धुओं को पता चली तो वे मौके पर जाकर इस बावत ठेकेदार से पूछताछ की तो ठेकेदार द्वारा हेकड़ी दिखाते हुए कहा गया कि अच्छी तरह से फोटो, वीडियो बना लीजिए, इसका कोई मतलब नहीं निकलेगा।


 पत्रकारों द्वारा मौके की पूरी तस्वीर अपने कैमरे में कैद कर इस बावत सम्बन्धित अधिकारी का बयान लिया गया तो अधिकारी सन्न रह गये। उप श्रमायुक्त शशिकांत पांडेय ने थाना एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकंग यूनिट प्रभारी अभय कुमार मिश्रा के साथ पुराना पुलिस आफिस में छापेमारी की। इस दौरान दो बालक काम करते हुए पाए गए। पुलिस ने दोनों बालकों को स्वजन की सुपुर्दगी में दिया गया। मौके पर अधिकारियों संग पुलिस को देखते ही ठेकेदार की हेकड़ी ढीली हो गयी और इस ठंड के मौसम में उसके माथे पर पसीने आ गये। ठेकेदार को अधिनियम का उल्लंघन करने के संबंध में श्रमविभाग की तरफ से नोटिस जारी की गई।