लखनऊ रिटायर्ड आईएएस की पत्नी का कत्ल
कहीं 90 लाख तो नहीं हत्या की वजह.....
किसी को भी यह रकम देना नहीं चाहती थीं मोहिनी
लखनऊ के इंदिरानगर के सेक्टर-20 में शनिवार सुबह बदमाशों ने दिनदहाड़े घर में घुसकर सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या कर लूटपाट की। देवेंद्र गोल्फ खेलकर घर पहुंचे तो पहली मंजिल पर पत्नी का शव पड़ा देखा। दुपट्टे से गला कसा था और सिर पर भारी चीज से वार किया गया था। पुलिस, डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम ने छानबीन की। सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही हैं। वारदात के खुलासे के लिए पांच टीमों को लगाया गया है।
सेवानिवृत्त आईएएस देवेंद्र दुबे की पहली पत्नी मीना का निधन हो चुका है। वे इंदिरानगर के सेक्टर-20 में मकान नंबर 20/31 में दूसरी पत्नी मोहिनी दुबे (58) के साथ रहते थे। देवेंद्र प्रयागराज के मंडलायुक्त के साथ रायबरेली व कई जिलों के डीएम रह चुके हैं। सुबह करीब सात बजे वह ड्राइवर रवि के साथ गोल्फ खेलने गए थे। सुबह 9.30 बजे घर लौटे तो देखा कि सारे दरवाजे खुले हैं। वह पहली मंजिल पर गए तो किचन के पास ड्रेसिंग रूम में मोहिनी मृत पड़ी दिखीं। कमरे की अलमारी खुली थी और जेवरात आदि गायब थे। देवेंद्र ने पुलिस को सूचना दी। इस पर पुलिस कमिश्नर, एसबी शिरडकर, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर अपराध आकाश कुलहरि समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ एफआईआर दर्ज कर तफ्तीश शुरू की गई।
बदमाशों ने मोहिनी को बेरहमी से मारा। दुपट्टे से उनका गला कसा और सिर पर भारी चीज से वार किया। अंदेशा है कि पहले सिर पर वार किया। बचने की गुंजाइश न रहे, इसलिए फिर दुपट्टे से गला कस दिया। चेहरे पर भी चोट के निशान हैं। संघर्ष के कोई निशान नहीं मिले हैं। पुलिस के मुताबिक जांच में स्पष्ट हुआ है कि कोई जबरन इंट्री नहीं है। मतलब वारदात को अंजाम देने वाला आसानी से मुख्य गेट से लेकर पहली मंजिल तक गया। ऐसे में अंदेशा है कि घटना में कोई करीबी शख्स है, जिसे मोहिनी जानती थीं। इसके अलावा जिस अलमारी से गहने गायब मिले, उसका लॉक चाबी से खोला गया। यह भी इशारा करता है कि घटना में कोई करीबी शामिल है।
घटना में सिर्फ एक अलमारी खुली मिली। इसी में लॉकर था। मतलब बदमाशों को पता था कि जेवरात कहां हैं। अन्य किसी कमरे में किसी अलमारी आदि को छुआ तक नहीं गया। इसके अलावा जहां घटना को अंजाम दिया गया, वहां देवेंद्र का पर्स रखा था। उसमें पैसे सुरक्षित मिले। मोहिनी ने जो जेवरात पहने, वे भी सुरक्षित मिले। ऐसे में पुलिस को आशंका है कि बदमाशों का मकसद सिर्फ मोहिनी की हत्या करना था। अलमारी से गहने गायब कर लूट का रूप देने की कोशिश की गई। इस पहलू पर तफ्तीश चल रही है। देवेंद्र दुबे का घर सीसीटीवी कैमरों से लैस है। बदमाशों को इसकी पूरी खबर थी। ऐसे में घटना को अंजाम देने के बाद वे डीवीआर ही लूट ले गए। पुलिस पड़ोसियों के घरों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। सूत्रों के मुताबिक फुटेज में दो संदिग्ध कैद हुए हैं। पुलिस ने इन्हें चिह्नित भी कर लिया है। पुख्ता सुराग के आधार पर इनकी तलाश की जा रही है। देवेंद्रनाथ ने 15 दिन पहले गोमतीनगर का एक फ्लैट 90 लाख रुपये में बेचा था।
सूत्रों के मुताबिक यह पूरी रकम मोहिनी ने अपने पास रखी थी। इसके बंटवारे और हिस्सेदारी को लेकर परिवार में विवाद हो रहा था। जानकारी के मुताबिक, देवेंद्र ने भी उन्हें समझाने का प्रयास किया था, लेकिन वह किसी को भी यह पैसा देना नहीं चाहती थी। आशंका है कि कहीं यही रकम तो उनकी हत्या की वजह नहीं बनी। पुलिस इस पहलू पर जांच कर रही है।