Saturday 16 September 2023

गोरखपुर जिसकी वजह से सीएम योगी ने जेल में गुजारे थे 11 दिन 16 साल बाद दबोचा गया गोरखपुर दंगे का मुख्य आरोपी


 गोरखपुर जिसकी वजह से सीएम योगी ने जेल में गुजारे थे 11 दिन


16 साल बाद दबोचा गया गोरखपुर दंगे का मुख्य आरोपी


उत्तर प्रदेश गोरखपुर 2007 में गोरखपुर के दंगे के मुख्य आरोपी शमीम को कोतवाली पुलिस ने 16 साल बाद गिरफ्तार कर लिया। शमीम ने छोटे से विवाद में एक युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी थी। 16 अगस्त 2007 को कोर्ट से जमानत लेने के बाद वह फरार हो गया था। 


गोरखपुर में हुए इसी दंगे के बाद तत्कालीन सांसद व वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को 11 दिन जेल में गुजारना पड़ा था। आरोपी शमीम कोर्ट से जमानत पाने के बाद फरार हो गया था और तभी से फरार था। फरार होने के दौरान वह चेन्नई में छिपा था, करीब छह महीने पहले वह गोरखपुर लौट आया। एसपी सिटी ने पुराने एनबीडब्लू की समीक्षा की तो इस दौरान आरोपी के फरार होने की जानकारी हुई और फिर पुलिस ने उसे पकड़ लिया।

गोरखपुर इन 5 माफियाओं के बुरे दिन शुरू कभी फिल्मी अंदाज में चलाते थे राज


 गोरखपुर इन 5 माफियाओं के बुरे दिन शुरू



कभी फिल्मी अंदाज में चलाते थे राज



उत्तर प्रदेश गोरखपुर सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति से माफियाओं का खौफ धीरे-धीरे खत्म होने लगा है। पब्लिक अब बिना डरे उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा रही है। हाल के पांच महीने में सामने आई घटनाओं में पब्लिक ने पांच माफियाओं के खिलाफ केस दर्ज कराकर यह दिखा दिया है कि उन्हें अब माफियाओं से डर नहीं लगता है। एक समय तब था जब माफिया विनोद उपाध्याय, राकेश यादव, अजीत शाही सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराने की कोई हिम्मत नहीं जुटा पाता था। फिल्मी स्टाइल में यह माफिया अपना राज चलाते थे। पुलिस भी मौन रहकर बैक डोर से उनकी मदद ही करती थी। अब पुलिस इन पर सख्ती दिखाकर पब्लिक में उनका डर खत्म करते हुए एफआईआर दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इसका नतीजा है कि पांच महीने में माफिया विनोद पर पांच से ज्यादा केस दर्ज हुए तो वहीं अजीत शाही पर चार मुकदमे। राकेश यादव पर भी मुकदमे हुए। इनमें एक लाख के इनामी विनोद को छोड़कर अन्य जेल में हैं।


 पुलिस पर भरोसा बढ़ा तो ट्रेंड बदला पहले अपराधियों के जेल जाने के बाद उनके अन्य शिकार फरियादी सामने नहीं आते थे। डर रहता था कि वह छूटने पर उन्हें परेशान करेगा। अब पुलिस न सिर्फ अपराधियों को गिरफ्तार कर रही है बल्कि लम्बे समय जेल में रहें इसके लिए गैंगेस्टर सहित अन्य कार्रवाई कर कर रही है। यही नहीं उनके मुकदमों में सजा दिलाने के प्रयास में भी जुट गई है।


एम्स इलाके के कई लोगों से जमीन के नाम पर जालसाजी करने वाले भू माफिया कमलेश यादव के खिलाफ भी मुकदमे की लम्बी फेहरिस्त खड़ी हो रही है। एक के बाद एक कर अब तक नौ केस एम्स थाने में दर्ज हो चुका है। इसके पहले खोराबार व अन्य थाने में भी सात केस दर्ज है। केस दर्ज कराने के लिए आठ प्रार्थनापत्रों की जांच चल रही है।


 बहरामपुर निवासी कमलेश को एक जुलाई को एम्स पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजवाया उसके बाद ही केस दर्ज कराने वालों की लाइन लग गई है। पुलिस की भी कोशिश है कि उसके खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई कर उसकी अकूत सम्पत्ति को जब्त किया जाए। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि कमलेश यादव का पूरा काला-चिट्ठा तैयार किया जा रहा है। फरियादियों को बुलाकर उन्होंने किस तरह से कमलेश ने उनसे ठगी की है इसकी भी जांच शुरू कर दी है। कैन्ट व एम्स इलाके में दो महिलाओं से ऑटो सवारों ने मंगलसूत्र छीना था। 4 सितंबर को करन सहित अन्य जेल गए। 5 दिन पहले डांगीपार की पूनम ने कैन्ट पहुंच बताया कि उनसे ऑटो सवार चार युवकों ने 2 सितंबर को लूट की थी। गोरखपुर के एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि माफियाओं के खिलाफ खुद पब्लिक सामने आकर केस दर्ज करा रही है। ऐसे लोगों जो किन्हीं कारणों से अभी भी डर रहे हैं उनसे अपील है कि निडर होकर सामने आएं। पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।

आजमगढ़ नरौली पुल के पास नदी में डूबने से महिला की मौत कुछ दिन पूर्व भी एक महिला ने की थी जान देने की कोशिश


 आजमगढ़ नरौली पुल के पास नदी में डूबने से महिला की मौत


कुछ दिन पूर्व भी एक महिला ने की थी जान देने की कोशिश


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ शहर के नरौली के पास शनिवार की सुबह तमसा नदी में डूबने से अज्ञात महिला की मौत हो गई। नरौली पुल मंदिर नदीपास शनिवार की सुबह 50 वर्षीय अज्ञात महिला तमसा नदी में डूब रही थी।


 स्थानीय लोगों ने महिला को डूबते हुए देख लिया। किसी तरह से महिला को बाहर निकाला। महिला अचेत थी, मौके पर भीड़ जुट गई, घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला को मंडलीय अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।


 बता दें कि कुछ दिन पूर्व एक महिला द्वारा नदी में जान देने के नियत से छलांग लगाई गई थी जिसे स्थानीय लोगों की तत्परता से बचा लिया गया।

आजमगढ़ फरिहा मालगाड़ी की चपेट में आकर दिव्यांग की हुई मौत बीती रात घर से हो गया था गायब


 आजमगढ़ फरिहा मालगाड़ी की चपेट में आकर दिव्यांग की हुई मौत


बीती रात घर से हो गया था गायब


उत्तर प्रदेश आजमगढ़ निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरिहा रेलवे स्टेशन से करीब चकरोवा गांव निवासी की शव रेलवे लाइन के किनारे पाया गया। वह मानसिक रूप से विक्षिप्त है।


परिजनों के अनुसार मनजीत कुमार उम्र 25 वर्ष पुत्र ओम प्रकाश की दिमागी हालत ठीक नहीं थी। वह अक्सर घर से इधर-उधर चला जाता था। बीती रात खाना खाने के बाद वह सो गया। करीब 1.30 बजे रात को जब घर वालों की नींद टूटी तो वह बिस्तर पर नहीं था। परिजनों ने जब उसकी खोजबीन शुरू की तो घर से 100 मीटर दूर रेलवे लाइन के किनारे क्षत विक्षत हालत में उसका शव पाया गया। रात करीब 1.30 बजे के करीब आजमगढ़ से शाहगंज जाने वाली मालगाड़ी गुजरी थी। ग्राम प्रधान अमरनाथ ने स्थानीय फरिहा पुलिस चौकी को सूचित किया। मौके पर फरिहा चौकी इंचार्ज सुल्तान सिंह अपने हमराहियों के साथ पहुंचे। आरपीएफ के साथ मिलकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 


मृतक 4 भाई, दो बहन थे। मृतक भाइयों में दूसरे नंबर का था। वह दिमागी रूप से कमजोर था। उसका इलाज चक्रपानपुर पीजीआई में भी चल रहा था। पिता ओम प्रकाश फरिहा रेलवे स्टेशन के पास साइकिल पंचर की दुकान चलाते हैं।

बलिया इंस्पेक्टर की मां की चाकू से गोदकर हत्या घर में थी अकेली, लाखों के आभूषण लूट ले गए बदमाश


 बलिया इंस्पेक्टर की मां की चाकू से गोदकर हत्या



घर में थी अकेली, लाखों के आभूषण लूट ले गए बदमाश



उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में हौसला बुलंद बदमाशों ने सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया है। शहर कोतवाली क्षेत्र के परमंदापुर गांव स्थित मकान में अकेली रह रही इंस्पेक्टर की मां व पूर्व शिक्षिका वीना श्रीवास्तव (80) की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई।


 बदमाश महिला का चौन, लॉकेट, अंगूठी और कान की बाली समेत अन्य सोने-चांदी के लाखों के आभूषण लूट ले गए। बीती रात घटी घटना के बाद से क्षेत्र में सनसनी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और छानबीन में जुटी है। वीना श्रीवास्तव बैरिया थाना क्षेत्र के सोनबरसा की मूल निवासी थीं। परमंदापुर में दो दशक से अधिक समय से आवास बनाकर निवास करती थीं। उनके पति केदार श्रीवास्तव रेलवे में काम करते थे। जिनका वर्ष 2005 में निधन हो गया था। वृद्ध महिला घर पर अकेली रहती थीं। उनके दो पुत्र हैं। बड़ा बेटा सोनू कुमार श्रीवास्तव कानपुर नगर में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है। जबकि छोटा बेटा आनंद कुमार श्रीवास्तव मुंबई में चीफ कंट्रोल ऑफिसर के पद पर रेलवे में तैनात है।


वहीं, एक बेटी स्मिता श्रीवास्तव है, जिसकी शादी हो चुकी है। आसपास के लोगों ने वृद्ध महिला के बड़े पुत्र सोनू श्रीवास्तव को फोन से घटना की जानकारी दी। इसके बाद बड़े पुत्र एवं उनकी पत्नी तुरंत घर पहुंचे। उधर, पुलिस अधीक्षक एस आनंद कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी, सीओ सिटी एसएन वैभव पांडेय समेत कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंचे घटनास्थल का निरीक्षण किया। घटना लूट की है या कुछ और, पुलिस विभिन्न बिंदुओं पर जांच कर रही हैं। वृद्ध महिला की नृशंस हत्या क्षेत्र में चर्चा में है।

आजमगढ़ अहरौला लुटेरी दुल्हन सहित 6 आरोपी गिरफ्तार 10 सितम्बर को हरियाणा से आये दूल्हों को धोखा देकर हो गई थी फरार


 आजमगढ़ अहरौला लुटेरी दुल्हन सहित 6 आरोपी गिरफ्तार


10 सितम्बर को हरियाणा से आये दूल्हों को धोखा देकर हो गई थी फरार



उत्तर प्रदेश आजमगढ़ अहरौला थाना क्षेत्र के खादारामपुर गांव के पास सिक्स लेन के सर्विस रोड पर सात सितंबर को हरियाणा के दूल्हों के साथ हुई लूट की घटना के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने लुटेरी दुल्हन समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हरियाणा के दूल्हे निजामाबाद के शीतला माता मंदिर से शादी कर ऑटो से लौट रहे थे। तभी लुटेरी दुल्हने अपने साथियों के साथ घटना को अंजाम देकर फरार हो गई थी।


 दस सितंबर को हरियाणा के रेवाड़ी जनपद के बावल थाना क्षेत्र के खरूमपुर गांव निवासी हरिराम ने अहरौला थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप था कि जौनपुर जनपद के सरपतहा थाना क्षेत्र के बरउद गांव निवासी रामकुमार, सुल्तानपुर जनपद के दोस्तपुर थाना क्षेत्र के हेना गांव निवासी रामकुंदन, राज तिवारी और दो लड़कियां व कुछ व्यक्ति नाम पता अज्ञात ने शादी का झांसा देकर धोखाधड़ी व छल करके तीन लाख 47 हजार रुपये व कुछ जेवर व कपड़े और तीन मोबाइल लेकर भाग गए है। पुलिस मुकदमा पंजीकृत कर जांच कर रही थी।


मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को अहरौला थाने की पुलिस ने फुलवरिया बाजार में करीब 12.45 बजे अभियुक्त अंगद कुमार निवासी विहराबुजुर्ग थाना अतरौलिया, बृजेश कुमार निवासी कौड़िया शाहगंज थाना शाहगंज जनपद जौनपुर, रामबुझ निवासी लेदौरा थाना अहरौला, राजकुमार निवासी बरऊद थाना सरपतहां जनपद जौनपुर, रामसुन्दर उर्फ कुन्दन निवासी ढेमा थाना दोस्तपुर जनपद सुल्तानपुर व कंचन निषाद निवासी लेदौरा (बलुहअवा) थाना अहरौला को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके पास से 83,000 रुपये बरामद किए।