Friday 1 July 2022

आजमगढ़ पेशी पर आया अभियुक्त फरार एसपी ने आरक्षी व होमगार्ड को किया निलम्बित


 आजमगढ़ पेशी पर आया अभियुक्त फरार


एसपी ने आरक्षी व होमगार्ड को किया निलम्बित





उत्तर प्रदेश आजमगढ़ न्यायालय पेशी पर पुलिस अभिरक्षा में आया अभियुक्त शुक्रवार की सुबह पुलिस को चकमा देकर कोर्ट से फरार हो गया। फरार अभियुक्त की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगाई गईं लेकिन उसका सुराग नहीं लग सका है। इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप सरीखा माहौल है।




 पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ अनुराग आर्य द्वारा आरक्षी अखिलेश गौड़ को जो उक्त अभियुक्त को लेकर कोर्ट आये थे लापरवाही बरतने पर निलम्बित किया गया तथा होमगार्ड राम किशन चौरसिया के विरूद्ध निलम्बन की कार्यवाही हेतु होमगार्ड कमाण्डेन्ट आजमगढ़ को रिपोर्ट भेजी गयी है।




इस संबंध में एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि देवगांव कोतवाली क्षेत्र के मसीरपुर गांव निवासी रविप्रकाश पुत्र राजबहादुर को पुलिस ने अवैध असलहे के साथ गिरफ्तार किया था। शुक्रवार की सुबह अवैध शस्त्र के साथ गिरफ्तार किए गए अभियुक्त को रिमांड के लिए अपर मुख्य दंडाधिकारी कोर्ट लाया गया था। सुबह करीब7.30 बजे कोर्ट में मौजूद भीड़ का लाभ उठाते हुए वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। 



उन्होंने बताया कि फरार अभियुक्त की तलाश में पुलिस की कई टीमें लगा दी गई हैं जो उसे हर संभावित स्थानों पर दबिश दे रही हैं।

आजमगढ़ सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मना सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का जन्मदिवस लोकसभा चुनाव में सपाइयों ने भाजपा को उखाड़ फेंकने का लिया संकल्प


 आजमगढ़ सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मना सपा  राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का जन्मदिवस


लोकसभा चुनाव में सपाइयों ने भाजपा को उखाड़ फेंकने का लिया संकल्प





उत्तर प्रदेश आजमगढ़ समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर गुरुवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का 49वां जन्मदिवस सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मनाया गया।



 इस मौके पर सपाजनों ने केक काटकर अपनी खुशी का इजहार करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष के दीर्घायु की कामना के साथ ही आगामी चुनाव में सत्तासीन केंद्र व प्रदेश सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया।




समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर जन्मदिवस समारोह के अवसर पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने केंद्र व प्रदेश सरकार के नीतियों की आलोचना करने के साथ ही बीते लोकसभा उपचुनाव में कार्यकर्ताओं के परिश्रम की सराहना कर उनका उत्साहवर्धन किया। जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से मतदाता सूची से सपा समर्थकों के नाम गायब कर दिए गए। जिसके कारण समाजवादियों के गढ़ के रूप में अपनी पहचान बनाए रखने वाले इस जनपद में हमारे प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा।



 उन्होंने कहा कि आगामी 2024 में समाजवादी पार्टी के सिपाही पार्टी के प्रत्याशी को भारी मतों से जीता कर वर्तमान हिटलरशाही सरकार को उखाड़ फेंकने का कार्य करेंगे। गोष्ठी का संचालन वरिष्ठ नेता हरिप्रसाद दुबे ने किया। 



इस मौके पर सदर विधायक एवं पूर्व मंत्री दुर्गा प्रसाद यादव, लालगंज विधायक बेचई सरोज, मुबारकपुर विधायक अखिलेश यादव, दीदारगंज विधायक कमलाकांत राजभर, पूर्व राज्यमंत्री रामदुलार राजभर सहित पार्टी के तमाम पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

सुल्तानपुर हाईवे पर ट्रेलर ने ई-रिक्शा को मारी टक्कर, पांच की मौत


 सुल्तानपुर हाईवे पर ट्रेलर ने ई-रिक्शा को मारी टक्कर, पांच की मौत




उत्तर प्रदेश सुल्तानपुर अयोध्या प्रयागराज हाईवे पर ओदरा के पास शुक्रवार सुबह तेज रफ्तार ट्रेलर ने ई- रिक्शा को टक्कर मार दिया। दुघर्टना में आठ लोग घायल हो गए। सभी को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सक ने पांच लोगों को मृत घोषित कर दिया। तीन लोगों की हालत गंभीर होने पर ट्रॉमा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया। 




हादसे की सूचना मिलते ही डीएम रवीश गुप्ता और एसपी सोमेन बर्मा अस्पताल पहुंचे और जानकारी ली।



कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के नेकराही निवासी राम सुरेश (50), फूलकली (55) पत्नी राम नेवाज, रघुवीर ( 55), राजेंद्र (45), निर्मला (53) पत्नी रघुवीर, अमरावती (45) पत्नी राजेंद्र शुक्रवार को ई-रिक्शा पर बैठकर गोसाईगंज थाने के हयातनगर गांव में एक रिश्तेदार की मिट्टी में शामिल होने जा रहे थे। ई-रिक्शा हरीश (35) निवासी कमनगढ़ चला रहा था। ई-रिक्शा पर ही अनुराधा (52) पत्नी सुमित निवासी विनोबापुरी भी बैठी थी।




 ई-रिक्शा ओदरा गांव के पास पहुंचा था। तभी तेज रफ़्तार ट्रेलर ने ई-रिक्शा को टक्कर मार दिया। सभी आठ घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने राम सुमेर, फूलकली, रघुवीर, राजेंद्र और निर्मला को मृत घोषित कर दिया।



 अमरावती, हरीश और अनुराधा की हालत गंभीर होने पर ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है।

पंजाब के सीएम ने अग्निपथ के खिलाफ पास किया प्रस्ताव, सेना में भर्ती की नई योजना को बताया ‘बेतुका


 पंजाब के सीएम ने अग्निपथ के खिलाफ पास किया प्रस्ताव, सेना में भर्ती की नई योजना को बताया ‘बेतुका



 

केंद्र सरकार द्वारा सेना में लागू नई भर्ती योजना यानि अग्निपथ योजना का विरोध बदस्तूर जारी है।  अग्निपथ योजना और पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में केंद्र सरकार के दखल और उसे केंद्र के अधीन करने के विरोध में एक प्रस्ताव पारित कर दिया।



जानकारी के अनुसार  यूनिवर्सिटी को केंद्र के अधीन न करने को लेकर सदन में शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने एक प्रस्ताव पेश किया, जिस पर विचार करने के बाद इसे पारित कर दिया गया। वहीं पंजाब के सीएम भगवंत मान ने अग्निपथ योजना यानि अनुबंध पर सेना के जवानों की भर्ती के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया जिसे ध्वनिमत से पारित कर दिया गया। 



पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार से अग्निपथ योजना को वापस लेने की अपील की है।




पंजाब विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के दो सदस्यों ने पंजाब सरकार द्वारा पीयू और अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रस्ताव लाने का विरोध किया। जबकि अन्य विपक्षी दलों ने भी प्रस्ताव पारित करने का समर्थन किया। आप, कांग्रेस और अकाली दल सहित अन्य सभी सदस्यों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। 



पंजाब के सीएम भगवंत मान  ने अग्निपथ योजना  को केंद्र सरकार का तर्कहीन कदम करार दिया है। वह केंद्र पर जमकर बरसे थे। उन्होंने यह भी कहा था कि अग्निपथ योजना भारतीय सशस्त्र बलों के मूल ताने-बाने को नष्ट कर देगा। सीएम मान ने कहा कि इस योजना से सेना के जवानों का भी हौसला कम होगा। इस प्रस्ताव पर सदन में चर्चा भी हुई।



बता दें कि 14 जून को इस योजना Agnipath Scheme  की शुरूआत की गई थी। इसके तहत सेना में साढ़े 17 से 21 साल तक के युवाओं की भर्ती की जाएगी। चार साल के बाद 25 फीसदी युवाओं को सेना में स्थायी कर दिया जाएगा। सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए अब तक 2 लाख युवाओं ने अग्निपथ योजना में नामांकन कराया है, जो पहले की तुलना में बहुत कम है। 


सरकार द्वारा योजना शुरू किए जाने के बाद पंजाब और हरियाणा सहित देश के अन्य हिस्सों में कई विरोध प्रदर्शन किए गए। पंजाब के विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को उठाया है और सभी दलों ने मिलकर केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने का फैसला किया।

आगरा युवती को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म मंदिर में जबरन की शादी, भाजपा नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज


 आगरा युवती को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म


मंदिर में जबरन की शादी, भाजपा नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज




उत्तर प्रदेश आगरा जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला आईटी प्रभारी पर एक युवती ने अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म करने और जबरन शादी का आरोप लगाया है। एसएसपी के आदेश पर थाना बरहन में भाजपा नेता, उसके दो भाइयों, मां-पिता समेत छह नामजद और 10-12 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।




बरहन थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाले व्यक्ति की ओर से एसएसपी को दिए गए पत्र में कहा गया कि उनकी 20 वर्षीय पुत्री एत्मादपुर क्षेत्र के एक कौशल विकास प्रशिक्षण में 29 मई को गई थी। घर नहीं लौटने पर उसकी तलाश की गई। 31 मई को पता चला कि बेटी को गढ़ी बाजरा निवासी भोला गाड़ी में तीन चार लोगों के साथ लेकर गया है, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई थी।



एक जून को उनकी पुत्री सादाबाद के समीप गांव सरोट में बदहवास हाल में मिली। उसने बताया कि भोला प्रशिक्षण केंद्र के बाहर मिला था। गांव लेकर जाने की बात कहकर गाड़ी में बैठा लिया, जिसमें तीन-चार लोग पहले से सवार थे। गाड़ी में ही उसे कुछ सुंघाकर बेहोश कर दिया गया। इसके बाद उसे गाजियाबाद ले गए, जहां सामूहिक दुष्कर्म किया गया। विरोध पर पिटाई भी की। 30 मई को आर्य समाज मंदिर में जबरन शादी कर ली। विरोध करने पर भाजपा नेता होने की धौंस दी गई।




 आरोप है कि कई बार पुलिस में शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हुई। एसएसपी के आदेश पर 26 जून को भोला सिंह, उसके भाई नीरज, चेतन, पिता थान सिंह, मां गोला देवी निवासी गढ़ी बाजरा, डॉ. दिनेश सिंह निवासी उस्मानपुर, खंदौली और 10 से 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।



 थानाध्यक्ष शेर सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

लखनऊ मायावती ने संगठन को लेकर की बड़ी कार्रवाई बसपा में मंडल खत्म कर जोन व्यवस्था लागू, प्रदेश प्रभारी हटाए, निकाय कमेटी गठित


 लखनऊ मायावती ने संगठन को लेकर की बड़ी कार्रवाई


बसपा में मंडल खत्म कर जोन व्यवस्था लागू, प्रदेश प्रभारी हटाए, निकाय कमेटी गठित




लखनऊ बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर संगठन में व्यापक फेरबदल किया है। मंडलीय व्यवस्था को समाप्त करते हुए प्रदेश को छह भागों में बांटते हुए तीन-तीन मंडल का एक जोन बनाया है। प्रत्येक जोन में दो-दो मुख्य जोन इंचार्ज बनाए गए हैं। इसके साथ ही प्रदेश प्रभारी का पद भी समाप्त कर दिया गया है। बसपा सुप्रीमो ने गुरुवार को मंडल प्रभारियों की बैठक बुलाई थी। इसमें संगठन के विस्तार को लेकर दी गई जिम्मेदारियों की चर्चा की गई। बसपा में अभी तक मंडलीय व्यवस्था थी। इसमें तीन प्रभारी हुआ करते थे। 



मायावती को सीधे फीडबैक देने के लिए मुनकाद अली, राजकुमार गौतम और विजय प्रताप तीन प्रदेश प्रभारी बनाए गए थे। ये सभी व्यवस्थाएं समाप्त कर दी गई है।



नई व्यवस्था में तीन मंडल पर एक जोन इसमें दो मुख्य जोन इंचार्ज और प्रत्येक मंडल पर तीन से पांच प्रभारी बनाए गए हैं। मंडल स्तर पर यह काम देखेंगे और मुख्य जोन इंचार्ज को इसकी सूचना देंगे। मुख्य जोन इंचार्ज मायावती को सीधे रिपोर्ट करेंगे।




गोरखपुर, बस्ती व देवीपाटन- दिनेश चंद्र, सुधीर भारती, अयोध्या, वाराणसी, आजमगढ़- शमसुद्दीन राइन, मदन राम, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद- नौशाद अली, राजकुमार गौतम, आगरा, अलीगढ़, बरेली- मुनकाद अली व सूरज पाल सिंह, कानपुर, झांसी, चित्रकूट- विजय प्रताप, बीबी अंबेडकर और लखनऊ प्रयागराज व मिर्जापुर- घनश्याम चंद्र खरवार व अखिलेश अंबेडकर को जिम्मेदारी दी गई है।




चुनाव को देखते हुए सभी निकायों में कमेटियों के गठन का निर्देश दिया गया है। इसमें सभी वर्गों को रखा जाएगा। इसके आधार पर ही उम्मीदवारों का पैनल तैयार करते हुए पार्टी मुख्यालय को उपलब्ध कराया जाएगा। क्षेत्र में मजबूत पकड़ वाले को ही उम्मीदवार बनाया जाएगा।




मायावती की बैठक में राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र का न दिखना चर्चा का विषय रहा। अमूमन सभी बैठकों में उनकी उपस्थिति रहती है। खासकर जब बसपा सुप्रीमो कोई बैठक ले रही हों। बैठक में शामिल होने वाले कुछ नेताओं ने इसकी पुष्टि की है।



बसपा सुप्रीमो मायावती ने जमीन पर मजबूत होकर मिशन-2022 को फतेह करने का मूलमंत्र कार्यकर्ताओं को दिया है। बसपा सुप्रीमो गुरुवार को आजमगढ़ और रामपुर लोक सभा उप चुनाव परिणाम आने के बाद सभी मंडल के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रही थीं। उन्होंने कहा कि विरोधी शक्तियों के साम, दाम, दंड, भेद आदि के अलावा जातिवादी संकीर्ण हथकंडों के दुरुपयोग से अपार जनसमर्थन का सही समय पर वोट में ट्रांसफर होने से रह जाता है। इसे ध्यान में रखकर आगे काम करना है।