बेजुबान पशु पक्षियों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी - एनिमल लवर नीतू शर्मा ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा , जानवर भी हमारे समाज का एक अहम हिस्सा है यह हमारे पर्यावरण को भी संतुलित बनाए रखने में सहायक होते हैं जानवर मनसे सच्चे होते हैं उनमें भी भावनाएं होती हैं। जानवरों को प्रेम और स्नेह चाहिए क्योंकि यह बहुत ही कोमल व संबंधित सीन होते हैं इंसान लालच में इतना अंधा हो गया है कि उसे अपने फायदे के आगे और कुछ भी नहीं दिखता बेजुबान जानवर और इंसान के बीच का रिश्ता बहुत खास होता है हम इंसान जानवरों को प्यार देते हैं इसके बदले वफादारी के साथ हमारी सुरक्षा करते हैं पर यह बातें सिर्फ वही लोग समझ सकते हैं जिन्हें उसमें लगाव और प्यार होता है कई मौके ऐसे आए जब इंसान के प्यार ने बेजुबान पशुओं की जान बचा कर मानवता का धर्म निभाया पर्यावरण को संतुलित रखने मे पेड़ पौधे के साथ ही पशु पक्षियों की भूमिका भी अहम है मनुष्य के अत्यधिक हस्तक्षेप के कारण इनकी संख्या बहुत कम होती जा रही हैं यदि हम जल्दी नहीं सुधरे तो स्थिति और भयानक हो को सकती है।
कीटनाशकों के बढ़ते प्रयोग से जहां पशु पक्षियों की संख्या कम होती जा रही है वहीं कुछ प्रजातियां तो विलुप्त के कगार पर पहुंच चुकी है गर्मी का मौसम विशेषकर पक्षियों के लिए बहुत ही कष्ट प्रीत होता है उन्हें बचाने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए कम से कम एक सकोरा पानी का भरकर छायादार स्थान पर रख दें तो बहुत से पक्षियों की जान हम बचा सकते हैं मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए प्रगति के साथ लगातार छेड़छाड़ करता जा रहा है इसके दुष्परिणाम भी दिखाई देने लगे हैं युगो से इंसान पशु पक्षियों से प्यार करता आ रहा है दुनिया में कई सारे ऐसे लोग हैं जो पक्षियों और जानवरों से बेहद प्यार करते हैं कई लोगों ने कुत्ता बिल्ली जैसे जानवरों को ऐसे अपना लिया है कि वे उन्हें अपने परिवार का बेहद अहम हिस्सा मानते हैं कई लोग ऐसे भी हैं जो जानवरों को अपने बच्चे मानते हैं और भी उनका पालन पोषण करते हैं जैसे कि इंसानी बच्चों का किया जाता है बेजुबान मासूम जानवरों को सड़कों पर वाहन से कुचल आगे बढ़ जाना या फिर उन्हें तड़पते हुए देख कर अनदेखा कर देना आजकल लोगों की फितरत बन चुकी है लेकिन अपने इस रवैया के कारण हम यह सब भूल जाते हैं कि हमारे बीच रहने वाले पशु पक्षियों को केवल हमारा ही सहारा है भले ही जानवर अपना दर्द बयां ना कर सकते हो लेकिन इंसान के प्रति प्यार और लगाव बेखुदी बयां करते हैं दो वक्त की रोटी और कुछ पल कि प्यार व सहानुभूति के बदले यह अपना पूरा जीवन इंसानों की वफादारी करने में बिता देते हैं जानवरों के प्रति हमारा व्यवहार बहुत प्यार भावना वाला होना चाहिए बेशक जानवर बोल नहीं सकते लेकिन उनमें भी मन की तरह दर्द भावनाएं प्यार होता है जानवर भी खुशी और दुखी होते हैं जानवर भी हर बात को समझते हैं और महसूस करते हैं जानवरों का भी अपना परिवार होता है।
दिल्ली के नजदीक ग्रेटर नोएडा मशहूर एनिमल लवर नीतू शर्मा ने यह बीड़ा उठाई है इस समाज में होने वाले बेजुबान जानवरों को हम अपने बच्चों की तरह माने और उनको प्यार दें उनका भी एक परिवार होता है आए दिन बेजुबान जानवर की हत्याएं दिन पर दिन होती जा रही हैं इन्हें रोकने के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए और इस मुहिम को जगह-जगह फैलाना चाहिए कि बंद करो अत्याचार अब हम नहीं बर्दाश्त करेंगे